हिमाचल के हिल स्टेशन पर आज देशभर से पहुंचने वाले हजारों टूरिस्ट 2025 का वेकलम करेंगे। प्रदेश के पर्यटन स्थल 2025 के वेलकम को तैयार है। बेशक, राजकीय शोक की वजह से सरकारी स्तर कोई कार्यक्रम नहीं होंगे। मगर हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) और प्राइवेट होटलों में टूरिस्टों के मनोरंजन के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। HPTDC के बड़े होटलों में आज टूरिस्ट के मनोरंजन के लिए लेमन डांस, कपल डांस, बेबी-कंपीटीशन, बेस्ट डान्सिंग कपल, बेस्ट ड्रेस्ड कपल, ओल्ड कपल जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। होटलों में इनका आयोजन देर रात तक चलता रहेगा। प्राइवेट होटलों में भी टूरिस्ट के मनोरंजन के डीजे पार्टी, कपल डांस जैसे आयोजन होंगे। होटलों में देर रात तक नाच-गाना चलता रहेगा। इनमें टूरिस्ट का मनोरंजन चलता रहेगा। इन जगह बर्फ के बीच न्यू-ईयर का वेलकम प्रदेश में बीते दिनों बर्फबारी जरूर हुई है। मगर हर जगह बर्फ नहीं है। शिमला के कुफरी और नारकंडा, मनाली के सोलंगनाला, लाहौल स्पीति के अटल टनल रोहतांग, कोकसर, लाहौल घाटी और चंबा के भरमौर में टूरिस्ट बर्फ के बीच नए साल का स्वागत कर सकेंगे। शिमला में पर्यटकों का जमावड़ा जरूर लगा हुआ है। मगर यहां बर्फ पिघल चुकी है। इसी तरह मनाली में भी बर्फ नहीं है। शिमला में 80% ऑक्यूपेंसी न्यू ईयर के जश्न के लिए पहले ही हिल स्टेशन पर बढ़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंचे हुए हैं। आज भी बड़ी संख्या में टूरिस्ट के आने की उम्मीद है। न्यू ईयर से पहले यानी 30 दिसंबर की बात करें तो शिमला से होटल 75 से 80 प्रतिशत, मनाली के होटल 70 से 75 प्रतिशत और कसौली में 80 प्रतिशत तक पैक हो चुके है। होटलों में आज ऑक्यूपेंसी 100 प्रतिशत होने की उम्मीद है। इसे देखते हुए टूरिस्ट को होटल में एडवांस ऑनलाइन बुकिंग करके हिल स्टेशन पर आना होगा, क्योंकि होटल में कमरे नहीं मिले तो रात सड़कों व गाड़ी में बितानी मुश्किल हो सकती है। राहत की बात यह है कि प्रदेश में बीते चार-पांच सालों के दौरान शिमला, मनाली जैसे प्रमुख शहरों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में होम स्टे बने है। इससे टूरिस्ट होम स्टे का भी रुख कर सकते है। 24 घंटे होटल खुले हिमाचल सरकार ने नववर्ष पर खाना परोसने वाले होटल, ढाबे व दुकानें 24 घंटे खुले रखने का फैसला लिया है। इससे देर रात तक पहाड़ों पर पहुंचने वाले टूरिस्ट को भूखे पेट नहीं सोना पड़ेगा। शिमला में 400 जवान संभालेंगे सुरक्षा का जिम्मा हिमाचल के अलग अलग पर्यटन स्थलों पर नए साल के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। शिमला की बात की जाए तो यहां 400 जवान कार्ट रोड पर ट्रैफिक, शिमला के रिज व माल रोड और कुफरी में तैनात किए गए है। इसी तरह 300 से ज्यादा जवान मनाली व आसपास के पर्यटन स्थलों पर भी तैनात किए गए है। HRTC ने शुरू की स्पेशल वॉल्वो बस HRTC ने न्यू ईयर के लिए दिल्ली से शिमला, कुल्लू, मनाली और धर्मशाला के लिए अतिरिक्त वॉल्वो बसें शुरू की है। यह सभी अतिरिक्त बसें ऑनलाइन बुकिंग के आधार पर चलाई जा रही हैं। 5 जनवरी तक HRTC की इन बसों की सुविधा मिलेगी। टूरिस्ट इन बसों के माध्यम से भी पहाड़ों पर आ जा सकेंगे। इसके लिए HRTC की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी। हिमाचल के हिल स्टेशन पर आज देशभर से पहुंचने वाले हजारों टूरिस्ट 2025 का वेकलम करेंगे। प्रदेश के पर्यटन स्थल 2025 के वेलकम को तैयार है। बेशक, राजकीय शोक की वजह से सरकारी स्तर कोई कार्यक्रम नहीं होंगे। मगर हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) और प्राइवेट होटलों में टूरिस्टों के मनोरंजन के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। HPTDC के बड़े होटलों में आज टूरिस्ट के मनोरंजन के लिए लेमन डांस, कपल डांस, बेबी-कंपीटीशन, बेस्ट डान्सिंग कपल, बेस्ट ड्रेस्ड कपल, ओल्ड कपल जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। होटलों में इनका आयोजन देर रात तक चलता रहेगा। प्राइवेट होटलों में भी टूरिस्ट के मनोरंजन के डीजे पार्टी, कपल डांस जैसे आयोजन होंगे। होटलों में देर रात तक नाच-गाना चलता रहेगा। इनमें टूरिस्ट का मनोरंजन चलता रहेगा। इन जगह बर्फ के बीच न्यू-ईयर का वेलकम प्रदेश में बीते दिनों बर्फबारी जरूर हुई है। मगर हर जगह बर्फ नहीं है। शिमला के कुफरी और नारकंडा, मनाली के सोलंगनाला, लाहौल स्पीति के अटल टनल रोहतांग, कोकसर, लाहौल घाटी और चंबा के भरमौर में टूरिस्ट बर्फ के बीच नए साल का स्वागत कर सकेंगे। शिमला में पर्यटकों का जमावड़ा जरूर लगा हुआ है। मगर यहां बर्फ पिघल चुकी है। इसी तरह मनाली में भी बर्फ नहीं है। शिमला में 80% ऑक्यूपेंसी न्यू ईयर के जश्न के लिए पहले ही हिल स्टेशन पर बढ़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंचे हुए हैं। आज भी बड़ी संख्या में टूरिस्ट के आने की उम्मीद है। न्यू ईयर से पहले यानी 30 दिसंबर की बात करें तो शिमला से होटल 75 से 80 प्रतिशत, मनाली के होटल 70 से 75 प्रतिशत और कसौली में 80 प्रतिशत तक पैक हो चुके है। होटलों में आज ऑक्यूपेंसी 100 प्रतिशत होने की उम्मीद है। इसे देखते हुए टूरिस्ट को होटल में एडवांस ऑनलाइन बुकिंग करके हिल स्टेशन पर आना होगा, क्योंकि होटल में कमरे नहीं मिले तो रात सड़कों व गाड़ी में बितानी मुश्किल हो सकती है। राहत की बात यह है कि प्रदेश में बीते चार-पांच सालों के दौरान शिमला, मनाली जैसे प्रमुख शहरों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में होम स्टे बने है। इससे टूरिस्ट होम स्टे का भी रुख कर सकते है। 24 घंटे होटल खुले हिमाचल सरकार ने नववर्ष पर खाना परोसने वाले होटल, ढाबे व दुकानें 24 घंटे खुले रखने का फैसला लिया है। इससे देर रात तक पहाड़ों पर पहुंचने वाले टूरिस्ट को भूखे पेट नहीं सोना पड़ेगा। शिमला में 400 जवान संभालेंगे सुरक्षा का जिम्मा हिमाचल के अलग अलग पर्यटन स्थलों पर नए साल के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। शिमला की बात की जाए तो यहां 400 जवान कार्ट रोड पर ट्रैफिक, शिमला के रिज व माल रोड और कुफरी में तैनात किए गए है। इसी तरह 300 से ज्यादा जवान मनाली व आसपास के पर्यटन स्थलों पर भी तैनात किए गए है। HRTC ने शुरू की स्पेशल वॉल्वो बस HRTC ने न्यू ईयर के लिए दिल्ली से शिमला, कुल्लू, मनाली और धर्मशाला के लिए अतिरिक्त वॉल्वो बसें शुरू की है। यह सभी अतिरिक्त बसें ऑनलाइन बुकिंग के आधार पर चलाई जा रही हैं। 5 जनवरी तक HRTC की इन बसों की सुविधा मिलेगी। टूरिस्ट इन बसों के माध्यम से भी पहाड़ों पर आ जा सकेंगे। इसके लिए HRTC की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में होटल के जनरल मैनेजर का मर्डर:2 पुलिस कॉस्टेबल हिरासत में लिए; गुस्साएं ग्रामीण बनीखेत बस स्टेंड पर दे रहे धरना हिमाचल प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थल डलहौजी में न्यू-ईयर की पूर्व संध्या पर एक होटल में मारपीट और होटल के जनरल मैनेजर की मौत का मामला सामने आया है। मारपीट के आरोप पुलिस के जवानों पर लगे है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने 2 कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है। होटल कर्मी की हत्या से गुस्साए स्थानीय लोगों ने बनीखेत बस स्टैंड पर चक्का जाम किया। दो घंटे से अधिक समय तक धरना दिया और आरोपी पुलिस जवानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। दोपहर पौने दो बजे SP चंबा अभिषेक यादव मौके पर पहुंचे। उनके समझाने और कड़ी कार्रवाई के भरोसे के बाद ग्रामीण शांत हुए। सूचना के अनुसार, पुलिस के तीन जवान बीती रात को बहलून कैंट के पास ड्यूटी दे रहे थे। DSP हेमंत ठाकुर ने बताया कि रात एक बजे ड्यूटी खत्म करने के बाद जवान नेचर वैली होटल बनीखेत में डिनर करने गए। कॉस्टेबल अनूप और होटल कर्मी सचिन के बीच हुई बहस DSP ने बताया पुलिस कांस्टेबल अनूप की होटल के कर्मचारी सचिन के साथ किसी बात को लेकर बहस और लड़ाई हो गई। तब होटल के जनरल मैनेजर राजेंद्र मल्होत्रा, एक अन्य वेटर इन्हें छुड़ा रहे थे। इनके समझाने के बाद झगड़ा शांत हुआ। मगर कुछ देर बाद जब ये होटल से बाहर निकले और राजेंद्र मल्होत्रा भी पुलिस जवानों को लौट जाने को कह रहा था। तब होटल की पार्किंग एरिया के पास दोबारा गुथमगुत्था हो गए। इस दौरान जनरल मैनेजर राजेंद्र मल्होत्रा की ऊंचाई से गिरने से मौत हो गई। वहीं होटल कर्मचारी सचिन गंभीर रूप से घायल है। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। मृतक जनरल मैनेजर खजियार का रहने वाला है, वहीं सचिन की हालत गंभीर बनी हुई है। 2 जवान हिरासत में लिए: DSP DSP हेमंत ठाकुर ने बताया कि होटल कर्मियों और पुलिस जवानों के बीच क्यों झगड़ा हुआ। इसकी तप्तीश की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस के दो जवान अनूप और सचिन को हिरासत में ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि इनकी ड्यूटी न्यू ईयर पार्टी की वजह से डलहौजी में लगाई थी। मूल रूप से इनकी पोस्टिंग चंबा के तीसा में है। कानून के तहत सख्त कार्रवाई करेंगे:SP SP अभिषेक यादव ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए SIT गठित कर दी गई है। अभी तक दो जवानों को गिरफ्तार किया गया है। यदि कुछ और जवानों के भी नाम सामने आते है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा। कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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मंडी में जलस्तर बढ़ने से बहा अस्थाई रास्ता:जान जोखिम में डाल ब्यास नदी पार कर रहे लोग, नए पुल का काम हुआ शुरू हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में चार विधानसभा क्षेत्रों के लिए बहुत ही अहम कून का तर पुल अभी तक नहीं बन पाया है। अब यहां पर लगा झूला पुल भी हटा दिया गया है। ऐसे में कुछ दिन पहले ही लोगों की आवाजाही के लिए लोक निर्माण विभाग के द्वारा एक अस्थायी रास्ता बनाया था। दो दिनों की बारिश के बाद नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण यह अस्थायी रास्ता बह गया। लोगों को आने-जाने में बहुत कठिनाई हुई। इस दौरान लोग लोहे के सिंगल गाटर पर जान जोखिम में डालकर आर पार करते हुए नज़र आए। जिसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जैसे ही विभाग को इस बात का पता चला तो वहां पर उन्होंने पहुंचकर रास्तें को दोबारा बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है। पुल ना होने से लोग परेशान बता दें कि यह कून का तर पुल चार क्षे़त्रों मंडी, जोगिंद्रनगर, द्रंग और धर्मपुर के लिए एक बहुत ही अहम पुल है। इस पुल से अगर आवाजाही न होने के कारण लोगों को करीब 50 किलोमीटर तक का अतिरिक्त सफर करना पड़ता है। जिससे समय और पैसा दोनों ही बर्बाद हो जाते हैं। बाढ़ में बह गया था पुल साल 2023 में आई बाढ़ में यह कून का तर पुल बह गया था। बाद में लोगों की आवाजाही के लिए यहां पर एक झूला पुल बनाया गया। मगर इस बरसात में यह पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया और अब यहां पर इन दिनों नए पुल का निर्माण शुरू हो गया है, और झूला पुल हटा दिया है एक्सईएन बोले- काम शुरू कर दिया है इस बारे में मंडी एक्सईएन डीके वर्मा ने बताया कि पुल का काम शुरू हो गया है और इसके लिए कटिंग की जा रही है। लोगों के लिए अस्थायी रास्ता बनाया गया था, जो शनिवार को बह गया। उन्होंने कहा कि रास्ते को ठीक करने में कर्मचारी जुटे हुए हैं।
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हिमाचल CPS केस में भाजपा की उम्मीदों को झटका:SC के ऑर्डर के बाद अब नहीं जाएगी विधायकों की सदस्यता; चुनौती देने की थी तैयारी हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की प्लानिंग पर पानी फिरा है। सुप्रीम कोर्ट (SC) ने फिलहाल विधायकों की डिस्क्वालिफिकेशन पर रोक लगा दी है, क्योंकि हिमाचल में मुख्य संसदीय सचिव (CPS) की नियुक्ति और ऑफिस ऑफ प्रॉफिट से प्रोटेक्शन को पहले ही कानून बने थे। सुप्रीम कोर्ट के यथास्थिति बनाए रखने के आदेशों से कांग्रेस सरकार को संजीवनी और बीजेपी की उम्मीदों को झटका लगा है। हाईकोर्ट के ऑर्डर के बाद बीजेपी नेता खुलकर कांग्रेस विधायकों के अनसीट होने की बात कह रहे थे। BJP के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन यहां तक कह चुके थे जब चाहे सरकार गिरा सकते हैं। इससे सियासी पारा चढ़ता जा रहा था। लाभ का पद मानते हुए राज्यपाल के पास चुनौती देने की थी तैयारी विपक्ष पार्टी भाजपा हाईकोर्ट के ऑर्डर में पैरा 50 के हिसाब से राज्यपाल से मिलने की तैयारी में थी। पैरा 50 में हाईकोर्ट ने लाभ के पद से पूर्व सीपीएस को मिली प्रोटेक्शन को समाप्त कर दिया था। इसके तहत राज्यपाल पूर्व सीपीएस को अनसीट करने के आदेश सुना सकते थे। मगर SC ने इस पर स्टे लगा दिया है। बीजेपी ले रही थी कानूनी राय वहीं बीजेपी भी कांग्रेस विधायकों की सदस्यता रद्द करने को लेकर कानूनी विशेषज्ञ से राय ले रही थी और राज्यपाल से मिलने की तैयारी में थी, क्योंकि भारत के संविधान 191 में डिस्क्वालिफिकेशन की शक्तियां राज्यपाल के पास है। 3(D) में मिली प्रोटेक्शन बहाल जानकारों की माने तो हिमाचल लैजिस्लेटिव असैंबली मेंबर्स एक्ट 1971 से हाईकोर्ट द्वारा 3(D) हटाने की वजह से विधायकों की सदस्यता पर संकट आ गया था। 3(D) हटने के बाद ऑफिस ऑफ प्रॉफिट पूर्व सीपीएस के खिलाफ अट्रेक्ट हो रहा था। लिहाजा लाभ का पद मानते हुए विपक्ष कांग्रेस के 6 विधायकों की सदस्यता खत्म करने की मांग करने वाला था। 6 नहीं, 9 विधायकों की सदस्यता को चुनौती की तैयारी थी बीजेपी 6 नहीं बल्कि 9 विधायकों की सदस्यता को चुनौती देने की योजना बना रही थी। पूर्व CPS के साथ-साथ कैबिनेट रैंक वाले 3 कांग्रेस विधायक भी लपेटे में आ सकते थे। क्योंकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कांग्रेस विधायक भवानी सिंह पठानिया, आरएस बाली और नंद लाल को भी कैबिनेट रैंक के साथ तैनाती दे रखी है। फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया को स्टेट प्लानिंग बोर्ड का डिप्टी चेयरमैन, नगरोटा बगवा से MLA आरएस बाली हिमाचल पर्यटन विकास निगम का वाइस-चेयरमैन और रामपुर से विधायक नंद लाल को सातवें वित्त आयोग का अध्यक्ष बना रखा है। इनकी विधायकी पर खतरा टला इन तीन विधायकों के अलावा पूर्व CPS किशोरी लाल, आशीष बुटेल, एमएल ब्राक्टा, सुंदर सिंह ठाकुर, संजय अवस्थी और दून से राम कुमार चौधरी की विधायक भी बीते कल तक संकट में मानी जा रही थी। अब CPS केस की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। यह केस पंजाब, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल राज्य के केस के साथ सुना जाएगा। फिलहाल उप चुनाव नहीं SC से कांग्रेस सरकार को यदि राहत नहीं मिलती तो बीजेपी ने कांग्रेस 9 विधायकों की सदस्यता को चुनौती देनी थी। यदि इनकी सदस्यता जाती तो राज्य में फिर से 9 सीटों पर उप चुनाव की नौबत आ सकती थी। जवाबी कार्रवाई को कांग्रेस भी तैयारी इस बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार भी जवाब कार्रवाई कर सकती थी, क्योंकि बीजेपी के 9 विधायकों पर विधानसभा के बजट सत्र में दुर्व्यवहार व कागज फाड़ने के आरोप है। इस केस में स्पीकर ने बीजेपी विधायकों को नोटिस जारी कर रखे है। अब स्पीकर को केवल कार्रवाई करनी है। ऐसे में मुकाबला बीजेपी के 9 विधायक बनाम कांग्रेस के 9 विधायक हो सकता था। BJP के जिन विधायकों को नोटिस दिए गए हैं, उनमें ऊना से विधायक सत्तपाल सत्ती, नाचन से विनोद सुल्तानपुरी, चुराह से हंसराज, बंजार से सुरेंद्र शौरी, सुलह से विपिन सिंह परमार, बिलासपुर से त्रिलोक जम्वाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी, आनी से लोकेंद्र कुमार और करसोग से दीपराज शामिल है।