<p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Schools News:</strong> हिमाचल प्रदेश में 100 और स्कूल बंद होंगे. राज्य में 100 प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में एक भी छात्र नहीं हैं और सरकार इसे बंद करने जा रही है. चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान एक भी किसी भी स्टूडेंट ने यहां दाखिला नहीं लिया है. इसके अलावा कम संख्या वाले लड़कियों और लड़कों के ऐसे 87 स्कूलों को मर्ज कर सह शिक्षा वाले स्कूलों में तब्दील कर दिया जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इन स्कूलों में कार्यरत 450 शिक्षकों और गैर शिक्षकों को अन्य शैक्षणिक संस्थानों में स्थानांतरित किया जाएगा. 20 से 25 विद्यार्थियों वाले हाई स्कूल और सीनियर सेकेंडरी स्कूल पांच किलोमीटर के दायरे में समायोजित होंगे. उपनिदेशकों से ऐसे स्कूलों की एक सप्ताह में जानकारी मांगी गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हिमाचल के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने क्या कहा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि लड़के-लड़कियों के स्कूलों को को-एजुकेशन वाले स्कूलों में तब्दील करने की शुरुआत की जा रही है. 10 से कम संख्या वाले हाई स्कूलों का दर्जा कम कर मिडिल किया जाएगा. स्कूल बंद करने के फैसलों का विरोध होने पर सरकार ने अब स्कूलों का दर्जा घटाने का फैसला लिया है. जिन स्कूलों का दर्जा घटेगा, वहां पढ़ रहे बच्चों को अन्य स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आगे बताया, ”शिक्षा निदेशालय में हुई बैठक में ये फैसले लिए गए हैं. विभाग को इनसे संबंधित जानकारी जुटाने के निर्देश जारी कर 10 दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी गई है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस सरकार बनने के बाद 1200 स्कूल बंद किए गए</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार बनने के बाद 1200 स्कूल बंद किए गए हैं. वर्तमान में हिमाचल में कुल 15,382 सरकारी स्कूल हैं. इनमें से 10550 प्राइमरी स्कूल, 1876 मिडिल स्कूल और 2956 हाई स्कूल या सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं. दूसरी तरफ शिक्षकों की कमी के कारण एक आंकड़ा यह भी है कि राज्य में इस वक्त 3400 स्कूल ऐसे हैं, जहां सिंगल टीचर काम चला रहे हैं. दूसरी तरफ 322 स्कूलों में एक भी टीचर नहीं हैं. ये सभी प्राइमरी स्कूल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हिमाचल में करीब 80 हजार शिक्षक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश में 80 हजार के करीब शिक्षक हैं. प्रदेश में वर्ष 2003-04 में मिडिल स्कूलों की संख्या 12,404 थी. उस दौरान इन स्कूलों में विद्यार्थियों की एनरोलमेंट 9 लाख 71 हज़ार 313 लाख थी. लेकिन वर्तमान में 2023-24 के सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो स्कूलों की संख्या तो उतनी ही है, लेकिन छात्रों की संख्या घटकर 4,29,070 रह गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Schools News:</strong> हिमाचल प्रदेश में 100 और स्कूल बंद होंगे. राज्य में 100 प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में एक भी छात्र नहीं हैं और सरकार इसे बंद करने जा रही है. चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान एक भी किसी भी स्टूडेंट ने यहां दाखिला नहीं लिया है. इसके अलावा कम संख्या वाले लड़कियों और लड़कों के ऐसे 87 स्कूलों को मर्ज कर सह शिक्षा वाले स्कूलों में तब्दील कर दिया जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इन स्कूलों में कार्यरत 450 शिक्षकों और गैर शिक्षकों को अन्य शैक्षणिक संस्थानों में स्थानांतरित किया जाएगा. 20 से 25 विद्यार्थियों वाले हाई स्कूल और सीनियर सेकेंडरी स्कूल पांच किलोमीटर के दायरे में समायोजित होंगे. उपनिदेशकों से ऐसे स्कूलों की एक सप्ताह में जानकारी मांगी गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हिमाचल के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने क्या कहा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि लड़के-लड़कियों के स्कूलों को को-एजुकेशन वाले स्कूलों में तब्दील करने की शुरुआत की जा रही है. 10 से कम संख्या वाले हाई स्कूलों का दर्जा कम कर मिडिल किया जाएगा. स्कूल बंद करने के फैसलों का विरोध होने पर सरकार ने अब स्कूलों का दर्जा घटाने का फैसला लिया है. जिन स्कूलों का दर्जा घटेगा, वहां पढ़ रहे बच्चों को अन्य स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आगे बताया, ”शिक्षा निदेशालय में हुई बैठक में ये फैसले लिए गए हैं. विभाग को इनसे संबंधित जानकारी जुटाने के निर्देश जारी कर 10 दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी गई है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस सरकार बनने के बाद 1200 स्कूल बंद किए गए</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार बनने के बाद 1200 स्कूल बंद किए गए हैं. वर्तमान में हिमाचल में कुल 15,382 सरकारी स्कूल हैं. इनमें से 10550 प्राइमरी स्कूल, 1876 मिडिल स्कूल और 2956 हाई स्कूल या सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं. दूसरी तरफ शिक्षकों की कमी के कारण एक आंकड़ा यह भी है कि राज्य में इस वक्त 3400 स्कूल ऐसे हैं, जहां सिंगल टीचर काम चला रहे हैं. दूसरी तरफ 322 स्कूलों में एक भी टीचर नहीं हैं. ये सभी प्राइमरी स्कूल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हिमाचल में करीब 80 हजार शिक्षक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश में 80 हजार के करीब शिक्षक हैं. प्रदेश में वर्ष 2003-04 में मिडिल स्कूलों की संख्या 12,404 थी. उस दौरान इन स्कूलों में विद्यार्थियों की एनरोलमेंट 9 लाख 71 हज़ार 313 लाख थी. लेकिन वर्तमान में 2023-24 के सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो स्कूलों की संख्या तो उतनी ही है, लेकिन छात्रों की संख्या घटकर 4,29,070 रह गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> हिमाचल प्रदेश ‘कांग्रेस के शासनकाल में दलितों का विकास …?’, दिलीप जायसवाल ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
हिमाचल सरकार का बड़ा फैसला, 100 और स्कूल होंगे बंद, वजह जानकर चौंक जाएंगे
