हिमाचल में एंट्री के साथ ही मानसून कमजोर पड़ गया है। प्रदेश में बार बार भारी बारिश के ऑरेंज अलर्ट के बावजूद इक्का-दुक्का स्थानों पर ही तीन दिन से बारिश हुई है। बीते एक सप्ताह के दौरान नॉर्मल से 32 प्रतिशत कम और पूरे जून महीने में सामान्य से 49 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग (IMD) ने बीते 29 और 30 जून के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा था। मगर ज्यादातर इलाकों में बारिश नहीं हुई। शिमला और सोलन दो जिले ऐसे हैं जहां बीते एक सप्ताह के दौरान नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई है। शिमला में नॉर्मल बारिश 33.8 MM की तुलना में 56.8 MM बादल बरसे हैं, जो कि नॉर्मल से 68% ज्यादा है। सोलन जिले में भी 48.5 MM नॉर्मल रेन की अपेक्षा 58.4 MM बारिश हुई, जो सामान्य से 20% प्रतिशत ज्यादा है। प्रदेश में बाकी के 10 जिलों में नॉर्मल से कम बारिश हुई है। चंबा जिला में नॉर्मल की अपेक्षा 68 प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश में औसत 23 से 30 जून तक 34.4 MM बारिश होती है, लेकिन इस बार 23.4MM बादल बरसे है जो कि नॉर्मल से 32% कम है। आज और कल भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में अगले 6 जुलाई तक लगातार बारिश का पूर्वानुमान है। आज और कल के लिए मौसम विभाग के भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आज के लिए तीन जिलों हमीरपुर, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश की चेतावनी है, जबकि कल के लिए छह जिले ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिले को ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। वहीं 3 से 6 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 6 और 7 जुलाई को मानसून के साथ पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे अच्छी बारिश की संभावना बन रही है। सोलन और शिमला में ही अच्छी बारिश प्रदेश के सात जिलों में बीते 27 जून और अन्य पांच जिलों में 28 जून को मानसून ने दस्तक दी है। मानसून की दस्तक के बाद से अब तक केवल शिमला और सोलन ही अच्छी बारिश हुई है। ऊना के भरवाई में भी मानसून की एंट्री के बाद अच्छी बारिश हुई थी। मगर तीन दिन से मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई है। बारिश नहीं होने से तापमान में उछाल इससे तापमान में भी उछाल आ रहा है। बारिश नहीं होने से ऊना का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 1.2 डिग्री अधिक के साथ 36.2 डिग्री पहुंच गया है। शिमला का पारा सामान्य से 1.8 डिग्री अधिक के उछाल के साथ 25.7 डिग्री, कल्पा का नॉर्मल से 3.9 डिग्री के साथ 26.9 डिग्री और मनाली का अधिकतम तापमान 1.1 डिग्री ज्यादा के साथ 27.1 डिग्री हो गया है। 58 लाख की संपत्ति को नुकसान मानसून की एंट्री के बाद प्रदेश में अब तक की मानसून से 58.83 लाख रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। इस दौरान 13 लोगों की विभिन्न वजह से जान गई है, जबकि 26 लोग घायल और एक व्यक्ति लापता है। अब जानिए कब जारी होता है यलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट आईएमडी के अनुसार, 24 घंटे में 0-64 मिमी (एमएम) बारिश का पूर्वानुमान होने पर यलो अलर्ट जारी किया जाता है, जबकि 65 से 114 मिमी बारिश होने पर ऑरेंज अलर्ट और 24 घंटे में 115 मिमी से अधिक बारिश का पूर्वानुमान होने पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। हिमाचल में एंट्री के साथ ही मानसून कमजोर पड़ गया है। प्रदेश में बार बार भारी बारिश के ऑरेंज अलर्ट के बावजूद इक्का-दुक्का स्थानों पर ही तीन दिन से बारिश हुई है। बीते एक सप्ताह के दौरान नॉर्मल से 32 प्रतिशत कम और पूरे जून महीने में सामान्य से 49 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग (IMD) ने बीते 29 और 30 जून के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा था। मगर ज्यादातर इलाकों में बारिश नहीं हुई। शिमला और सोलन दो जिले ऐसे हैं जहां बीते एक सप्ताह के दौरान नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई है। शिमला में नॉर्मल बारिश 33.8 MM की तुलना में 56.8 MM बादल बरसे हैं, जो कि नॉर्मल से 68% ज्यादा है। सोलन जिले में भी 48.5 MM नॉर्मल रेन की अपेक्षा 58.4 MM बारिश हुई, जो सामान्य से 20% प्रतिशत ज्यादा है। प्रदेश में बाकी के 10 जिलों में नॉर्मल से कम बारिश हुई है। चंबा जिला में नॉर्मल की अपेक्षा 68 प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश में औसत 23 से 30 जून तक 34.4 MM बारिश होती है, लेकिन इस बार 23.4MM बादल बरसे है जो कि नॉर्मल से 32% कम है। आज और कल भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में अगले 6 जुलाई तक लगातार बारिश का पूर्वानुमान है। आज और कल के लिए मौसम विभाग के भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आज के लिए तीन जिलों हमीरपुर, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश की चेतावनी है, जबकि कल के लिए छह जिले ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिले को ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। वहीं 3 से 6 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 6 और 7 जुलाई को मानसून के साथ पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे अच्छी बारिश की संभावना बन रही है। सोलन और शिमला में ही अच्छी बारिश प्रदेश के सात जिलों में बीते 27 जून और अन्य पांच जिलों में 28 जून को मानसून ने दस्तक दी है। मानसून की दस्तक के बाद से अब तक केवल शिमला और सोलन ही अच्छी बारिश हुई है। ऊना के भरवाई में भी मानसून की एंट्री के बाद अच्छी बारिश हुई थी। मगर तीन दिन से मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई है। बारिश नहीं होने से तापमान में उछाल इससे तापमान में भी उछाल आ रहा है। बारिश नहीं होने से ऊना का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 1.2 डिग्री अधिक के साथ 36.2 डिग्री पहुंच गया है। शिमला का पारा सामान्य से 1.8 डिग्री अधिक के उछाल के साथ 25.7 डिग्री, कल्पा का नॉर्मल से 3.9 डिग्री के साथ 26.9 डिग्री और मनाली का अधिकतम तापमान 1.1 डिग्री ज्यादा के साथ 27.1 डिग्री हो गया है। 58 लाख की संपत्ति को नुकसान मानसून की एंट्री के बाद प्रदेश में अब तक की मानसून से 58.83 लाख रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। इस दौरान 13 लोगों की विभिन्न वजह से जान गई है, जबकि 26 लोग घायल और एक व्यक्ति लापता है। अब जानिए कब जारी होता है यलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट आईएमडी के अनुसार, 24 घंटे में 0-64 मिमी (एमएम) बारिश का पूर्वानुमान होने पर यलो अलर्ट जारी किया जाता है, जबकि 65 से 114 मिमी बारिश होने पर ऑरेंज अलर्ट और 24 घंटे में 115 मिमी से अधिक बारिश का पूर्वानुमान होने पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में मुस्लिम समुदाय आमने-सामने आया:ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन पर भड़की संजौली मस्जिद कमेटी; बालूगंज मस्जिद के इमाम के खिलाफ मांगी कार्रवाई शिमला की संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने के नगर निगम (MC) आयुक्त के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देने के ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन के दावे पर मुस्लिम समुदाय भड़क गया है। संजौली मस्जिद कमेटी ने इस मामले को तूल देने वालों और बालूगंज मस्जिद के इमाम के खिलाफ वक्फ बोर्ड से कार्रवाई की मांग की है। संजौली मस्जिद कमेटी के पूर्व प्रधान मोहम्मद लतीफ ने कहा कि वक्फ बोर्ड ने सभी मस्जिदों को सर्कुलर जारी कर साफ कहा है कि मस्जिदों में नमाज के अलावा कोई भी गतिविधि न की जाए। ऐसे में बालूगंज मस्जिद में बीते बुधवार को ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन की मीटिंग कैसे आयोजित की गई? उन्होंने कहा, बालूगंज मस्जिद के इमाम के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। बालूगंज मस्जिद की मीटिंग से उपजा विवाद दरअसल, बीते बुधवार को शिमला के बालूगंज की मस्जिद में मुस्लिम समुदाय की एक मीटिंग हुई। इसमें ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन का गठन किया गया। इस मीटिंग में MC आयुक्त के अवैध मस्जिद को गिराने के फैसले को चुनौती देने का फैसला लिया गया। इस पर संजौली मस्जिद कमेटी भड़क उठी और कुछ लोगों पर शिमला का माहौल खराब करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। MC आयुक्त ने कमेटी की सिफारिश पर तोड़ने के आदेश दिए संजौली मस्जिद कमेटी और वक्त बोर्ड ने खुद नगर निगम आयुक्त को लिखित में देकर कहा था कि यदि कोर्ट अवैध निर्माण गिराने के आदेश देता है तो वह मस्जिद के अवैध हिस्से को हटाने के लिए तैयार है। इसके आधार पर निगम आयुक्त ने अवैध हिस्से को तोड़ने के आदेश दिए। हाशमी बोले-जो अधिकृत नहीं थे, उन्होंने मस्जिद तोड़ने की बात कही वहीं ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन के प्रवक्ता लियाकत अली हाशमी ने कहा, कुछ लोगों ने 2 गुटों की आपसी लड़ाई को सांप्रदायिक रंग दिया। फिर MC आयुक्त ने हिंदू संगठनों के दबाव में संजौली मस्जिद की फाइल को खोला और संबंधित पार्टी को कोर्ट में न बुलाकर ऐसे आदमी को बुलाया, जिसने दहशत में आकर मस्जिद को गिराने की पेशकश कर डाली, ऐसी पेशकश करने वाला व्यक्ति इसके लिए अधिकृत नहीं था। उन्होंने कहा, कि आयुक्त ने यह नहीं देखा कि कौन पार्टी है। एक दो लोगों की राय के आधार पर फैसला सुनाया गया है। उन्होंने कहा, मुस्लिमों की इबादत गाह को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी जाएगी। वक्फ बोर्ड ने इमाम को जारी किया नोटिस: कुतुबुद्दीन हिमाचल वक्फ बोर्ड के स्टेट ऑफिसर कुतुबुद्दीन मान ने बताया कि बालूगंज मस्जिद में ऑर्गनाइजेशन की बैठक की सूचना उन्हें मिली है। इसे लेकर बोर्ड ने मस्जिद के इमाम को कारण बताओ नोटिस जारी किया है क्योंकि वक्फ बोर्ड ने बीते 24 सितंबर एक सर्कुलर जारी था जिसमें मस्जिद में नमाज के अलावा किसी भी अन्य गतिविधि पर रोक के आदेश दिए गए थे। क्या है संजौली मस्जिद का विवाद.. आजादी से पहले थी 2 मंजिला मस्जिद दरअसल, संजौली में आजादी से पहले 2 मंजिला मस्जिद थी। साल 2010 में यहां अवैध निर्माण शुरू किया गया। 2010 में ही नगर निगम ने अवैध निर्माण रोकने का नोटिस दिया। साल 2020 तक अवैध निर्माण रोकने के लिए 35 नोटिस दिए गए। तब तक मस्जिद दो मंजिल से 5 मंजिल बना दी गई। निगम आयुक्त कोर्ट में सुनवाई भी चलती रही और निर्माण भी जारी रहा। बीते 5 अक्टूबर को 3 मंजिल तोड़ने के MC आयुक्त ने आदेश दे दिए है। मस्जिद का नक्शा पास नहीं मामले ने कैसे पकड़ा तूल? दरअसल, बीते 31 अगस्त को शिमला के मल्याणा क्षेत्र में एक व्यक्ति के साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मारपीट की थी। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपी गिरफ्तार किए। आरोप लगा कि मारपीट करने वाले मस्जिद में जा छिपे। इसके बाद हिंदू संगठनों ने संजौली मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन किया और अवैध बताकर मस्जिद को गिराने पर अड़ गए। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और विरोध पूरे प्रदेश में होने लगा। इसी मामले में हिंदू संगठनों ने पहले 2 बार संजौली और एक बार विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। 11 सितंबर को संजौली-ढली में उग्र प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इससे हिंदू संगठन भड़क गए। इसके बाद प्रदेशभर में प्रदर्शन किए गए। व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर रोष जाहिर किया। 11 सितंबर को में मस्जिद विवाद को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था।
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हिमाचल में प्राइवेट बस दुर्घटनाग्रस्त:8 यात्री घायल; ड्राइवर-कंडक्टर समेत 12 लोग सवार थे, मनाली से पठानकोट जा रही थी, ब्यास नदी के किनारे पलटी हिमाचल प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थल मनाली में आज सुबह एक प्राइवेट बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें 8 यात्री घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में 6 का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनाली और 2 का प्राइवेट अस्पताल में चल चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। सूचना के अनुसार, न्यू प्रेम बस सर्विस ट्रांसपोर्ट की निजी बस सुबह 7 बजकर 55 मिनट पर मनाली से पठानकोट के लिए निकली। इसमें ड्राइवर कंडक्टर सहित 12 यात्री सवार थे। मनाली से कुछ दूरी पर करीब 8 बजे बस अनियंत्रित होकर बाणुपुल के पास ब्यास नदी के किनारे पर जा गिरी। इससे बड़ा हादसा टल गया। यदि बस नदी के बीचोबीच जा गिरती तो बड़ा हादसा हो सकता था। इसके बाद मौके पर चीख-पुकार मचनी शुरू हुई। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से घायलों को 108 एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर सभी का उपचार चल रहा है। पुलिस अब हादसे के कारणों का पता लगाने में जुट गई है। बस की चपेट में एक गाड़ी भी आई है, जिसे काफी नुकसान पहुंचा है। जिस जगह बस सड़क से बाहर पलटी है, वहां पर सड़क किनारे ब्रेक के निशान है। डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया कि बस हादसे की जानकारी मिली है। पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है। राहत बचाव कार्य में चल रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस हादसे के सही कारणों की जांच करने में जुट गई है। यहां देखे हादसे से जुड़ी फोटो..
धर्मशाला से पूर्व भाजपा नेता व पत्नी ने निगला जहर:राकेश चौधरी की हालत नाजुक, पत्नी की हालत में सुधार, टांडा मेडिकल कालेज में भर्ती
धर्मशाला से पूर्व भाजपा नेता व पत्नी ने निगला जहर:राकेश चौधरी की हालत नाजुक, पत्नी की हालत में सुधार, टांडा मेडिकल कालेज में भर्ती हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के धर्मशाला विधानसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके राकेश चौधरी ने कुछ जहरीला पदार्थ निगल डाला। बताया जा रहा है कि बीच बचाव करते हुए उनकी पत्नी के मुंह में जहरीला पदार्थ चला गया। चौधरी की पत्नी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है, जबकि राकेश चौधरी का हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सूचना के अनुसार, राकेश चौधरी सोमवार आधी रात शादी समारोह से घर लौटें थे। पुलिस अब इस बात की जांच में जुट गई है कि आखिर राकेश चौधरी ने कदम क्यों उठाया। बताया जा रहा है कि पुलिस को सुबह के वक्त इसकी जानकारी मिली। सुबह के वक्त ही राकेश चौधरी और उनकी पत्नी को टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया। जहर खाने के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है। बता दें कि राकेश चौधरी धर्मशाला विधानसभा सीट से दो बार निर्दलीय और एक बार भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि तीनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। पुलिस को सुबह के वक्त मिली सूचना:SP कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि पुलिस को सुबह के वक्त सूचना मिली है। लग रहा है कि दोनों ने क्या जहरीला निगला है, लेकिन पुख्ता तौर पर रिपोर्ट आने के बाद कहा जा सकेगा।