पांवटा साहिब के भरली गांव में शहीद आशीष कुमार चौहान उर्फ आशु को यमुना तट पर स्थित स्वर्गधाम में हजारों लोगों ने अश्रुपूर्ण विदाई दी। चिता को भाइयों ने मुखाग्नि दी। इस मौके पर शहीद की मां संतरों देवी, भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब और शिलाई के पदाधिकारी, एसडीएम गुंजित सिंह चीमा, तहसीलदार ऋषभ शर्मा, डीएसपी अदिति और सैन्य अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले आज सुबह पांवटा से होकर शहीद की पार्थिव शरीर को पहले उनके गांव भरली ले जाया गया। रास्ते में शहीद का जगह जगह भारत माता की जय, शहीद आशीष अमर रहे के नारों से विदाई दी गई। शहीद की बहन ने कहा कि भाई की शहादत पर गर्व है। इसके बाद पार्थिव देह को पांवटा साहिब लाया गया। गौरतलब है कि अरुणाचल प्रदेश के सुबनसिरी जिले में एक ट्रक गहरी खाई में गिर गया, जिसमें तीन सैन्यकर्मियों की मौत हो गई थी। इनमें पांवटा साहिब का जवान आशीष भी था। पांवटा साहिब के भरली गांव में शहीद आशीष कुमार चौहान उर्फ आशु को यमुना तट पर स्थित स्वर्गधाम में हजारों लोगों ने अश्रुपूर्ण विदाई दी। चिता को भाइयों ने मुखाग्नि दी। इस मौके पर शहीद की मां संतरों देवी, भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब और शिलाई के पदाधिकारी, एसडीएम गुंजित सिंह चीमा, तहसीलदार ऋषभ शर्मा, डीएसपी अदिति और सैन्य अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले आज सुबह पांवटा से होकर शहीद की पार्थिव शरीर को पहले उनके गांव भरली ले जाया गया। रास्ते में शहीद का जगह जगह भारत माता की जय, शहीद आशीष अमर रहे के नारों से विदाई दी गई। शहीद की बहन ने कहा कि भाई की शहादत पर गर्व है। इसके बाद पार्थिव देह को पांवटा साहिब लाया गया। गौरतलब है कि अरुणाचल प्रदेश के सुबनसिरी जिले में एक ट्रक गहरी खाई में गिर गया, जिसमें तीन सैन्यकर्मियों की मौत हो गई थी। इनमें पांवटा साहिब का जवान आशीष भी था। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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