हरियाणा के हिसार रेलवे स्टेशन पर 12 साल की लड़की को GRP (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) ने गिरफ्तार किया है। लड़की के पास से 2.5 किलोग्राम अफीम मिली है। लड़की यह अफीम राजस्थान के जोधपुर जिले से लेकर आई थी। अफीम की कीमत करीब 5 लाख रुपए है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है लड़की अफीम किसे सप्लाई करने आई थी और जोधपुर से किस व्यक्ति ने इसे हिसार में माल सप्लाई करने भेजा। पुलिस ने नाबालिग लड़की पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हिसार रेलवे स्टेशन पर रविवार शाम 6 बजे जीआरपी पुलिस हिसार रेलवे स्टेशन पर गश्त कर रही थी। गश्त के दौरान ESI बलवान सिंह, हेड कॉन्स्टेबल सुरेंद्र कुमार, महिला पुलिस कर्मी विजय लक्ष्मी, महिला सिपाही मुकेश, एसपीओ सुभाष चन्द्र, एएसआई आरपीएफ असलम खान, आरपीएफ सिपाही दीपक चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान प्लेटफार्म नंबर 1 के पास ऐक्सलरेटर के पास मुखबिर ने सूचना दी कि एक लड़की जोधपुर (राजस्थान) से आई है और उसने नीले रंग का लोवर व सफेद काली चैकदार शर्ट पहनी हुई है। जिसके पास नीले रंग का पिट्ठू बैग है, जिसमें अफीम हो सकती है। प्लेटफार्म नंबर 5 पर लिफ्ट के पास बैठी थी लड़की मुखबिर ने पुलिस को बताया कि रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 5 पर लिफ्ट के पश्चिम साइड पत्थर के लड़की बैंच पर बैठी हुई है। जो जोधपुर राजस्थान से अफीम लाकर हिसार में किसी व्यक्ति को सप्लाई करने के लिए आई है। यदि तुरंत रेड की जाए तो लड़की को अफीम सहित काबू किया जा सकता है। इस सूचना पर जीआरपी अलर्ट हो गई। इसके बाद डीएसपी राजेश कुमार को सूचना दी गई। जीआरपी ने एक टीम बनाई और लड़की को काबू कर लिया। बैग की तलाशी लेने पर उसमें बड़ी मात्रा में अफीम निकली। बाद में इसका वजन करवाया गया जो करीब 2.5 किलो निकली। इसकी कीमत करीब 5 लाख रुपए है। हरियाणा के हिसार रेलवे स्टेशन पर 12 साल की लड़की को GRP (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) ने गिरफ्तार किया है। लड़की के पास से 2.5 किलोग्राम अफीम मिली है। लड़की यह अफीम राजस्थान के जोधपुर जिले से लेकर आई थी। अफीम की कीमत करीब 5 लाख रुपए है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है लड़की अफीम किसे सप्लाई करने आई थी और जोधपुर से किस व्यक्ति ने इसे हिसार में माल सप्लाई करने भेजा। पुलिस ने नाबालिग लड़की पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हिसार रेलवे स्टेशन पर रविवार शाम 6 बजे जीआरपी पुलिस हिसार रेलवे स्टेशन पर गश्त कर रही थी। गश्त के दौरान ESI बलवान सिंह, हेड कॉन्स्टेबल सुरेंद्र कुमार, महिला पुलिस कर्मी विजय लक्ष्मी, महिला सिपाही मुकेश, एसपीओ सुभाष चन्द्र, एएसआई आरपीएफ असलम खान, आरपीएफ सिपाही दीपक चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान प्लेटफार्म नंबर 1 के पास ऐक्सलरेटर के पास मुखबिर ने सूचना दी कि एक लड़की जोधपुर (राजस्थान) से आई है और उसने नीले रंग का लोवर व सफेद काली चैकदार शर्ट पहनी हुई है। जिसके पास नीले रंग का पिट्ठू बैग है, जिसमें अफीम हो सकती है। प्लेटफार्म नंबर 5 पर लिफ्ट के पास बैठी थी लड़की मुखबिर ने पुलिस को बताया कि रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 5 पर लिफ्ट के पश्चिम साइड पत्थर के लड़की बैंच पर बैठी हुई है। जो जोधपुर राजस्थान से अफीम लाकर हिसार में किसी व्यक्ति को सप्लाई करने के लिए आई है। यदि तुरंत रेड की जाए तो लड़की को अफीम सहित काबू किया जा सकता है। इस सूचना पर जीआरपी अलर्ट हो गई। इसके बाद डीएसपी राजेश कुमार को सूचना दी गई। जीआरपी ने एक टीम बनाई और लड़की को काबू कर लिया। बैग की तलाशी लेने पर उसमें बड़ी मात्रा में अफीम निकली। बाद में इसका वजन करवाया गया जो करीब 2.5 किलो निकली। इसकी कीमत करीब 5 लाख रुपए है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में 3 लाल के परिवार अब एक पार्टी में:ऐसा पहली बार; भजनलाल, देवीलाल और बंसीलाल धुर विरोधी रहे, अब फैमिली एक साथ
हरियाणा में 3 लाल के परिवार अब एक पार्टी में:ऐसा पहली बार; भजनलाल, देवीलाल और बंसीलाल धुर विरोधी रहे, अब फैमिली एक साथ हरियाणा की राजनीति में लालों के नाम से मशहूर चौधरी देवीलाल, चौधरी बंसीलाल और चौधरी भजनलाल किसी जमाने में आपस में राजनीतिक धुर विरोधी रहे, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा कि तीनों के परिवार अब एक ही पार्टी के बैनर के नीचे राजनीति करने को मजबूर हो गए। तीनों ने अलग-अलग पार्टियां भी बनाई, लेकिन देवीलाल की बनाई पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल को छोड़कर बंसीलाल की हविपा और भजनलाल की हजकां का पहले ही विलय हो चुका है। तीनों ही हरियाणा के कद्दावर नेता के साथ कई बार हरियाणा के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार में बड़े मंत्रालयों को संभाल चुके हैं। चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई ने अगस्त 2022 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन की तो चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला ने इसी साल लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी जॉइन की है। हालांकि रणजीत चौटाला 2019 से ही निर्दलीय विधायक के तौर पर बीजेपी सरकार को समर्थन देते आ रहे थे, लेकिन बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें हिसार से टिकट दी गई। हालांकि रणजीत चौटाला कांग्रेस कैंडिडेट जयप्रकाश से चुनाव हार गए। इसी तरह लोकसभा चुनाव निपटने के बाद एक और लाल चौधरी बंसीलाल के परिवार से किरण चौधरी और श्रुति चौधरी भी अब बीजेपी में शामिल हो रही हैं। तीन बार CM और केंद्र कृषि मंत्री बने भजनलाल
हिसार जिले से ताल्लुक रखने वाले चौधरी भजनलाल कई दशकों तक कांग्रेस में रहे। इस दौरान तीन बार भजनलाल ने हरियाणा की सत्ता की बागडोर संभाली। पहली बार 1979 में हरियाणा के सीएम बने। इसके बाद वे 1882 और 1991 में भी मुख्यमंत्री बने। साथ ही एक बार केंद्र सरकार में कृषि मंत्री बने। हालांकि 2005 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाए जाने से भजनलाल नाराज हो गए। उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी बड़े बेटे कुलदीप बिश्नोई के साथ भजनलाल ने 2007 में कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी हजकां बना ली। हालांकि भजनलाल के निधन के बाद 2016 में कुलदीप बिश्नोई अपनी पार्टी हजकां का विलय कर फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके ठीक 6 साल बाद फिर से कुलदीप बिश्वोई कांग्रेस से नाराज हुए और 2022 में बीजेपी जॉइन कर ली। कुलदीप बिश्नोई प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनाए जाने से नाराज थे। उनकी नाराजगी की वजह पूर्व सीएम हुड्डा के करीबी चौधरी उदयभान को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने से थी। फिलहाल कुलदीप बिश्नोई के अलावा उनके बेटे भव्य बिश्नोई एक्टिव राजनीति में है। भव्य अपनी पैतृक आदमपुर सीट से बीजेपी के विधायक बने हैं। देवीलाल के परिवार से रणजीत चौटाला बन चुके भाजपाई
2 बार 1977 और 1987 में हरियाणा के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल चुके चौधरी देवीलाल के परिवार की राजनीतिक धमक आज भी बरकरार है। चौधरी देवीलाल 1989 से 21 जून 1991 तक देश के उपप्रधानमंत्री रह चुके हैं। उनके तीसरे नंबर के बेटे रणजीत चौटाला लंबे समय तक कांग्रेस में रहे। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का करीबी कहा जाता है, लेकिन 2019 में रानियां सीट से टिकट कटने के बाद रणजीत चौटाला ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और वे जीत गए। संयोग से बहुमत नहीं मिलने के कारण बीजेपी को चौटाला की जरूरत पड़ी और उन्हें कैबिनेट मंत्री बना दिया गया। बीजेपी से करीबी बढ़ने के बाद चौटाला अप्रैल 2024 में बीजेपी में शामिल हो गए। चौधरी देवीलाल के परिवार की बात करें तो उनके बड़े बेटे ओमप्रकाश चौटाला अपनी खुद की पार्टी इनेलो को संभाल रहे हैं, जबकि ओपी चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला अपने दोनों बेटों दुष्यंत और दिग्विजय के साथ मिलकर जेजेपी बना चुके हैं। बंसीलाल 4 बार सीएम रहे, बेटा मंत्री बना
हरियाणा में एक और परिवार चौधरी बंसीलाल की किसी समय में सूबे की राजनीति में तूती बोलती थी। उन्होंने अपनी खुद की पार्टी हविपा बनाकर भी सरकार बनाई। चौधरी बंसीलाल चार बार 1967, 1972, 1986, 1996 में हरियाणा के सीएम बने। इसके अलावा केंद्र सरकार में भी अहम मंत्रालयों में पदभार संभाला। लंबे समय तक कांग्रेस की राजनीति करने वाले चौधरी बंसीलाल के बेटे सुरेंद्र सिंह भी हरियाणा सरकार में पूर्व मंत्री रहे, लेकिन उनके निधन के बाद बंसीलाल की राजनीतिक विरासत को पुत्रवधु किरण चौधरी ने संभाला। किरण चौधरी 2005 में पहली बार चुनाव लड़ीं और MLA बनकर तत्कालीन हुड्डा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बन गईं। खुद राजनीति में एडजस्ट होने के बाद किरण ने अपनी बेटी श्रुति चौधरी को भी पूरी तरह राजनीति में एक्टिव कर दिया। 2009 में श्रुति ने अपना पहला चुनाव भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से लड़ा और पहले ही चुनाव में सांसद चुनी गईं। इसके बाद किरण चौधरी तो लगातार अपनी पैतृक सीट तोशाम विधानसभा से जीत दर्ज करती रहीं, लेकिन श्रुति 2014 और 2019 के दोनों चुनाव में हार गईं, जिसके चलते 2024 में उनकी टिकट कटी और अब वे आगे की राजनीति के लिए बीजेपी जॉइन कर रही हैं।
कैथल में सिर में चोट मार पति की हत्या:घर में ही किराना की दुकान चलाता था; पत्नी बोली- सीढ़ियों से गिरा
कैथल में सिर में चोट मार पति की हत्या:घर में ही किराना की दुकान चलाता था; पत्नी बोली- सीढ़ियों से गिरा हरियाणा के कैथल में एम महिला ने अपने पति की हत्या कर दी। व्यक्ति के सिर पर चोट का निशान और गले पर नीला निशान मिला है। मृतक का भाई घर आया तो दरवाजा काफी देर बाद खोला गया। महिला ने बताया कि उसके पति की मौत सीढ़ियों से गिर कर हुई है। पुलिस ने फिलहाल पत्नी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। महिला फरार है। कलायत थाना में दी शिकायत में कैथल के गांव बात्ता निवासी नंत राम ने बताया कि वे चार भाई हैं। उनमें से सबसे छोटा 38 वर्षीय रोहताश है। रोहताश की शादी करीब 12 साल पहले चोचड़ा निवासी किरण बाला के साथ हुई थी। उसके दो बच्चे हैं। इसमें एक आठ साल की बेटी और छह साल का बेटा है। उसका भाई रोहताश अपने मकान में शिवम किराणा स्टोर के नाम से दुकान चलाता था। उसने बताया कि वह 26 जून को शाम को अपने भाई रोहताश के मकान की तरफ हालचाल पूछने आया था। तब देखा की रोहताश के मकान के दरवाजे बंद हैं व दुकान भी बंद है। उसने बाहर से ही रोहताश के नाम की आवाज लगाई। तीन बार आवाज लगाने के बाद रोहताश की पत्नी ने दरवाजा खोला। बताया कि रोहताश को मकान की सीढियों से गिरने के कारण चोट लगी है। नंतराम ने बताया कि वह मकान के अंदर किरण के साथ गया। तब देखा की भाई रोहताश मकान के सबसे पिछले कमरे में चारपाई पर लेटा हुआ था। उसके सिर में चोटें लगी थी और खून निकल रहा था। उसकी पूरी गर्दन नीली हुई थी। उसी समय रोहताश की घरवाली ने बताया कि की रोहताश की मौत हो चुकी है। फिर वह वापस आया व अपने परिवार के सतीश कुमार को बताया। इनके साथ मौका पर पहुंचा। फिर हमने रोहताश को चारपाई से नीचे उतारकर चैक किया तो उसकी सांसें बंद हो चुकी थी। इसके बाद डायल 112 पर फोन कर पुलिस को इस घटना बारे सूचना दी। उसने पहले से ही किरण के मुंह से यह सुना था कि वह रोहताश को निपटा कर घर जाएगी। इसलिए उसे पूरा शक है कि रोहताश को उसकी पत्नी किरणबाला ने चोटें मारकर हत्या की है। कलायत थाना के जांच अधिकारी ASI राजेश ने बताया कि इस मामले में मृतक की पत्नी किरण के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। आगामी कार्रवाई जारी है। अभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
हिसार में युवक पर गिरा टिन शेड:मौके पर ही मौत, तेज आंधी के कारण हुआ हादसा, बाइक पर जा रहा था घर
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