हिमाचल सरकार ने राजस्व विभाग में बड़ा फेरबदल किया है। बीती शाम को 27 तहसीलदार बदले गए और आज 61 नायब तहसीलदार ट्रांसफर किए गए। अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने इसे लेकर आदेश जारी कर दिए है। ट्रांसफर किए गए नायब तहसीलदार को नई जगह जल्द जॉइनिंग देने को कहा गया है। सरकार ने ऊना से मदन लाल को कांगड़ा के फतेहपुर, तेंजिंन डोलमा को शिमला से कुमारसैन और सुशांत ठाकुर को कुमारसैन से शिमला के लिए ट्रांसफर किया गया है। यहां देखे किसे कहां ट्रांसफर किया गया… हिमाचल सरकार ने राजस्व विभाग में बड़ा फेरबदल किया है। बीती शाम को 27 तहसीलदार बदले गए और आज 61 नायब तहसीलदार ट्रांसफर किए गए। अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने इसे लेकर आदेश जारी कर दिए है। ट्रांसफर किए गए नायब तहसीलदार को नई जगह जल्द जॉइनिंग देने को कहा गया है। सरकार ने ऊना से मदन लाल को कांगड़ा के फतेहपुर, तेंजिंन डोलमा को शिमला से कुमारसैन और सुशांत ठाकुर को कुमारसैन से शिमला के लिए ट्रांसफर किया गया है। यहां देखे किसे कहां ट्रांसफर किया गया… हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हमीरपुर में पंचायत भवन का पिलर गिरा:बाल बाल बचा सचिव, ड्यूटी पर आया था पीड़ित; 50 साल पुरानी बिल्डिंग हुई जर्जर
हमीरपुर में पंचायत भवन का पिलर गिरा:बाल बाल बचा सचिव, ड्यूटी पर आया था पीड़ित; 50 साल पुरानी बिल्डिंग हुई जर्जर हमीरपुर जिले के उपमंडल बड़सर की ग्राम पंचायत जोड़े अंव में पंचायत भवन का पिलर गिर गया। जिससे ड्यूटी पर आया पंचायत सचिव दिनेश कुमार बाल-बाल बच गए और बड़ा हादसा होने से टल गया है। हादसा दोपहर के समय हुआ। पंचायत सचिव दिनेश कुमार ने बताया कि जब वे पंचायत कार्यालय में काम कर रहे थे, तो पंचायत भवन का एक पिलर गिर गया और साथ में लेंटर का भी एक हिस्सा नीचे धड़ाम से गिर गया। 40-50 साल पुराना है भवन पंचायत भवन लगभग 40-50 साल पुराना है। जो पूरी तरह जर्जर हो गया है। वहीं पंचायत के लिए नया भवन बनाने के लिए पहली किस्त 11 लाख रुपए भी स्वीकृत है। लेकिन अभी पुराने पंचायत घर में ही काम का चलाया जा रहा है। क्या कहते हैं प्रधान? पंचायत प्रधान रजनी पीला ने बताया कि दोपहर के समय पंचायत भवन का पिलर एक नीचे गिर गया। साथ में स्लैब का भी कुछ हिस्सा टूट गया। जिससे कि अब पंचायत प्रतिनिधि और पंचायत सचिव पंचायत घर के अंदर बैठने से कतरा रहे हैं। BDO ने नहीं उठाया कॉल आला अधिकारियों को वस्तु स्थिति से अवगत करवा दिया है । जल्द नए पंचायत भवन का कार्य शुरू करवाने की मंजूरी अधिकारियों के पास अटकी हुई है। वहीं जब अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे BDO भोरंज कुलदीप से कॉल पर बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाया।
चिंतपूर्णी माता को परिवार ने चढ़ाया सोने का मुकुट:विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप ने किए दर्शन, बोले- मंदिर विश्व भर की आस्था का केंद्र
चिंतपूर्णी माता को परिवार ने चढ़ाया सोने का मुकुट:विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप ने किए दर्शन, बोले- मंदिर विश्व भर की आस्था का केंद्र हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने रविवार को माता चिंतपूर्णी मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की। उन्होंने मंदिर के हवन कुंड में आहुतियां डालीं और प्रदेशवासियों की मंगल कामना की। वहीं एक पंजाब के रहने वाले परिवार ने माचा चिंतपूर्णी को सोने का मुकुट चढ़ाया। मंदिर के पुजारी नभ कालिया ने विधानसभा अध्यक्ष की विधिवत पूजा करवाई। इस दौरान एसडीएम सचिन शर्मा और मंदिर अधिकारी अजय मंडयाल ने उन्हें माता की चुनरी और फोटो भेंट कर सम्मानित किया। मां चिंतपूर्णी पर गहरी आस्था
पत्रकारों से बातचीत में पठानिया ने कहा कि चिंतपूर्णी माता मंदिर पूरे विश्व में आस्था का केंद्र है। हर वर्ष देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। उन्होंने बताया कि वे खुद भी माता चिंतपूर्णी में विशेष आस्था रखते हैं। कार्यक्रम में एसडीएम सचिन शर्मा, मंदिर अधिकारी अजय मंडयाल, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रविंद्र शर्मा और कांग्रेसी नेता जगदीश महाशय सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मनोकामना पूरी होने पर चढ़ाया सोने का मुकुट
वहीं दूसरी तरफ रविवार को माता चिंतपूर्णी मंदिर में रविवार को एक अनूठा दृश्य देखने को मिला। पंजाब के एक श्रद्धालु परिवार ने अपनी मनोकामना पूरी होने की खुशी में माता की पिंडी पर सोने का मुकुट चढ़ाया। श्रद्धालु परिवार ने अपनी पहचान गुप्त रखने का निर्णय लिया है। मंदिर के अधिकारी अजय मंडयाल के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब श्रद्धालुओं ने इस तरह का कीमती चढ़ावा अर्पित किया है। मंदिर में श्रद्धालु नियमित रूप से सोने-चांदी के आभूषण चढ़ाते रहते हैं। हालांकि, इस मुकुट का वजन अभी तक मंदिर प्रशासन द्वारा नहीं किया गया है। माता चिंतपूर्णी ट्रस्ट श्रद्धालुओं से प्राप्त दान का उपयोग समाज सेवा के विभिन्न कार्यों में करता है। इनमें गौ सदन का संचालन, गरीब बच्चों के लिए निशुल्क पुस्तकालय, क्षेत्र का विकास, गरीब परिवारों का चिकित्सा सहयोग और कन्याओं के विवाह में सहायता जैसे कार्य शामिल हैं। यही कारण है कि श्रद्धालुओं का मंदिर में अटूट विश्वास बना हुआ है और वे अपनी मनोकामना पूरी होने पर कृतज्ञतास्वरूप दान-दक्षिणा अर्पित करते हैं।
शिमला के रिज पर फिर पड़ी दरारें:अनसेफ घोषित एरिया में 15 दुकानें खाली कराई; जमीन धंसी तो पेयजल टैंक खतरा
शिमला के रिज पर फिर पड़ी दरारें:अनसेफ घोषित एरिया में 15 दुकानें खाली कराई; जमीन धंसी तो पेयजल टैंक खतरा हिमाचल की राजधानी शिमला में रिज पर फिर से जमीन धंसनी शुरू हो गई है। इससे रिज के एक कोने में बने पदमदेव कॉम्प्लेक्स के निकट स्थित कुछ दुकानों को खतरा पैदा हो गया है। इसे देखते हुए वीरवार को यहां चल रही दुकानें खाली करने को कह दिया गया है। बताया जा रहा है कि रिज पर बने टैंक में भी हल्की दरारें पड़ी हैं। रिज के एक कोने पर दरारें आने के बाद वीरवार की दोपहर बाद शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान खुद मौके पर पहुंचे और यहां चल रही दुकानें एहतियात खाली करने के आदेश दिए। यहां जमीन धंसने के बाद क्षेत्र को अनसेफ घोषित किया जा चुका है। यहां पर लगभग 15 दुकानें हैं। इनमें अधिकांश अवैध तौर पर चल रही है। यदि ज्यादा बारिश होती है तो दुकानें गिरने का खतरा बना हुआ है। यदि दुकानें गिरती है तो रिज पर बने पानी के टैंक को भी खतरा हो सकता है। यह दरारें रिज पर बने टैंक के नीचे नहीं, बल्कि जिस जगह घोड़े खड़े रहते हैं, वहां मौजूद पेड़ से लेकर लक्कड़ बाजार की ओर को आई है। कई सालों से धंस रहा रिज, लक्कड़ बाजार का एरिया रिज से दोनों और करीब 100-100 मीटर का एरिया सालों से चिंता का कारण बना हुआ है। रिज से लक्कड़ बाजार वाला क्षेत्र कई सालों से धंस रहा है। जिस जगह ताजा दरारें आई है, वहां चार से पांच फीट जमीन पहले भी नीचे बैठ चुकी है। इस बरसात में दोबारा से लक्कड़ बाजार सड़क पर पड़ी दरारों ने चिंता बढ़ाई है। रिज को सेफ करने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे: मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा, दरारें पड़ने के बाद क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए हर समय कदम उठाए जाएंगे। इस क्षेत्र को अनसेफ घोषित कर सभी दुकानों को खाली करने को कहा गया है। जल्द यहां पर जियोलॉजिकल सर्वे कराया जाएगा। डीसी बोले-शिमला में तीन महीने टास्क फोर्स आपदा से निपटेगी वहीं डीसी शिमला अनुपम कश्यप ने कहा, शिमला शहर में संयुक्त टास्क फोर्स किसी भी आपदा से निपटेगी। एनडीआरएफ और गृह रक्षक के सदस्य फोर्स में शामिल किए गए है। यह टास्क फोर्स तीन महीने तक कार्य करेगी। उन्होंने दावा किया कि, टास्क फोर्स अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होगी। जिलाधीश अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी की अध्यक्षता में वीरवार को शिमला शहर में आपदा से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और गृह रक्षकों के संयुक्त टास्क फोर्स के साथ विशेष संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अनुपम कश्यप ने कहा, आपदा में राहत कार्यों को तीव्रता से तभी पूरा किया जा सकता है, जब घटना स्थल के बारे पूर्ण जानकारी एकत्रित होगी। जब हमारी टास्क फोर्स मौके पर पहुंच जाए तो प्लान बनाने की बहुत कम आवश्यकता रहें। इसके साथ ही हमारा रिस्पॉन्स समय बहुत ही तेज गति से होना चाहिए। पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने कहा कि आपदा में फोर्स की ओर से टीम वर्क होना चाहिए। टीम में निपुण सदस्यों को कार्य का बंटवारा किया जाना चाहिए ताकि राहत कार्यों को करने में कम से कम दिक्कतों का सामना करना पड़े।