हिसार में कांग्रेस नेता ने लगाए भीतरघात के आरोप:घोड़ेला बोले- मेरे खिलाफ साजिश रची गई, बरवाला सीट से लड़ा था चुनाव

हिसार में कांग्रेस नेता ने लगाए भीतरघात के आरोप:घोड़ेला बोले- मेरे खिलाफ साजिश रची गई, बरवाला सीट से लड़ा था चुनाव

हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद सभी नेता अपनी-अपनी हार की समीक्षा करने में लगे हुए हुए हैं। हिसार जिले की बरवाला सीट से कांग्रेस कैंडिडेट रहे रामनिवास घोड़ेला ने कहा समीक्षा के बाद कहा कि उनके खिलाफ कांग्रेस के ही नेताओं ने साजिश की, जिसके कारण उनकी हार हुई। घोड़ेला ने कांग्रेस नेताओं के नाम पर गिनवाए और कहा कि इन्होंने वोटिंग वाले दिन और इससे एक दिन पहले कार्यकर्ताओं को फोन कर कहा कि घोड़ेला की जगह संजना सातरोड़ को वोट डलवाने हैं। घोड़ेला ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश टिकट मिलने से पहले ही शुरू हो गई थी। उनको टिकट ना मिले इसके लिए कांग्रेस मुख्यालय पर बरवाला से लोगों ने जाकर हंगामा किया। इससे पहले कांग्रेस के नलवा विधानसभा कैंडिडेट अनिल मान ने कांग्रेस नेता संपत सिंह पर हार का ठीकरा फोड़ा था और कहा था कांग्रेस नेता ने भाजपा प्रत्याशी को वोट डलवाए थे। घोड़ेला ने यह लगाए आरोप टिकट ना मिलने का विरोध किया रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि वह कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं। मगर उनके खिलाफ साजिश शुरू से रची गई। पहले कांग्रेस दफ्तर दिल्ली जाकर कुछ लोगों ने हंगामा किया ताकि मुझे टिकट ना मिल सके। घोड़ेला ने कहा कि कांग्रेस ने उनको टिकट थी दी। वह कांग्रेस के कैंडिडेट थे। मगर इसे नहीं देखा गया। कांग्रेस नेताओं ने हरवाईं सीटें घोड़ेला ने कहा कि हर एक सीट को हरवाया गया। कांग्रेस के नेताओं ने ही सोचा कि बरवाला सीट हार जाएंगे तो क्या फर्क पड़ेगा, नलवा सीट हार जाओगे तो क्या फर्क पड़ेगा, उचाना हार जाएंगे तो क्या पड़ेगा। ऐसा सब सीटों पर सोचा गया और नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस पार्टी जीतने वाली सीटें हार गईं और 37 पर सिमट गई। कांग्रेस नेताओं ने इनेलो को वोट डलवाए रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि कांग्रेस के सांसद जयप्रकाश के भाई रणधीर धीरा जो बरवाला के पूर्व विधायक रह चुके हैं उन्होंने स्पेशल एक जाति का नाम लेकर कहा है कि अगर वो एमएलए बन गया तो यह सीट उस जाति के नाम हो जाएगी। ऐसे सैकड़ों साथी हैं जिन्होंने सरेआम विरोध किया। ऐसे लोगों के कारण कांग्रेस सरकार बनती रह गई। बराबर में कैंडिडेट खड़े किए घोड़ेला ने कहा कि हरियाणा में भाजपा के खिलाफ माहौल था। मगर कांग्रेस में बराबर में कैंडिडेट खड़े कर दिए गए। चलो कैंडिडेट खड़े कर देना आम बात है, मगर सरेआम यह कहना कि इसको वोट मत दो, चाहे इसको दे दो यह गलत बात है। हमारे पास सैकड़ों सुबूत हैं। चाहे इसमें सतेंद्र सहारण खेदड़, राजेंद्र सूरा, रणधीर धीरा हो या प्रधान जी (सांसद जयप्रकाश) सबने हराने का काम किया। राहुल गांधी की रैली में सांसद जयप्रकाश ने जुलूस निकाला घोड़ेला ने कहा कि प्रधान जी (सांसद जयप्रकाश) रैली में आकर गए और मेरा जुलूस निकालकर गए। कहा, मेरी फोटो का बदला जनता लेगी। मैं कहता हूं दावे के साथ कि हमने फोटो ना लगाई हो। हमने अपनी सैकड़ों गाड़ियों के पीछे फोटो लगाए हुए थे। इसकी क्या तकलीफ थी वो अपना कमा के खा रहा है हम अपना कमा खा रहे हैं। हमें टिकट मिला हमने चुनाव लड़ लिया। कोई जरूरी थोड़ा ना था कि हम फोटो लगाएं। फिर भी प्रोटोकॉल के हिसाब से हमारा एमपी था और उस हिसाब से हमने फोटो लगाई। इस टाईम भी ऑफिस के अंदर हमारे होर्डिंग्स पड़े हैं, जिस पर फोटो लगे हुए हैं। रैली से एक दिन पहले रात को स्पेशल AICC की ओर से जयपुर से सांसद आए हुए थे तो उन्होंने जयप्रकाश से पूछा था कि फोटो कैसे लगाने हैं। जो जयप्रकाश ने कहा था तुम अपने हिसाब से लगा लो। इसके बाद रैली में यह कहना है कि मेरी फोटो का बदला जनता लेगी यह कहां तक उचित था। नलवा कैंडिडेट अनिल मान ने संपत सिंह भी लगाए भीतरघात के आरोप हरियाणा विधानसभा चुनाव मिली हार के बाद कांग्रेस में कलह थम नहीं रही है। रविवार को हिसार के कांग्रेस भवन में नलवा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अनिल मान ने अपनी हार का जिम्मेदार पूर्व वित्त मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह को ठहराया था। अनिल मान ने बताया कि बीते विधानसभा चुनाव में भी जब संपत सिंह को टिकट नहीं मिली थी तो वे भाजपा में चले गए थे। उस समय उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी रणधीर पनिहार का हराने का काम किया था। अब मुझे टिकट मिली तो उन्होंने मुझे हराने का काम किया है। चुनाव के दौरान एक पैलेस में कार्यकर्ताओं को मीटिंग की गई थी। उस मीटिंग से जुड़ी वीडियो व फोटो की रील तैयार कर सोशल मीडिया पर डाली गई। वीडियो में ‘धीरा-धीरा रणधीरा’ गाना लगाया गया था। जो कि भाजपा प्रत्याशी के नाम से मिल रहा था। हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद सभी नेता अपनी-अपनी हार की समीक्षा करने में लगे हुए हुए हैं। हिसार जिले की बरवाला सीट से कांग्रेस कैंडिडेट रहे रामनिवास घोड़ेला ने कहा समीक्षा के बाद कहा कि उनके खिलाफ कांग्रेस के ही नेताओं ने साजिश की, जिसके कारण उनकी हार हुई। घोड़ेला ने कांग्रेस नेताओं के नाम पर गिनवाए और कहा कि इन्होंने वोटिंग वाले दिन और इससे एक दिन पहले कार्यकर्ताओं को फोन कर कहा कि घोड़ेला की जगह संजना सातरोड़ को वोट डलवाने हैं। घोड़ेला ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश टिकट मिलने से पहले ही शुरू हो गई थी। उनको टिकट ना मिले इसके लिए कांग्रेस मुख्यालय पर बरवाला से लोगों ने जाकर हंगामा किया। इससे पहले कांग्रेस के नलवा विधानसभा कैंडिडेट अनिल मान ने कांग्रेस नेता संपत सिंह पर हार का ठीकरा फोड़ा था और कहा था कांग्रेस नेता ने भाजपा प्रत्याशी को वोट डलवाए थे। घोड़ेला ने यह लगाए आरोप टिकट ना मिलने का विरोध किया रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि वह कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं। मगर उनके खिलाफ साजिश शुरू से रची गई। पहले कांग्रेस दफ्तर दिल्ली जाकर कुछ लोगों ने हंगामा किया ताकि मुझे टिकट ना मिल सके। घोड़ेला ने कहा कि कांग्रेस ने उनको टिकट थी दी। वह कांग्रेस के कैंडिडेट थे। मगर इसे नहीं देखा गया। कांग्रेस नेताओं ने हरवाईं सीटें घोड़ेला ने कहा कि हर एक सीट को हरवाया गया। कांग्रेस के नेताओं ने ही सोचा कि बरवाला सीट हार जाएंगे तो क्या फर्क पड़ेगा, नलवा सीट हार जाओगे तो क्या फर्क पड़ेगा, उचाना हार जाएंगे तो क्या पड़ेगा। ऐसा सब सीटों पर सोचा गया और नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस पार्टी जीतने वाली सीटें हार गईं और 37 पर सिमट गई। कांग्रेस नेताओं ने इनेलो को वोट डलवाए रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि कांग्रेस के सांसद जयप्रकाश के भाई रणधीर धीरा जो बरवाला के पूर्व विधायक रह चुके हैं उन्होंने स्पेशल एक जाति का नाम लेकर कहा है कि अगर वो एमएलए बन गया तो यह सीट उस जाति के नाम हो जाएगी। ऐसे सैकड़ों साथी हैं जिन्होंने सरेआम विरोध किया। ऐसे लोगों के कारण कांग्रेस सरकार बनती रह गई। बराबर में कैंडिडेट खड़े किए घोड़ेला ने कहा कि हरियाणा में भाजपा के खिलाफ माहौल था। मगर कांग्रेस में बराबर में कैंडिडेट खड़े कर दिए गए। चलो कैंडिडेट खड़े कर देना आम बात है, मगर सरेआम यह कहना कि इसको वोट मत दो, चाहे इसको दे दो यह गलत बात है। हमारे पास सैकड़ों सुबूत हैं। चाहे इसमें सतेंद्र सहारण खेदड़, राजेंद्र सूरा, रणधीर धीरा हो या प्रधान जी (सांसद जयप्रकाश) सबने हराने का काम किया। राहुल गांधी की रैली में सांसद जयप्रकाश ने जुलूस निकाला घोड़ेला ने कहा कि प्रधान जी (सांसद जयप्रकाश) रैली में आकर गए और मेरा जुलूस निकालकर गए। कहा, मेरी फोटो का बदला जनता लेगी। मैं कहता हूं दावे के साथ कि हमने फोटो ना लगाई हो। हमने अपनी सैकड़ों गाड़ियों के पीछे फोटो लगाए हुए थे। इसकी क्या तकलीफ थी वो अपना कमा के खा रहा है हम अपना कमा खा रहे हैं। हमें टिकट मिला हमने चुनाव लड़ लिया। कोई जरूरी थोड़ा ना था कि हम फोटो लगाएं। फिर भी प्रोटोकॉल के हिसाब से हमारा एमपी था और उस हिसाब से हमने फोटो लगाई। इस टाईम भी ऑफिस के अंदर हमारे होर्डिंग्स पड़े हैं, जिस पर फोटो लगे हुए हैं। रैली से एक दिन पहले रात को स्पेशल AICC की ओर से जयपुर से सांसद आए हुए थे तो उन्होंने जयप्रकाश से पूछा था कि फोटो कैसे लगाने हैं। जो जयप्रकाश ने कहा था तुम अपने हिसाब से लगा लो। इसके बाद रैली में यह कहना है कि मेरी फोटो का बदला जनता लेगी यह कहां तक उचित था। नलवा कैंडिडेट अनिल मान ने संपत सिंह भी लगाए भीतरघात के आरोप हरियाणा विधानसभा चुनाव मिली हार के बाद कांग्रेस में कलह थम नहीं रही है। रविवार को हिसार के कांग्रेस भवन में नलवा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अनिल मान ने अपनी हार का जिम्मेदार पूर्व वित्त मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह को ठहराया था। अनिल मान ने बताया कि बीते विधानसभा चुनाव में भी जब संपत सिंह को टिकट नहीं मिली थी तो वे भाजपा में चले गए थे। उस समय उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी रणधीर पनिहार का हराने का काम किया था। अब मुझे टिकट मिली तो उन्होंने मुझे हराने का काम किया है। चुनाव के दौरान एक पैलेस में कार्यकर्ताओं को मीटिंग की गई थी। उस मीटिंग से जुड़ी वीडियो व फोटो की रील तैयार कर सोशल मीडिया पर डाली गई। वीडियो में ‘धीरा-धीरा रणधीरा’ गाना लगाया गया था। जो कि भाजपा प्रत्याशी के नाम से मिल रहा था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर