हरियाणा के हिसार जिले के बास गांव के पहलवान अनिल मोर ने उलानबातार ओपन 2025 कुश्ती प्रतियोगिता में देश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने 55 किलोग्राम भार वर्ग के ग्रीक-रोमन वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। किर्गिस्तान के उलान मुराटबेक उलु को पिन फॉल से हराकर अनिल ने यह उपलब्धि हासिल की। इससे पहले नॉर्डिक सिस्टम प्रतियोगिता में उन्होंने अपने सभी चार मुकाबले जीते। एशियाई चैंपियनशिप 2019 में रजत पदक यह प्रदेश में सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप और सीनियर वर्ल्ड रैंकिंग प्रतियोगिता में ग्रीक रोमन का पहला स्वर्ण पदक है। अनिल की उपलब्धियों में एशियाई चैंपियनशिप 2019 का रजत पदक शामिल है। उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में दो बार स्वर्ण पदक जीते हैं। जूनियर नेशनल 2024-25 में भी दो स्वर्ण पदक उनके नाम हैं। वह 2023-24 की जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी प्रतिभागी रहे हैं। खेती में पिता का बंटाते है हाथ वर्तमान में अनिल गुरु मेहर सिंह अखाड़ा रोहतक में कोच रणवीर सिंह ढाका के मार्गदर्शन में अभ्यास कर रहे हैं। एक किसान के बेटे के रूप में वह खेती के काम में भी अपने पिता किस्मत का सहयोग करते हैं। उनकी जीत पर गांव में भव्य स्वागत किया गया। मुंढाल से खुली जीप में काफिले के साथ उन्हें गांव लाया गया। स्वागत समारोह में नारनौंद विधायक जस्सी पेटवाड़ समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। MLA बोले-गांव में होना चाहिए स्टेडियम विधायक जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि अनिल के पिता छोटे से किसान है। ऐसी स्थिति में भी अनिल ने मेहनत के बल पर यह मुकाम हासिल किया है। बास बहुत बड़ा गांव है। इसमें स्टेडियम व बच्चों के खेलने की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे खेलों के दम पर आगे बढ़ सके। मैं सरकार से मांग करूंगा कि बांस गांव में स्टेडियम का निर्माण कर कोचिंग की व्यवस्था की जाए, ताकि बास गांव से भी अच्छे खिलाड़ी निकलकर क्षेत्र का नाम रोशन कर सके। हरियाणा के हिसार जिले के बास गांव के पहलवान अनिल मोर ने उलानबातार ओपन 2025 कुश्ती प्रतियोगिता में देश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने 55 किलोग्राम भार वर्ग के ग्रीक-रोमन वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। किर्गिस्तान के उलान मुराटबेक उलु को पिन फॉल से हराकर अनिल ने यह उपलब्धि हासिल की। इससे पहले नॉर्डिक सिस्टम प्रतियोगिता में उन्होंने अपने सभी चार मुकाबले जीते। एशियाई चैंपियनशिप 2019 में रजत पदक यह प्रदेश में सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप और सीनियर वर्ल्ड रैंकिंग प्रतियोगिता में ग्रीक रोमन का पहला स्वर्ण पदक है। अनिल की उपलब्धियों में एशियाई चैंपियनशिप 2019 का रजत पदक शामिल है। उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में दो बार स्वर्ण पदक जीते हैं। जूनियर नेशनल 2024-25 में भी दो स्वर्ण पदक उनके नाम हैं। वह 2023-24 की जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी प्रतिभागी रहे हैं। खेती में पिता का बंटाते है हाथ वर्तमान में अनिल गुरु मेहर सिंह अखाड़ा रोहतक में कोच रणवीर सिंह ढाका के मार्गदर्शन में अभ्यास कर रहे हैं। एक किसान के बेटे के रूप में वह खेती के काम में भी अपने पिता किस्मत का सहयोग करते हैं। उनकी जीत पर गांव में भव्य स्वागत किया गया। मुंढाल से खुली जीप में काफिले के साथ उन्हें गांव लाया गया। स्वागत समारोह में नारनौंद विधायक जस्सी पेटवाड़ समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। MLA बोले-गांव में होना चाहिए स्टेडियम विधायक जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि अनिल के पिता छोटे से किसान है। ऐसी स्थिति में भी अनिल ने मेहनत के बल पर यह मुकाम हासिल किया है। बास बहुत बड़ा गांव है। इसमें स्टेडियम व बच्चों के खेलने की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे खेलों के दम पर आगे बढ़ सके। मैं सरकार से मांग करूंगा कि बांस गांव में स्टेडियम का निर्माण कर कोचिंग की व्यवस्था की जाए, ताकि बास गांव से भी अच्छे खिलाड़ी निकलकर क्षेत्र का नाम रोशन कर सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
