शिमला जिला के रामपुर के ननखड़ी में शुक्रवार शाम के वक्त एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इससे 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 अन्य घायल हुआ। दोनों मृतकों का स्थानीय अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। सूचना के अनुसार, शुक्रवार देर शाम को एचपी-06-बी-5061 नंबर गाड़ी शोली से गडासू की और जा रही थी। गडासू जीरो प्वाइंट के पास गाड़ी अनियंत्रित हो गई और सड़क से लगभग 200 फीट गहरी काई में लुढ़की। इस दुर्घटना में भजन लाल पुत्र शेर सिंह निवासी गांव नोटी शोली तहसील ननखड़ी और देवराज पुत्र कमला नंद गांव व डाकघर धनावली ननखड़ी की मौत हो गई है, जबकि प्रदीप पुत्र राधा सिंह गांव नोटी ननखड़ी, लोकेश पुत्र प्रताप ग्राम नोटी ननखड़ी और कपिल पुत्र कृष्ण लाल निवासी गांव नोटी ननखरी घायल हुए है। घायलों का बेलू अस्पताल में उपचार चल रहा है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी नरेश शर्मा ने बताया कि दोनों मृतकों के शवों का आज पोस्टमार्टम करवाया जाएगा और इसके बाद परिजनों को सौंपे जाएंगे। शिमला जिला के रामपुर के ननखड़ी में शुक्रवार शाम के वक्त एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इससे 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 अन्य घायल हुआ। दोनों मृतकों का स्थानीय अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। सूचना के अनुसार, शुक्रवार देर शाम को एचपी-06-बी-5061 नंबर गाड़ी शोली से गडासू की और जा रही थी। गडासू जीरो प्वाइंट के पास गाड़ी अनियंत्रित हो गई और सड़क से लगभग 200 फीट गहरी काई में लुढ़की। इस दुर्घटना में भजन लाल पुत्र शेर सिंह निवासी गांव नोटी शोली तहसील ननखड़ी और देवराज पुत्र कमला नंद गांव व डाकघर धनावली ननखड़ी की मौत हो गई है, जबकि प्रदीप पुत्र राधा सिंह गांव नोटी ननखड़ी, लोकेश पुत्र प्रताप ग्राम नोटी ननखड़ी और कपिल पुत्र कृष्ण लाल निवासी गांव नोटी ननखरी घायल हुए है। घायलों का बेलू अस्पताल में उपचार चल रहा है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी नरेश शर्मा ने बताया कि दोनों मृतकों के शवों का आज पोस्टमार्टम करवाया जाएगा और इसके बाद परिजनों को सौंपे जाएंगे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में खड्ड के बीचोबीच फंसी विधायक की गाड़ी:पानी में पैदल चलकर पारा करना पड़ा नाला, सोशल मीडिया में वायरल हो रहा VIDEO
हिमाचल में खड्ड के बीचोबीच फंसी विधायक की गाड़ी:पानी में पैदल चलकर पारा करना पड़ा नाला, सोशल मीडिया में वायरल हो रहा VIDEO हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के पांवटा साहिब के विधायक एवं पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो है। इसमें सुखराम चौधरी की गाड़ी पानी से लबालब खड्ड में फंस जाती है। चौधरी को मजबूरन पानी में उतरना पड़ता है। इसके बाद सुखराम चौधरी पैदल चल कर नाला पार करते हैं। सूचना के अनुसार, यह वीडियो बीते शुक्रवार का बताया जा रहा है। सुखराम चौधरी गाड़ी से जम्बू खड्ड से पांवटा साहिब की ओर आ रहे थे। नाले में पानी ज्यादा होने की वजह से गाड़ी फंस गई। इसके बाद विधायक को खड्ड पैदल चल कर पार करनी पड़ी। इस पर लोग सोशल मीडिया में तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि अब देखना 15 दिन में यहां पुली बनेगी। कुछ लोग सिस्टम पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। क्षेत्र के लोग लंबे समय से जम्बू खड्ड पर पुलिया बनाने की मांग करते आ रहे है। जिला में बारिश से बरसाती नाले भी उफान पर बता दें कि बीते दो दिनों के दौरान सिरमौर जिला के अधिकांश इलाकों में बारिश हुई है। इससे बरसाती नालों में भी काफी मात्रा में पानी आ गया था। जम्बू खड्ड में दलदल की वजह से सुखराम चौधरी की गाड़ी इसमें फंस गई। बताया जा रहा है कि यहां लंबे समय से पुलिया निर्माण को लेकर मांग उठती रही है। बरसात के दिनों में खड्ड में पानी अधिक होने के चलते लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विधायक ने दी तीखी प्रतिक्रया सड़क की ऐसी दुर्दशा पर बीजेपी विधायक और पूर्व ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामियों का ये एक जीता जागता उदाहरण सामने है। विधायक प्राथमिकता में नाबार्ड से स्वीकृत करवाई गई 8 करोड़ की लागत से बनने वाली बद्रीपुर-पुरुवाला-संतोखगढ़ सड़क की हालत सबके सामने हैं। उन्होंने कहा, 1 साल से सड़क का कार्य आरम्भ हो रखा हैं। मगर पूरा नहीं किया जा रहा। यह पुल बन गया होता तो लोगों को परेशानी न झेलनी पड़ती।
हिमाचल से नॉर्मल डेट पर विदा नहीं हुआ मानसून:अभी डेढ़ सप्ताह तक कोई संकेत नहीं; कल से 72 घंटे बारिश का अलर्ट
हिमाचल से नॉर्मल डेट पर विदा नहीं हुआ मानसून:अभी डेढ़ सप्ताह तक कोई संकेत नहीं; कल से 72 घंटे बारिश का अलर्ट हिमाचल से इस बार मानसून नॉर्मल डेट पर विड्रा नहीं हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश से मानसून विदा होने की नॉर्मल डेट 24 सितंबर है। मगर अभी तक इसके अलविदा कहने के कोई संकेत नहीं है। जाहिर है कि अगले कुछ दिनों में मानसून की बारिश हिमाचल को और भिगोएगी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि मानसून कब डिपार्चर होगा, अभी कुछ कहा नहीं जा सकता, क्योंकि अभी राजस्थान के कुछ भागों से मानसून विड्रा होना शुरू हुआ है। इस वजह से हिमाचल में अभी मानसून विदा लेने में वक्त लेगा। अगले 3 दिन बारिश: कुलदीप कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि कल से अगले 72 घंटे तक बारिश का अलर्ट है। 25, 26 और 27 सितंबर के बाद मौसम फिर साफ होगा। अक्टूबर के पहले सप्ताह में फिर से बारिश के आसार है। इससे मानसून जल्दी-जल्दी विदा लेने वाला नहीं है। 11 अक्टूबर 2019 को सबसे देरी से विदा हुआ मौसम विभाग के पास 1977 से आज तक के उपलब्ध डाटा के अनुसार, 11 अक्टूबर 2019 को सबसे देरी से मानसून विड्रा हुआ है। बीते साल भी तबाही की बारिश के बाद मानसून 6 अक्टूबर को विदा हुआ। इस बार भी 6 अक्टूबर तक मानसून विड्रा होने के संकेत नहीं है। मानसून लंबा, पर बारिश सामान्य से कम प्रदेश में बीते 4 दिन से अच्छी धूप खिल रही है। इससे तापमान में भी उछाल आया है। ज्यादातर शहरों का पारा सामान्य से 3 से 6 डिग्री अधिक चल रहा है। मैदानी इलाकों में इससे गर्मी पढ़ रही है, जबकि शिमला, मनाली, नारकंडा, डलहौजी इत्यादि पर्यटन स्थलों पर मौसम सुहावना हो गया है। बेशक, 2024 में मानसून स्पेल लंबा पर चल रहा है। मगर बारिश सामान्य से काफी कम हुई है। मानसून सीजन में सामान्य से 20% कम बारिश प्रदेश में इस मानसून सीजन में सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक जून से 23 सितंबर के बीच 717.6 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार 573.7 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। प्रदेश में शिमला इकलौता ऐसा जिला है, जहां सामान्य से 16 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे है। वहीं बिलासपुर में सामान्य बारिश हुई है, जबकि 10 अन्य जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। बीते सप्ताह सामान्य से 68% कम बादल बरसे प्रदेश में बीते एक सप्ताह से कई जिलों में सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है। प्रदेश में 16 से 23 सितंबर तक नॉर्मल बारिश 8.1 मिलीमीटर होती है, लेकिन इस बार 25.5 मिलीमीटर बादल बरसे है। यानी सामान्य से 68 फीसदी कम बारिश हुई है। इस अवधि में ऊना में 99 प्रतिशत, बिलासपुर में 95 प्रतिशत और कांगड़ा में सामान्य से 94 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं।
हिमाचल का जवान जम्मू-कश्मीर के शहीद:आज पैतृक गांव लाई जा रही पार्थिव देह; मां पत्नी और बेटा-बेटी को पीछे छोड़ गए राकेश कुमार
हिमाचल का जवान जम्मू-कश्मीर के शहीद:आज पैतृक गांव लाई जा रही पार्थिव देह; मां पत्नी और बेटा-बेटी को पीछे छोड़ गए राकेश कुमार जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में रविवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के सेना में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी राकेश कुमार (42) शहीद हो गए। इस एनकाउंटर में 3 अन्य कमांडो भी घायल हुए हैं। सूचना के अनुसार, शहीद राकेश की पार्थिव देह आज उनके पैतृक गांव लाई जा रही है, जहां पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार होगा। राकेश कुमार अपने पीछे अपनी माता भाति देवी, पत्नी भानु प्रिया और दो बच्चों में यशस्वी (14) तथा प्रणव (9) को छोड़ गए हैं। राकेश कुमार मंडी के नाचन विधानसभा क्षेत्र के बरनोग गांव के निवासी थे। 23 सालों से सेना में दे रहे थे सेवाएं भारतीय सेना में 23 सालों से सेवाएं दे रहे राकेश कुमार अभी नायब सूबेदार के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। राकेश की शहादत के बाद पूरे हिमाचल में शोक की लहर है। सीएम और पूर्व सीएम ने जताया दुख मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्कू ने आतंकवादियों से मुठभेड़ में राकेश कुमार की शहादत पर शोक प्रकट किया और शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राकेश कुमार की शहादत को हमेशा याद किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी जवान की शहादत पर दुख जताया। उन्होंने कहा, देश उनके बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। किश्तवाड़ से कुछ दूरी पर मुठभेड़ बता दें कि किश्तवाड़ में एनकाउंटर तब शुरू हुआ जब सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त तलाशी दलों ने किश्तवाड़ के कुंतवाड़ा और केशवान के सुदूर जंगल में 2 आतंकवादियों को रोका। यह स्थान उस जगह से कुछ किलोमीटर दूर बताया जा रहा है जहां विलेज डिफेंस ग्रुप (वीडीजी) के 2 सदस्यों नजीर अहमद और कुलदीप कुमार के गोलियों से छलनी शव मिले थे।