हिमाचल प्रदेश में आज और कल अच्छी बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, पर्यटन स्थल कुफरी, नारकंडा, मनाली, सोलंग वेली, डलहौजी, सिस्सू व आसपास के क्षेत्रों में भी बर्फबारी हो सकती है। शिमला शहर व आसपास के क्षेत्रों में आज दोपहर बाद से कल शाम तक अच्छी बारिश की संभावनाएं है। ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी और चंबा में शीतलहर का अलर्ट दिया गया है, जबकि लाहौल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर अन्य जिलों में आसमानी बिजली गिरने का येलो अलर्ट दिया गया है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस दो दिन एक्टिव रहेगा। इससे सूखे जैसे हालात से राहत की उम्मीद की जा रही है, क्योंकि प्रदेश में इस साल पहले मानसून में सामान्य से 19 प्रतिशत कम, फिर पोस्ट मानसून सीजन (1 सितंबर से 30 नवंबर) में भी सामान्य से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे। जनवरी में भी सामान्य से 83 प्रतिशत कम बारिश हुई। कल्पा का पारा सामान्य से 9.8 डिग्री अधिक हुआ बारिश-बर्फबारी से पहले तापमान में भारी उछाल आया है। प्रदेश के कई शहरों का पारा सामान्य से 10 डिग्री ज्यादा हो गया है। कल्पा के तापमान में सबसे ज्यादा 9.8 डिग्री का उछाल आया है और कल्पा का अधिकतम तापमान 15.3 डिग्री पहुंच गया है। शिमला का तापमान सामान्य से 9.5 डिग्री ज्यादा हुआ इसी तरह शिमला का तापमान में भी नॉर्मल की तुलना में 9.5 डिग्री उछाल के साथ 21.5 डिग्री पहुंच गया है। मनाली का तापमान भी 6.4 डिग्री के उछाल के साथ बाद 18.2 डिग्री, भुंतर का तापमान भी 7.3 डिग्री ज्यादा के साथ 25.2 डिग्री हो गया है। बारिश बर्फबारी के बाद तापमान में 4 से 5 डिग्री तक की कमी आएगी। हिमाचल प्रदेश में आज और कल अच्छी बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, पर्यटन स्थल कुफरी, नारकंडा, मनाली, सोलंग वेली, डलहौजी, सिस्सू व आसपास के क्षेत्रों में भी बर्फबारी हो सकती है। शिमला शहर व आसपास के क्षेत्रों में आज दोपहर बाद से कल शाम तक अच्छी बारिश की संभावनाएं है। ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी और चंबा में शीतलहर का अलर्ट दिया गया है, जबकि लाहौल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर अन्य जिलों में आसमानी बिजली गिरने का येलो अलर्ट दिया गया है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस दो दिन एक्टिव रहेगा। इससे सूखे जैसे हालात से राहत की उम्मीद की जा रही है, क्योंकि प्रदेश में इस साल पहले मानसून में सामान्य से 19 प्रतिशत कम, फिर पोस्ट मानसून सीजन (1 सितंबर से 30 नवंबर) में भी सामान्य से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे। जनवरी में भी सामान्य से 83 प्रतिशत कम बारिश हुई। कल्पा का पारा सामान्य से 9.8 डिग्री अधिक हुआ बारिश-बर्फबारी से पहले तापमान में भारी उछाल आया है। प्रदेश के कई शहरों का पारा सामान्य से 10 डिग्री ज्यादा हो गया है। कल्पा के तापमान में सबसे ज्यादा 9.8 डिग्री का उछाल आया है और कल्पा का अधिकतम तापमान 15.3 डिग्री पहुंच गया है। शिमला का तापमान सामान्य से 9.5 डिग्री ज्यादा हुआ इसी तरह शिमला का तापमान में भी नॉर्मल की तुलना में 9.5 डिग्री उछाल के साथ 21.5 डिग्री पहुंच गया है। मनाली का तापमान भी 6.4 डिग्री के उछाल के साथ बाद 18.2 डिग्री, भुंतर का तापमान भी 7.3 डिग्री ज्यादा के साथ 25.2 डिग्री हो गया है। बारिश बर्फबारी के बाद तापमान में 4 से 5 डिग्री तक की कमी आएगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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PM मोदी की प्रतिक्रिया पर हिमाचल में चढ़ा सियासी पारा:कांग्रेस भाजपा आमने-सामने, हिमाचल को देश में बदनाम करने का आरोप
PM मोदी की प्रतिक्रिया पर हिमाचल में चढ़ा सियासी पारा:कांग्रेस भाजपा आमने-सामने, हिमाचल को देश में बदनाम करने का आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस शासित राज्य सरकारों पर टिपण्णी के बाद हिमाचल में सियासत गरमा गई है। प्रदेश में भाजपा कांग्रेस आमने- सामने हो गयी है। पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पीएम मोदी की प्रतिक्रिया को कांग्रेस शासित राज्यों की जमीनी हकीकत करार दी है, वहीं सीएम सुक्खू के प्रधान सलाहकार नरेश चौहान ने भाजपा नेताओं पर हिमाचल प्रदेश को देश भर में बदनाम करने का बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता प्रधानमंत्री को सही जानकारी नही दे रहे हैं। चौहान ने पीएम मोदी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। क्या बोले नरेश चौहान?
नरेश चौहान ने शिमला में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के नेता हिमाचल को लेकर दुष्प्रचार कर रहे हैं और देशभर में हिमाचल को बदनाम किया जा रहा है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हिमाचल को लेकर दिए गये बयान को भी उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि उन्हें सही जानकारी नहीं दी जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश के हैं तो उन्हें इस तरह से किसी भी राज्य को लेकर बयान बाजी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार जब सत्ता में आई तो प्रदेश पर कर्ज के बोझ के साथ कर्मचारियों की काफी ज्यादा देनदारियां थी। साथ ही बीते वर्ष प्रदेश में भारी आपदा आई थी लेकिन उस समय देश के प्रधानमंत्री ने हिमाचल के बारे में एक भी शब्द नहीं बोला और ना ही कोई राहत का पैकेज दिया था। देश के प्रधानमंत्री को यदि हिमाचल की चिंता होती, तो कुछ समय हिमाचल की मदद कर देते। हिमाचल की सरकार जनहित में काम कर रही है और जो वादे जनता से किए हैं उनमें से पांच वादों को पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हिमाचल को कोई खास मदद नहीं कर रही है। EX सीएम जयराम ठाकुर ने दी CM सुक्खू को सलाह
वहीं हिमाचल प्रदेश के भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की गारंटियां आज झूठी साबित हुई हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को सच बोलने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की हालत को बच्चा-बच्चा जानता है। ऐसे में अब तो मुख्यमंत्री को सच बोलना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने जनता को बड़ी-बड़ी गारंटियां दी थी, लेकिन सत्ता में आने के बाद इन गारंटियों को पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने 18 साल से 59 साल की महिलाओं को हर महीने 1 हजार 500 रुपए देने का वादा किया था, लेकिन अब इसमें शर्त लगा दी गई है। राज्य की 25 हजार महिलाओं को भी 1500 की सम्मान राशि नहीं दी जा रही है, जबकि सत्ता में आने से पहले हर महिला को बिना शर्त 1500 रुपए देने का वादा किया गया था। “कांग्रेस की सरकार से आम जनता परेशान”- पूर्व सीएम
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि जिस 680 करोड़ रुपए के स्टार्ट अप फंड की बात कही जा रही है, उससे भी अब तक किसी युवा को फायदा नहीं मिला है। इसी तरह गाय और भैंस के दूध पर एमएसपी को लेकर भी बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन चंद रुपए बढ़ाकर अब झूठ बोलने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी गारंटियों को लेकर झूठ बोल रही है और इसी वजह से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस की झूठी गारंटियों का जिक्र किया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि आज राज्य में ऐसे हालात पैदा हो चुके हैं कि कर्मचारियों और पेंशनर्स को जब वक्त पर वेतन और पेंशन दी जाती है, तो उसके लिए मुख्यमंत्री को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ती है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां जनता परेशान हो रही है। पीएम मोदी ने क्या कहा था ?
बता दें कि पीएम मोदी ने अपने अकाउंट पर कांग्रेस शासित राज्य सरकारों पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि ”कांग्रेस पार्टी को यह बात अब समझ में आ रही है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू करना मुश्किल और नामुमकिन है। वे लगातार प्रचार अभियान के दौरान लोगों से ऐसे वादे करते रहते हैं, जिन्हें वे कभी पूरा नहीं कर पाते। अब वे लोगों के सामने पूरी तरह बेनकाब हो चुके हैं। आज कांग्रेस की सरकार वाले किसी भी राज्य को देख लीजिए- हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना। विकास की गति और वित्तीय स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। उनकी तथाकथित गारंटियां अधूरी हैं, जो इन राज्यों के लोगों के साथ एक भयानक धोखा है। ऐसी राजनीति का शिकार गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हैं, जिन्हें न केवल इन वादों के लाभों से वंचित किया जाता है, बल्कि उनकी मौजूदा योजनाओं को भी कमजोर किया जाता है।”
हिमाचल में 4 दिन बारिश-बर्फबारी नहीं:शिमला-कुल्लू और किन्नौर में कोहरे का येलो अलर्ट; धूप खिलने से सुहावना हुआ मौसम
हिमाचल में 4 दिन बारिश-बर्फबारी नहीं:शिमला-कुल्लू और किन्नौर में कोहरे का येलो अलर्ट; धूप खिलने से सुहावना हुआ मौसम हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी के बाद पहाड़ों पर अच्छी धूप खिल रही है। इससे मौसम सुहावना हो गया है। शीतलहर से भी लोगों ने राहत की सांस ली है। बीते 24 घंटे के दौरान तापमान में भी हल्का उछाल आने लगा है। मौसम विभाग (IMD) ने आज और कल 3 जिले शिमला, किन्नौर और कुल्लू में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। सड़कों और रास्तों पर बहता हुआ पानी जम सकता है। इससे सड़कों पर फिसलन बढ़ेगी। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी से वाहन चलाने की सलाह दी गई है। मंडी बिलासपुर में कोहरे का अलर्ट इसी तरह मंडी और बिलासपुर जिले के कुछ स्थानों पर दोपहर तक घना कोहरा लोगों को परेशान करेगा। इससे खासकर सुबह के वक्त विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो सकती है। 4 दिन तक बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं IMD की माने तो प्रदेश में अगले 4 दिनों तक मौसम पूरी तरह साफ रहेगा। बारिश और बर्फबारी के कोई आसार नहीं है। इससे तापमान में उछाल आएगा। मंगलवार को प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान नॉर्मल से 4.4 डिग्री नीचे गिर गया था। कई जगह यह माइनस 12 डिग्री हो गया था। पोस्ट मानसून सीजन में नॉर्मल से 96 प्रतिशत कम बारिश बेशक, 8 और 9 दिसंबर को ऊंचे पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी हुई है। मगर सूखे से पूरी तरह अभी राहत नहीं मिल पाई है। क्योंकि प्रदेश के ज्यादातर भागों में बारिश नहीं हुई है। प्रदेश में पोस्ट मानसून सीजन यानी 1 अक्टूबर से 10 दिसंबर तक नॉर्मल से 96 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 50.4 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 2.1 मिलीमीटर बादल बरसे है।
मंडी में लगे भूकंप के झटके:लोग घरों से निकले बाहर, रिक्टर स्केल पर मापी गई 3.4 तीव्रता
मंडी में लगे भूकंप के झटके:लोग घरों से निकले बाहर, रिक्टर स्केल पर मापी गई 3.4 तीव्रता हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में हल्के भूकंप के झटके महसूस किये गए। गुरुवार दोपहर करीब 5:25 मिनट पर धरती हिली। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.4 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, जमीन के भीतर इसकी गहराई 10 किलोमीटर रही। अब तक इससे किसी भी प्रकार के जान व माल के नुकसान की सूचना नहीं है। जिन लोगों ने झटके महसूस किए, वह घरों से बाहर निकल आए। हालांकि झटकों की तीव्रता कम होने की वजह से ज्यादातर लोग इन्हें महसूस नहीं कर पाए। मंडी जिला के अधिकांश क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील हैं, जो कि जोन 5 में आते है। इसलिए यहां बार-बार भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। जानिए क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी की सतह मुख्य रूप से 7 बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेटों से बनी है। ये प्लेटें लगातार तैरती रहती हैं और कभी-कभी आपस में टकराती हैं। टकराव के कारण कभी-कभी प्लेटों के कोने मुड़ जाते हैं और अत्यधिक दबाव के कारण ये प्लेटें टूटने लगती हैं। ऐसी स्थिति में नीचे से निकलने वाली ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोज लेती है और इस गड़बड़ी के बाद भूकंप आता है।