हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज कैबिनेट मीटिंग के बाद केरल के वायनाड जाएंगे। CM सुक्खू वायनाड में कल प्रियंगा गांधी के नामांकन के दौरान मौजूद रहेंगे। लिहाजा आज दोपहर बाद सुक्खू शिमला से दिल्ली रवाना होंगे। दिल्ली से वह कालीकट के लिए उड़ान भरेंगे। दरअसल, वायनाड सीट से प्रियंका गांधी कल लोकसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने जा रही हैं। इसलिए CM सुक्खू भी कंगना के नामांकन में शामिल होंगे। इसके बाद कल शाम को सीएम दिल्ली लौटेंगे। लिहाजा सीएम सुक्खू कल और परसो प्रदेश की जनता से मिलने को उपलब्ध नहीं होंगे। वायनाड सीट पर हो रहा उप चुनाव बता दें कि वायनाड़ सीट राहुल गांधी के त्यागपत्र से खाली हुई है। लिहाजा यहां से प्रियंका गांधी उप चुनाव लड़ रही हैं। वायनाड से भाजपा ने कालीकट से 2 बार की काउंसलर नव्या हरिदास को मैदान में उतारा है, जबकि सीपीआई ने सत्यन मोकेरी को टिकट दिया है। सत्यन मोकेरी 1987 से 2001 के बीच 3 बार विधायक रह चुके हैं। अब इनका मुकाबला प्रियंका गांधी से होगा। वायनाड में 13 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। दिल्ली में हाईकमान से कर सकते हैं मुलाकात दिल्ली में वह कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात कर सकते हैं। इस दौरान विभिन्न बोर्ड व निगमों में ताजपोशी को लेकर हाईकमान से चर्चा कर सकते हैं। प्रदेश में मार्केटिंग बोर्ड, कुछ जिलों की कृषि उपज विपणन समिति सहित कई बोर्ड निगमों में अभी ताजपोशी होनी है। लिहाजा हाईकमान से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री सुक्खू प्रदेश कांग्रेस नेताओं की ताजपोशी इन पदों पर कर सकते हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज कैबिनेट मीटिंग के बाद केरल के वायनाड जाएंगे। CM सुक्खू वायनाड में कल प्रियंगा गांधी के नामांकन के दौरान मौजूद रहेंगे। लिहाजा आज दोपहर बाद सुक्खू शिमला से दिल्ली रवाना होंगे। दिल्ली से वह कालीकट के लिए उड़ान भरेंगे। दरअसल, वायनाड सीट से प्रियंका गांधी कल लोकसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने जा रही हैं। इसलिए CM सुक्खू भी कंगना के नामांकन में शामिल होंगे। इसके बाद कल शाम को सीएम दिल्ली लौटेंगे। लिहाजा सीएम सुक्खू कल और परसो प्रदेश की जनता से मिलने को उपलब्ध नहीं होंगे। वायनाड सीट पर हो रहा उप चुनाव बता दें कि वायनाड़ सीट राहुल गांधी के त्यागपत्र से खाली हुई है। लिहाजा यहां से प्रियंका गांधी उप चुनाव लड़ रही हैं। वायनाड से भाजपा ने कालीकट से 2 बार की काउंसलर नव्या हरिदास को मैदान में उतारा है, जबकि सीपीआई ने सत्यन मोकेरी को टिकट दिया है। सत्यन मोकेरी 1987 से 2001 के बीच 3 बार विधायक रह चुके हैं। अब इनका मुकाबला प्रियंका गांधी से होगा। वायनाड में 13 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। दिल्ली में हाईकमान से कर सकते हैं मुलाकात दिल्ली में वह कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात कर सकते हैं। इस दौरान विभिन्न बोर्ड व निगमों में ताजपोशी को लेकर हाईकमान से चर्चा कर सकते हैं। प्रदेश में मार्केटिंग बोर्ड, कुछ जिलों की कृषि उपज विपणन समिति सहित कई बोर्ड निगमों में अभी ताजपोशी होनी है। लिहाजा हाईकमान से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री सुक्खू प्रदेश कांग्रेस नेताओं की ताजपोशी इन पदों पर कर सकते हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में पहली बार होगी ऑटो एंड मोटो क्रॉस:देश- विदेश के एक्सपर्ट दिखाएंगे जौहर, कुल्लू फेस्टिवल ऑफ स्पीड नाम दिया हिमाचल प्रदेश में पहली बार ऑटो एंड मोटो क्रॉस का आयोजन होने जा रहा है। प्रदेश के जिला कुल्लू के ढालपुर ग्राउंड में देश-प्रदेश सहित विदेश के फोर एंड टू व्हीलर एक्सपर्ट अपनी जांबाजी के जौहर दिखाएंगे। इस ऑटो एंड मोटो क्रॉस को कुल्लू फेस्टिवल ऑफ स्पीड नाम दिया गया है। यह आयोजन 27 से 30 नवंबर तक होगा। फेस्टिवल ऑफ स्पीड के आयोजक सुरेश राणा ने आज पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि हिमाचल में पहली बार तरह का आयोजन होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह ऑटो एंड मोटो क्रॉस 28 से 30 नवंबर तक आयोजित की जाएगी, जिसमें 100 से 150 के करीब प्रतिभागी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि इस इवेंट को कुल्लू फेस्टिवल ऑफ स्पीड नाम दिया गया है। कुल्लू- मनाली स्टॉर भी चुने जाएंगे इस इवेंट की खास बात यह भी है कि प्रतियोगिता के बाद स्थानीय प्रतियोगियों में खासतौर पर कुल्लू स्टॉर, मनाली स्टॉर सहित अन्य फेमस जगहों के प्रतियोगियों को स्टॉर कैटेगरी से नवाजा जाएगा, ताकि उन्हें भविष्य में बड़ी स्पर्धाओं में भाग लेने का मौका मिल सके । उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतियोगी एंट्री सहित 27 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं। हिमालयन एक्स स्ट्रीम फेडरेशन की पहली बड़ी स्पर्धा हिमालयन एक्स स्ट्रीम फेडरेशन इससे पहले मनाली, लाहौल एवं स्पीति में ऑटो क्रॉस रेलियों का सफल आयोजन कर चुका है। फेडरेशन के अध्यक्ष रिजुल ने बताया कि फेडरेशन पहली बार हिमाचल में लीगल राइट्स के साथ ऑटो एंड मोटो क्रॉस का आयोजन किया जा रहा है। हिमाचल सरकार व प्रशासन का मिलेगा सहयोग उन्होंने कहा इस आयोजन के लिए कुल्लू के विधायक एवं सीपी सुंदर सिंह ठाकुर ने सहयोग का आश्वासन दिया है। इस परेशान दौरान कुल्लू फेस्टिवल ऑफ स्पीड के आयोजक सुरेश, राजुल, पुरुषोत्तम नेगी, पंकज शर्मा, अशोक कुमार, सोमनाथ, आयुष्मान ठाकुर, तीर्थ राम भी मौजूद थे।
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हिमाचल CPS केस में भाजपा की उम्मीदों को झटका:SC के ऑर्डर के बाद अब नहीं जाएगी विधायकों की सदस्यता; चुनौती देने की थी तैयारी
हिमाचल CPS केस में भाजपा की उम्मीदों को झटका:SC के ऑर्डर के बाद अब नहीं जाएगी विधायकों की सदस्यता; चुनौती देने की थी तैयारी हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की प्लानिंग पर पानी फिरा है। सुप्रीम कोर्ट (SC) ने फिलहाल विधायकों की डिस्क्वालिफिकेशन पर रोक लगा दी है, क्योंकि हिमाचल में मुख्य संसदीय सचिव (CPS) की नियुक्ति और ऑफिस ऑफ प्रॉफिट से प्रोटेक्शन को पहले ही कानून बने थे। सुप्रीम कोर्ट के यथास्थिति बनाए रखने के आदेशों से कांग्रेस सरकार को संजीवनी और बीजेपी की उम्मीदों को झटका लगा है। हाईकोर्ट के ऑर्डर के बाद बीजेपी नेता खुलकर कांग्रेस विधायकों के अनसीट होने की बात कह रहे थे। BJP के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन यहां तक कह चुके थे जब चाहे सरकार गिरा सकते हैं। इससे सियासी पारा चढ़ता जा रहा था। लाभ का पद मानते हुए राज्यपाल के पास चुनौती देने की थी तैयारी विपक्ष पार्टी भाजपा हाईकोर्ट के ऑर्डर में पैरा 50 के हिसाब से राज्यपाल से मिलने की तैयारी में थी। पैरा 50 में हाईकोर्ट ने लाभ के पद से पूर्व सीपीएस को मिली प्रोटेक्शन को समाप्त कर दिया था। इसके तहत राज्यपाल पूर्व सीपीएस को अनसीट करने के आदेश सुना सकते थे। मगर SC ने इस पर स्टे लगा दिया है। बीजेपी ले रही थी कानूनी राय वहीं बीजेपी भी कांग्रेस विधायकों की सदस्यता रद्द करने को लेकर कानूनी विशेषज्ञ से राय ले रही थी और राज्यपाल से मिलने की तैयारी में थी, क्योंकि भारत के संविधान 191 में डिस्क्वालिफिकेशन की शक्तियां राज्यपाल के पास है। 3(D) में मिली प्रोटेक्शन बहाल जानकारों की माने तो हिमाचल लैजिस्लेटिव असैंबली मेंबर्स एक्ट 1971 से हाईकोर्ट द्वारा 3(D) हटाने की वजह से विधायकों की सदस्यता पर संकट आ गया था। 3(D) हटने के बाद ऑफिस ऑफ प्रॉफिट पूर्व सीपीएस के खिलाफ अट्रेक्ट हो रहा था। लिहाजा लाभ का पद मानते हुए विपक्ष कांग्रेस के 6 विधायकों की सदस्यता खत्म करने की मांग करने वाला था। 6 नहीं, 9 विधायकों की सदस्यता को चुनौती की तैयारी थी बीजेपी 6 नहीं बल्कि 9 विधायकों की सदस्यता को चुनौती देने की योजना बना रही थी। पूर्व CPS के साथ-साथ कैबिनेट रैंक वाले 3 कांग्रेस विधायक भी लपेटे में आ सकते थे। क्योंकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कांग्रेस विधायक भवानी सिंह पठानिया, आरएस बाली और नंद लाल को भी कैबिनेट रैंक के साथ तैनाती दे रखी है। फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया को स्टेट प्लानिंग बोर्ड का डिप्टी चेयरमैन, नगरोटा बगवा से MLA आरएस बाली हिमाचल पर्यटन विकास निगम का वाइस-चेयरमैन और रामपुर से विधायक नंद लाल को सातवें वित्त आयोग का अध्यक्ष बना रखा है। इनकी विधायकी पर खतरा टला इन तीन विधायकों के अलावा पूर्व CPS किशोरी लाल, आशीष बुटेल, एमएल ब्राक्टा, सुंदर सिंह ठाकुर, संजय अवस्थी और दून से राम कुमार चौधरी की विधायक भी बीते कल तक संकट में मानी जा रही थी। अब CPS केस की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। यह केस पंजाब, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल राज्य के केस के साथ सुना जाएगा। फिलहाल उप चुनाव नहीं SC से कांग्रेस सरकार को यदि राहत नहीं मिलती तो बीजेपी ने कांग्रेस 9 विधायकों की सदस्यता को चुनौती देनी थी। यदि इनकी सदस्यता जाती तो राज्य में फिर से 9 सीटों पर उप चुनाव की नौबत आ सकती थी। जवाबी कार्रवाई को कांग्रेस भी तैयारी इस बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार भी जवाब कार्रवाई कर सकती थी, क्योंकि बीजेपी के 9 विधायकों पर विधानसभा के बजट सत्र में दुर्व्यवहार व कागज फाड़ने के आरोप है। इस केस में स्पीकर ने बीजेपी विधायकों को नोटिस जारी कर रखे है। अब स्पीकर को केवल कार्रवाई करनी है। ऐसे में मुकाबला बीजेपी के 9 विधायक बनाम कांग्रेस के 9 विधायक हो सकता था। BJP के जिन विधायकों को नोटिस दिए गए हैं, उनमें ऊना से विधायक सत्तपाल सत्ती, नाचन से विनोद सुल्तानपुरी, चुराह से हंसराज, बंजार से सुरेंद्र शौरी, सुलह से विपिन सिंह परमार, बिलासपुर से त्रिलोक जम्वाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी, आनी से लोकेंद्र कुमार और करसोग से दीपराज शामिल है।