हिमाचल प्रदेश में अक्टूबर माह में राज्य में 4 साल बाद बेहद कम बारिश हुई है, और नवंबर के पहले सप्ताह में भी बारिश की कोई संभावना नहीं है। आईएमडी ने पूर्वानुमान लगाया है कि अगले एक सप्ताह तक मौसम साफ रहेगा। अगर यही स्थिति रही तो राज्य में लंबे समय से जारी बारिश ना होने के कारण इस बार सूखे जैसे हालात बनने की संभावना है। 1 से 31 अक्टूबर तक राज्य में सामान्य बारिश 25.1 मिमी होती है, लेकिन इस बार सिर्फ 0.7 मिमी बारिश हुई है। 12 में से 6 जिलों में एक बूंद भी बारिश नहीं हुई आईएमडी के अनुसार, राज्य के 6 जिलों चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में एक बूंद भी बारिश नहीं हुई। ऊना में सबसे ज्यादा 8.6 मिमी बारिश हुई है, लेकिन यह भी सामान्य से 54 फीसदी कम है। कांगड़ा में पूरे महीने में सिर्फ 1.5 मिमी, लाहौल स्पीति में 0.1 मिमी और मंडी में 3.4 मिमी बारिश हुई। मानसून के दौरान सामान्य से कम बारिश इस बार मानसून सीजन में राज्य में सामान्य से 19 फीसदी कम बारिश हुई है। पोस्ट मानसून सीजन में भी पहाड़ों पर बादल नहीं बरस रहे हैं। अगले एक सप्ताह तक भी बारिश की संभावना नहीं है। यह राज्य की कृषि और बागवानी के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। इसके चलते जल स्रोतों में पानी का स्तर भी कम होने लगा है। सूखे के चलते किसान गेहूं की बुवाई नहीं कर पा रहे हैं। 7 नवंबर तक मौसम साफ मौसम विभाग के अनुसार 7 नवंबर तक मौसम साफ रहेगा। बारिश या बर्फबारी न होने से तापमान सामान्य से अधिक है। इस कारण नवंबर का महीना शुरू होने के बावजूद ठंड का अहसास नहीं हो रहा है। हालात ये हैं कि कई जगहों पर तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री अधिक है। पारा 35 के पार मौसम विज्ञान के अनुसार, राज्य में न्यूनतम और अधिकतम तापमान भी सामान्य से अधिक है। इसके चलते दिन के साथ रातें भी गर्म हैं। दिन में लोगों को पसीना आ रहा है। खासकर मैदानी इलाकों में दिन में तापमान काफी अधिक बना हुआ है। ऊना में अभी भी तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस है। हिमाचल प्रदेश में अक्टूबर माह में राज्य में 4 साल बाद बेहद कम बारिश हुई है, और नवंबर के पहले सप्ताह में भी बारिश की कोई संभावना नहीं है। आईएमडी ने पूर्वानुमान लगाया है कि अगले एक सप्ताह तक मौसम साफ रहेगा। अगर यही स्थिति रही तो राज्य में लंबे समय से जारी बारिश ना होने के कारण इस बार सूखे जैसे हालात बनने की संभावना है। 1 से 31 अक्टूबर तक राज्य में सामान्य बारिश 25.1 मिमी होती है, लेकिन इस बार सिर्फ 0.7 मिमी बारिश हुई है। 12 में से 6 जिलों में एक बूंद भी बारिश नहीं हुई आईएमडी के अनुसार, राज्य के 6 जिलों चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में एक बूंद भी बारिश नहीं हुई। ऊना में सबसे ज्यादा 8.6 मिमी बारिश हुई है, लेकिन यह भी सामान्य से 54 फीसदी कम है। कांगड़ा में पूरे महीने में सिर्फ 1.5 मिमी, लाहौल स्पीति में 0.1 मिमी और मंडी में 3.4 मिमी बारिश हुई। मानसून के दौरान सामान्य से कम बारिश इस बार मानसून सीजन में राज्य में सामान्य से 19 फीसदी कम बारिश हुई है। पोस्ट मानसून सीजन में भी पहाड़ों पर बादल नहीं बरस रहे हैं। अगले एक सप्ताह तक भी बारिश की संभावना नहीं है। यह राज्य की कृषि और बागवानी के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। इसके चलते जल स्रोतों में पानी का स्तर भी कम होने लगा है। सूखे के चलते किसान गेहूं की बुवाई नहीं कर पा रहे हैं। 7 नवंबर तक मौसम साफ मौसम विभाग के अनुसार 7 नवंबर तक मौसम साफ रहेगा। बारिश या बर्फबारी न होने से तापमान सामान्य से अधिक है। इस कारण नवंबर का महीना शुरू होने के बावजूद ठंड का अहसास नहीं हो रहा है। हालात ये हैं कि कई जगहों पर तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री अधिक है। पारा 35 के पार मौसम विज्ञान के अनुसार, राज्य में न्यूनतम और अधिकतम तापमान भी सामान्य से अधिक है। इसके चलते दिन के साथ रातें भी गर्म हैं। दिन में लोगों को पसीना आ रहा है। खासकर मैदानी इलाकों में दिन में तापमान काफी अधिक बना हुआ है। ऊना में अभी भी तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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