हिमाचल प्रदेश में 15 साल पुराने वाहन जल्द सड़कों से हटाने होंगे। इसके लिए सभी 12 जिलों में स्क्रैप सेंटर बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। परिवहन विभाग ने स्क्रैप सेंटर खोलने के लिए निविदाएं मांग ली है। इसके तहत करीब 70 आवेदकों ने स्क्रैप सेंटर के लिए टेंडर भरा है। अगले कुछ दिन के भीतर परिवहन विभाग टैंडर प्रक्रिया पूरी करके इन्हें बनाने का काम शुरू कर देंगा। केंद्र के निर्देशों पर 200 से ज्यादा सरकारी बसें पहले ही सड़कों से हटा दी गई हैं। स्क्रैप सेंटर बनने के बाद 15 साल पुराने प्राइवेट व्हीकल भी बदलने होंगे। इसके लिए स्क्रैप पॉलिसी भी तैयार कर दी गई है। हिमाचल सरकार नॉन कमर्शियल व्हीकल को स्क्रैप कराने वाले लोगों को नई गाड़ी खरीदने पर पंजीकरण शुक्ल में 25 प्रतिशत की छूट प्रदान करेगी। कमर्शियल व्हीकल स्क्रैप कराने पर 15 प्रतिशत की छूट देगी। इसका मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों को पुराने वाहन स्क्रैप कराने के लिए प्रोत्साहित करना है। स्पेयर पार्ट्स का री-यूज भी नहीं होगा स्क्रैप किए जाने वाहन के किसी भी स्पेयर पार्ट को री-यूज नहीं होगा। वाहन जब स्क्रैप होगा, तो उसका पूरा रिकार्ड रखना होगा। अभी पुरानी गाड़ियों के स्पेयर पार्ट्स का दोबारा इस्तेमाल होता है। मगर स्क्रैप पॉलिसी के तहत अब इसकी इजाजत नहीं दी जाएगी। वर्कशॉप करके स्क्रैप सेंटर की शर्तें बता चुका परिवहन विभाग हिमाचल का परिवहन महकमा स्क्रैप सेंटर खोलने को लेकर बीते दिनों कार्यशाला का आयोजन कर चुका है। इसमें स्क्रैप सेंटर खोलने के इच्छुक लोगों को सरकार की स्क्रैप पॉलिसी के बारे में जानकारी दी गई। इसके नियम व शर्तें बताई गई। जल्द खोले जाएंगे स्क्रैप सेंटर हिमाचल के परिवहन विभाग निदेशक डीसी नेगी ने बताया, प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में स्क्रैप सेंटर खोले जाएंगे। इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए जा चुके है। इनके मूल्यांकन का काम जारी है। जल्द स्क्रैप सेंटर खोलने का काम आवंटित किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश में 15 साल पुराने वाहन जल्द सड़कों से हटाने होंगे। इसके लिए सभी 12 जिलों में स्क्रैप सेंटर बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। परिवहन विभाग ने स्क्रैप सेंटर खोलने के लिए निविदाएं मांग ली है। इसके तहत करीब 70 आवेदकों ने स्क्रैप सेंटर के लिए टेंडर भरा है। अगले कुछ दिन के भीतर परिवहन विभाग टैंडर प्रक्रिया पूरी करके इन्हें बनाने का काम शुरू कर देंगा। केंद्र के निर्देशों पर 200 से ज्यादा सरकारी बसें पहले ही सड़कों से हटा दी गई हैं। स्क्रैप सेंटर बनने के बाद 15 साल पुराने प्राइवेट व्हीकल भी बदलने होंगे। इसके लिए स्क्रैप पॉलिसी भी तैयार कर दी गई है। हिमाचल सरकार नॉन कमर्शियल व्हीकल को स्क्रैप कराने वाले लोगों को नई गाड़ी खरीदने पर पंजीकरण शुक्ल में 25 प्रतिशत की छूट प्रदान करेगी। कमर्शियल व्हीकल स्क्रैप कराने पर 15 प्रतिशत की छूट देगी। इसका मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों को पुराने वाहन स्क्रैप कराने के लिए प्रोत्साहित करना है। स्पेयर पार्ट्स का री-यूज भी नहीं होगा स्क्रैप किए जाने वाहन के किसी भी स्पेयर पार्ट को री-यूज नहीं होगा। वाहन जब स्क्रैप होगा, तो उसका पूरा रिकार्ड रखना होगा। अभी पुरानी गाड़ियों के स्पेयर पार्ट्स का दोबारा इस्तेमाल होता है। मगर स्क्रैप पॉलिसी के तहत अब इसकी इजाजत नहीं दी जाएगी। वर्कशॉप करके स्क्रैप सेंटर की शर्तें बता चुका परिवहन विभाग हिमाचल का परिवहन महकमा स्क्रैप सेंटर खोलने को लेकर बीते दिनों कार्यशाला का आयोजन कर चुका है। इसमें स्क्रैप सेंटर खोलने के इच्छुक लोगों को सरकार की स्क्रैप पॉलिसी के बारे में जानकारी दी गई। इसके नियम व शर्तें बताई गई। जल्द खोले जाएंगे स्क्रैप सेंटर हिमाचल के परिवहन विभाग निदेशक डीसी नेगी ने बताया, प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में स्क्रैप सेंटर खोले जाएंगे। इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए जा चुके है। इनके मूल्यांकन का काम जारी है। जल्द स्क्रैप सेंटर खोलने का काम आवंटित किया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
फ्रांस से डेयरी फॉर्म मैनेजमेंट सीखेगा हिमाचल:कृषि मंत्री के नेतृत्व में 7 सदसीय टीम रवाना; 2 विधायक भी गए, 21 अक्टूबर को लौटेंगे
फ्रांस से डेयरी फॉर्म मैनेजमेंट सीखेगा हिमाचल:कृषि मंत्री के नेतृत्व में 7 सदसीय टीम रवाना; 2 विधायक भी गए, 21 अक्टूबर को लौटेंगे हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री चंद्र कुमार के नेतृत्व में एक टीम आज फ्रांस रवाना होगी। 7 सदसीय टीम 20 अक्टूबर तक फ्रांस में विभिन्न डेयरी फर्म का दौरा करेगी और वहां दूध से बनने वाले विभिन्न प्रोडक्ट को बनाने व इनकी मार्केटिंग की जानकारी हासिल करेगी। कृषि मंत्री के अलावा 2 MLA, सरकारी उपक्रम मिल्कफेड के सचिव, MD मिल्कफेड और डेयरी फर्म चलाने वाली 2 महिलाएं फ्रांस जा रही है। विधायकों में स्टेट प्लानिंग बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन भवानी सिंह पठानिया और CPS (मुख्य संसदीय सचिव) संजय अवस्थी शामिल है। बता दें कि हिमाचल सरकार कांगड़ा के ढगवार में आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रदेश का सबसे बड़ा मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट बनाने जा रही है। इसके लिए टैंडर अवार्ड कर दिए है। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड को इस प्लांट के निर्माण का जिम्मा सौंपा गया है। संबंधित कंस्ट्रक्शन कंपनी ने निर्माण स्थल पर मशीनरी पहुंचा दी है। पुराने भवनों को गिराने और जमीन को समतल करने का काम शुरू हो गया है। 201 करोड़ से बन रहा मिल्क प्लांट इस प्लांट के लिए राजस्व विभाग ने पशुपालन विभाग के नाम पर 76 कनाल भूमि हस्तांतरित कर दी है। प्रदेश सरकार के इस प्लांट के लिए नाबार्ड से 201 करोड़ रुपए बजट का प्रावधान किया है। मिल्क फेडरेशन को पहली किस्त के तौर पर 60 करोड़ रुपए जारी किए जा चुके हैं। प्लांट के तैयार होने के बाद हिमाचल प्रदेश मिल्क फेडरेशन इस दुग्ध प्रसंस्करण प्लांट का संचालन करेगा। कांग्रेस ने दी थी ये गारंटी हिमाचल में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों बागवानों से गाय व भेंस का दूध क्रमश: 80 व 100 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से खरीदने का वादा किया था। यह वादा तो पूरा नहीं किया गया, मगर राज्य सरकार ने मिल्कफेड के जरिए खरीदे जाने वाले दूध के दाम में 13.20 रुपए की बढ़ौतरी की है। इसके बाद गाय का दूध 45 रुपए और भेंस का 55 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से पशुपालकों से खरीदा जा रहा है। इसी मंशा से मॉडर्न मिल्क प्लांट लगाया जा रहा है। फ्रांस, यूरोप का दूसरा सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश राज्य सरकार सोसायटियों के माध्यम से दूध खरीदने की योजना बना रही है। फ्रांस में भी सोसायटी के माध्यम से डेयरी कारोबार खूब फल फूल रहा है। दावा किया जाता है कि यूरोप में फ्रांस दूसरा सबसे बड़ा दूध उत्पादक और दुनिया का सातवां सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है। फ्रांस में 58 हजार डेयरी फॉर्म है। इनमें कुछ बड़े डेयरी फॉर्म का हिमाचल से जाने वाली टीम विजिट करेगी। कॉपरेटिव सेक्टर से कैसे बेहतर बनाया जाए, ये देखेंगे: चंद्र कुमार कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने बताया कि हिमाचल सरकार मॉडर्न मिल्क प्लांट शुरू करने जा रही है। इसलिए फ्रांस जाकर स्टडी करेंगे कि दूध के कौन कौन से प्रोडक्ट बनाए जाए और इनकी मार्केटिंग कैसे की जाए? दूध की खरीद कॉपरेटिव सेक्टर से कैसे बेहतर बनाई जाए। इन सब चीजों पर फ्रांस में टीम स्टडी करेगी।
कांगड़ा सहकारी बैंक भर्ती में वक्त:हमीरपुर में बोले चेयरमैन कुलदीप पठानिया, एनपीए में सुधार होने पर भरे जाएंगे खाली पद
कांगड़ा सहकारी बैंक भर्ती में वक्त:हमीरपुर में बोले चेयरमैन कुलदीप पठानिया, एनपीए में सुधार होने पर भरे जाएंगे खाली पद शुक्रवार को हमीरपुर में कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के चेयरमैन कुलदीप पठानिया एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक में खाली पदों को भरने के लिए अभी वक्त लगेगा। उन्होंने कहा कि नई भर्तियां की प्रक्रिया तब शुरू नहीं हो पाएगी, जब तक एनपीए की स्थिति में सुधार नहीं होता। चेयरमैन कुलदीप पठानिया ने बताया कि खाली पद तो काफी ज्यादा हैं और नई भर्तियां होनी हैं। लेकिन इनकी स्थिति का पता अभी बहुत जल्दी चलने वाला नहीं है। डिफाल्टरों के खिलाफ होगी कार्रवाई पत्रकारों को संबोधित करते हुए पठानिया ने कहा कि बैंक की ओर से एक अरब 98 करोड़ रुपए इकट्ठा किया गया है। जो डिफाल्टर बड़े स्तर के हैं, उनके खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई की जा रही है। कई मामले न्यायालय में चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने अध्यक्ष पद ज्वाइन किया था तो बैंक का एनपीए 34 फीसदी था। जबकि नेट प्रॉफिट 16 फीसदी। एक साल के भीतर यह बढ़कर 22 फीसदी और नेट प्रॉफिट 6.6 फीसदी पहुंच गया है। 31 मार्च को डाटा इकट्ठा किया जाना था, लेकिन चुनाव आ जाने के कारण इसे अब इकट्ठा किया जा रहा है। बढ़ाई गई ऋण राशि उन्होंने बताया कि पहले आरबीआई की ओर से पावर स्नैच कर ली गईं थी। जिस कारण 25 लाख रुपए से ऊपर लोन नहीं दिया जा सकता था। अब यह बहाल हो चुकी हैं। बैंक की ओर से ऋण की राशि को भी बढ़ा दिया गया है। बैंक की ओर से वन टाइम सेटलमेंट ऋण के बारे में आरबीआई से परमिशन होती है, उसके बाद ही गाइडलाइन के तहत इसका कार्य होता है। इसमें 2017 की कट आउट रखी गई थी। उसके बाद के लोन माफ किए जाने थे। इस दौरान ब्याज को माफ किया जा सकता है। लेकिन मूल ऋण की वसूली तो करनी ही पड़ती है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुमन भारती भी मौजूद थे। दोनों नेताओं ने सुजानपुर और बड़सर के विधानसभा उप चुनावों को लेकर कहा कि सुजानपुर में धनबल की हार हुई है। जबकि बड़सर में शायद प्रत्याशी के ऐलान में देरी और भीतरघात भी कारण बना हो, इसकी समीक्षा होगी।
हिमाचल के IAS प्रियतू मंडल सेंटर डेपुटेशन पर जाएंगे:नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाटर-सेनिटेशन कोलकाता में डायरेक्टर बनाए गए; केंद्रीय कार्मिक विभाग ने दी हरी झंडी
हिमाचल के IAS प्रियतू मंडल सेंटर डेपुटेशन पर जाएंगे:नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाटर-सेनिटेशन कोलकाता में डायरेक्टर बनाए गए; केंद्रीय कार्मिक विभाग ने दी हरी झंडी केंद्रीय कार्मिक विभाग ने हिमाचल कॉडर के एक और IAS अधिकारी को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति दे दी है। कार्मिक विभाग ने साल 2006 बैच के IAS एवं सेक्रेटरी रेंक के प्रियतू मंडल को डायरेक्टर एंड हेड ऑफ इंस्टीट्यूट डॉक्टर श्याम प्रसाद मुखर्जी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाटर एंड सेनिटेशन कोलकाता में तैनाती दी है। इसे लेकर डायरेक्टर साक्षी मित्रा ने देर शाम आदेश जारी कर दिए है। प्रियतू मंडल अभी फिशरी के साथ साथ राजस्व, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग, तकनीकी शिक्षा, वोकेश्नल और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के सचिव का जिम्मा संभाल रहे हैं। जाहिर है कि प्रियतू मंडल के जाने के बाद प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल होगा। इनके विभागों का दायित्व दूसरे आईएएस अधिकारियों को सौंपा जाएगा। बीते सप्ताह ही स्पेशल सेक्रेटरी रेंक के IAS आशुतोष गर्ग को केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का प्राइवेट सेक्रेटरी लगाया गया है। वह भी पांच साल के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैं। वहीं 3 वरिष्ठ आईएएस अमनदीप गर्ग, शैनोमोल और मनीष गर्ग ने लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव से पहले ही प्रदेश सरकार से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति मांग रखी है। आखिर क्यों हिमाचल छोड़कर दिल्ली या दूसरे राज्यों में भाग रहे हैं आईएएस, पढ़िए इसकी वजह… इन्होंने ने भी सेंटर डेपुटेशन पर जाने की मांगी अनुमति अब तीन अन्य आईएएस रोहन चंद ठाकुर, मानसी सहाय और अरिंदम चौधरी ने भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए आवेदन दे दिया है। इन सभी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद प्रदेश सरकार की मुश्किलें बढ़नी तय है। सरकार पहले ही सीनियर IAS की कमी से जूझ रही है। इस बीच आईएएस अफसर हिमाचल छोड़कर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 8 आईएएस पहले ही प्रदेश छोड़कर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं। 7 और जाने की तैयारी में हैं। करीब 8 आईएएस पहले ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। 16 आईएएस पहले ही दिल्ली समेत दूसरे प्रदेशों में सेवाएं दे रहे हिमाचल कॉडर के वरिष्ठ आईएएस अली रजा रिजवी, के. संजय मूर्ति, केके पंत, अनुराधा ठाकुर, भरत खेड़ा, डॉ. रजनीश, शुभाशीष पांडा, पुष्पेंद्र राजपूत, आर. सेलवम, रितेश चौहान, ऋगवेद ठाकुर, ललित जैन, देवश्वेता बनिक, पंकज राय और आशुतोष गर्ग सेंटर डेपुटेशन पर हैं। नंदिता गुप्ता और मीरा मोहंती भी इन दिनों दिल्ली में तैनात हैं। हिमाचल में IAS की सेंक्शन-स्ट्रेंथ 153 की है। अभी 111 राज्य में सेवाएं दे रहे हैं। 8 IAS के जाने के बाद यह 103 रह जाएगी। इससे अफसरशाही का संकट और गहरा जाएगा। सीनियोरिटी में टॉप-10 ब्यूरोक्रेट्स में से 4 प्रदेश से बाहर चिंता इस बात की है कि सीनियोरिटी में टॉप-10 IAS में से 4 प्रदेश से बाहर हैं। सीनियोरिटी में तीसरे नंबर के IAS अली रजा रिजवी, 5वें नंबर के के. संजय मूर्ति, 7वें नंबर से केके पंत और 8वें नंबर की अनुराधा ठाकुर भी प्रदेश से बाहर सेवाएं दे रही हैं।