हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को मिल रही धमकियों के बीच सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस महानिदेशक (DGP) अतुल वर्मा ने बताया, प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से मिल रही सूचनाओं और स्वतंत्रता दिवस समारोह को देखते हुए सुरक्षा को सुरक्षा चाक-चौबंद किया गया है। CM सुक्खू को स्वतंत्रता दिवस पर झंडा नहीं फहराने की धमकी अलग अलग लोगों के माध्यम से मिल रही है। विधायकों, अफसरों और पत्रकारों को फोन आ रहे हैं। गगरेट के विधायक राकेश कालिया के बाद ऐसा ही एक कॉल मनाली से विधायक भुवनेश्वर गौड़ को भी आया है। गौड़ ने भी पतलीकूहल थाना में एफआईआर दर्ज करवाई है। भुवनेश्वर गौड़ ने बताया कि उन्हें एक रिकॉर्डिड कॉल आया है, जिसमें बोला गया कि हिमाचल के सीएम को जान से मारा जाए और हिमाचल को खालिस्तान का हिस्सा बनाया जाए। उन्होंने पतलीकूहल थाना में एफआईआर करवा दी है। कल गगरेट के विधायक को आया था फोन बीते मंगलवार को गगरेट के विधायक राकेश कालिया को भी ऐसा कॉल आया, जिसमें हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और विधायक को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। कहा, गया कि यह हमारा तुम भारतीयों और तुम्हारे देश के खिलाफ युद्ध का आगाज होगा। राकेश कालिया ने ऊना के अंब थाने में FIR दर्ज करवाई है। यह धमकी उन्हें सिख फॉर जस्टिस संस्था की ओर से दी गई है। आज देहरा जा रहे सीएम सुक्खू इस बीच हिमाचल के मुख्यमंत्री सुक्खू कुछ देर में शिमला से कांगड़ा के देहरा रवाना होंगे, जहां पर मुख्यमंत्री कल शहीद भुवनेश डोगरा ग्राउंड देहरा में तिरंगा झंडा फहराएंगे। देहरा में राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दृष्टिगत पुलिस ने सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। पहले भी कई बार मिली धमकी अलगाववादी संगठन प्रमुख गुरवतवंत पन्नू की ओर से लोगों के मोबाइल पर धमकी वाले फोन आ रहे हैं। उपायुक्त कांगड़ा और एसडीएम को भी ऐसे ही कॉल चुके हैं। इससे पहले भी यह संगठन कई बार धमकियां दे चुका है। बीते साल भी सीएम सुक्खू और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भी रिज पर तिरंगा नहीं फहराने की धमकी मिली थी। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को मिल रही धमकियों के बीच सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस महानिदेशक (DGP) अतुल वर्मा ने बताया, प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से मिल रही सूचनाओं और स्वतंत्रता दिवस समारोह को देखते हुए सुरक्षा को सुरक्षा चाक-चौबंद किया गया है। CM सुक्खू को स्वतंत्रता दिवस पर झंडा नहीं फहराने की धमकी अलग अलग लोगों के माध्यम से मिल रही है। विधायकों, अफसरों और पत्रकारों को फोन आ रहे हैं। गगरेट के विधायक राकेश कालिया के बाद ऐसा ही एक कॉल मनाली से विधायक भुवनेश्वर गौड़ को भी आया है। गौड़ ने भी पतलीकूहल थाना में एफआईआर दर्ज करवाई है। भुवनेश्वर गौड़ ने बताया कि उन्हें एक रिकॉर्डिड कॉल आया है, जिसमें बोला गया कि हिमाचल के सीएम को जान से मारा जाए और हिमाचल को खालिस्तान का हिस्सा बनाया जाए। उन्होंने पतलीकूहल थाना में एफआईआर करवा दी है। कल गगरेट के विधायक को आया था फोन बीते मंगलवार को गगरेट के विधायक राकेश कालिया को भी ऐसा कॉल आया, जिसमें हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और विधायक को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। कहा, गया कि यह हमारा तुम भारतीयों और तुम्हारे देश के खिलाफ युद्ध का आगाज होगा। राकेश कालिया ने ऊना के अंब थाने में FIR दर्ज करवाई है। यह धमकी उन्हें सिख फॉर जस्टिस संस्था की ओर से दी गई है। आज देहरा जा रहे सीएम सुक्खू इस बीच हिमाचल के मुख्यमंत्री सुक्खू कुछ देर में शिमला से कांगड़ा के देहरा रवाना होंगे, जहां पर मुख्यमंत्री कल शहीद भुवनेश डोगरा ग्राउंड देहरा में तिरंगा झंडा फहराएंगे। देहरा में राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दृष्टिगत पुलिस ने सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। पहले भी कई बार मिली धमकी अलगाववादी संगठन प्रमुख गुरवतवंत पन्नू की ओर से लोगों के मोबाइल पर धमकी वाले फोन आ रहे हैं। उपायुक्त कांगड़ा और एसडीएम को भी ऐसे ही कॉल चुके हैं। इससे पहले भी यह संगठन कई बार धमकियां दे चुका है। बीते साल भी सीएम सुक्खू और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भी रिज पर तिरंगा नहीं फहराने की धमकी मिली थी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के 5 जिलों में बारिश की चेतावनी:कल से कमजोर पड़ेगा मानसून, इस सीजन में सामान्य से 22% कम बरसे बादल
हिमाचल के 5 जिलों में बारिश की चेतावनी:कल से कमजोर पड़ेगा मानसून, इस सीजन में सामान्य से 22% कम बरसे बादल हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बीती शाम और रात में भारी बारिश हुई। इससे 150 से ज्यादा सड़कें फिर से यातायात के लिए बंद हो गई है। मौसम विभाग ने आज भी 5 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और सिरमौर जिला को दी गई है। अन्य जिलों में आज मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। बीते एक सप्ताह के दौरान यानी 27 अगस्त से 2 सितंबर के बीच सामान्य से 3 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। इस अवधि में खासकर सिरमौर और शिमला जिला में 100 प्रतिशत से भी ज्यादा बारिश हुई है। सिरमौर में बीते सप्ताह में 128.5 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इस अवधि में 61.8 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। वहीं शिमला में भी 65.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि 27 अगस्त से 3 सितंबर के बीच 32.3 मिलीमीटर बारिश होती है। कल से कमजोर पड़ेगा मानसून मौसम विभाग की माने तो कल से मानसून धीमा पड़ जाएगा। इससे आगामी 9 सितंबर तक प्रदेश के ज्यादातर भागों में मौसम साफ हो जाएगा। प्रदेश में इस मानसून सीजन में सामान्य से 22 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 1 जून से 3 सितंबर तक 630.2 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 491.1 मिलीमीटर बारिश हुई है। शिमला को छोड़कर कोई भी ऐसा जिला नहीं जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में इस मानसून सीजन में अब तक 591.1 मिलीमीटर बादल बरस गए है, जबकि सामान्य बारिश 532.6 मिलीमीटर होती है, जो कि सामान्य से 11 प्रतिशत अधिक है। बारिश के बाद 50 सड़कें बंद प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान हुई बारिश से 150 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई है। अकेले शिमला जोन में सबसे ज्यादा 105 सड़कें अवरुद्ध पड़ी है।इससे सेब की ढुलाई पर बुरा असर पड़ा है।
हिमाचल के 27 अध्यापकों को मिलेगा स्टेट टीचर अवार्ड:शिक्षा विभाग ने जारी की लिस्ट; इंटरव्यू के आधार पर चयन, कल राज्यपाल करेंगे सम्मानित
हिमाचल के 27 अध्यापकों को मिलेगा स्टेट टीचर अवार्ड:शिक्षा विभाग ने जारी की लिस्ट; इंटरव्यू के आधार पर चयन, कल राज्यपाल करेंगे सम्मानित हिमाचल सरकार ने टीचर-डे यानी 5 सितंबर को सम्मानित होने वाले अध्यापकों के नाम फाइनल कर दिए है। इस बार 27 शिक्षकों को राज्य स्तरीय अवार्ड से नवाजा जाएगा। शिक्षा विभाग ने मंगलवार देर शाम सम्मानित होने वाले अध्यापकों की सूची जारी कर दी है। राज्य सरकार ने स्टेट टीचर अवार्ड के लिए पहली बार अध्यापकों के इंटरव्यू लिए है। इसके अलावा सम्मानित होने वाले टीचरों ने 5 मिनट की प्रेजेंटेशन भी दी, जिसमे बताया कि वह शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए क्या करना चाहते हैं। इसके आधार पर राज्य स्तरीय चयन कमेटी द्वारा अवार्ड के लिए टीचरों का चयन किया गया। इनके सम्मान में शिमला के राजभवन में 5 सितंबर को सुबह 11 बजे कार्यक्रम होगा, जिसमें राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल सभी शिक्षकों को राज्य स्तरीय अवार्ड से सम्मानित करेंगे। यह अवार्ड तीन कैटेगिरी में दिए जाएंगे। पहली जनरल एरिया कैटेगिरी में 13 टीचरों का चयन किया गया है। हार्ड व ट्राइबल एरिया कैटेगिरी में 5 तथा स्पेशल अवार्ड में 9 टीचरों को स्टेट अवार्ड मिलेगा। इन टीचरों को मिलेगा अवार्ड जनरल कैटेगिरी में स्टेट टीचर अवार्ड गवर्नमेंट मिडिल स्कूल जोगेंद्ननगर के प्रिंसिपल डा. सुनील दत्त, गवर्नमेंट मिडिल स्कूल आनी के लेक्चर कुंदन लाल, सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन के लेक्चर कॉमर्स संजय कुमार, सुंदरनगर स्कूल के DPE संजय कुमार, ऊना के तयूरी स्कूल के टीजीटी (मेडिकल) हरदीप सिंह, सुबाथू स्कूल के भाषा अध्यापक नरेश कुमार, सुलतानपुर स्कूल के भाषा अध्यापक प्रेम सिंह ठाकुर, मंडी धनिगायरा स्कूल के भाषा अध्यापक हेमराज, चकमोह स्कूल के पीईटी सुनील कुमार, भरंगी स्कूल की पीईटी मधुबाला, गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल निहारी के पीईटी उपेंद्र ठाकुर, गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल करसोग-1 के पीईटी सुरेंद्र कुमार और सोलन के पुंज विला स्कूल के पीईटी भागीरथी शर्मा को यह शिक्षक अवार्ड दिया जाना है। हार्ड एंड ट्राइबल एरिया कैटेगिरी से अवार्ड को इनका चयन हार्ड एंड ट्राइबल एरिया कैटेगिरी में यह अवार्ड चंबा के रेई स्कूल के लेक्चरर हिंदी केदारनाथ शर्मा, लाडा स्कूल के भाषा अध्यापक सुभाष चंद, जिसकून स्कूल की भाषा अध्यापिका चंदन देवी, पांगी स्कूल के जेबीटी संत कुमार नेगी और किनौर के ब्रीलांगी स्कूल की रीता बाला को मिलेगा। स्पेशल कैटेगिरी श्रेणी में 9 टीचरों को अवार्ड स्पेशल कैटेगिरी श्रेणी में इस अवार्ड के सोलन जिला के नारग स्कूल के प्रिंसिपल रोहित वर्मा, मशोबरा स्कूल के लेक्चरर बायोलॉजी दीपक शर्मा, चौपाल स्कूल की जेबीटी कांता शर्मा, गानागुघाट सोलन के गनागूघाट स्कूल के इंग्लिश लेक्चरर पुष्पेंद्र कौशिक, सिरमौर के चोगतली स्कूल के लेक्चरर इंग्लिश सुरेंद्र पुंडीर, डाइट शिमला के लेक्चर इंग्लिश संजीव कुमार, किन्नौर को चौरा स्कूल के हेडमास्टर उपेंद्र सिंह नेगी, कांगड़ा के इंदौर स्कूल के प्रिंसिपल मोहन शर्मा और शिमला जिला के थरोच स्कूल के प्रिंसिपल भूपेंद्र सिसोदिया को यह पुरस्कार दिया जाएगा।
हिमाचल में बंद होगी अयोग्य विधायकों की पेंशन:विधानसभा में संशोधन विधेयक पर आज चर्चा होगी; पूर्व में ली गई पेंशन-भत्ते की रिकवरी करेगी सरकार
हिमाचल में बंद होगी अयोग्य विधायकों की पेंशन:विधानसभा में संशोधन विधेयक पर आज चर्चा होगी; पूर्व में ली गई पेंशन-भत्ते की रिकवरी करेगी सरकार हिमाचल प्रदेश में संविधान के 10-शेड्यूल के तहत अयोग्य घोषित पूर्व विधायकों की पेंशन बंद करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने बीते कल विधानसभा के सदस्यों के भत्ते एवं पेंशन के लिए संशोधन विधेयक 2024 पर सदन में पेश किया है। आज इस पर चर्चा होगी। चर्चा के बाद इसे पास किया जाएगा। इस संशोधन के बाद गगरेट से पूर्व MLA चैतन्य शर्मा और कुटलैहड़ के पूर्व विधायक देवेंद्र कुमार भुट्टो की पेंशन बंद हो जाएगी। अब तक इनके द्वारा ली गई पेंशन व भत्तों की भी रिकवरी हो सकती है। धर्मशाला से सुधीर शर्मा, बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल, सुजानपुर से पूर्व विधायक राजेंद्र राणा और लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर की इस टर्म की पेंशन रुक जाएगी।प्रस्तावित बिल के अनुसार, जिन्हें संविधान के शेड्यूल-10 के हिसाब से अयोग्य घोषित किया गया है। उनसे 14वीं विधानसभा के कार्यकाल (दिसंबर 2022 से फरवरी 2024) की पेंशन व भत्तों की रिकवरी भी की जा सकती है। इन्होंने पार्टी व्हिप का किया था उलंघन बता दें कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों ने क्रॉस वोट किया था। इससे सत्तारूढ़ कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी राज्यसभा चुनाव हार गए और बीजेपी के हर्ष महाजन चुनाव जीते। क्रॉस वोट के बाद इन पर पार्टी व्हिप के उलंघन के आरोप लगे। इसकी सुनवाई के बाद स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें संविधान के शेड्यूल-10 के तहत अयोग्य घोषित किया। चैतन्य-भुट्टो पहली बार चुने गए थे, इसलिए पेंशन बंद कांग्रेस के 6 बागियों में चैतन्य शर्मा और देवेंद्र भुट्टो पहली बार विधायक बने थे। अयोग्य घोषित होने के बाद सरकार इनकी पेंशन बंद करने की तैयारी में है। 4 अन्य की इस टर्म की पेंशन तो बंद होगी, लेकिन पहले के टर्म की पेंशन मिलती रहेगी। क्योंकि सुधीर, इंद्रतदत्त लखनपाल, राजेंद्र राणा और रवि ठाकुर पहले भी कई कई बार विधायक रह चुके हैं। इनकी सीटों पर हो चुके उप चुनाव इन 6 विधायकों की सीटों पर उप चुनाव भी हो चुके हैं। क्रॉस वोट करने वाले सभी पूर्व विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा। इनमें 4 विधायक जो दिसंबर 2022 में 5 साल के लिए चुन कर आए थे, जनता ने उन्हें उप चुनाव में घर बैठा दिया है। सुधीर शर्मा और इंद्र दत्त लखनपाल ही चुनाव जीत पाए हैं। संशोधन विधेयक पास कराने में नहीं होगी कठिनाई विधानसभा में विधेयक पारित होने पर इन विधायकों का 14वीं विधानसभा का कार्यकाल अवैध घोषित हो जाएगा। कांग्रेस इसे आसानी से पास भी करवा देगी, क्योंकि 68 विधायकों वाली हिमाचल विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 विधायक है। इससे संशोधन बिल पास कराने में दिक्कत नहीं होगी।