हिसार में पत्नी मायके गई तो पति ने पीछे से घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इसका पता तब चला, जब उसने पत्नी का फोन नहीं उठाया। उस वक्त उसकी बेटी भी कॉलेज गई हुई थी। पत्नी ने पड़ोसन को देखने भेजा तो उसका पति फंदे से लटक रहा था। इसके बाद तुरंत पुलिस बुलाई गई। पुलिस ने शव को पंखे से उतारा। मरने वाला व्यक्ति 50 साल का राजकुमार ग्रोवर उर्फ राजू है। वह पटेल नगर में रहता था। मकान के निचले हिस्से में वह दुकान चलाता था जबकि ऊपर परिवार समेत रहता था। पुलिस ने इस बारे में पत्नी को भी सूचना देकर भिवानी से बुला लिया है। शुरुआती जांच के बाद उसकी जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है। वहीं फंदे पर लटकने से पहले उसने चाबी भी बाहर फेंक दी थी ताकि अंदर आने के लिए पत्नी या बेटी को दरवाजा न तोड़ना पड़े। पटेल नगर में दुकानदार की मौत के बाद गली में लगी भीड़… सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला… पत्नी मायके, बेटी स्कूल में पढ़ाने गई थी
पुलिस के मुताबिक राजकुमार ग्रोवर उर्फ राजू पटेल नगर में कॉस्मेटिक की दुकान चलाता है। उसकी पत्नी वीणा भिवानी की रहने वाली है। उनकी एक बेटी है। वह टीचर है और प्राइवेट कॉलेज में पढ़ाती है। गुरुवार को दुकानदार की पत्नी वीणा मायके गई हुई थी। वहीं बेटी भी कॉलेज में पढ़ाने के लिए गई हुई थी। पत्नी का फोन नहीं उठाया तो पड़ोसन को भेजा
पुलिस के मुताबिक वीणा सुबह 8 बजे गई थी। कुछ घंटे बाद उसने पति को फोन किया। मगर, उसके पति ने फोन नहीं उठाया। वह काफी देर तक ट्राई करती रही। बेटी भी उस वक्त कॉलेज में थी। उसने भी फोन नहीं उठाया। इसके बाद वीणा ने पड़ोसियों को फोन किया। जिसमें उनके घर जाकर देखने के लिए कहा। पड़ोसन घर पहुंची तो फंदे पर लटका था दुकानदार
पड़ोस की एक महिला जब राजू के घर गई तो दरवाजा अंदर से बंद था। उसने दुकानदार को आवाज लगाई लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला। तभी उसे बाहर चाबी पड़ी दिखी। उसने उसी से दरवाजा खोला और अंदर गई तो देखा कि राजू पंखे पर फंदे से लटका हुआ था। इससे महिला घबरा गई। वह तुरंत बाहर आई और शोर मचाने लगी। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। इसके बाद राजू की पत्नी और बेटी को सूचना दी गई। पुलिस ने आकर शव को पंखे से उतारा
गुरुवार दोपहर 3 बजे पीएलए पुलिस चौकी को फोन कर सूचना दी गई। करीब आधे घंटे बाद पुलिस पहुंची। पुलिस ने महिला के शव को पंखे से नीचे उतारा। तब तक दुकानदार की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए शव को अस्पताल भिजवाया। तब तक दुकानदार के रिश्तेदार भी वहां पहुंच चुके थे। हालांकि उसकी पत्नी अभी नहीं पहुंच पाई है। रिश्तेदार बोले- आत्महत्या से हम हैरान
रिश्तेदारों के मुताबिक राजू का छोटा परिवार था। पत्नी वीणा उसके कॉस्मेटिक की दुकान में हाथ बंटाती थी। बेटी का नाम अनन्या है। राजकुमार ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया, इसके बारे में किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा। हालांकि पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक इसके पीछे कोई पारिवारिक वजह हो सकती है। सुसाइड नोट में लिखा- मेरा सामान बिकवा दें
पीएलए चौकी पुलिस को मृतक दुकानदार राजकुमार की जेब से सुसाइड नोट मिला है। इस सुसाइड नोट में दुकानदार ने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को ठहराया है। सुसाइड नोट में राजकुमार ने लिखा है कि “मैं अपनी बीमारी के चलते काफी परेशान हूं। इसलिए मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। मैं आसपास के दुकानदारों से प्रार्थना करता हूं कि मेरी दुकान का सामान बिकवा दें”। घर को अंदर से ताला लगाकर चाबी बाहर फेंक दी थी
पड़ोसी दुकानदार का कहना है कि राजकुमार ने अंदर से घर बंद किया हुआ था। उसने चाबी को बाहर गेट के आगे फेंक दिया था, ताकि घरवाले आएं तो दरवाजा तोड़ने के बजाय वह सीधा घर के अंदर आ जाएं। हिसार में पत्नी मायके गई तो पति ने पीछे से घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इसका पता तब चला, जब उसने पत्नी का फोन नहीं उठाया। उस वक्त उसकी बेटी भी कॉलेज गई हुई थी। पत्नी ने पड़ोसन को देखने भेजा तो उसका पति फंदे से लटक रहा था। इसके बाद तुरंत पुलिस बुलाई गई। पुलिस ने शव को पंखे से उतारा। मरने वाला व्यक्ति 50 साल का राजकुमार ग्रोवर उर्फ राजू है। वह पटेल नगर में रहता था। मकान के निचले हिस्से में वह दुकान चलाता था जबकि ऊपर परिवार समेत रहता था। पुलिस ने इस बारे में पत्नी को भी सूचना देकर भिवानी से बुला लिया है। शुरुआती जांच के बाद उसकी जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है। वहीं फंदे पर लटकने से पहले उसने चाबी भी बाहर फेंक दी थी ताकि अंदर आने के लिए पत्नी या बेटी को दरवाजा न तोड़ना पड़े। पटेल नगर में दुकानदार की मौत के बाद गली में लगी भीड़… सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला… पत्नी मायके, बेटी स्कूल में पढ़ाने गई थी
पुलिस के मुताबिक राजकुमार ग्रोवर उर्फ राजू पटेल नगर में कॉस्मेटिक की दुकान चलाता है। उसकी पत्नी वीणा भिवानी की रहने वाली है। उनकी एक बेटी है। वह टीचर है और प्राइवेट कॉलेज में पढ़ाती है। गुरुवार को दुकानदार की पत्नी वीणा मायके गई हुई थी। वहीं बेटी भी कॉलेज में पढ़ाने के लिए गई हुई थी। पत्नी का फोन नहीं उठाया तो पड़ोसन को भेजा
पुलिस के मुताबिक वीणा सुबह 8 बजे गई थी। कुछ घंटे बाद उसने पति को फोन किया। मगर, उसके पति ने फोन नहीं उठाया। वह काफी देर तक ट्राई करती रही। बेटी भी उस वक्त कॉलेज में थी। उसने भी फोन नहीं उठाया। इसके बाद वीणा ने पड़ोसियों को फोन किया। जिसमें उनके घर जाकर देखने के लिए कहा। पड़ोसन घर पहुंची तो फंदे पर लटका था दुकानदार
पड़ोस की एक महिला जब राजू के घर गई तो दरवाजा अंदर से बंद था। उसने दुकानदार को आवाज लगाई लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला। तभी उसे बाहर चाबी पड़ी दिखी। उसने उसी से दरवाजा खोला और अंदर गई तो देखा कि राजू पंखे पर फंदे से लटका हुआ था। इससे महिला घबरा गई। वह तुरंत बाहर आई और शोर मचाने लगी। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। इसके बाद राजू की पत्नी और बेटी को सूचना दी गई। पुलिस ने आकर शव को पंखे से उतारा
गुरुवार दोपहर 3 बजे पीएलए पुलिस चौकी को फोन कर सूचना दी गई। करीब आधे घंटे बाद पुलिस पहुंची। पुलिस ने महिला के शव को पंखे से नीचे उतारा। तब तक दुकानदार की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए शव को अस्पताल भिजवाया। तब तक दुकानदार के रिश्तेदार भी वहां पहुंच चुके थे। हालांकि उसकी पत्नी अभी नहीं पहुंच पाई है। रिश्तेदार बोले- आत्महत्या से हम हैरान
रिश्तेदारों के मुताबिक राजू का छोटा परिवार था। पत्नी वीणा उसके कॉस्मेटिक की दुकान में हाथ बंटाती थी। बेटी का नाम अनन्या है। राजकुमार ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया, इसके बारे में किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा। हालांकि पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक इसके पीछे कोई पारिवारिक वजह हो सकती है। सुसाइड नोट में लिखा- मेरा सामान बिकवा दें
पीएलए चौकी पुलिस को मृतक दुकानदार राजकुमार की जेब से सुसाइड नोट मिला है। इस सुसाइड नोट में दुकानदार ने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को ठहराया है। सुसाइड नोट में राजकुमार ने लिखा है कि “मैं अपनी बीमारी के चलते काफी परेशान हूं। इसलिए मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। मैं आसपास के दुकानदारों से प्रार्थना करता हूं कि मेरी दुकान का सामान बिकवा दें”। घर को अंदर से ताला लगाकर चाबी बाहर फेंक दी थी
पड़ोसी दुकानदार का कहना है कि राजकुमार ने अंदर से घर बंद किया हुआ था। उसने चाबी को बाहर गेट के आगे फेंक दिया था, ताकि घरवाले आएं तो दरवाजा तोड़ने के बजाय वह सीधा घर के अंदर आ जाएं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
