हिमाचल प्रदेश सरकार ने 75 वर्ष की आयु पूरी करने वाले सभी पेंशनभोगियों और पारिवारिक पेंशनभोगियों को बकाया एरियर का 50 प्रतिशत जारी करने के आदेश दिया हैं। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक इनका शेष पेंशन एरियर बकाया 45 प्रतिशत है। जबकि इन्हें 55 फीसदी पहले ही दे दिया है। यानी 75 वर्ष की आयु पूरी करने वाले पेंशन भोगियों अब 22.50 प्रतिशत एरियर दिया जाएगा और इनका इतना ही शेष सरकार के पास बकाया रह जाएगा। राज्य सरकार के प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार के कार्यालय से इसके आदेश जारी कर हो गए है। इन पेंशन भोगियों को मिलेगा लाभ वित्त विभाग की और से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार जिन पेंशनभोगियों ने अगस्त माह में 75 साल की उम्र पूरी कर ली है, उन्हें इसका लाभ मिलेगा और इसके साथ ही इन पेंशन भोगियों को कुल एरियर में से कुल बकाया राशि का 77.5% का भुगतान कर दिया जाएगा। अधिसूचना के अनुसार यह 1 जनवरी 2016 से मिल रहे पेंशन लाभों के तहत देय होगा। जानकारी के मुताबिक यह किस्त सितंबर 2022 और मार्च 2024 की पिछली किस्तों के बाद दी जा रही है। नवीनतम भुगतान पेंशन या पारिवारिक पेंशन बकाया के शेष बचे 45% का 22.50% का होगा। पीडीए ( पेंशन संवितरण प्राधिकरण ) यह सुनिश्चित करेंगे कि बकाया भुगतान को अंतिम रूप देने से पहले पहले से अधिक भुगतान की गई पेंशन राशि को समायोजित किया जाए। अगस्त 2024 तक संवितरण पूरा हो जाएगा। सीएम सुक्खू ने 15 अगस्त को की थी घोषणा बता दें कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 15 अगस्त को देहरा में हुए राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में इसकी घोषणा की थी। सीएम सुक्खू ने अपने संबोधन में 75 साल से अधिक आयु के सभी पेंशनरों को इस वित्त वर्ष के अंत तक सारा बकाया एरियर जारी करने की घोषणा की थी। ऐसे में प्रदेश सरकार ने सीएम सुक्खू की घोषणा कोअमलीजामा पहना दिया है। और उम्मीद है कि प्रदेश सरकार जल्द ही इसी वितीय वर्ष में इन पेंशन भोगियों की बकाया राशि मे जारी कर देंगे। हिमाचल प्रदेश सरकार ने 75 वर्ष की आयु पूरी करने वाले सभी पेंशनभोगियों और पारिवारिक पेंशनभोगियों को बकाया एरियर का 50 प्रतिशत जारी करने के आदेश दिया हैं। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक इनका शेष पेंशन एरियर बकाया 45 प्रतिशत है। जबकि इन्हें 55 फीसदी पहले ही दे दिया है। यानी 75 वर्ष की आयु पूरी करने वाले पेंशन भोगियों अब 22.50 प्रतिशत एरियर दिया जाएगा और इनका इतना ही शेष सरकार के पास बकाया रह जाएगा। राज्य सरकार के प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार के कार्यालय से इसके आदेश जारी कर हो गए है। इन पेंशन भोगियों को मिलेगा लाभ वित्त विभाग की और से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार जिन पेंशनभोगियों ने अगस्त माह में 75 साल की उम्र पूरी कर ली है, उन्हें इसका लाभ मिलेगा और इसके साथ ही इन पेंशन भोगियों को कुल एरियर में से कुल बकाया राशि का 77.5% का भुगतान कर दिया जाएगा। अधिसूचना के अनुसार यह 1 जनवरी 2016 से मिल रहे पेंशन लाभों के तहत देय होगा। जानकारी के मुताबिक यह किस्त सितंबर 2022 और मार्च 2024 की पिछली किस्तों के बाद दी जा रही है। नवीनतम भुगतान पेंशन या पारिवारिक पेंशन बकाया के शेष बचे 45% का 22.50% का होगा। पीडीए ( पेंशन संवितरण प्राधिकरण ) यह सुनिश्चित करेंगे कि बकाया भुगतान को अंतिम रूप देने से पहले पहले से अधिक भुगतान की गई पेंशन राशि को समायोजित किया जाए। अगस्त 2024 तक संवितरण पूरा हो जाएगा। सीएम सुक्खू ने 15 अगस्त को की थी घोषणा बता दें कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 15 अगस्त को देहरा में हुए राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में इसकी घोषणा की थी। सीएम सुक्खू ने अपने संबोधन में 75 साल से अधिक आयु के सभी पेंशनरों को इस वित्त वर्ष के अंत तक सारा बकाया एरियर जारी करने की घोषणा की थी। ऐसे में प्रदेश सरकार ने सीएम सुक्खू की घोषणा कोअमलीजामा पहना दिया है। और उम्मीद है कि प्रदेश सरकार जल्द ही इसी वितीय वर्ष में इन पेंशन भोगियों की बकाया राशि मे जारी कर देंगे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल कांग्रेस संगठन में पदों के लिए लॉबिंग तेज:कांग्रेस दफ्तर पहुंची प्रदेश अध्यक्ष; कई नेताओं ने प्रतिभा के समक्ष रखा रिपोर्ट कार्ड
हिमाचल कांग्रेस संगठन में पदों के लिए लॉबिंग तेज:कांग्रेस दफ्तर पहुंची प्रदेश अध्यक्ष; कई नेताओं ने प्रतिभा के समक्ष रखा रिपोर्ट कार्ड हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की नई कार्यकारिणी के लिए लॉबिंग तेज हो गई है। संगठन में पद पाने के लिए नेता अपनी अपनी दावेदारी जता रहे हैं। आज भी कई कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह से मुलाकात की और अपना रिपोर्ट-कार्ड उनके समक्ष रखा। दरअसल, प्रतिभा सिंह गुरुवार को अचानक पार्टी मुख्यालय राजीव भवन पहुंचीं। यहां पर उनसे कांग्रेस के कई नेताओं से मुलाकात की और नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर सुझाव लिए। प्रतिभा सिंह प्रदेश के सभी सीनियर नेताओं से वन टू वन बात कर रही हैं और कार्यकारिणी के गठन को लेकर सबसे सुझाव ले रही हैं। खड़गे ने भंग की हिमाचल कांग्रेस की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी अखिल भारतीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल कांग्रेस की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी भंग कर रखी है। लिहाजा प्रदेश में नई कार्यकारिणी का गठन होना है। बीते सोमवार को ही प्रतिभा सिंह इसी सिलसिले में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला से भी दिल्ली में मुलाकात कर चुकी हैं। प्रतिभा की शुक्ला से मुलाकात ने बढ़ाया सियासी पारा प्रतिभा सिंह की राजीव शुक्ला से मुलाकात ने सियासी पारा बढ़ा दिया है। सूत्र बताते हैं कि प्रतिभा सिंह ने संगठन महासचिव और कोषाध्यक्ष के लिए कुछ नाम सुझाए हैं। खासकर महासचिव पद के लिए होली लाज गुट से यशवंत छाजटा को सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा था। मगर सरकार ने उन्हें हिमुडा में वाइस चेयरमैन नियुक्त कर रखा है। इससे उनकी दावेदारी कमजोर पड़ गई है। इनके बाद होलीलॉज गुट से एपीएमसी शिमला-किन्नौर के पूर्व चेयरमैन महेंद्र स्तान का नाम गिना जा रहा है। अब पार्टी हाईकमान को इस पर अंतिम फैसला करना है। ठीक इसी तरह पूर्व में वीरभद्र सिंह के करीबी रहे प्रेम कौशल को भी संगठन महासचिव का दावेदार माना जा रहा है। हालांकि डेढ़ साल से प्रेम कौशल मुख्यमंत्री सुक्खू का खून गुणगान करते रहे हैं और सुक्खू से उनकी नजदीकियां भी बढ़ी है। वह भी संगठन महासचिव पद की रेस में शामिल है। नए साल से पहले कार्यकारिणी का गठन पार्टी सूत्रों की माने तो प्रथम चरण में संगठन महासचिव और कोषाध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। इसके बाद पूरी कार्यकारिणी बनाई जाएगी। प्रदेश कार्यकारिणी बनने के बाद जिला अध्यक्षों की नियुक्ति होगी। इसके बाद ब्लाक कांग्रेस कमेटी बनेगी। दावा किया जा रहा है कि नए साल से पहले राज्य, जिला व ब्लाक कांग्रेस कार्यकारिणी का गठन कर दिया जाएगा।
खट्टर आवास एवं शहरी विकास और ऊर्जा मंत्री बने:नड्डा स्वास्थ्य मंत्री, बिट्टू रेल व फूड प्रोसेसिंग राज्यमंत्री, राव को प्लानिंग, गुर्जर सहकारिता राज्यमंत्री
खट्टर आवास एवं शहरी विकास और ऊर्जा मंत्री बने:नड्डा स्वास्थ्य मंत्री, बिट्टू रेल व फूड प्रोसेसिंग राज्यमंत्री, राव को प्लानिंग, गुर्जर सहकारिता राज्यमंत्री मोदी 3.0 कैबिनेट में मंत्रियों को विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। हरियाणा से कैबिनेट मंत्री बनाए मनोहर लाल खट्टर को आवास एवं शहरी विकास और ऊर्जा मंत्री लगाया गया है। खट्टर करनाल से सांसद हैं। वह 2 बार हरियाणा के CM रह चुके हैं। हरियाणा से राज्य मंत्री राव इंद्रजीत को सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन और योजना मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। इसके अलावा संस्कृति मंत्रालय में राव कैबिनेट मंत्री गजेंद्र शेखावत के साथ बतौर राज्यमंत्री काम करेंगे। राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर को सहकारिता मंत्रालय में राज्य मंत्री लगाया गया है। वे कैबिनेट मंत्री अमित शाह के साथ इस विभाग में काम करेंगे। पंजाब से राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू को रेलवे और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज का राज्य मंत्री लगाया गया है। रेलवे में वे कैबिनेट मंत्री अश्विनी वैष्णव और फूड प्रोसेसिंग में कैबिनेट मंत्री चिराग पासवान के साथ काम करेंगे। खास बात यह है कि जब पंजाब से अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल केंद्र में मंत्री थी तो उन्हें फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मंत्रालय दिया गया था। हिमाचल प्रदेश से इकलौते मंत्री जेपी नड्डा को स्वास्थ्य एवं परिवार भलाई विभाग और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय सौंपा गया है। अब पढ़िए… मोदी 3.0 में हरियाणा से 3 मंत्री क्यों बनाए?
भाजपा ने मोदी 3.0 सरकार में हरियाणा के 5 लोकसभा सांसदों में से 3 को मंत्री बनाकर सबको चौंका दिया। लोकसभा चुनाव में BJP राज्य की 10 में से 5 सीटें हार गई और 5 ही जीत पाई। इसके बावजूद केंद्रीय कैबिनेट में करनाल के सांसद मनोहर लाल खट्टर, गुरुग्राम के राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर को जगह दी गई। ऐसे में सब जानना चाहते हैं कि आखिर BJP और नरेंद्र मोदी की क्या राजनीति है, जो हरियाणा में पार्टी की सीटें घटने के बावजूद पिछली टर्म के मुकाबले मंत्रियों की संख्या 2 से बढ़ाकर 3 कर दी गई। इसकी सबसे बड़ी वजह 5 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। 3 सांसदों को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल कर भाजपा ने हरियाणा के पंजाबी, अहीर व गुर्जर समुदाय के साथ-साथ जीटी रोड और अहीरवाल बेल्ट को साधते हुए 90 सीटों वाली विधानसभा में 46 के बहुमत वाले आंकड़े के जुगाड़ की कोशिश की है। पहले जानिए, हरियाणा से 3 मंत्री क्यों बनाए? 1. विधानसभा चुनाव की मजबूरी
भाजपा लोकसभा चुनाव में हरियाणा की 10 में से 5 सीटें ही जीत पाई। 2019 में पार्टी ने क्लीन स्वीप किया था। अब 5 महीने बाद, राज्य विधानसभा के चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों को विधानसभा चुनाव से पहले का ट्रेलर माना जा रहा है और इससे भाजपा डरी हुई है। लोकसभा चुनाव नतीजों का अगर विधानसभा सीटवाइज एनालिसिस करें तो राज्य की 90 सीटों में से 46 पर कांग्रेस और 44 पर BJP आगे रही। ऐसे में भाजपा नेतृत्व विधानसभा चुनाव को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। 2. क्षेत्रीय संतुलन साधा, नॉन जाट राजनीति बरकरार
मोदी 3.0 में BJP ने हरियाणा को लेकर क्षेत्रीय संतुलन बनाने की कोशिश की है। खट्टर के जरिए जीटी रोड बेल्ट और राव इंद्रजीत के जरिए दक्षिण हरियाणा को साधने का प्रयास किया गया है। 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को इन्हीं दोनों बेल्ट से राज्य में सबसे ज्यादा सीटें मिली। इसके साथ ही BJP ने एक तरह से ये भी क्लियर कर दिया कि वह हरियाणा में अपनी नॉन-जाट की राजनीति के सहारे ही आगे बढ़ेगी। जाट बिरादरी से आने वाले BJP सांसद चौधरी धर्मबीर भी इस बार मंत्रिपद के दावेदार थे लेकिन लगातार तीसरी बार जीतने के बावजूद उन्हें मिनिस्टर नहीं बनाया गया। हरियाणा में गैरजाट की राजनीति की शुरुआत भाजपा ने 2014 में ही पंजाबी समुदाय के मनोहर लाल खट्टर को सीएम बनाकर कर दी थी। 2019 में भी खट्टर ही सीएम बने। 3. ओवर कॉन्फिडेंस से तौबा हरियाणा में BJP साढ़े 9 साल से सत्ता में है। लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ओवर-कॉन्फिडेंस का शिकार थी और सभी 10 लोकसभा सीटें जीत लेने का दम भर रही थी। मगर, चुनाव नतीजे आए तो रोहतक और सिरसा सीट बड़े अंतर से हार गई। गुरुग्राम में राव इंद्रजीत और कुरुक्षेत्र में नवीन जिंदल आखिर तक करीबी मुकाबले में फंसे नजर आए। पांच सीटें पार्टी के हाथ से निकल गईं। जब रिजल्ट की समीक्षा की गई तो पता चला कि पार्टी ने अपने गढ़ रहे जीटी रोड बेल्ट और अहीरवाल जैसे इलाकों को कुछ समय में तरजीह देना बंद कर दिया था। यही कारण है कि भाजपा अब राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए अपने गढ़ को सुरक्षित कर लेने की कोशिश करती दिख रही है। 4. मोदी मैजिक दिखाने की तैयारी
लोकसभा चुनाव में भाजपा इस बार अपने बूते बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटें नहीं जीत पाई और 240 पर सिमट गई। ऐसे में न केवल केंद्र में JDU और TDP से गठबंधन मजबूरी बन गया बल्कि नरेंद्र मोदी की साख भी दांव पर लग गई। मोदी ने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान अपने नाम पर वोट मांगे थे। अगर भाजपा 5 महीने बाद होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत जाती है तो फिर से माहौल बन सकेगा कि भले ही भाजपा को लोकसभा में बहुमत नहीं मिला लेकिन हिंदी बेल्ट में मोदी मैजिक बरकरार है। इससे गठबंधन में मोदी और पार्टी की पोजिशन मजबूत होगी। NDA में शामिल बाकी दलों के बीच यह संदेश पहुंच जाएगा कि अगर BJP का साथ छोड़ा तो आगे की राह मुश्किल हो सकती है। जानिए, कैसे 3 मंत्री बनाकर BJP हरियाणा विधानसभा में बहुमत का जुगाड़ करने की कोशिश करती नजर आई… 1. मनोहर लाल खट्टर के जरिये जीटी रोड बेल्ट की 30 सीटों पर आंख मनोहर लाल खट्टर पंजाबी समुदाय से आते हैं। उनकी करनाल लोकसभा सीट हरियाणा की जीटी रोड बेल्ट में आती है। इस बेल्ट में अंबाला, करनाल, पानीपत, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, पंचकूला और कैथल जिलों की तकरीबन 30 विधानसभा सीटें आती हैं। यहां पंजाबी वोटरों के अलावा जनरल कैटेगरी का वोट-बैंक है जो अमूमन BJP के साथ रहता है। खट्टर को केंद्रीय मंत्री बनाने की यही बड़ी वजह है। अगर यह दांव कामयाब रहा तो पार्टी जीटी रोड बेल्ट में बढ़त मिलने की उम्मीद लगा सकती है। इसके अलावा रोहतक, रेवाड़ी, फरीदाबाद और गुरुग्राम के पंजाबी वोटरों में भी अच्छा संदेश जा सकता है। 2. राव इंद्रजीत से अहीरवाल बेल्ट की 11 सीटों पर पकड़ बनाए रखने की कोशिश राव इंद्रजीत दक्षिण हरियाणा के बड़े नेता हैं। दक्षिण हरियाणा के अंदर आने वाली अहीरवाल बेल्ट में 14 विधानसभा सीटें हैं। इनमें 3 मुस्लिम बाहुल्य नूंह जिले की सीटें हैं, जहां कांग्रेस का दबदबा है। इन्हें छोड़ भी दें तो 2014 में भाजपा ने अहीरवाल बेल्ट की बची हुई सभी 11 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी। 2019 में भाजपा को अहीरवाल बेल्ट की 11 में से 8 सीटें मिली और तब 40 विधायक होने के कारण जजपा के 10 विधायकों की मदद से सरकार बनानी पड़ी। इस लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम सीट पर कांग्रेस की ओर से पंजाबी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले राजबब्बर को उतारने के बाद यहां राव इंद्रजीत को जीतने में पसीने छूट गए। ऐसे में भाजपा ने लगातार दूसरी बार राव इंद्रजीत को मंत्री बनाकर अहीरवाल बेल्ट को अपने साथ जोड़े रखने की कोशिश की है। 3. कृष्णपाल गुर्जर के जरिए हरियाणा के अलावा यूपी-राजस्थान पर भी फोकस
फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर की गिनती अपने समुदाय के बड़े नेताओं में होती है। फरीदाबाद जिले की 4 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां गुर्जर समुदाय का वोट डिसाइडिंग फैक्टर है। इसके अलावा सोहना, रेवाड़ी, नांगल चौधरी और गुरुग्राम विधानसभा सीट पर भी गुर्जर वोटबैंक का अच्छा-खासा असर है। यही नहीं, फरीदाबाद से सटे वेस्ट यूपी के गाजियाबाद व नोएडा और राजस्थान से सटे इलाके भी गुर्जर बाहुल्य हैं। ऐसे में BJP ने कृष्णपाल गुर्जर को ड्रॉप करने का रिस्क न लेते हुए लगातार तीसरी बार उन्हें मंत्री बनाया है। अंत में.. 2019 के मुकाबले इस बार क्या अंतर
2019 की मोदी सरकार में BJP ने हरियाणा से 2 मंत्री बनाए थे। इनमें गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर शामिल थे। इस बार इन दोनों के अलावा पहली बार सांसद बने मनोहर लाल खट्टर को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। खास बात यह है कि BJP ने 2019 में हरियाणा की सभी 10 सीटें और 2014 में 10 में से 7 लोकसभा सीटें जीती थीं। इस बार सीटें घटने के बावजूद मंत्रियों की संख्या बढ़ गई है। मनोहर लाल खट्टर को PM नरेंद्र मोदी से करीबी का फायदा भी मिला। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग शूटर रहे राव तीसरी बार मोदी कैबिनेट में:मोदी के PM फेस बनने के 10 दिन बाद छोड़ी कांग्रेस, पिता से मिलने चप्पल में पहुंची थीं इंदिरा हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी
न्यूज इन ब्रीफ@11AM:हरियाणा में ट्रक ने कांवड़ियों को कुचला, एक की मौत, हिमाचल में कांग्रेस नेताओं पर ED रेड; हमास चीफ इस्माइल हानिये मारा गया
न्यूज इन ब्रीफ@11AM:हरियाणा में ट्रक ने कांवड़ियों को कुचला, एक की मौत, हिमाचल में कांग्रेस नेताओं पर ED रेड; हमास चीफ इस्माइल हानिये मारा गया नमस्कार, आइए जानते हैं आज सुबह 11 बजे तक की हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल समेत देश और दुनिया की 10 बड़ी खबरें… 1. हरियाणा में ट्रक ने कांवड़ियों को कुचला, एक की मौत हरियाणा के गुरुग्राम में मंगलवार-बुधवार रात तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में एक कांवड़िए की मौत हो गई, जबकि 2 गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा रामपुर फ्लाईओवर पर हुआ। इसके बाद गुस्साए कांवड़ियों ने दिल्ली-जयपुर हाईवे जाम कर दिया। मृतक की पहचान राजस्थान के कोटपूतली के रहने वाले हेमंत मीणा के रूप में हुई है। एक कांवड़िए के दोनों पैरों में फ्रैक्चर आया है। पढ़ें पूरी खबर… 2. हमास का पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिये ईरान में मारा गया, घर पर ब्लास्ट हुआ हमास का पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिये मारा गया है। ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने इसकी पुष्टि की है। IRGC ने बताया- तेहरान में उसके घर को निशाना बनाकर ब्लास्ट किया गया। हानिये की देखरेख में ही हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर 75 सालों का सबसे हमला किया था जिसमें 1200 सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। हानिये की हत्या की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है। पढ़ें पूरी खबर… 3. पंजाब का सबसे महंगा टोल प्लाजा दोबारा शुरू पंजाब में लुधियाना स्थित सबसे महंगा लाडोवाल टोल प्लाजा बुधवार सुबह पुलिस ने शुरू करा दिया। विरोध करने पहुंचे 2 किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। रेट बढ़ाए जाने के विरोध में किसान संगठनों ने 16 जून को टोल प्लाजा को बंद कर दिया था। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने हाईकोर्ट में याचिका लगाकर टोल प्लाजा शुरू करने की मांग की थी। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को टोल शुरू कराने के आदेश दिए थे। पढ़ें पूरी खबर… 4. वायनाड में लैंडस्लाइड से 165 मौतें, 220 लापता, राहुल-प्रियंका का दौरा टला केरल के वायनाड में तेज बारिश के बाद हुईं लैंडस्लाइड में मरने वालों का आंकड़ा 165 हो गया है। 116 अस्पताल में हैं, जबकि 220 से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है। देर रात तक 1 हजार लोगों को मलबे से निकाला जा चुका है। मौसम खराब होने के चलते कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने वायनाड दौरा रद्द कर दिया है। वे बुधवार को यहां पीड़ितों से मिलने जाने वाले थे। आज भी वायनाड, मलप्पुरम, कोझिकोड समेत 9 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। पढ़ें पूरी खबर… 5. खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की याचिका पर सुनवाई आज खडूर साहिब से सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की अवधि बढ़ाए को लेकर लगाई गई याचिका पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में आज सुनवाई होगी। उनका कहना है कि सांसद पर NSA लगाना गलत है। पिछली सुनवाई में सरकारी वकील ने उनकी याचिका में तकनीकी खामियों की बात उठाई थी। उन्होंने कहा था कि उनके घर का पता और उनके माता-पिता की उम्र सही नहीं है। इसके बाद उनके वकील ने इसमें संशोधन के लिए समय मांगा था। पढ़ें पूरी खबर… 6. दिल्ली हाईकोर्ट में IAS कोचिंग हादसे की सुनवाई आज, स्टूडेंट हड़ताल पर दिल्ली के राउ IAS कोचिंग में तीन छात्रों की मौत को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में आज सुनवाई होगी। इसमें हादसे की जांच के लिए पैनल गठित करने की मांग की गई है। दरअसल 27 जुलाई की रात राउ कोचिंग में पानी में डूबने से 3 स्टूडेंट की मौत हो गई थी। मंगलवार से धरने पर बैठे छात्रों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस और MCD कमिश्नर को नोटिस जारी किया है। पढ़ें पूरी खबर… 7. हिमाचल में कांग्रेस विधायक-नेताओं पर ED रेड हिमाचल के कांगड़ा में एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर रेड की है। ED टीम नगरोटा बगवां से कांग्रेस विधायक आरएस बाली के घर और निजी अस्पताल में पहुंची है। इसके अलावा, साल 2022 के विधानसभा चुनाव में देहरा से कांग्रेस प्रत्याशी एवं प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा के घर भी टीम जांच कर रही है। ईडी की लगभग 200 लोगों की टीम 40 गाड़ियों में कांगड़ा के अलग-अलग स्थानों पर सर्च कर रही है। आरएस बाली और राजेश शर्मा के घर के बाहर बड़ी संख्या में CRPF के जवान तैनात हैं। पढ़ें पूरी खबर… 8. संसद सत्र का आज आठवां दिन, केंद्र सरकार 6 नए बिल पेश कर सकती है संसद के मानसून सत्र का आज आठवां दिन है। केंद्र सरकार 6 नए बिल पेश कर सकती है। इसमें 90 साल पुराना एयरक्राफ्ट एक्ट बिल-1934 बदला जा सकता है। इसके अलावा विपक्ष आज फिर अग्निवीर, NEET विवाद और रेल हादसों पर घेर सकता है। संसद सत्र के सातवें दिन अग्निवीर और जातिगत जनगणना पर भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर, राहुल गांधी और अखिलेश यादव भिड़ गए थे। अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि उधार की बुद्धि से राजनीति नहीं चलती। पढ़ें पूरी खबर… 9. हरियाणा में बिजली कट से परेशान लोगों ने जाम लगाया हरियाणा के फतेहाबाद में बिजली कट से परेशान लोगों ने मंगलवार-बुधवार रात भूना रोड पर जाम लगा दिया। इसके अलावा भोड़ियाखेड़ा के लोगों ने रात को ही बिजली निगम के कंट्रोल रूम का घेराव किया। भिरडाना में किसान रात को ही बिजली निगम के दफ्तर में धरना देकर बैठ गए। कुम्हारिया के किसान भी रात को बड़ोपल बिजली घर में पहुंचे। बाद में सभी जगह अधिकारियों ने आश्वासन देकर लोगों को शांत किया। पढ़ें पूरी खबर… 10. शराब नीति केस- केजरीवाल के खिलाफ सुनवाई आज, 31 जुलाई तक थी न्यायिक हिरासत दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में CM केजरीवाल के खिलाफ सुनवाई होगी। 31 जुलाई को उनकी न्यायिक हिरासत खत्म हो रही। 12 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत दे दी थी, लेकिन उनकी तरफ से अभी तक बेल बॉन्ड नहीं भरा गया है। केजरीवाल को ED ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ दूसरा मामला CBI का है। जिसमें उन्हें 26 जून को अरेस्ट किया गया था। पढ़ें पूरी खबर..