हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अगले 5 दिन तक शिमला में नहीं मिलेंगे। मुख्यमंत्री सुक्खू आज शिमला से दिल्ली रवाना होंगे और रात में दिल्ली में रुकंगे। दिल्ली से वह कल बेंगलुरु के लिए उड़ेंगे और दोपहर बाद बेंगलुरु में होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी मीटिंग (CWC) में शामिल होंगे। CM सुक्खू 27 दिसंबर को बेंगलुरु में कांग्रेस पार्टी की रैली में शामिल होंगे। सीएम उसी दिन वापस दिल्ली लौटेंगे। मुख्यमंत्री सुक्खू 28 दिसंबर को दिल्ली में ही रुकेंगे। इस दिन वह केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर सकते हैं। 29 दिसंबर को वह वापस शिमला लौटेंगे। बता दें कि कर्नाटक के बेलगांम गांव में 1924 में एक अधिवेशन हुआ था। इसमें ही महात्मा गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया। इस अधिवेशन की एक शताब्दी के मौके पर कांग्रेस पार्टी कल CWC और परसो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में बड़ी रैली करने जा रही है। प्रतिभा सिंह भी CWC में शामिल होने बेंगलुरु जाएंगी वहीं हिमाचल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी CWC के लिए आज दिल्ली और कल बेंगलुरु पहुंचेंगी। प्रतिभा सिंह भी CWC मीटिंग में शामिल होंगी। कांग्रेस को मजबूत बनाने पर होगी चर्चा CWC में देशभर में कांग्रेस की मजबूती को लेकर चर्चा होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष हिमाचल में नया संगठन बनाने को लेकर सीनियर नेताओं से चर्चा कर सकते है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अगले 5 दिन तक शिमला में नहीं मिलेंगे। मुख्यमंत्री सुक्खू आज शिमला से दिल्ली रवाना होंगे और रात में दिल्ली में रुकंगे। दिल्ली से वह कल बेंगलुरु के लिए उड़ेंगे और दोपहर बाद बेंगलुरु में होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी मीटिंग (CWC) में शामिल होंगे। CM सुक्खू 27 दिसंबर को बेंगलुरु में कांग्रेस पार्टी की रैली में शामिल होंगे। सीएम उसी दिन वापस दिल्ली लौटेंगे। मुख्यमंत्री सुक्खू 28 दिसंबर को दिल्ली में ही रुकेंगे। इस दिन वह केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर सकते हैं। 29 दिसंबर को वह वापस शिमला लौटेंगे। बता दें कि कर्नाटक के बेलगांम गांव में 1924 में एक अधिवेशन हुआ था। इसमें ही महात्मा गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया। इस अधिवेशन की एक शताब्दी के मौके पर कांग्रेस पार्टी कल CWC और परसो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में बड़ी रैली करने जा रही है। प्रतिभा सिंह भी CWC में शामिल होने बेंगलुरु जाएंगी वहीं हिमाचल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी CWC के लिए आज दिल्ली और कल बेंगलुरु पहुंचेंगी। प्रतिभा सिंह भी CWC मीटिंग में शामिल होंगी। कांग्रेस को मजबूत बनाने पर होगी चर्चा CWC में देशभर में कांग्रेस की मजबूती को लेकर चर्चा होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष हिमाचल में नया संगठन बनाने को लेकर सीनियर नेताओं से चर्चा कर सकते है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
ऊना में दम घुटने से 5 बेहोश:2 की हालत गंभीर, रात को अंगीठी जलाकर सोए थे
ऊना में दम घुटने से 5 बेहोश:2 की हालत गंभीर, रात को अंगीठी जलाकर सोए थे ऊना में रात को अंगीठी जलाकर सो रहे एक ही परिवार के 5 लोग बेहोशी की हालत में मिले हैं। इन सभी को इलाज के लिए जिला के सरकारी अस्पताल दाखिल करवाया गया है। इनमें से 2 लोगों की हालत नाजुक है। घटना धमांदरी गांव की है। परिवार बीती रात खाना खाने के बाद ठंड से बचने के लिए अपने कमरे में अंगीठी जलाकर सो गया था। सुबह काफी देर तक जब घर का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसी को किसी अनहोनी का शक हुआ और उसने उनके घर जाकर देखा। उन्होंने पाया कि घर के 5 सदस्यों को बेहोश पड़े हुए हैं। वह इन सभी लोगों को तुरंत इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया। डॉक्टर ने इनमें से 2 लोगों की हालत नाजुक होने की जानकारी दी है। ये उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। इससे पहले भी जिला में घर में आग की अंगीठी जलाकर सोने और दम घुटने से 2 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रशासन ने इसको लेकर एडवाइजरी भी जारी की गई थी की कोई भी व्यक्ति अपने घर में अंगीठी जलाकर न सोए।
शिमला में पहली बार पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद:राम मंदिर गए बिना ही वापस लौटे, साईं की मूर्ति होने से किया कार्यक्रम का बहिष्कार
शिमला में पहली बार पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद:राम मंदिर गए बिना ही वापस लौटे, साईं की मूर्ति होने से किया कार्यक्रम का बहिष्कार हिमाचल की राजधानी शिमला में स्थित राम मंदिर में साईं की मूर्ति को लेकर नया बवाल शुरू हो गया है। उत्तर दिशा के ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती गुरुवार को पहली बार शिमला पहुंचे। शंकराचार्य देशभर में गो हत्या को रोकने और गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में राम मंदिर में भी शंकराचार्य गो ध्वज की स्थापना के लिए पहुंचे थे। इस दौरान वो पत्रकारों से भी बातचीत करने वाले थे, लेकिन उन्होंने इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है और राम मंदिर गए बिना ही वापस लौट गए। मन्दिर में साईं मूर्ति होने की वजह से नही गए मन्दिर
मिली जानकारी के मुताबिक शंकराचार्य गुरुवार सुबह सबसे पहले शिमला के प्राचीन मंदिर जाखू पहुंचे। यहां उन्होंने गो ध्वज की स्थापना की और इसी दौरान उन्हें राम मंदिर में साईं की प्रतिमा न हटाने की जानकारी मिली। जिसके बाद उनके स्टाफ ने जाखू मंदिर से ही एक संदेश दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि मन्दिर में साईं की मूर्ति होने की वजह से शंकराचार्य राम मंदिर नहीं गए, उन्होंने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है। मूर्ति को हटाने के लिए पहले दिया था पत्र
शंकराचार्य के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शैलेंद्र योगीराज सरकार ने जानकारी दी कि उन्होंने पहले ही राम मंदिर से साईं की मूर्ति हटाने को कहा था, लेकिन नहीं हटाई गई। ऐसे में शंकराचार्य ने जाखू मंदिर से ही गो ध्वज फहराया और वहीं से वापस देहरादून लौट गए। उनके मीडिया प्रभारी ने कहा कि हिंदू धर्म में पहले ही 33 करोड़ देवी देवता हैं। ऐसे में किसी अन्य धर्म के व्यक्ति की मूर्ति (प्रतिमा) का कोई मतलब नही है। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य देशभर में जहां भी मन्दिर में साईं की मूर्ति है, वहां पूजा नही करते हैं। इसलिए उन्होंने इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है। बताया जा रहा है कि शंकराचार्य बुधवार रात को शिमला पहुंचे थे और शिमला के न्यू शिमला में अपने किसी अनुयायी के घर रुके थे। गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए राष्ट्र व्यापी आंदोलन
बता दें अयोध्या राम मंदिर में भी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने शास्त्र और वेदों के माध्यम से अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनने वाली भूमि को राम की जन्मभूमि होने का प्रमाण दिया था। फिलहाल उन्होंने गो माता को पशु की श्रेणी से हटाकर राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए राष्ट्र व्यापी आंदोलन शुरू किया है। 22 सितंबर को अयोध्या में राम मंदिर में गो ध्वज स्थापना और जयघोष के साथ यह यात्रा शुरू हुई है। 27 अक्टूबर को समाप्त होगी यात्रा
इसमें उनके अनुसार 33 राज्यों की राजधानी में गो ध्वज फहराया जा रहा है। 25 हजार 600 किलोमीटर की यात्रा 27 अक्टूबर को वृंदावन बांके बिहारी मंदिर में गो ध्वज फहराने के साथ समाप्त होगी। राजधानी शिमला 33वां स्थान है, जहां गो ध्वज फहराया गया। इसी कड़ी में धर्म, संस्कृति और गो माता के सम्मान के महायज्ञ में आज सनातन धर्म के ध्वज को राम मंदिर के शिखर पर फहराने का कार्यक्रम था, जिसका शंकराचार्य ने बहिष्कार किया।
सुजानपुर MLA ने छोड़ी बिजली सब्सिडी:साधन संपन्न लोगों से भी अपील की, बोले- 200 करोड़ रुपए की होगी बचत
सुजानपुर MLA ने छोड़ी बिजली सब्सिडी:साधन संपन्न लोगों से भी अपील की, बोले- 200 करोड़ रुपए की होगी बचत सुजानपुर के विधायक कैप्टन रंजीत सिंह ने बिजली सब्सिडी छोड़ने की घोषणा करते हुए प्रदेश के अन्य साधन संपन्न लोगों से भी ऐसा करने की अपील की है। विधायक ने बताया कि उनके नाम पर दो बिजली मीटर हैं, जिनकी सब्सिडी छोड़ने का निर्णय उन्होंने लिया है। उनका यह कदम मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के उस आह्वान से प्रेरित है, जिसमें उन्होंने साधन संपन्न लोगों से बिजली सब्सिडी छोड़ने को कहा था। कैप्टन रंजीत का कहना है कि अगर सभी साधन संपन्न लोग सब्सिडी छोड़ देते हैं, तो बिजली बोर्ड को 200 करोड़ रुपए की बचत होगी, जिसका फायदा गरीब लोगों को मिल सकेगा। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र वर्मा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजकुमार शर्मा, रीना कुमारी, प्यार चंद ठाकुर और संजीव कुमार ने भी बिजली सब्सिडी छोड़ने की घोषणा की। सभी ने अपना स्वैच्छिक पत्र एसडीओ विद्युत विभाग चंद्रकांत ठाकुर को सौंपा। विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इसी महीने सुजानपुर का दौरा करेंगे। दो दिवसीय इस दौरे में कई नई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा और पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं को जनता को समर्पित किया जाएगा।