हिसार में अवैध कब्जा हटाने पर विवाद:विधायक पनिहार ने परिवारों से की मुलाकात; प्रशासन ने तोड़ थे चार मकान

हिसार में अवैध कब्जा हटाने पर विवाद:विधायक पनिहार ने परिवारों से की मुलाकात; प्रशासन ने तोड़ थे चार मकान

हरियाणा के हिसार जिले में गंगवा गांव में तालाब की जमीन पर बने अवैध मकानों को लेकर विवाद गहरा गया है। पंचायत विभाग ने कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा के गांव में जोहड़ पर कार्रवाई करते हुए चार अवैध मकानों को ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई के एक दिन बाद नलवा विधायक रणधीर पनिहार प्रभावित परिवारों से मिलने पहुंचे। विधायक पनिहार ने बताया कि वह कार्रवाई के समय चंडीगढ़ में थे और उन्होंने इस मामले को लेकर मंत्री रणबीर गंगवा को फोन किया था, लेकिन वे संपर्क नहीं कर पाए। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी इस मुद्दे पर चर्चा की है और आश्वासन दिया है कि कानून के दायरे में पीड़ितों को न्याय दिलाया जाएगा। मामले में नया मोड़ तब आया जब प्रभावित परिवारों ने सरपंच भगवान दास पर चुनावी रंजिश का आरोप लगाया। उनका कहना है कि चुनाव में वोट न देने के कारण उन्हें निशाना बनाया गया है। प्रभावित लोगों के अनुसार, तालाब के आसपास कुल 27-28 घर हैं, लेकिन कार्रवाई केवल चुनिंदा मकानों पर की गई है। उनका दावा है कि जिन मकानों को तोड़ा गया, वे जोहड़ के नक्शे से बाहर स्थित थे। हालांकि, सरपंच भगवान दास ने इन सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि कार्रवाई पूर्णतः नियमानुसार की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि तालाब की जमीन पर किए गए सभी अवैध कब्जे हटाए जाएंगे और यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। हरियाणा के हिसार जिले में गंगवा गांव में तालाब की जमीन पर बने अवैध मकानों को लेकर विवाद गहरा गया है। पंचायत विभाग ने कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा के गांव में जोहड़ पर कार्रवाई करते हुए चार अवैध मकानों को ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई के एक दिन बाद नलवा विधायक रणधीर पनिहार प्रभावित परिवारों से मिलने पहुंचे। विधायक पनिहार ने बताया कि वह कार्रवाई के समय चंडीगढ़ में थे और उन्होंने इस मामले को लेकर मंत्री रणबीर गंगवा को फोन किया था, लेकिन वे संपर्क नहीं कर पाए। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी इस मुद्दे पर चर्चा की है और आश्वासन दिया है कि कानून के दायरे में पीड़ितों को न्याय दिलाया जाएगा। मामले में नया मोड़ तब आया जब प्रभावित परिवारों ने सरपंच भगवान दास पर चुनावी रंजिश का आरोप लगाया। उनका कहना है कि चुनाव में वोट न देने के कारण उन्हें निशाना बनाया गया है। प्रभावित लोगों के अनुसार, तालाब के आसपास कुल 27-28 घर हैं, लेकिन कार्रवाई केवल चुनिंदा मकानों पर की गई है। उनका दावा है कि जिन मकानों को तोड़ा गया, वे जोहड़ के नक्शे से बाहर स्थित थे। हालांकि, सरपंच भगवान दास ने इन सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि कार्रवाई पूर्णतः नियमानुसार की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि तालाब की जमीन पर किए गए सभी अवैध कब्जे हटाए जाएंगे और यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर