हरियाणा के हिसार जिले के बरवाला क्षेत्र में पुलिस टीम के साथ गंभीर घटना सामने आई है। घरौंडा थाने की पुलिस टीम जब धोखाधड़ी के एक मामले में आरोपी विपुल सुरा को गिरफ्तार करने बुगाना गांव पहुंची, तो ग्रामीणों ने टीम पर हमला कर दिया। मामले की सूचना पर बरवाला पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश में जुट गई है। आरोपी की मां ने घर में नहीं जाने दिया जब घरौंडा थाने के सब-इंस्पेक्टर रवि की अगुआई में पुलिस टीम आरोपी के घर पहुंची। टीम को आरोपी की मां ने घर में प्रवेश करने दिया, लेकिन जैसे ही पुलिसकर्मी तलाशी लेने लगे, आसपास के लोग जमा हो गए। ग्रामीणों ने ना केवल पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज की, बल्कि उन्हें बंधक भी बना लिया और उनकी वर्दी तक फाड़ दी। इस दौरान कुछ लोगों ने आरोपी को घर के पिछले दरवाजे से भगा दिया। लोकेशन ट्रेस कर पहुंची थी टीम मामला 9 दिसंबर 2024 को दर्ज किया गया था। जिसमें हिसार जिले के बुगाना के विपुल सुरा पर धोखाधड़ी का आरोप था। लोकेशन ट्रेस करने पर पुलिस टीम बुगाना गांव पहुंची थी। सब-इंस्पेक्टर रवि ने बताया कि वे हमलावरों को देखकर पहचान सकते हैं। बरवाला पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की पहचान व गिरफ्तारी के लिए जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के हिसार जिले के बरवाला क्षेत्र में पुलिस टीम के साथ गंभीर घटना सामने आई है। घरौंडा थाने की पुलिस टीम जब धोखाधड़ी के एक मामले में आरोपी विपुल सुरा को गिरफ्तार करने बुगाना गांव पहुंची, तो ग्रामीणों ने टीम पर हमला कर दिया। मामले की सूचना पर बरवाला पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश में जुट गई है। आरोपी की मां ने घर में नहीं जाने दिया जब घरौंडा थाने के सब-इंस्पेक्टर रवि की अगुआई में पुलिस टीम आरोपी के घर पहुंची। टीम को आरोपी की मां ने घर में प्रवेश करने दिया, लेकिन जैसे ही पुलिसकर्मी तलाशी लेने लगे, आसपास के लोग जमा हो गए। ग्रामीणों ने ना केवल पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज की, बल्कि उन्हें बंधक भी बना लिया और उनकी वर्दी तक फाड़ दी। इस दौरान कुछ लोगों ने आरोपी को घर के पिछले दरवाजे से भगा दिया। लोकेशन ट्रेस कर पहुंची थी टीम मामला 9 दिसंबर 2024 को दर्ज किया गया था। जिसमें हिसार जिले के बुगाना के विपुल सुरा पर धोखाधड़ी का आरोप था। लोकेशन ट्रेस करने पर पुलिस टीम बुगाना गांव पहुंची थी। सब-इंस्पेक्टर रवि ने बताया कि वे हमलावरों को देखकर पहचान सकते हैं। बरवाला पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की पहचान व गिरफ्तारी के लिए जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फतेहाबाद में रेलवेकर्मी की हत्या:बैड पर पड़ा मिला खून से लथपथ शव; शरीर पर चोट के निशान, पत्नी दवा लेने गई थी
फतेहाबाद में रेलवेकर्मी की हत्या:बैड पर पड़ा मिला खून से लथपथ शव; शरीर पर चोट के निशान, पत्नी दवा लेने गई थी हरियाणा के फतेहाबाद के जाखल की दुर्गा कॉलोनी निवासी एक रेलवे कर्मचारी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। 30 वर्षीय अमित कुमार का शव अपने घर पर ही खून से लथपथ हालत में मिला। उसके शरीर पर चोटों के निशान मिले हैं।इस कारण हत्या की आशंका जताई जा रही है। लेकिन अभी तक कुछ अता पता नहीं चला कि उसके साथ क्या घटना हुई। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जानकारी के अनुसार अमित कुमार दुर्गा कॉलोनी में अपनी पत्नी, 2 बेटियों और एक बेटे के साथ रहता था। वह रेलवे में बतौर गैंगमैन काम करता था। कल शाम को ड्यूटी के बाद वह घर आ गया। उसका सहकर्मी तरसेम जब ड्यूटी पर जाने के लिए सामान लेने उसके घर गया तो वह बेड पर औंधे मुँह गिरा मिला। उसकी पीठ और टांग पर चोटों के निशान थे। बाजू से खून बह रहा था। वह दौड़ कर बाहर गया और आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी। देखें युवक की मौत से जुड़े कुछ PHOTOS… अमित की पत्नी रेणु ने बताया कि वह दोपहर को दवाई लेने के लिए शहर में गई हुई थी। जब वह शाम को वापस घर लौटी तब उसे घटना के बारे में पता चला। उसने बताया कि वह किसी से भी नहीं लड़ता था, इसलिए वह किसी पर संदेह नहीं प्रकट कर रही। मृतक की पत्नी ने बताया कि वह शराब पीता था। लेकिन आज घटना किस प्रकार से हुई, इसके बारे में उसे कुछ भी पता नहीं है। युवक की संदिग्ध हालात में मौत की सूचना पर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है। इसकी जांच कर रहे हैं। मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल पाएगा।अमित कुमार की शादी वर्ष 2012 में दिल्ली निवासी रेणु से हुई थी। उसके तीन बच्चे हैं। इनमें दो लड़कियां और एक लड़का है। बड़ी लड़की 11 वर्षीय, उससे छोटी 7 साल और उससे छोटा एक 6 साल का लड़का है।
हरियाणा में राज्यसभा उपचुनाव की तारीख का ऐलान:3 दिसंबर से शुरू होंगे नामांकन; कृष्णलाल पंवार के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी सीट
हरियाणा में राज्यसभा उपचुनाव की तारीख का ऐलान:3 दिसंबर से शुरू होंगे नामांकन; कृष्णलाल पंवार के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी सीट हरियाणा में राज्यसभा उपचुनाव के लिए 20 दिसंबर को वोटिंग होगी। इसी दिन शाम को रिजल्ट जारी होगा। चुनाव आयोग ने मंगलवार को इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया। 3 दिसंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। 10 दिसंबर को नामांकन की लास्ट डेट है। कृष्णलाल पंवार ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद 14 अक्टूबर को राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद सीट रिक्त घोषित कर दी गई थी। जो भी सांसद चुना जाएगा, उसका कार्यकाल 1 अगस्त 2028 तक रहेगा। BJP की तरफ से राज्यसभा के लिए पूर्व CM चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, पूर्व सांसद संजय भाटिया, भाजपा के दलित नेता सुदेश कटारिया दौड़ में हैं। चुनाव आयोग का नोटिफिकेशन… हाल ही में किरण चौधरी बनी थीं राज्यसभा सांसद इसी साल कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने के बाद भी राज्यसभा की सीट खाली हुई थी। उपचुनाव में भाजपा की किरण चौधरी ने चुनाव लड़ा और वह राज्यसभा सांसद चुनी गईं। इस चुनाव में विपक्ष ने कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पहले ही कह दिया था कि हमारे पास बहुमत नहीं है। कौन नेता क्यों दावेदार… कुलदीप बिश्नोई: हरियाणा-राजस्थान के वोटरों में पकड़
पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के बेटे हैं। 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे। 3 साल से भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं। पूर्व में विधायक और सांसद रह चुके हैं। पत्नी और बेटा भी विधायक रह चुके हैं। प्रदेश में और राजस्थान में बिश्नोई वोटरों पर पकड़ है। भाजपा ने चुनाव में चुनाव कैंपेन समिति का प्रदेश संयोजक बनाया था। बेटे के पास भाजयुमो में पद है। ऐसे में इनके चेहरे पर पार्टी में विचार चल रहा है। सुनीता दुग्गल: पार्टी का बड़ा दलित चेहरा, टिकट कटी थी
पार्टी का बड़ा दलित चेहरा है। सिरसा से 2019 में भाजपा के टिकट से लोकसभा सांसद रह चुकी हैं। हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उनकी टिकट काटकर अशोक तंवर को दे दी। फिर भी वह पार्टी से नाराज नहीं हुईं। उनकी दलितों में अच्छी पकड़ मानी जाती है। 2024 में रतिया से विधानसभा चुनाव लड़ीं, लेकिन हार गईं। चूंकि खाली हुई राज्यसभा सीट एससी सीट है, इसलिए सुनीता दुग्गल इस सीट के लिए प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। मोहन लाल बड़ौली: खुद नहीं लड़े, पार्टी को जितवाया
हरियाणा में भाजपा के बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में पहचान है। इसके अलावा लोकसभा सांसद रह चुके हैं। साथ ही लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में संगठन और सरकार को साथ लेकर अच्छा काम किया। यही वजह रही कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ। हालांकि, लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी बड़ौली को विधानसभा टिकट भाजपा की तरफ से ऑफर किया गया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह संगठन का काम करेंगे। बड़ौली कह चुके हैं कि पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी वह उसे बखूबी निभाएंगे। संजय भाटिया: खट्टर के लिए सीट छोड़ी, संगठन में एक्टिव
पंजाबी समुदाय से आते हैं। करनाल लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। 2024 में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कारण उन्होंने अपनी सीट छोड़ दी थी। इसके तुरंत बाद हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्हें टिकट नहीं मिला। हालांकि, वह दोनों चुनावों में संगठन के लिए काम करते रहे। हाल ही में नायब सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आने वाले कार्यक्रम के मुख्य संयोजक की भूमिका भी निभा चुके हैं। लगातार उपेक्षा के बाद भी भाटिया धरातल पर संगठन के लिए काम कर रहे हैं। इसलिए पूरी संभावना है कि उन्हें राज्यसभा की सीट के लिए भाजपा उम्मीदवार बना सकती है। सुदेश कटारिया: विधानसभा चुनाव में दलित वोटरों को एकजुट किया
हरियाणा विधानसभा चुनाव में दलितों को एकजुट करने में कटारिया ने अहम भूमिका निभाई। लोकसभा चुनाव में दलित वोट के छिटकने के कारण पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपनी टीम के दलित फेस कटारिया को फील्ड में उतारा था। जिसके बाद उन्होंने सूबे की सभी 22 जिलों में दलित महासम्मेलन भी किए। चुनाव में परिणाम में अच्छे परिणाम भी रहे। इसके बाद यह पूरी संभावना है दलित चेहरे के रूप में कटारिया को राज्यसभा सीट का बीजेपी चेहरा बना दे।
हरियाणा में 2 बच्चों के पिता की हत्या:पड़ोसियों ने घेरकर पेट में चाकू घोंपा, भाई ने फोन करके गांव बुलाया था
हरियाणा में 2 बच्चों के पिता की हत्या:पड़ोसियों ने घेरकर पेट में चाकू घोंपा, भाई ने फोन करके गांव बुलाया था हरियाणा के करनाल में एक युवक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई। युवक अपने साले के साथ गांव में झगड़ा सुलझाने गया था। इस दौरान हमलावरों ने उस पर हमला कर दिया। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल युवक को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान सन्नी के रूप में हुई है। मृतक 2 बच्चों का पिता था। जानकारी के अनुसार, सन्नी ड्राइवर का काम करता था। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए शवगृह में रखवा दिया। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। फिलहाल पुलिस ने शिकायत के आधार पर 8 लोगों को नामजद किया है। सन्नी को भाई ने फोन करके बुलाया
तरावड़ी के वार्ड नंबर 7 दयानगर निवासी प्रिंस ने पुलिस को बताया कि शनिवार रात को उसके बड़े भाई सन्नी के साले सुनील ने उसे फोन करके बुलाया। सुनील ने बताया कि गांव तखाना में उसके पड़ोसियों से झगड़ा चल रहा है, जिसमें उसे सन्नी की मदद की जरूरत है। आरोपियों को समझाने का प्रयास किया
प्रिंस के अनुसार, सन्नी अपने साले सुनील के साथ गांव तखाना पहुंचा, जहां पहले से ही झगड़ा चल रहा था। झगड़ा शांत करवाने आए सन्नी पर आरोपियों ने हमला कर दिया। गांव तखाना पहुंचने पर सन्नी ने झगड़ा शांत करवाने के लिए सभी को समझाने का प्रयास किया। सनी को घेरकर हमला किया
आरोप है कि वहां मौजूद रूपेश, अमर, गोलू, प्रदीप, फूलो, राजबाला, बिट्टू व नीरज ने सन्नी पर हमला कर दिया। प्रिंस का आरोप है कि सभी ने मिलकर सन्नी को पकड़ लिया और अमर ने उस पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे सन्नी गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया
घटना के बाद सन्नी को गंभीर हालत में सरकारी अस्पताल तरावड़ी लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस हमले से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। प्रिंस का आरोप है कि आरोपियों ने मिलकर सन्नी की हत्या की है। शिकायत पर केस दर्ज, आरोपियों की तलाश जारी
तरावड़ी थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि प्रिंस की शिकायत के आधार पर 8 हमलावरों को नामजद किया गया है। आरोपियों की तलाश जारी है। आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आज पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।