हिमाचल प्रदेश के सोलन शहर में आज एक कार बैक करते वक्त पार्किंग से करीब 30 फीट नीचे खाई में गिरकर पलट गई। इस हादसे में कार चालक महिला घायल हुई हैं, जिसे सोलन अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई हैं। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह पहले दूसरी गाड़ी को टक्कर लगती है और बाद में गाड़ी पार्किंग से नीचे पलट जाती है। सूचना के अनुसार, पूनम नामक महिला सोलन के पावर हाउस रोड पर कार पार्क कर रही थी। कार बैक करते वक्त वह नियंत्रण खो बैठती है,जिससे हादसे का शिकार हो जाती है। इस घटना के बाद मौके पर मौजूद लोग महिला को उपचार के लिए सोलन अस्पताल ले गए, जहां पर प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इस हादसे में पूनम को हल्की चोटें आई है। पति ने कुछ समय पहले ही गिफ्ट की थी कार बताया जा रहा है कि पूनम को कुछ समय पहले ही उसके पति ने गाड़ी गिफ्ट की थी। वह काफी समय से गाड़ी चला रही थी। घटना की चश्मदीद महिला मोनिका ने बताया कि जब पूनम गाड़ी पार्क कर रही थी तब यह हादसा हुआ है। हिमाचल प्रदेश के सोलन शहर में आज एक कार बैक करते वक्त पार्किंग से करीब 30 फीट नीचे खाई में गिरकर पलट गई। इस हादसे में कार चालक महिला घायल हुई हैं, जिसे सोलन अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई हैं। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह पहले दूसरी गाड़ी को टक्कर लगती है और बाद में गाड़ी पार्किंग से नीचे पलट जाती है। सूचना के अनुसार, पूनम नामक महिला सोलन के पावर हाउस रोड पर कार पार्क कर रही थी। कार बैक करते वक्त वह नियंत्रण खो बैठती है,जिससे हादसे का शिकार हो जाती है। इस घटना के बाद मौके पर मौजूद लोग महिला को उपचार के लिए सोलन अस्पताल ले गए, जहां पर प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इस हादसे में पूनम को हल्की चोटें आई है। पति ने कुछ समय पहले ही गिफ्ट की थी कार बताया जा रहा है कि पूनम को कुछ समय पहले ही उसके पति ने गाड़ी गिफ्ट की थी। वह काफी समय से गाड़ी चला रही थी। घटना की चश्मदीद महिला मोनिका ने बताया कि जब पूनम गाड़ी पार्क कर रही थी तब यह हादसा हुआ है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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मणिमहेश यात्रा को लेकर एडवाइजरी जारी:मैदानी क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं को विशेष सलाह, दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य श्री मणिमहेश यात्रा-2024 के तहत पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर चंबा जनपद के उप मंडलीय प्रशासन भरमौर ने स्पेशल एडवाइजरी जारी की है। एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने श्री मणिमहेश यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं से एडवाइजरी का पालन कर अपनी यात्रा को सुरक्षित तथा अविस्मरणीय बनाने का आग्रह किया है।विशेषकर मैदानी क्षेत्रों पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान इत्यादि से आने वाले श्रद्धालुओं को विशेष सावधानी रखने का भी आह्वान किया है। उन्होंने बताया कि चूंकि श्री मणिमहेश यात्रा उत्तर भारत की अन्य धार्मिक यात्राओं से अधिक दुर्गम है। पवित्र डल झील 13 हजार फुट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है। ऐसे में निचले गर्म क्षेत्रों से आकर भरमौर-हड़़सर से सीधे यात्रा शुरू कर देना श्रद्धालुओं के शारीरिक स्वास्थ्य के लिहाज से सही नहीं है। स्थानीय वातावरण के अनुकूल अपने आप को ढालने के लिए चंबा, भरमौर इत्यादि स्थानों में ठहराव आवश्यक है। श्रद्धालुओं को सलाह देते हुए एसडीएम का कहना था कि पहाड़ी क्षेत्र में वाहन चलाते समय अत्यंत सावधानी रखें। वाहन की गति नियंत्रित रखते हुए बड़े गेयर का प्रयोग किया जाए। रात के समय ना करें यात्रा रात के समय बिल्कुल यात्रा न करें। प्रशासन द्वारा विभिन्न स्थानों पर स्थापित चेतावनी बोर्ड पर लिखित दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित बनाएं। नदी-नालों में जलस्तर अचानक बढ़ने की भी संभावना रहती है, इसलिए नदी-नालों में बिल्कुल न उतरे। गर्म कपड़े, टॉर्च, छाता-रेनकोट अपने साथ अवश्य रखें। स्वास्थ्य जांच आवश्यक करवाएं। मौसम के पूर्वानुमान को नजर अंदाज न करें। हड़सर गांव से ऊपर चढ़ाई चढ़ते समय सावधानीपूर्वक चले। ऐसे स्थानों पर बिल्कुल ना रुके जहां पर पत्थर गिरने की संभावना हो। प्रशासन द्वारा स्थापित चेतावनी बोर्ड पर लिखे दिशा-निर्देशों का पालन पूरी तरह सुनिश्चित बनाएं। यात्रा के लिए अपना पंजीकरण अवश्य करवाएं। संवेदनशील है यह घाटी कुलबीर सिंह राणा ने बताया कि शैव-शिवा को समर्पित यह संपूर्ण घाटी पर्यावरण के लिहाज से संवेदनशील है। उन्होंने श्रद्धालुओं से आह्वान किया है कि वे यहां गंदगी फैलाकर पाप के भागीदार न बने तथा प्रतिबंधित पोली पदार्थ का प्रयोग बिल्कुल न करें। अधिक जानकारी के लिए नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 01895-225027 पर संपर्क किया जा सकता है। बता दें कि, स्थानीय परंपरा के अनुरूप कृष्ण जन्माष्टमी से राधा अष्टमी तक श्री मणिमहेश यात्रा का आयोजन होता है। इस वर्ष 26 अगस्त से 11 सितंबर तक यात्रा का आयोजित होगी।
हिमाचल के चीफ जस्टिस बने गुरमीत सिंह संधावालिया:केंद्रीय लॉ एंड जस्टिस मिनिस्टरी ने जारी किए आदेश; अभी पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय में सेवारत्त
हिमाचल के चीफ जस्टिस बने गुरमीत सिंह संधावालिया:केंद्रीय लॉ एंड जस्टिस मिनिस्टरी ने जारी किए आदेश; अभी पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय में सेवारत्त केंद्रीय लॉ एंड जस्टिस मिनिस्टरी ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने जस्टिस गुरमीत सिंह संधावालिया को हिमाचल हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया है। इसे लेकर मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिए है। जस्टिस गुरमीत संधावालिया जल्द शपथ ग्रहण के बाद पदभार संभाल सकते हैं। पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजीव शकधर के रिटायर होने के बाद से न्यायाधीश त्रिलोक चौहान एक्टिंग चीफ जस्टिस की भूमिका निभा रहे हैं। चंडीगढ़ से बीए की पढ़ाई की जस्टिस गुरमीत संधावालिया ने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से बीए (ऑनर्स) और 1989 में चंडीगढ़ के पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की। उसी वर्ष अगस्त में बार काउंसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा, चंडीगढ़ में एडवोकेट के रूप में नामांकित किया गया था। वह कानूनी परिवार से संबंध रखते हैं। पिता भी चीफ जस्टिस रहे इनके पिता 1978 से 1983 तक पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं। जस्टिस गुरमीत को 30 सितंबर 2011 को एक अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में खंडपीठ में पदोन्नत किया गया और 24 जनवरी 2014 को स्थायी न्यायाधीश बन गया।
हिमाचल के नायब सूबेदार गृह प्रवेश से पहले शहीद:बरसात में ढह गया था घर, दिवाली मनाकर ड्यूटी पर लौटे थे, आज अंतिम संस्कार
हिमाचल के नायब सूबेदार गृह प्रवेश से पहले शहीद:बरसात में ढह गया था घर, दिवाली मनाकर ड्यूटी पर लौटे थे, आज अंतिम संस्कार जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए राकेश कुमार (42) का आज हिमाचल प्रदेश के मंडी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। राकेश कुमार का पार्थिव शरीर बीती शाम को जम्मू से हेलिकॉप्टर में मंडी के कंगनीधार हेलीपैड पर लाया गया। यहां से पार्थिव शरीर को नेरचौक मेडिकल कॉलेज में लाया गया है। सूचना के अनुसार, आज सुबह 8 बजे शहीद के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव बरनोग लाया जाएगा। यहां घर में पार्थिव शरीर कुछ देर तक अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद श्मशान घाट में अंतिम संस्कार होगा। एक सप्ताह पहले ही छुट्टी मना कर ड्यूटी पर लौटे थे राकेश
बताया जा रहा है राकेश कुमार एक सप्ताह पहले ही दिवाली मना कर छुट्टी खत्म होने के बाद ड्यूटी पर लौटे और बीते रविवार (10 नवंबर) को किश्तवाड़ में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए। वह सेना में जूनियर कमीशंड अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। राकेश 2 बच्चों के पिता थे। वह अपने पीछे माता भाति देवी, पत्नी भानु प्रिया और 2 बच्चों यशस्वी (14) और प्रणव (9) को छोड़ गए हैं। 23 साल से सेना में दे रहे थे सेवाएं
भारतीय सेना में 23 सालों से सेवाएं दे रहे राकेश कुमार अभी नायब सूबेदार के तौर पर तैनात थे। राकेश की शहादत के बाद पूरे हिमाचल में शोक की लहर है। शहीद के घर पर लोगों का आना जाना लगा हुआ है। 14 महीने पहले बरसात में टूटा 10 कमरों का मकान
जानकारी के अनुसार, शहीद राकेश कुमार का 10 कमरों का मकान पिछली बरसात में 13 अगस्त 2023 की रात को ढह गया था। इसके बाद से राकेश कुमार का परिवार किराए के मकान में रह रहा है। भाई कर्म सिंह के मुताबिक राकेश ने दिसंबर में छुट्टी आना था। तब घर का काम लगाना था। इसके बाद गृह प्रवेश करना था। किश्तवाड़ से कुछ दूरी पर मुठभेड़
आतंकवादियों की उपस्थिति की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने किश्तवाड़ में संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। नायब सूबेदार राकेश कुमार भी इस दल का हिस्सा थे। इसी दौरान तलाशी दलों ने किश्तवाड़ के कुंतवाड़ा और केशवान के सुदूर जंगल में 2 आतंकवादियों को रोका। यह स्थान उस जगह से कुछ किलोमीटर दूर बताया जा रहा है, जहां 7 नवंबर को विलेज डिफेंस ग्रुप (VDG) के 2 सदस्यों नजीर अहमद और कुलदीप कुमार के शव मिले थे। यहीं पर आतंकियों के साथ तलाशी दल की मुठभेड़ हुई। इसमें गोली लगने से नायब सूबेदार राकेश कुमार शहीद हो गए। वहीं, 3 जवान घायल हुए। उनका इलाज चल रहा है। CM और पूर्व CM ने जताया दुख
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आतंकवादियों से मुठभेड़ में राकेश कुमार की शहादत पर शोक प्रकट किया और शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राकेश कुमार की शहादत को हमेशा याद किया जाएगा। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी जवान की शहादत पर दुख जताया। उन्होंने कहा देश उनके बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।