हिमाचल में आज रात से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा:कल-परसों बारिश-बर्फबारी के आसार; टूटेगा ड्राइ स्पेल, विंटर सीजन में सामान्य से 79% कम बादल बरसे

हिमाचल में आज रात से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा:कल-परसों बारिश-बर्फबारी के आसार; टूटेगा ड्राइ स्पेल, विंटर सीजन में सामान्य से 79% कम बादल बरसे

हिमाचल प्रदेश में आज रात से मौसम खराब होगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से पहाड़ों पर कल और परसों दो दिन तक दिन तक अच्छी बारिश व बर्फबारी के आसार है। खासकर 20 फरवरी को प्रदेश के ज्यादातर भागों में लंबे समय से चला आ रहा ड्राइ स्पेल टूट सकता है। इस दिन किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में आंधी व तूफान चलने का भी येलो अलर्ट जारी किया गया है। कल भी प्रदेश के कुछेक क्षेत्रों में बारिश व बर्फबारी हो सकती है। 21 से 23 फरवरी तक अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही मौसम खराब रहेगा। इससे लाहौल स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा जिला की अधिक ऊंची चोटियों पर हिमपात हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ हो जाएगा। बारिश-बर्फबारी से पहले तापमान में उछाल बारिश-बर्फबारी से पहले तापमान में उछाल दर्ज किया गया है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस सामान्य से ज्यादा हो गया है। कांगड़ा के तापमान में सामान्य की तुलना में सबसे ज्यादा 7.9 डिग्री का उछाल आया है और 26.0 डिग्री सेल्सियस पारा हो गया है। भुंतर का तापमान 6.8 डिग्री ज्यादा के साथ 24.8 डिग्री, सुंदरनगर का 6.1 डिग्री के उछाल के बाद 26.6 डिग्री, बिलासपुर का 5.0 डिग्री के ज्यादा के साथ 26.7डिग्री, कल्पा का 5.4 डिग्री के उछाल के बाद 12.0 डिग्री और शिमला का अधिकतम तापमान नॉर्मल की तुलना में Shimla 4.1 डिग्री ज्यादा के साथ 17.4 डिग्री हो गया है। सामान्य से 79 प्रतिशत कम बारिश मौसम विभाग के अनुसार, मौजूदा विंटर सीजन यानी एक जनवरी से 17 फरवरी के बीच में नॉर्मल से 79 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 142.1 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 29.6 मिलीमीटर ही बादल बरसे है। पोस्ट मानसून सीजन में भी 90%कम बादल बरसे इससे पहले पोस्ट मानसून सीजन में भी प्रदेश में औसत से 90 प्रतिशत कम और मानसून में 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इसकी मार गेंहू की फसल के अलावा सेब के बगीचों पर पड़ रही है। हिमाचल के पर्यटन कारोबारी भी बर्फ नहीं गिरने से मायूस है। हिमाचल प्रदेश में आज रात से मौसम खराब होगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से पहाड़ों पर कल और परसों दो दिन तक दिन तक अच्छी बारिश व बर्फबारी के आसार है। खासकर 20 फरवरी को प्रदेश के ज्यादातर भागों में लंबे समय से चला आ रहा ड्राइ स्पेल टूट सकता है। इस दिन किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में आंधी व तूफान चलने का भी येलो अलर्ट जारी किया गया है। कल भी प्रदेश के कुछेक क्षेत्रों में बारिश व बर्फबारी हो सकती है। 21 से 23 फरवरी तक अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही मौसम खराब रहेगा। इससे लाहौल स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा जिला की अधिक ऊंची चोटियों पर हिमपात हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ हो जाएगा। बारिश-बर्फबारी से पहले तापमान में उछाल बारिश-बर्फबारी से पहले तापमान में उछाल दर्ज किया गया है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस सामान्य से ज्यादा हो गया है। कांगड़ा के तापमान में सामान्य की तुलना में सबसे ज्यादा 7.9 डिग्री का उछाल आया है और 26.0 डिग्री सेल्सियस पारा हो गया है। भुंतर का तापमान 6.8 डिग्री ज्यादा के साथ 24.8 डिग्री, सुंदरनगर का 6.1 डिग्री के उछाल के बाद 26.6 डिग्री, बिलासपुर का 5.0 डिग्री के ज्यादा के साथ 26.7डिग्री, कल्पा का 5.4 डिग्री के उछाल के बाद 12.0 डिग्री और शिमला का अधिकतम तापमान नॉर्मल की तुलना में Shimla 4.1 डिग्री ज्यादा के साथ 17.4 डिग्री हो गया है। सामान्य से 79 प्रतिशत कम बारिश मौसम विभाग के अनुसार, मौजूदा विंटर सीजन यानी एक जनवरी से 17 फरवरी के बीच में नॉर्मल से 79 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 142.1 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 29.6 मिलीमीटर ही बादल बरसे है। पोस्ट मानसून सीजन में भी 90%कम बादल बरसे इससे पहले पोस्ट मानसून सीजन में भी प्रदेश में औसत से 90 प्रतिशत कम और मानसून में 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इसकी मार गेंहू की फसल के अलावा सेब के बगीचों पर पड़ रही है। हिमाचल के पर्यटन कारोबारी भी बर्फ नहीं गिरने से मायूस है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर