हिमाचल में कुल्लू जिला के निरमंड उपमंडल में श्रीखंड महादेव यात्रा पर निकले उत्तर प्रदेश के एक श्रद्धालु की बर्फ पर पांव फिसलने से गिरने पर मौत हो गयी है। मृतक की पहचान विनय वर्मा (50) पुत्र श्याम सुंदर वर्मा निवासी गांव गुलाटी, जिला बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश के तौर पर हुई है। श्रीखंड यात्रा में अब तक 3 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। बता दें कि श्रीखंड महादेव की यात्रा आधिकारिक तौर पर 14 जुलाई से शुरू होनी है। लेकिन इससे पहले ही यहां श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। यह यात्रा उतर भारत की सबसे कठिन और रोमांचकारी यात्रा में से एक है। यात्रा कुछ लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। शुक्रवार को डीएसपी आनी चंद्रशेखर कायथ ने बताया कि श्रीखंड यात्रा पर निकले एक व्यक्ति की पैर फिसलने से मौत हो गयी है। बुलंदशहर यूपी के संदीप वर्मा ने बताया कि उसके भाई विनय वर्मा 19 जून को श्रीखण्ड के समीप ही पैर फिसल कर बर्फ में करीब 200-250 मीटर नीचे जा गिरा और मौत हो गयी। स्थानीय लोगों की मदद से जाओं तक लाया जा रहा है। इसके बाद शव को निरमण्ड अस्पताल पहुंचाया जाएगा। पुलिस के अनुसार शव के पहुंचने के बाद ही आगामी कार्यवाही की जाएगी। बता दें कि इस वर्ष आधिकारिक तौर पर श्रीखण्ड महादेव की यात्रा 14 जुलाई से 27 जुलाई तक होनी तय हुई है। बावजूद इसके लोग इस यात्रा पर निकल रहे हैं। इस वर्ष यात्रा के रास्ते मे अत्यधिक बर्फ होने के कारण अभी यात्रा कठिन बताई जा रही है। अब तक यात्रा में तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है। हिमाचल में कुल्लू जिला के निरमंड उपमंडल में श्रीखंड महादेव यात्रा पर निकले उत्तर प्रदेश के एक श्रद्धालु की बर्फ पर पांव फिसलने से गिरने पर मौत हो गयी है। मृतक की पहचान विनय वर्मा (50) पुत्र श्याम सुंदर वर्मा निवासी गांव गुलाटी, जिला बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश के तौर पर हुई है। श्रीखंड यात्रा में अब तक 3 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। बता दें कि श्रीखंड महादेव की यात्रा आधिकारिक तौर पर 14 जुलाई से शुरू होनी है। लेकिन इससे पहले ही यहां श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। यह यात्रा उतर भारत की सबसे कठिन और रोमांचकारी यात्रा में से एक है। यात्रा कुछ लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। शुक्रवार को डीएसपी आनी चंद्रशेखर कायथ ने बताया कि श्रीखंड यात्रा पर निकले एक व्यक्ति की पैर फिसलने से मौत हो गयी है। बुलंदशहर यूपी के संदीप वर्मा ने बताया कि उसके भाई विनय वर्मा 19 जून को श्रीखण्ड के समीप ही पैर फिसल कर बर्फ में करीब 200-250 मीटर नीचे जा गिरा और मौत हो गयी। स्थानीय लोगों की मदद से जाओं तक लाया जा रहा है। इसके बाद शव को निरमण्ड अस्पताल पहुंचाया जाएगा। पुलिस के अनुसार शव के पहुंचने के बाद ही आगामी कार्यवाही की जाएगी। बता दें कि इस वर्ष आधिकारिक तौर पर श्रीखण्ड महादेव की यात्रा 14 जुलाई से 27 जुलाई तक होनी तय हुई है। बावजूद इसके लोग इस यात्रा पर निकल रहे हैं। इस वर्ष यात्रा के रास्ते मे अत्यधिक बर्फ होने के कारण अभी यात्रा कठिन बताई जा रही है। अब तक यात्रा में तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में मानसून में तापमान ने तोड़े रिकॉर्ड:शिमला में 30, धर्मशाला में 25 साल बाद सर्वाधिक पारा पहुंचा; अगले 4 दिन खिलेगी धूप
हिमाचल में मानसून में तापमान ने तोड़े रिकॉर्ड:शिमला में 30, धर्मशाला में 25 साल बाद सर्वाधिक पारा पहुंचा; अगले 4 दिन खिलेगी धूप हिमाचल प्रदेश में बीते शुक्रवार की धूप के बाद तापमान में भारी उछाल आया है। एक ही दिन की धूप से सितंबर माह की गर्मी पुराने रिकॉर्ड तोड़ने लगी है। शिमला का अधिकतम तापमान सामान्य से 4.1 डिग्री के उछाल के बाद 27.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है, जो कि बीते 30 साल का रिकॉर्ड है। शिमला का इससे पहले रिकॉर्ड मैक्सिमम टैम्परेचर 30 सितंबर 1994 को 28.6 डिग्री सेल्सियस है। धर्मशाला के तापमान में भी बीते 24 घंटे में 6 डिग्री का उछाल आया है। धर्मशाला का अधिकतम पारा 31.1 डिग्री सेल्सियस हो गया है। बीते 25 सालों में सितंबर माह में धर्मशाला का इतना तापमान कभी नहीं गया। धर्मशाला का आज तक का रिकॉर्ड तापमान 30 सितंबर 1988 को 38.6 डिग्री सेल्सियस है। प्रदेश का औसत तापमान 3.8 डिग्री ज्यादा हुआ शिमला और धर्मशाला के अलावा अन्य शहरों के तापमान भी में भारी उछाल आया है। प्रदेश के औसत तापमान में बीते 24 घंटे के दौरान 3.8 डिग्री का उछाल और सामान्य से 3.3 डिग्री ज्यादा हो गया है। केलांग के तापमान में सबसे ज्यादा 11.8 डिग्री का उछाल आया है। भुंतर, धर्मशाला, कांगड़ा और चंबा के तापमान में भी 5 डिग्री से ज्यादा का उछाल बीते 24 घंटे में आया है। ऊना का पारा 35.8 डिग्री पहुंचा प्रदेश के 2 शहरों का पारा 35 डिग्री पार और 11 शहरों का 30 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। ऊना का तापमान सर्वाधिक 35.8 डिग्री और बिलासपुर का 35.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। 4 दिन खिलेगी धूप, तापमान में और उछाल आएगा मौसम विभाग के अनुसार, 25 व 26 सितंबर को पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय हो रहा है। पहाड़ों पर इससे बारिश का जरूर पूर्वानुमान है। मगर आज से अगले 4 दिन तक मौसम साफ बना रहेगा। इससे तापमान में ओर ज्यादा बढ़ौतरी होगी।
हिमाचल सरकार पर जयराम ठाकुर का तंज:बोले- रुकने की कगार पर प्रदेश के रेलवे प्रोजेक्ट, होना है दो रेल लाइनों का निर्माण
हिमाचल सरकार पर जयराम ठाकुर का तंज:बोले- रुकने की कगार पर प्रदेश के रेलवे प्रोजेक्ट, होना है दो रेल लाइनों का निर्माण हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा यहां बनाए जा रहे दो महत्वपूर्ण रेलवे प्रोजेक्ट में अपना शेयर न देने के कारण इन प्रोजेक्ट्स का काम बंद होने की कगार पर पहुंच गया है। यह आरोप पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने लगाया है। आज मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेलवे लाइन का निर्माण किया जाना है, जिसमें 75 प्रतिशत भागीदारी केंद्र सरकार की जबकि 25 प्रतिशत भागीदारी प्रदेश सरकार की है। लेकिन प्रदेश सरकार अपनी 25 प्रतिशत भागीदारी का पैसा नहीं दे रही है। इसका 1441 करोड़ रेलवे बोर्ड को देना है। दो रेलवे लाइन का होना है निर्माण वहीं, दूसरी तरफ चंडीगढ़-बद्दी रेलवे लाइन को 50-50 प्रतिशत की भागीदारी में बनाया जा रहा है। इसका पैसा भी हिमाचल सरकार नहीं दे रही है। इसका 185 करोड़ देने है। जयराम ठाकुर ने बताया कि प्रदेश सरकार को 1626 करोड़ रुपए रेलवे बोर्ड को देने हैं। इसके लिए अब रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखकर इसकी मांग की है। यदि सरकार इस पैसे को नहीं देती है तो प्रदेश में रेलवे लाइन का काम रूक जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार लगातार प्रदेश के विकास के लिए पैसा दे रही है, लेकिन प्रदेश सरकार अपना शेयर न देकर यहां के विकास को रोकने का काम कर रही है। सीएम बार बार पलट रहे अपने बयानों से : ठाकुर जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश आर्थिक संकट से जूझ रहा है और इस बात को लेकर सीएम सुक्खू कई बार खुले मंच पर भी कह चुके हैं। लेकिन वो हमेशा अपने बयानों से पलटने का काम करते हैं। कभी कहते हैं कि आर्थिक संकट है और कभी कहते हैं कि आर्थिक संकट नहीं है। यदि आर्थिक संकट नहीं है तो फिर हर महीने बोल-बोल कर और नई-नई तारीखें तय करके वेतन और पेंशन क्यों देने पड़ रहे हैं। इस बार केंद्र से जो मदद प्राप्त हुई है उससे सीएम ने राहत की सांस ली है और अब एडवांस में सेलरी देने जा रहे हैं।
मंडी में निर्माणाधीन टनल के पास सड़क धंसी:20 से अधिक घरों पर मंडराया खतरा; चार महीने से बंद पड़ा काम
मंडी में निर्माणाधीन टनल के पास सड़क धंसी:20 से अधिक घरों पर मंडराया खतरा; चार महीने से बंद पड़ा काम मंडी जिले के पंडोह के ग्राम पंचायत हटौण के डयोड गांव में निर्माणाधीन टनल के ठीक ऊपर एक हिस्सा अचानक धंस गया। जिससे बड़ा गड्ढा बन गया है। डयोड हटौण सड़क पर आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है। गांव के करीब 20 से अधिक घरों पर खतरा मंडरा गया है। ग्रामीणों ने जब देखा कि सड़क किनारे गड्ढा बना हुआ है, तो उनके होश उड़ गए। यह गड्ढा इतना ज्यादा गहरा था कि पत्थर फैंकने पर उसके गिरने की आवाज तक नहीं आ रही। चार महीने से बंद पड़ा काम कीरतपुर-मनाली फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत पंडोह बायपास टकोली फोरलेन का जो निर्माण किया जा रहा है। उसकी पहली टनल डयोड गांव के नीचे से होकर ही गुजर रही है। इस टनल की खुदाई का काम पूरा कर दिया गया है। लेकिन बीते करीब चार महीने से इसका काम बंद पड़ा हुआ है। घरों की दीवारों में आई दरारें ग्रामीण हरदेव शर्मा, कशमीर सिंह, गीता देवी और कोयला देवी ने बताया कि इससे पहले भी टनल निर्माण के कारण उनके घरों पर बड़ी-बड़ी दरारें आई हुई हैं। अब इस हिस्से के धंसने से घरों में और नई दरारें आना शुरू हो गई हैं। कंपनी प्रबंधन व प्रशासन ने आया सुध लेने जहां यह गड्ढा पड़ा है। उसके साथ लगती गौशाला को खाली कर दिया गया है। इससे पहले मेघ सिंह के घर के पास भी टनल का हिस्सा इसी तरह से धंसा था। वहां भी आज दिन तक कंपनी प्रबंधन ने कोई उचित कार्रवाई नहीं की। ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी प्रबंधन और प्रशासन की तरफ से कोई भी मौके पर नहीं आया है और इनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है।