हिमाचल में बगलामुखी मंदिर को रोपवे तैयार:CM सुक्खू आज करेंगे उद्घाटन, श्रद्धालुओं को मिलेगा फायदा, ब्यास नदी के ऊपर का सफर होगा रोमांच

हिमाचल में बगलामुखी मंदिर को रोपवे तैयार:CM सुक्खू आज करेंगे उद्घाटन, श्रद्धालुओं को मिलेगा फायदा, ब्यास नदी के ऊपर का सफर होगा रोमांच

हिमाचल प्रदेश के मंडी में बगलामुखी मंदिर तक रोपवे बनकर तैयार हो गया है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर पंडोह से बगलामुखी तक बने इस रोपवे का मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज उद्घाटन करेंगे। यह देशभर से बगलामुखी मंदिर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं और क्षेत्र की जनता के लिए बड़ी सौगात होगी। हिमाचल में सरकारी क्षेत्र में यह पहला रोपवे है। इससे क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और दूसरे राज्यों के श्रद्धालु ब्यास नदी के ऊपर से रोमांच का सफर करते हुए आसानी से बगलामुखी मंदिर के दर्शन कर सकेंगे। हिमाचल में बगलामुखी के दो मशहूर मंदिर हिमाचल प्रदेश में माता बगलामुखी के दो मशहूर मंदिर है। एक मंदिर कांगड़ा और दूसरा मंडी में है। दोनों मंदिरों में सालभर श्रद्धलुओं का तांता लगा रहता है। मान्यता है कि बगलामुखी मंदिर में हवन कराने से शत्रुओं का नाश होता है। श्रद्धालु यहां पर शत्रुओं के नाश और ग्रहों की शांति के लिए विशेष हवन कराते हैं। 3 मिनट में पंडोह से बगलामुखी पहुंचेंगे अभी पंडोह से बगलामुखी मंदिर पहुंचने में 40 से 50 मिनट लगते है। मगर रोपवे से यह सफर 3 मिनट से कम वक्त में पूरा होगा। रोपवे की ट्रॉली की स्पीड 6 मीटर प्रति सेकेंड होगी। इसकी अलग अलग ट्रॉली से एक घंटे में 600 लोग पंडोह से बगलामुखी मंदिर आ-जा सकेंगे। 54 करोड़ से बनाया रोपवे बगलामुखी रोपवे को नाबार्ड की सहायता से बनाया गया है। इस पर 53.89 करोड़ रुपए की लागत आई है। हालांकि शुरुआत में इसके 45 करोड़ रुपए से बनने का पूर्वानुमान था। मगर बीते साल की आपदा के कारण इसकी लागत में इजाफा हुआ। साथ लगते गांव के लोगों को भी मिलेगी सुविधा पंडोह से ऊपर बगलामुखी मंदिर और उसके साथ लगते गांव के लोगों को भी इससे आने-जाने की सुविधा मिलेगी। अभी इन लोगों को घंटों बसों का इंतजार करना पड़ता है और 10 किलोमीटर का लंबा सफर करके स्थानीय लोग अपने घरों को पहुंच पाते है। मगर अब चंद मिनट में स्थानीय लोग पंडोह से बगलामुखी पहुंच पाएंगे। 250 रुपए आने-जाने का किराया बगलामुखी रोप-वे के आसपास के गांव के लोगों के लिए किराया कम रखा गया है। लोकल 30 रुपए देकर सफर कर सकेंगे, जबकि बाहर से आने वाले लोगों को 250 रुपए आने-जाने का किराया देना होगा। यानी दोनों साइड का किराया 250 रुपए लगेगा। एक साइड का किराया 175 रुपए तय किया गया है। 10 साल की उम्र तक के बच्चों को किराए में 50 फीसदी की छूट मिलेगी। वहीं 5 साल तक की उम्र के बच्चों को मुफ्त यात्रा की सुविधा रहेगी। पूर्व सीएम जयराम ने किया था शिलान्यास 750 मीटर लंबे इस रोपवे का 6 फरवरी 2022 को पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिलान्यास किया था और उद्घाटन मौजूदा सीएम सुक्खू करेंगे। इस दौरान डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी उपस्थित रहेंगे। अपने मंडी दौरे के दौरान सीएम सुक्खू मंडी जिला की जनता को करोड़ों रुपए की सौगात देंगे। हिमाचल रोप-वे कॉर्पोरेशन ने इसका निर्माण आस्ट्रिया की एक कंपनी से करवाया है। हिमाचल प्रदेश के मंडी में बगलामुखी मंदिर तक रोपवे बनकर तैयार हो गया है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर पंडोह से बगलामुखी तक बने इस रोपवे का मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज उद्घाटन करेंगे। यह देशभर से बगलामुखी मंदिर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं और क्षेत्र की जनता के लिए बड़ी सौगात होगी। हिमाचल में सरकारी क्षेत्र में यह पहला रोपवे है। इससे क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और दूसरे राज्यों के श्रद्धालु ब्यास नदी के ऊपर से रोमांच का सफर करते हुए आसानी से बगलामुखी मंदिर के दर्शन कर सकेंगे। हिमाचल में बगलामुखी के दो मशहूर मंदिर हिमाचल प्रदेश में माता बगलामुखी के दो मशहूर मंदिर है। एक मंदिर कांगड़ा और दूसरा मंडी में है। दोनों मंदिरों में सालभर श्रद्धलुओं का तांता लगा रहता है। मान्यता है कि बगलामुखी मंदिर में हवन कराने से शत्रुओं का नाश होता है। श्रद्धालु यहां पर शत्रुओं के नाश और ग्रहों की शांति के लिए विशेष हवन कराते हैं। 3 मिनट में पंडोह से बगलामुखी पहुंचेंगे अभी पंडोह से बगलामुखी मंदिर पहुंचने में 40 से 50 मिनट लगते है। मगर रोपवे से यह सफर 3 मिनट से कम वक्त में पूरा होगा। रोपवे की ट्रॉली की स्पीड 6 मीटर प्रति सेकेंड होगी। इसकी अलग अलग ट्रॉली से एक घंटे में 600 लोग पंडोह से बगलामुखी मंदिर आ-जा सकेंगे। 54 करोड़ से बनाया रोपवे बगलामुखी रोपवे को नाबार्ड की सहायता से बनाया गया है। इस पर 53.89 करोड़ रुपए की लागत आई है। हालांकि शुरुआत में इसके 45 करोड़ रुपए से बनने का पूर्वानुमान था। मगर बीते साल की आपदा के कारण इसकी लागत में इजाफा हुआ। साथ लगते गांव के लोगों को भी मिलेगी सुविधा पंडोह से ऊपर बगलामुखी मंदिर और उसके साथ लगते गांव के लोगों को भी इससे आने-जाने की सुविधा मिलेगी। अभी इन लोगों को घंटों बसों का इंतजार करना पड़ता है और 10 किलोमीटर का लंबा सफर करके स्थानीय लोग अपने घरों को पहुंच पाते है। मगर अब चंद मिनट में स्थानीय लोग पंडोह से बगलामुखी पहुंच पाएंगे। 250 रुपए आने-जाने का किराया बगलामुखी रोप-वे के आसपास के गांव के लोगों के लिए किराया कम रखा गया है। लोकल 30 रुपए देकर सफर कर सकेंगे, जबकि बाहर से आने वाले लोगों को 250 रुपए आने-जाने का किराया देना होगा। यानी दोनों साइड का किराया 250 रुपए लगेगा। एक साइड का किराया 175 रुपए तय किया गया है। 10 साल की उम्र तक के बच्चों को किराए में 50 फीसदी की छूट मिलेगी। वहीं 5 साल तक की उम्र के बच्चों को मुफ्त यात्रा की सुविधा रहेगी। पूर्व सीएम जयराम ने किया था शिलान्यास 750 मीटर लंबे इस रोपवे का 6 फरवरी 2022 को पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिलान्यास किया था और उद्घाटन मौजूदा सीएम सुक्खू करेंगे। इस दौरान डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी उपस्थित रहेंगे। अपने मंडी दौरे के दौरान सीएम सुक्खू मंडी जिला की जनता को करोड़ों रुपए की सौगात देंगे। हिमाचल रोप-वे कॉर्पोरेशन ने इसका निर्माण आस्ट्रिया की एक कंपनी से करवाया है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर