हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार पर आज और कल शिमला में मंथन होगा। कांग्रेस हाईकमान द्वारा गठित दो सदसीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी शिमला पहुंच गई हैं। सीनियर कांग्रेस लीडर पीएल पुनिया और रजनी पाटिल आज हिमाचल सीएम सुखविंदर सुक्खू, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री सहित दो संसदीय क्षेत्र के पार्टी प्रत्याशी, विधायक, 2022 में विधानसभा चुनाव हारे प्रत्याशी, जिला व ब्लाक अध्यक्ष से वन-टू-वन मुलाकात करेंगी। मंडी सीट से प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह और हमीरपुर से सत्तपाल रायजादा भी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के समक्ष अपनी हार के कारणों की वजह बताएंगे। फैक्ट फाइडिंग कमेटी ने आज मंडी-हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के लोकसभा प्रत्याशी, विधायक, जिला व ब्लाक अध्यक्ष शिमला बुला रखे हैं। अगले कल पहले हॉफ में कांगड़ा और लंच के बाद शिमला जिला के नेता राजीव भवन शिमला बुलाए गए हैं। इस दौरान कमेटी पार्टी नेताओं से हार के कारण पूछेगी और इसकी रिपोर्ट अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपेगी। इसलिए सत्तारूढ़ कांग्रेस से थी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद दरअसल, प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस चारों सीटों पर लोकसभा चुनाव हारी है,जबकि कांग्रेस हाईकमान और इंडी गठबंधन को हिमाचल में सत्तारूढ़ कांग्रेस से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। मगर कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई। नतीजा यह हुआ की छह बार के सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे एवं लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह जैसे दिग्गज भी लोकसभा चुनाव हार गए। आनंद शर्मा भी चुनाव हारे पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा की भी इन चुनाव में हार हुई है। यही नहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू सहित उनके आठ मंत्री अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी प्रत्याशी को लीड नहीं दिला सके। इससे कांग्रेस का हिमाचल में लगातार तीसरी बार क्लीन स्वीप हुआ है। हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार पर आज और कल शिमला में मंथन होगा। कांग्रेस हाईकमान द्वारा गठित दो सदसीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी शिमला पहुंच गई हैं। सीनियर कांग्रेस लीडर पीएल पुनिया और रजनी पाटिल आज हिमाचल सीएम सुखविंदर सुक्खू, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री सहित दो संसदीय क्षेत्र के पार्टी प्रत्याशी, विधायक, 2022 में विधानसभा चुनाव हारे प्रत्याशी, जिला व ब्लाक अध्यक्ष से वन-टू-वन मुलाकात करेंगी। मंडी सीट से प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह और हमीरपुर से सत्तपाल रायजादा भी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के समक्ष अपनी हार के कारणों की वजह बताएंगे। फैक्ट फाइडिंग कमेटी ने आज मंडी-हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के लोकसभा प्रत्याशी, विधायक, जिला व ब्लाक अध्यक्ष शिमला बुला रखे हैं। अगले कल पहले हॉफ में कांगड़ा और लंच के बाद शिमला जिला के नेता राजीव भवन शिमला बुलाए गए हैं। इस दौरान कमेटी पार्टी नेताओं से हार के कारण पूछेगी और इसकी रिपोर्ट अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपेगी। इसलिए सत्तारूढ़ कांग्रेस से थी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद दरअसल, प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस चारों सीटों पर लोकसभा चुनाव हारी है,जबकि कांग्रेस हाईकमान और इंडी गठबंधन को हिमाचल में सत्तारूढ़ कांग्रेस से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। मगर कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई। नतीजा यह हुआ की छह बार के सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे एवं लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह जैसे दिग्गज भी लोकसभा चुनाव हार गए। आनंद शर्मा भी चुनाव हारे पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा की भी इन चुनाव में हार हुई है। यही नहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू सहित उनके आठ मंत्री अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी प्रत्याशी को लीड नहीं दिला सके। इससे कांग्रेस का हिमाचल में लगातार तीसरी बार क्लीन स्वीप हुआ है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
शिमला में बागवान को बगीचा ठेके पर देना पड़ा महंगा:बिना पैसे दिए ठेकेदार फरार; फसल बेचने के बाद पूरी रकम देने का वादा था
शिमला में बागवान को बगीचा ठेके पर देना पड़ा महंगा:बिना पैसे दिए ठेकेदार फरार; फसल बेचने के बाद पूरी रकम देने का वादा था शिमला जिले के रोहडू क्षेत्र में बागवान को अपना बगीचा ठेके पर देना महंगा पड़ गया है। ठेकेदार बगीचे की फसल को बेचकर बागवान को पैसे दिए बगैर ही फरार हो गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना रोहड़ू में दी शिकायत में छत्तर सिंह ठाकुर ने बताया है कि गौरव कुमार नामक व्यक्ति को सेब का बगीचा 11 लाख रुपए में ठेके दिया। आरोपी ने फसल बेचने के बाद पूरी रकम देने का वादा किया। 100 पेटियां सीजन खत्म होने के बाद उन्हें देने की बात कही। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया है। 6,6 लाख में बेच दिए बगीचे के दो स्लॉट बागवान का आरोप है कि ठेकेदार ने बगीचे से लगभग 6,6 लाख के दो स्लॉट बेच दिए हैं। लेकिन बावजूद उसके उन्हें उसने एक भी रुपया नहीं दिया है और उनकी सेब पेटियां बिना वापस किए भाग गया है।
CISF कॉन्स्टेबल के हक में उतरी बुजुर्ग महिला किसान:बोली- वह बहादुर बच्ची, मैं जेल जाने को तैयार, कंगना रनोट ने इन्हीं पर दिया था विवादित बयान
CISF कॉन्स्टेबल के हक में उतरी बुजुर्ग महिला किसान:बोली- वह बहादुर बच्ची, मैं जेल जाने को तैयार, कंगना रनोट ने इन्हीं पर दिया था विवादित बयान बॉलीवुड अभिनेत्री सांसद कंगना रनोट को यानी गुरुवार को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मार दिया। महिला कर्मचारी ने थप्पड़ मारने का कारण भी बताया। उसने बताया कि कंगना ने महिला किसानों को 100-100 रुपए लेकर धरने पर बैठने वाली कहा था। उस वक्त मेरी मां वहां बैठी थी। हालांकि जिस महिला किसान मोहिंदर कौर की फोटो को लेकर कंगना ने ये बातें कहीं थी, वह अब मीडिया के सामने आई है। कंगना के थप्पड़कांड पर मोहिंदर कौर ने न केवल कुलविंदर का समर्थन किया, बल्कि ये भी कहा कि वे CISF कॉन्स्टेबल के लिए जेल जाने को भी तैयार है। यही नहीं, बुजुर्ग महिला किसान ने CISF कॉन्स्टेबल को बहादुर बेटी भी बताया। किसान मोहिंदर कौर की कही अहम बातें… 1. किसानों के लिए कानून मरने जैसा था
किसान महिंदर कौर ने कहा- सरकार किसानों की जायदाद खोना चाहती थी। किसान भूखे-प्यासे धरने पर जाते थे। न उन्हें दिन अच्छा लगता था न रात। बारिश-धूप सब कुछ सहा। किसान बहुत परेशान हुए। साल दिल्ली बैठे रहे। किसानों से खेत छीन लेते तो उनके पास क्या रह जाता?। यह तो मरने जैसा था। 2. केस किया तो कंगना बोली- मैं बहुत तगड़ी हूं
कंगना ने कहा कि 100 रुपए लेकर 80-80 साल की बुजुर्ग औरतें आ जाती हैं। मैंने केस किया था। कंगना कहती है कि वह बहुत तगड़ी है। अदालतों के काम लंबे होते हैं। वह भी सिरे चढ़ जाएगा। 3. थप्पड़ मारने वाली बहादुर बेटी
मोहिंदर कौर ने कहा- कंगना रनोट को थप्पड़ मारने वाली तो बहादुर बेटी है। उसे कोई तकलीफ नहीं आएगी। जिस मां ने ऐसी बेटी को जन्म दिया, बिल्कुल शेर बच्ची है। उसने सबक सिखाया कि अच्छा बोले। सांसद बन गई, अभी भी बोलना नहीं आता। वह कंगना को बोलना सिखा रही थी। 4. किसान तो मेहनत करता है, आतंकवादी कैसे?
मोहिंदर कौर ने कहा- कंगना अभी भी किसानों को आतंकवादी कह रही है। किसान तो खेतीबाड़ी करते हैं। किसान तो दिन-रात मेहनत करता है। किसानों को कुलविंदर का साथ देना चाहिए। जरूरत पड़ी तो उससे पहले जेल जाना चाहिए। मैं भी कुलविंदर कौर के लिए जेल जाने को तैयार हूं। पढ़िए, कंगना को वह बयान, जिसकी वजह से थप्पड़कांड हुआ
कंगना ने 27 नवंबर 2020 को रात 10 बजे फोटो को पोस्ट किया और लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई महिला वही मशहूर बिलकिस दादी है, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी। जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध है। हालांकि, बाद में कंगना ने पोस्ट डिलीट कर दिया था, लेकिन कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पोस्ट को खूब शेयर किया था। कंगना का वह पोस्ट, जिसमें महिला को 100 रुपए लेकर धरने पर बैठने वाली लिखा था जिस महिला पर कंगना ने कमेंट किया था, वे बठिंडा के गांव बहादुरगढ़ जंडिया की रहने वाली मोहिंदर कौर थी। उन्होंने इस मामले के बाद बठिंडा कोर्ट में कंगना के खिलाफ मानहानि का दावा कर दिया। 4 जनवरी 2021 को कोर्ट में केस दायर किया था। इसकी करीब 13 महीने सुनवाई चली और इसके बाद कंगना को इस मामले में समन भी किया गया था। याचिका में मानसिक परेशान करने के लगे थे आरोप
कंगना रनोट ने किसान आंदोलन में शामिल बुजुर्ग महिला किसान मोहिंदर कौर को बिलकिस बानो समझ लिया था, जो शाहीन बाग में एंटी CAA प्रोटेस्ट का चेहरा रहीं। मोहिंदर कौर ने कहा कि कंगना ने उनकी तुलना किसी दूसरी महिला से की। कंगना के ट्वीट से उन्हें मानसिक परेशानी हुई। परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों, पड़ोसियों, ग्रामीणों और आम लोगों के बीच उनकी छवि को ठेस पहुंची। कीरतपुर साहिब में हुआ था कंगना का विरोध
इससे 3 साल पहले कंगना रनोट को किसानों ने कीरतपुर साहिब में भी घेर लिया था। कंगना हिमाचल में अपने घर से मुंबई के लिए रवाना हुई थी। जब कंगना का काफिला चंडीगढ़-ऊना हाइवे पर पहुंचा तो वहां पहले से किसान जमा थे। उन्होंने पुलिस से पूछा और पता चला कि गाड़ी में कंगना रनोट भी बैठी हुई है। इसके बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कंगना की गाड़ी घेर ली। यह घेराव चंडीगढ़-ऊना नेशनल हाइवे पर कीरतपुर साहिब में किया गया था। जिसके बाद वहां कंगना गाड़ी से बाहर निकली और माफी मांगी। किसान फिर मोरिंडा टोल प्लाजा पर जमा हुए तो पुलिस ने उन्हें गांवों के रास्ते निकालकर चंडीगढ़ पहुंचाया था। कंगना ने कहा था- मेरी मॉब लिंचिंग हो रही
कंगना रनोट ने वीडियो जारी कर कहा था कि खुद को किसान कहने वालों ने मुझे घेर लिया है। मुझे गाली दे रहे हैं। सिक्योरिटी होने के बाद भी मेरे साथ यह सब हो रहा है। पुलिस होने के बावजूद मुझे रोका गया है। उन्होंने कहा कि भरोसा नहीं हो रहा कि मुझे यहां से नहीं निकलने दिया जा रहा। मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है। मैं कोई नेता नहीं हूं और न ही कोई पार्टी चलाती हूं। ये भी पढ़ें… कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF कांस्टेबल गिरफ्तार:किसान नेताओं की मांग- एक्ट्रेस का डोप टेस्ट हो; महिला आयोग बोला- जिम्मेदार ही उल्लंघन कर रहे कौन है कुलविंदर कौर, जिसने कंगना रनोट को थप्पड़ मारा:कपूरथला की रहने वाली, जम्मू में शादी हुई, 2 छोटे बच्चे, पति भी CISF में
हिमाचल में श्री मणिमहेश हवाई यात्रा 22 से शुरू:इस साल 605 रुपए कम लगेगा किराया; इस तरह बुक करें टिकट
हिमाचल में श्री मणिमहेश हवाई यात्रा 22 से शुरू:इस साल 605 रुपए कम लगेगा किराया; इस तरह बुक करें टिकट चंबा में पवित्र मणिमहेश यात्रा के लिए भरमौर से गौरीकुंड के बीच 22 अगस्त से हवाई सेवा शुरू होगी। जो 11 सितंबर तक चलेगी। इस दौरान मणिमहेश हेली टैक्सी सर्विस भरमौर से गौरीकुंड के बीच दो कंपनियों द्वारा मुहैया करवाएंगी। इस बार भरमौर उपमंडल प्रशासन इस सेवा के लिए जो निविदा प्रक्रिया आमंत्रित की गई थी। उसमें दो कंपनियां ने भाग लिया। न्यूनतम बोली और नेगोशिएशन के बाद 3895 रुपए प्रति सवारी किराया तय हुआ है। इस साल 605 रुपए कम लगेगा किराया श्री मणिमहेश यात्रा ट्रस्ट के सदस्य सचिव और एडीएम भरमौर कुलबीर राणा ने बताया कि इस बार की मणिमहेश यात्रा के दौरान भरमौरी-गौरीकुंड के बीच एक तरफा किराया प्रति यात्री 3895 रुपए तय किया गया है। यह किराया दर विगत वर्ष के मुकाबले 605 रुपए कम है। यानी अबकी बार मणिमहेश यात्रियों को कम किराया में हवाई सेवा मुहैया होने जा रही है। अगर कोई व्यक्ति चंबा से गौरीकुंड के बीच सीधी हवाई सेवा पाना चाहता है तो उसके लिए 25 हजार रुपए प्रति सवारी किराया निर्धारित किया गया है। 75 प्रतिशत ऑनलाइन, 25 प्रतिशत ऑफलाइन बुकिंग मणिमहेश हेली टैक्सी सेवा का 75 प्रतिशत ऑनलाइन तो 25 प्रतिशत ऑफ लाइन डेली कोटा बुकिंग का निर्धारित किया गया है। दोनों हेली टैक्सी सर्विस मुहैया करवाने वाली कंपनियों की सहमति के साथ यह व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने बताया कि अबकी बार श्री मणिमहेश यात्रा ट्रस्ट ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट से ऑनलाइन बुकिंग का निर्णय लिया है। यात्रियों की सुविधा को मद्देनजर रखते हुए यह फैसला लिया गया। इस तरह करें आवेदन मणिमहेश यात्रा के लिए भरमौर से गौरीकुंड या फिर चंबा से गौरीकुंड तक हवाई सेवा पाने के इच्छुक यात्री इस सेवा का लाभ पाने के इच्छुक श्रद्धालु ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर बुकिंग करा सकते है। प्रशासन का मानना है कि अब की बार मणिमहेश स्नान गर्म नहौण( स्नान ) के रूप में बताया जा रहा है, तो ऐसे में श्रद्धालुओं की अधिक संख्या में आने की उम्मीद है। साथ ही हेलिकॉप्टर किराया में कमी होने की वजह से भी ज्यादा से ज्यादा लोग मणिमहेश हेली टैक्सी सेवा पाना चाहेंगे।