हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बारिश के साथ तेज हवाओं और ओलावृष्टि से ठंड अचानक बढ़ गई है, वहीं किसानों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। अकेले हिसार जिले के करीब 50 गांवों में ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। इन गांवों में फसलें ओलों की चपेट में आकर दब गईं। ओलावृष्टि से फसलें पूरी तरह से सड़ गईं। सबसे ज्यादा नुकसान सरसों और चने की फसलों को हुआ है। इसके अलावा हांसी क्षेत्र में सब्जी की फसलों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार शाम तक हिसार में 15.6 एमएम बारिश रिकॉर्ड दर्ज की गई। बारिश से अधिकतम तापमान में 6.8 डिग्री की गिरावट आई और तापमान 14.5 डिग्री पर पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान में 3.1 डिग्री की बढ़ोतरी हुई, जिससे यह 10 डिग्री पर पहुंच गया। अब शनिवार को जिले में बारिश की संभावना है। हिसार में बारिश का 35 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा हिसार में दिसंबर माह में बारिश का 35 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। जिले में 24 घंटे में 12 से 13 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार 2017 में दिसंबर माह में 8 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। वर्ष 1989 में 10 दिसंबर को 24 घंटे में 100 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। किसानों और नेताओं ने की मुआवजा देने की मांग…
कांग्रेस विधायक बोले-गिरदावरी करवाए सरकार
आदमपुर के विधायक व सेवानिवृत्त आइएएस चंद्रप्रकाश ने ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों को लेकर किसानों के प्रति चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से बहुत से क्षेत्रों में फसलें बर्बाद हो गई हैं। इसलिए सरकार को तुरंत प्रभाव से गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा प्रदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को किसानों की सुध लेते हुए उनके हितों के लिए कार्य करना चाहिए। किसान नेताओं ने की मुआवजा देने की मांग
भारतीय किसान टिकैत यूनियन के जिला प्रधान कुलदीप खरड़ ने गांवों में ओलावृष्टि से हुए नुकसान की गिरदावरी करवाकर नुकसान की भरपाई करने की मांग उठाई है। किसान नेता कुलदीप खरड़ ने बताया कि किसानों की हालत पहले ही बहुत खराब है। किसानों को समय पर खाद नहीं मिल रहा। किसानों को एमएसपी भी नहीं मिल रही। नारनौंद के एसडीएम बोले-शिकायत मिलेगी तो सरकार तक पहुंचाएंगे
वहीं नारनौंद के एसडीएम मोहित महराणा ने बताया कि फसलों के नुकसान की किसानों की शिकायत मिलेगी तो सरकार तक पहुंचा दी जाएगी, ताकि किसानों को राहत मिल सके। सरकार की आदेश मिलते ही तुरंत गिरदावरी करवा दी जाएगी। बता दें कि नारनौंद क्षेत्र में शुक्रवार को ओलावृष्टि से सरसों सहित अनेक फसलों को नुकसान पहुंचा है। क्षेत्र के किसानों ने प्रशासन से फसलों की स्पेशल गिरदावरी करवारकर मुआवजा देने की भी मांग की है। हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बारिश के साथ तेज हवाओं और ओलावृष्टि से ठंड अचानक बढ़ गई है, वहीं किसानों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। अकेले हिसार जिले के करीब 50 गांवों में ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। इन गांवों में फसलें ओलों की चपेट में आकर दब गईं। ओलावृष्टि से फसलें पूरी तरह से सड़ गईं। सबसे ज्यादा नुकसान सरसों और चने की फसलों को हुआ है। इसके अलावा हांसी क्षेत्र में सब्जी की फसलों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार शाम तक हिसार में 15.6 एमएम बारिश रिकॉर्ड दर्ज की गई। बारिश से अधिकतम तापमान में 6.8 डिग्री की गिरावट आई और तापमान 14.5 डिग्री पर पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान में 3.1 डिग्री की बढ़ोतरी हुई, जिससे यह 10 डिग्री पर पहुंच गया। अब शनिवार को जिले में बारिश की संभावना है। हिसार में बारिश का 35 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा हिसार में दिसंबर माह में बारिश का 35 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। जिले में 24 घंटे में 12 से 13 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार 2017 में दिसंबर माह में 8 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। वर्ष 1989 में 10 दिसंबर को 24 घंटे में 100 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। किसानों और नेताओं ने की मुआवजा देने की मांग…
कांग्रेस विधायक बोले-गिरदावरी करवाए सरकार
आदमपुर के विधायक व सेवानिवृत्त आइएएस चंद्रप्रकाश ने ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों को लेकर किसानों के प्रति चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से बहुत से क्षेत्रों में फसलें बर्बाद हो गई हैं। इसलिए सरकार को तुरंत प्रभाव से गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा प्रदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को किसानों की सुध लेते हुए उनके हितों के लिए कार्य करना चाहिए। किसान नेताओं ने की मुआवजा देने की मांग
भारतीय किसान टिकैत यूनियन के जिला प्रधान कुलदीप खरड़ ने गांवों में ओलावृष्टि से हुए नुकसान की गिरदावरी करवाकर नुकसान की भरपाई करने की मांग उठाई है। किसान नेता कुलदीप खरड़ ने बताया कि किसानों की हालत पहले ही बहुत खराब है। किसानों को समय पर खाद नहीं मिल रहा। किसानों को एमएसपी भी नहीं मिल रही। नारनौंद के एसडीएम बोले-शिकायत मिलेगी तो सरकार तक पहुंचाएंगे
वहीं नारनौंद के एसडीएम मोहित महराणा ने बताया कि फसलों के नुकसान की किसानों की शिकायत मिलेगी तो सरकार तक पहुंचा दी जाएगी, ताकि किसानों को राहत मिल सके। सरकार की आदेश मिलते ही तुरंत गिरदावरी करवा दी जाएगी। बता दें कि नारनौंद क्षेत्र में शुक्रवार को ओलावृष्टि से सरसों सहित अनेक फसलों को नुकसान पहुंचा है। क्षेत्र के किसानों ने प्रशासन से फसलों की स्पेशल गिरदावरी करवारकर मुआवजा देने की भी मांग की है। हरियाणा | दैनिक भास्कर