हिमाचल के मंडी जिले की भौर पंचायत के हलेल गांव में सोमवार रात को अज्ञात लोगों ने एक गौशाला में घुसकर गाय मार डाला। आरोपियों ने गाय का मुंह बोरी से दबाया, ताकि वह आवाज न कर सके। मंगलवार सुबह जब मालिक रामकृष्ण का बेटा तरुण कुमार गौशाला पहुंचा, तो उसने गाय को फर्श पर मृत पाया। गाय के मुंह से झाग निकल रही थी। बताया जा रहा है कि गाय के पिछले पैर रस्सी से बांधे हुए थे और फिर लकड़ी के पिलर से बांधकर उसका गला घोंट दिया। गाय के शरीर पर गंभीर चोट के निशान मिले हैं। घटना की सूचना मिलते ही धनोटू पुलिस थाने की टीम मौके पर पहुंची और गौशाला को सील कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए SP मंडी और DSP भी मौके पर पहुंचे। दोपहर में मंडी से फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंची। पशु चिकित्सकों ने किया पोस्टमार्टम पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. कैलाश महाजन के नेतृत्व में 3 पशु चिकित्सकों की टीम ने गाय का पोस्टमार्टम किया। जांच में लिए गए सैंपल लैब के लिए भेजे गए। क्षेत्र के लोगों में इस घटना को लेकर गहरा रोष है। स्थानीय लोगों ने पुलिस से आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। विश्व हिंदू परिषद ने दी प्रदर्शन की चेतावनी भौर पंचायत के हलेल गांव में गौवंश की गला घोट कर हत्या मामले में विश्व हिंदू परिषद मुखर हो गया है। परिषद के संगठनात्मक जिला सुंदरनगर के जिला महासचिव कैप्टन महेंद्र सिंह राणा ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने पुलिस प्रशासन को चेताया है कि गोवंश का अपमान व हत्या करने वालों की अगर जल्द धरपकड़ न की गई तो विश्व हिंदू परिषद सड़क पर उतर कर उग्र प्रदर्शन करेगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चलेगा मौत के कारणों का पता: SP SP मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम भी मौका पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि मामले में रिपोर्टस आने के बाद मौत के असली कारणों का खुलासा किया जाएगा। हिमाचल के मंडी जिले की भौर पंचायत के हलेल गांव में सोमवार रात को अज्ञात लोगों ने एक गौशाला में घुसकर गाय मार डाला। आरोपियों ने गाय का मुंह बोरी से दबाया, ताकि वह आवाज न कर सके। मंगलवार सुबह जब मालिक रामकृष्ण का बेटा तरुण कुमार गौशाला पहुंचा, तो उसने गाय को फर्श पर मृत पाया। गाय के मुंह से झाग निकल रही थी। बताया जा रहा है कि गाय के पिछले पैर रस्सी से बांधे हुए थे और फिर लकड़ी के पिलर से बांधकर उसका गला घोंट दिया। गाय के शरीर पर गंभीर चोट के निशान मिले हैं। घटना की सूचना मिलते ही धनोटू पुलिस थाने की टीम मौके पर पहुंची और गौशाला को सील कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए SP मंडी और DSP भी मौके पर पहुंचे। दोपहर में मंडी से फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंची। पशु चिकित्सकों ने किया पोस्टमार्टम पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. कैलाश महाजन के नेतृत्व में 3 पशु चिकित्सकों की टीम ने गाय का पोस्टमार्टम किया। जांच में लिए गए सैंपल लैब के लिए भेजे गए। क्षेत्र के लोगों में इस घटना को लेकर गहरा रोष है। स्थानीय लोगों ने पुलिस से आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। विश्व हिंदू परिषद ने दी प्रदर्शन की चेतावनी भौर पंचायत के हलेल गांव में गौवंश की गला घोट कर हत्या मामले में विश्व हिंदू परिषद मुखर हो गया है। परिषद के संगठनात्मक जिला सुंदरनगर के जिला महासचिव कैप्टन महेंद्र सिंह राणा ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने पुलिस प्रशासन को चेताया है कि गोवंश का अपमान व हत्या करने वालों की अगर जल्द धरपकड़ न की गई तो विश्व हिंदू परिषद सड़क पर उतर कर उग्र प्रदर्शन करेगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चलेगा मौत के कारणों का पता: SP SP मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम भी मौका पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि मामले में रिपोर्टस आने के बाद मौत के असली कारणों का खुलासा किया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में आज रात से एक्टिव होगा वेस्टर्न-डिस्टरबेंस:ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और निचले में बारिश; 4 फरवरी को अलर्ट, तापमान में बढ़ोतरी
हिमाचल में आज रात से एक्टिव होगा वेस्टर्न-डिस्टरबेंस:ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और निचले में बारिश; 4 फरवरी को अलर्ट, तापमान में बढ़ोतरी हिमाचल प्रदेश में अगले 6 दिन तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान ऊंचे क्षेत्रों में हल्का हिमपात और निचले इलाकों में बारिश हो सकती है। खासकर 4 फरवरी को अच्छी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। इससे पहले आज रात से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) ज्यादा एक्टिव होगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की माने तो 31 जनवरी और 1 फरवरी को दो दिन तक प्रदेश के ज्यादातर भागों में हल्की बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है। प्रदेश के ज्यादातर भागों में 2 फरवरी को मौसम साफ हो जाएगा। 3 फरवरी से अगले दो दिन तक फिर से बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। बर्फबारी से पहले तापमान में आया उछाल बारिश और बर्फबारी से पहले तापमान में हल्का उछाल आया है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.1 डिग्री अधिक हो गया है। मनाली के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 5.9 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया है। इसी तरह कल्पा का न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 4.7 डिग्री अधिक हो गया है। जनवरी में सामान्य से 81 प्रतिशत कम बादल बरसे फिलहाल जनवरी में नाम मात्र बारिश व बर्फबारी हुई है। इससे स्थानीय जनता समेत टूरिस्ट भी मायूस हैं। बर्फ नहीं गिरने से पहाड़ों पर टूरिस्ट नहीं पहुंच रहे। इससे पर्यटन कारोबारी परेशान हैं। किसानों-बागवानों की फसलों पर भी सूखे का असर नजर आने लगा है। प्रदेश में जनवरी में 79.1 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है। मगर इस बार 14.7 मिलीमीटर ही बादल बरसे हैं, जो कि सामान्य से 81 प्रतिशत कम है। शिमला समेत ज्यादातर क्षेत्रों में आज सुबह से बादल छाए शिमला की बात करें तो आज सुबह से ही हल्के बादल जरूर छाए हुए हैं। प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज हल्की बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। खासकर आज रात के बाद अगले 48 घंटे तक ऊंचे क्षेत्रों में बारिश बर्फबारी हो सकती है।
मनाली विंटर कार्निवल का CM सुक्खू आज करेंगे शुभारंभ:विंटर-क्वीन, वॉयस ऑफ कार्निवल चुना जाएगा; देशभर के टूरिस्ट लेंगे भाग, स्कीइंग चैम्पियनशिप भी होगी
मनाली विंटर कार्निवल का CM सुक्खू आज करेंगे शुभारंभ:विंटर-क्वीन, वॉयस ऑफ कार्निवल चुना जाएगा; देशभर के टूरिस्ट लेंगे भाग, स्कीइंग चैम्पियनशिप भी होगी हिमाचल के मशहूर पर्यटन स्थल मनाली में आज से विंटर कार्निवल शुरू होगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू इसका शुभारंभ करेंगे। इससे पहले सीएम सुक्खू माता हिडिंबा मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे। इसी के साथ पांच दिन चलने वाला विंटर कार्निवल शुरू होगा। इस अवसर पर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी मौजूद रहेंगे। मॉल रोड पर आज सांस्कृतिक झांकियां निकाली जाएंगी। इनमें देशभर के सांस्कृतिक दल और मनाली विधानसभा के महिला मंडल अपना हुनर दिखाएंगे। कार्निवल के लिए मनाली के माल रोड को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। कार्निवल में विंटर क्वीन और वायस ऑफ कार्निवल प्रतियोगिता आकर्षण का केंद्र रहेंगी। सांस्कृतिक संध्या में लोक कलाकारों के साथ साथ कई स्टार कलाकार धमाल मचाएंगे। कई साल शीतकालीन खेलें विंटर कार्निवल में इस साल शीतकालीन खेलों का भी आयोजन किया जा रहा है। सोलंगनाला की स्की ढलान पर 22 से 24 जनवरी तक विभिन्न वर्ग की स्कीइंग और स्नो बोर्ड प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। इससे देशभर से मनाली पहुंच रहे टूरिस्ट का भरपूर मनोरंजन होगा। पूर्व संध्या में डीजे की धुन पर नाचे पर्यटक विंटर कार्निवल की पूर्व संध्या पर भी डीजी के धुनों पर पर्यटकों ने डांस किया। स्टार नाइट में दीपक जंदेवा ने पर्यटकों को खूब नचाया। स्थानीय विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने कहा कि प्रदेश सरकार आधुनिक हिमाचल के निर्माण की दिशा में नई सोच के साथ कार्य कर रही है। कार्निवल कमेटी ने पर्यटकों का स्वागत करते हुए उन्हें इस राष्ट्रीय स्तर के उत्सव में सक्रिय भागीदारी के लिए आमंत्रित किया है। टूरिज्म के लिए ऐसे आयोजन जरूरी: अनूप मनाली के होटेलियर अनूप ठाकुर ने बताया कि इस तरह के आयोजन टूरिज्म के लिए जरूरी है। पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ साथ इससे टूरिस्ट का भी मनोरंजन होता है।
हिमाचल विधानसभा में पहली बार पति-पत्नी साथ में:CM के बाद पत्नी भी MLA बनीं; कांग्रेस ने 40 सीटें पूरी कीं, BJP को गुटबाजी ले डूबी
हिमाचल विधानसभा में पहली बार पति-पत्नी साथ में:CM के बाद पत्नी भी MLA बनीं; कांग्रेस ने 40 सीटें पूरी कीं, BJP को गुटबाजी ले डूबी हिमाचल विधानसभा के इतिहास में पहली बार CM और उनकी पत्नी सदन में बैठेंगी। यह स्थिति उपचुनाव के बाद आई है। जिसमें देहरा सीट से CM सुखविंदर सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर उपचुनाव जीती हैं। इससे पहले कभी पति-पत्नी एक साथ चुनाव नहीं जीते। यहां तक कि मुख्यमंत्री की पत्नी के भी उनके कार्यकाल में चुनाव जीतने का यह पहला मामला है। हिमाचल में सुखविंदर सुक्खू से पहले डॉ. यशवंत सिंह परमार, रामलाल ठाकुर, वीरभद्र सिंह, शांता कुमार, प्रेम कुमार धूमल और जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मगर इनमे से किसी की भी पत्नी विधायक नहीं चुनी गई। हालांकि वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह तीन बार सांसद चुनी जा चुकी है, लेकिन वे विधायक कभी नहीं रही। हालांकि पिता-पुत्र के तौर वीरभद्र सिंह और विक्रमादित्य साल 2017 में जरूर विधानसभा में पहुंचे थे। प्रेम कुमार धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर भी पांच बार सांसद जरूर चुने जा चुके है, लेकिन वह भी विधायक नहीं बने। 3 उपचुनाव में कांग्रेस-भाजपा की हार-जीत क्यों? देहरा: CM की पत्नी का असर रहा, BJP को गुटबाजी ले डूबी
यहां पर कांग्रेस ने सीएम की पत्नी कमलेश ठाकुर को मैदान में उतारा, जबकि बीजेपी ने निर्दलीय विधायक पद से इस्तीफा देने वाले होशियार सिंह को प्रत्याशी बनाया। सीएम की पत्नी के चुनाव लड़ने और बीजेपी में गुटबाजी की वजह से इस सीट पर कांग्रेस की जीत हुई। BJP यहां पर पूर्व मंत्री रमेश धवाला को नहीं मना पाई। वह यहां से टिकट के दावेदार थे। धवाला ने वोटिंग वाले दिन भी भेड़ की खाल में भेड़िए को सबक सिखाएंगे बयान देकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए थे। वहीं कांग्रेस ने बागी रुख दिखाने वाले डॉ. राजेश शर्मा को पार्टी ने मना लिया। नालागढ़: बागी को मना लेते तो BJP जीत जाती
इस सीट पर कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह के करीबी बावा हरदीप ने 8990 से चुनाव जीता। उन्हें कुल 34,608 वोट मिले। उनसे हारे भाजपा के केएल ठाकुर को 25,618 वोट मिले। केएल ठाकुर पहले निर्दलीय विधायक थे लेकिन भाजपा ने उन्हें पार्टी में शामिल कर टिकट दी। वहीं BJP से बागी होकर लड़े सह मीडिया प्रभारी हरप्रीत सिंह को 13,025 वोट मिले। अगर BJP हरप्रीत सैनी को मना लेती तो 38,643 वोट मिल जाते। ऐसे में BJP यह सीट जीत सकती थी। हमीरपुर: आशीष की व्यक्तिगत छवि के आगे CM का दबदबा फेल
हमीरपुर CM सुक्खू के गृह जिले की सीट है। यहां से कांग्रेस को चौंकाते हुए भाजपा उम्मीदवार आशीष शर्मा चुनाव जीत गए। कांग्रेस के पुष्पेंद्र वर्मा उनसे चुनाव हार गए। माना जाता है कि आशीष शर्मा की यहां व्यक्तिगत छवि काफी असरदार है। लोगों से हर सुख-दुख के कार्यक्रम में उनका शामिल होना ही CM के दबदबे को फेल कर गया। आशीष भी पहले निर्दलीय चुनाव जीते थे लेकिन बाद में भाजपा ने उन्हें टिकट दे दी। हिमाचल में 3 उपचुनाव के बड़े मायने… 1. CM सुक्खू की कुर्सी बची, गृह जिले में हार से कमजोर हुए
कांग्रेस की उप चुनाव में जीत से सुखविंदर सुक्खू की कुर्सी भी बच गई है। हालांकि गृह जिला हमीरपुर की सीट हारने से वह कमजोर हुए हैं। खास तौर पर इसलिए भी कि पहले कांग्रेस ने हमीरपुर सीट से लोकसभा चुनाव हारा। इसके बाद उपचुनाव में बड़सर सीट भी गंवा दी। हालांकि देहरा से पत्नी कमलेश ठाकुर की जीत और 9 उपचुनाव में 6 सीटें जीतने के बाद सुक्खू का नेतृत्व मजबूत हुआ है। सरकार के तौर पर उनके ऊपर आया खतरा टल गया है। 2. जयराम ठाकुर के लिए झटका
उपचुनाव के नतीजे BJP से ज्यादा नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के लिए झटका हैं। उन्हें उम्मीद थी कि पहले 6 और अब 3 उपचुनाव में भाजपा जीत हासिल करेगी। ऐसा हो जाता तो 2022 में विधानसभा चुनाव में जीती 25 सीटें और 9 नई सीटों से उनके विधायक 34 हो जाएंगे। कांग्रेस में भी 6 विधायकों के बागी होकर इस्तीफे के बाद 34 ही विधायक बचे थे। हालांकि पहले 6 उपचुनाव में भाजपा सिर्फ 2 सीटें जीत पाई। अब इन 3 उपचुनाव में सिर्फ 1 ही सीट जीत पाई। अब 68 विधानसभा सीटों और 35 के बहुमत वाली हिमाचल विधानसभा में भाजपा के 28 ही विधायक रह गए और कांग्रेस ने विधानसभा में 40 विधायकों वाली स्थिति दोबारा पा ली। 3. नालागढ़ सीट से होलीलॉज मजबूत
कांग्रेस ने नालागढ़ सीट पर भी शानदार जीत दर्ज की है। यहां पर कांग्रेस के बावा हरदीप सिंह ने बीजेपी के केएल ठाकुर को हराया है। हरदीप सिंह वीरभद्र सिंह के बेहद करीबी थे। उनकी जीत से होलीलॉज खेमा मजबूत हुआ है। नालागढ़ सीट पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने प्रचार में जान फूंकी थी। होली लॉज की मजबूती सीएम सुक्खू और उनके ग्रुप के लिए चुनौती बनती रहेगी। लोगों ने इस्तीफा देने वाले 6 विधायक घर बिठाए
हिमाचल में लोगों ने जीत के 15 महीने बाद ही इस्तीफा देने वाले 6 विधायक घर बैठाए। शनिवार को आए उपचुनाव परिणाम में 2 पूर्व निर्दलीय विधायकों केएल ठाकुर और होशियार सिंह चुनाव हार गए। दोनों ने BJP के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इससे पहले 1 जून को 6 सीटों पर हुए उपचुनाव में भी जनता ने बगावत करने वाले कांग्रेस के 4 पूर्व विधायक सुजानपुर से राजेंद्र राणा, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर, गगरेट से चैतन्य शर्मा और कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो को भी चुनाव हरा दिया।