हिमाचल प्रदेश में आज पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे अगले तीन-चार दिन तक पहाड़ों पर बारिश के आसार है। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में 19 और 20 जून को राहत की फुहार बरस सकती है। कुछेक स्थानों पर आज भी बारिश का पूर्वानुमान है। इससे प्रदेशवासियों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, 21 जून को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे। प्रदेश के ज्यादातर शहरों में अभी तापमान नॉर्मल से 9 डिग्री सेल्सियस तक अधिक चल रहा है। नाहन के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 8.6 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया। इससे नाहन का पारा 40 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है जो कि पिछले 29 साल में सर्वाधिक है। यहां देखे किस शहर में नॉर्मल से कितना ज्यादा तापमान पहली बार 11 शहरों का पारा एक साथ 40 डिग्री पार पहाड़ों पर तापमान में अत्यधिक बढ़ोतरी के कारण लोग बेहाल है और घरों से बाहर निकलना दूभर हो गया है। प्रदेश के 11 शहरों का 40 डिग्री या इससे अधिक हो गया है। यह पहली बार हुआ है जब प्रदेश के इतने शहरों में एक साथ तापमान 40 डिग्री पार गया है। आज भी 5 जिलों में हीटवेव का अलर्ट बेशक, बारिश का पूर्वानुमान है। मगर आज के लिए भी मौसम विभाग ने 5 जिलों में हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। यह अलर्ट ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी और सिरमौर जिला को दिया गया। कांगड़ा, कुल्लू, सोलन और शिमला के कुछेक स्थानों पर हीटवेव का येलो अलर्ट दिया गया है। हिमाचल के 11 शहरों का पारा 40 डिग्री पार मौसम विभाग की एडवाइजरी मौसम विभाग ने हीटवेव के अलर्ट को देखते हुए प्रदेशवासियों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। लोगों को खासकर दिन के वक्त घरों से बाहर नहीं निकलने और खान-पान में एहतियात बरतने को कहा गया है। हीटवेव से बचने को क्या सावधानी बरतें हिमाचल प्रदेश में आज पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे अगले तीन-चार दिन तक पहाड़ों पर बारिश के आसार है। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में 19 और 20 जून को राहत की फुहार बरस सकती है। कुछेक स्थानों पर आज भी बारिश का पूर्वानुमान है। इससे प्रदेशवासियों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, 21 जून को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे। प्रदेश के ज्यादातर शहरों में अभी तापमान नॉर्मल से 9 डिग्री सेल्सियस तक अधिक चल रहा है। नाहन के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 8.6 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया। इससे नाहन का पारा 40 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है जो कि पिछले 29 साल में सर्वाधिक है। यहां देखे किस शहर में नॉर्मल से कितना ज्यादा तापमान पहली बार 11 शहरों का पारा एक साथ 40 डिग्री पार पहाड़ों पर तापमान में अत्यधिक बढ़ोतरी के कारण लोग बेहाल है और घरों से बाहर निकलना दूभर हो गया है। प्रदेश के 11 शहरों का 40 डिग्री या इससे अधिक हो गया है। यह पहली बार हुआ है जब प्रदेश के इतने शहरों में एक साथ तापमान 40 डिग्री पार गया है। आज भी 5 जिलों में हीटवेव का अलर्ट बेशक, बारिश का पूर्वानुमान है। मगर आज के लिए भी मौसम विभाग ने 5 जिलों में हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। यह अलर्ट ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी और सिरमौर जिला को दिया गया। कांगड़ा, कुल्लू, सोलन और शिमला के कुछेक स्थानों पर हीटवेव का येलो अलर्ट दिया गया है। हिमाचल के 11 शहरों का पारा 40 डिग्री पार मौसम विभाग की एडवाइजरी मौसम विभाग ने हीटवेव के अलर्ट को देखते हुए प्रदेशवासियों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। लोगों को खासकर दिन के वक्त घरों से बाहर नहीं निकलने और खान-पान में एहतियात बरतने को कहा गया है। हीटवेव से बचने को क्या सावधानी बरतें हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में झमाझम बारिश, प्री-मानसून की एंट्री अभी नहीं:केवल पूर्व दिशा में आंशिक प्रभाव; पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से आज फिर बरसेंगे बादल
हिमाचल में झमाझम बारिश, प्री-मानसून की एंट्री अभी नहीं:केवल पूर्व दिशा में आंशिक प्रभाव; पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से आज फिर बरसेंगे बादल हिमाचल में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण बुधवार दोपहर बाद से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश हो रही है। प्रदेशवासियों ने इससे भीषण गर्मी से राहत की सांस ली है। तापमान में तीन से चार डिग्री की कमी आई है। आज भी सुबह से ही मौसम खराब बना हुआ है। मौसम विभाग की माने तो वीरवार को भी प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश हो सकती है। इस दौरान कुछेक स्थानों पर आंधी तूफान भी चल सकता है। कुछेक स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है। 21 जून को भी प्रदेश के अधिक ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले कुछेक स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकता है। 22, 23 और 24 जून को केवल अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही मौसम खराब रहेगा। अन्य स्थानों पर मौसम साफ होगा। अभी प्री-मानसून की दस्तक नहीं : डॉ. पाल मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि बीते 24 घंटे के दौरान हुई बारिश पश्चिमी विक्षोभ की वजह से है। अभी प्री-मानसून नहीं आया है। उन्होंने बताया कि केवल पूर्व दिशा में प्री-मानसून का आंशिक प्रभाव नजर आ रहा है। हिमाचल में लगभग 25 दिन तक हीटवेव चली। प्रदेश में इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है। पिछले सालों के दौरान आठ से 10 दिन जरूर गर्मी का असर रहता था। मगर 25 दिन तक पहले कभी हीटवेव महसूस नहीं की गई। आलम यह रहा कि शिमला जिला जहां गर्मी से बचने से लिए लोग पहुंचते है, वहां भी हीटवेव चली। ऐसे में ताजा बारिश के बाद प्रदेशवासियों ने राहत की सांस ली है। मणिमहेश की चोटियों पर बर्फ के बर्फबारी प्रदेश में बुधवार शाम शिमला, धर्मशाला, चंबा, कुल्लू, हमीरपुर और मंडी में बादल झमाझम बारिश हुई है। सोलन और ऊना के गगरेट व चिंतपूर्णी में भी हल्की बौछारों से तापमान में कमी आई। चंबा में भरमौर और मणिमहेश की चोटियों पर बर्फबारी हुई। रोहतांग में फाहे गिरे। शिमला में तीन घंटे से अधिक समय तक बारिश होती रही। मंडी जिला के जोगेंद्रनगर शहर में तेज बारिश के बाद जलभराव से पानी कुछ दुकानों में भर गया। शहर में कई स्थानों पर बिजली के तारों पर पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई। राजा का तालाब में तूफान के कारण दो पेड़ जड़ से उखड़कर गाड़ी और रेहड़ी फड़ी पर गिए गए, जिससे नुकसान हुआ है। बारिश से पहले इन शहरों में अधिकतम पारा 40 डिग्री पार रहा
हिमाचल के नायब सूबेदार गृह प्रवेश से पहले शहीद:बरसात में ढह गया था घर, दिवाली मनाकर ड्यूटी पर लौटे थे, आज अंतिम संस्कार
हिमाचल के नायब सूबेदार गृह प्रवेश से पहले शहीद:बरसात में ढह गया था घर, दिवाली मनाकर ड्यूटी पर लौटे थे, आज अंतिम संस्कार जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए राकेश कुमार (42) का आज हिमाचल प्रदेश के मंडी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। राकेश कुमार का पार्थिव शरीर बीती शाम को जम्मू से हेलिकॉप्टर में मंडी के कंगनीधार हेलीपैड पर लाया गया। यहां से पार्थिव शरीर को नेरचौक मेडिकल कॉलेज में लाया गया है। सूचना के अनुसार, आज सुबह 8 बजे शहीद के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव बरनोग लाया जाएगा। यहां घर में पार्थिव शरीर कुछ देर तक अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद श्मशान घाट में अंतिम संस्कार होगा। एक सप्ताह पहले ही छुट्टी मना कर ड्यूटी पर लौटे थे राकेश
बताया जा रहा है राकेश कुमार एक सप्ताह पहले ही दिवाली मना कर छुट्टी खत्म होने के बाद ड्यूटी पर लौटे और बीते रविवार (10 नवंबर) को किश्तवाड़ में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए। वह सेना में जूनियर कमीशंड अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। राकेश 2 बच्चों के पिता थे। वह अपने पीछे माता भाति देवी, पत्नी भानु प्रिया और 2 बच्चों यशस्वी (14) और प्रणव (9) को छोड़ गए हैं। 23 साल से सेना में दे रहे थे सेवाएं
भारतीय सेना में 23 सालों से सेवाएं दे रहे राकेश कुमार अभी नायब सूबेदार के तौर पर तैनात थे। राकेश की शहादत के बाद पूरे हिमाचल में शोक की लहर है। शहीद के घर पर लोगों का आना जाना लगा हुआ है। 14 महीने पहले बरसात में टूटा 10 कमरों का मकान
जानकारी के अनुसार, शहीद राकेश कुमार का 10 कमरों का मकान पिछली बरसात में 13 अगस्त 2023 की रात को ढह गया था। इसके बाद से राकेश कुमार का परिवार किराए के मकान में रह रहा है। भाई कर्म सिंह के मुताबिक राकेश ने दिसंबर में छुट्टी आना था। तब घर का काम लगाना था। इसके बाद गृह प्रवेश करना था। किश्तवाड़ से कुछ दूरी पर मुठभेड़
आतंकवादियों की उपस्थिति की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने किश्तवाड़ में संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। नायब सूबेदार राकेश कुमार भी इस दल का हिस्सा थे। इसी दौरान तलाशी दलों ने किश्तवाड़ के कुंतवाड़ा और केशवान के सुदूर जंगल में 2 आतंकवादियों को रोका। यह स्थान उस जगह से कुछ किलोमीटर दूर बताया जा रहा है, जहां 7 नवंबर को विलेज डिफेंस ग्रुप (VDG) के 2 सदस्यों नजीर अहमद और कुलदीप कुमार के शव मिले थे। यहीं पर आतंकियों के साथ तलाशी दल की मुठभेड़ हुई। इसमें गोली लगने से नायब सूबेदार राकेश कुमार शहीद हो गए। वहीं, 3 जवान घायल हुए। उनका इलाज चल रहा है। CM और पूर्व CM ने जताया दुख
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आतंकवादियों से मुठभेड़ में राकेश कुमार की शहादत पर शोक प्रकट किया और शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राकेश कुमार की शहादत को हमेशा याद किया जाएगा। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी जवान की शहादत पर दुख जताया। उन्होंने कहा देश उनके बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।
सोलन में शख्स ने नशे में जहर खाया:चंडीगढ़ में मौत; पुलिस ने शव को कब्जे में लिया
सोलन में शख्स ने नशे में जहर खाया:चंडीगढ़ में मौत; पुलिस ने शव को कब्जे में लिया सोलन में एक शख्स ने नशे की हालत में कीटनाशक खा लिया। युवक को इलाज के लिए डीगढ़ के 32 सेक्टर स्थित जी एम सी एच अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया है। सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि 24 अगस्त को ईएसआई अस्पताल परवाणू से पुलिस थाना परवाणू में सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति को अम्बोटा गांव से जहर खुरानी के मामले में इलाज के लिए परवाणू अस्पताल लाया गया है। पूछताछ करने पर पता चला कि इलाज कराने वाला कसौली के अंबोटा निवासी 48 साल का नरेश कुमार है। डॉक्टरों ने प्राथमिक के बाद उसकी हालत को देखते हुए उसे जीएमसीएच-32 चंडीगढ़ रेफर कर दिया। 25 अगस्त को नरेश कुमार की उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस टीम ने चंडीगढ़ पहुंच कर शव कब्जे में ले लिया।