हुड्‌डा के CM बनने के लिए बगलामुखी मंदिर में हवन:हेलिकॉप्टर से पहुंचा उनका करीबी परिवार; सैलजा गाय की पूंछ से आशीर्वाद ले चुकीं

हुड्‌डा के CM बनने के लिए बगलामुखी मंदिर में हवन:हेलिकॉप्टर से पहुंचा उनका करीबी परिवार; सैलजा गाय की पूंछ से आशीर्वाद ले चुकीं

हरियाणा में वोटों की गिनती से पहले पहले, पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के एक करीबी सहयोगी ने रविवार की रात हिमाचल प्रदेश के एक पवित्र मंदिर में विशेष प्रार्थना की व्यवस्था की। हुड्डा का करीबी ये परिवार रविवार को एक निजी हेलिकॉप्टर से गग्गल (कांगड़ा) हवाई अड्डे पर उतरा। कांगड़ा से लगभग 30 किलोमीटर दूर डेरा में माता बगलामुखी मंदिर में दर्शन करने और विशेष पूजा की व्यवस्था करने के लिए रवाना हुए। देहरा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर का विधानसभा क्षेत्र है। परिवार ने शाम करीब साढ़े चार बजे मंदिर में पूजा-अर्चना की, ताकि हुड्डा के लिए माता का आशीर्वाद लिया जा सके। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ कि परिवार अपने स्तर पर गया था या पूर्व सीएम या परिवार की तरफ से भेजा गया था। बता दें कि चुनाव में नामांकन से पहले भी भूपेंद्र हुड्‌डा पहले घर में हवन करवाते हैं। फिलहाल हुड्‌डा हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। मुख्यमंत्री पद के अन्य दावेदार कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला हैं। कुमारी सैलजा राजस्थान के सालासर धाम जाकर पूजा के बाद गाय की पूंछ का आशीर्वाद लिया। रणदीप सुरजेवाला भी केदारनाथ में माथा टेक चुके हैं। इससे पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर 30 सितंबर को अमावस्या के दिन हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान हिमाचल प्रदेश पहुंचे थे। वहां उन्होंने चुनाव में पार्टी की जीत के लिए विशेष पूजा अर्चना कराई थी। 2019 में खुद हुड्‌डा ने किया था हवन
बगलामुखी हिंदू धर्म में दस तांत्रिक देवताओं के एक समूह, महाविद्याओं के अवतार का स्त्री रूप हैं। मान्यता है कि माता बगलामुखी, जिसे आमतौर पर उत्तर भारत में पीतांबरी के नाम से जाना जाता है, भक्त की गलतफहमियों और भ्रमों (या भक्त के दुश्मनों) को अपनी छड़ी से नष्ट कर देती हैं। कई हस्तियां यहां आ चुकी हैं। अपने कार्यकाल में 15 मार्च 2015 को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी मां बगलामुखी मंदिर में दर्शनों उपरांत हवन अनुष्ठान करवाया। जिसके बाद से ये मंदिर पूरे भारत में सुर्खियों में आया। साल 1977 में चुनावों में हार के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी प्रदेश के इस प्राचीन मंदिर में अनुष्ठान करवाया। उसके बाद वह दोबारा सत्ता में आईं और 1980 में देश की प्रधानमंत्री बनी। 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खुद पहुंचकर कांग्रेस की जीत के लिए मां बगलामुखी में अनुष्ठान कराया था। दिल्ली में हुड्‌डा बोले- ना टायर्ड हुआ, ना रिटायर्ड हुआ वहीं दिल्ली में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। प्रदेश की 90 की 90 सीटों पर कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ेगा। भारत जोड़ो यात्रा से बड़ा रिस्पांस मिला है। हरियाणा में मुकाबला भाजपा- कांग्रेस का था, वोट काटो को हरियाणा में वोट नहीं मिले। पूर्व सीएम ने कहा कि कुछ सीटों पर नतीजा निर्णायक रहने वाले हैं। सीएम बनने के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि विधायकों के मत और हाईकमान मुख्यमंत्री तय करेगी। मैं ना टायर्ड हूं ना रिटायर हुआ हूं। बीजेपी के पास नहीं था कोई चुनावी मुद्दा
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि बीजेपी के पास चुनाव में कोई मुद्दा नहीं था क्योंकि 10 साल सत्ता में रहते हुए उसने कोई काम नहीं किया। वहीं कांग्रेस अपने 10 साल के पुराने कार्यकाल के काम दिखाकर वोट मांग रही थी। हरियाणा कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, रोजगार देने, खिलाड़ियों के सम्मान और विकास के हर पैमाने पर नंबर वन था। बीजेपी ने उसे बेरोजगारी, अपराध, नशे, महंगाई और अत्याचार में नंबर वन बना दिया। महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ी
बीजेपी ने पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ाने से लेकर खेती की लागत तक को कई गुणा बढ़ाया है। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान ईंधन बहुत सस्ता था और खाद, बीज, दवाई समेत तमाम कृषि उपकरण टैक्स फ्री थे। लेकिन बीजेपी ने हर चीज पर टैक्स लगा दिया और वैट भी दोगुना कर डाला। जिस बीजेपी ने जनता को महंगाई की मार मारी, उसी बीजेपी को जनता ने वोट की चोट मारी है। बीजेपी अब कुछ भी दावे करती रहे लेकिन प्रदेश में आने वाली सरकार कांग्रेस की बनने जा रही है। हरियाणा में वोटों की गिनती से पहले पहले, पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के एक करीबी सहयोगी ने रविवार की रात हिमाचल प्रदेश के एक पवित्र मंदिर में विशेष प्रार्थना की व्यवस्था की। हुड्डा का करीबी ये परिवार रविवार को एक निजी हेलिकॉप्टर से गग्गल (कांगड़ा) हवाई अड्डे पर उतरा। कांगड़ा से लगभग 30 किलोमीटर दूर डेरा में माता बगलामुखी मंदिर में दर्शन करने और विशेष पूजा की व्यवस्था करने के लिए रवाना हुए। देहरा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर का विधानसभा क्षेत्र है। परिवार ने शाम करीब साढ़े चार बजे मंदिर में पूजा-अर्चना की, ताकि हुड्डा के लिए माता का आशीर्वाद लिया जा सके। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ कि परिवार अपने स्तर पर गया था या पूर्व सीएम या परिवार की तरफ से भेजा गया था। बता दें कि चुनाव में नामांकन से पहले भी भूपेंद्र हुड्‌डा पहले घर में हवन करवाते हैं। फिलहाल हुड्‌डा हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। मुख्यमंत्री पद के अन्य दावेदार कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला हैं। कुमारी सैलजा राजस्थान के सालासर धाम जाकर पूजा के बाद गाय की पूंछ का आशीर्वाद लिया। रणदीप सुरजेवाला भी केदारनाथ में माथा टेक चुके हैं। इससे पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर 30 सितंबर को अमावस्या के दिन हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान हिमाचल प्रदेश पहुंचे थे। वहां उन्होंने चुनाव में पार्टी की जीत के लिए विशेष पूजा अर्चना कराई थी। 2019 में खुद हुड्‌डा ने किया था हवन
बगलामुखी हिंदू धर्म में दस तांत्रिक देवताओं के एक समूह, महाविद्याओं के अवतार का स्त्री रूप हैं। मान्यता है कि माता बगलामुखी, जिसे आमतौर पर उत्तर भारत में पीतांबरी के नाम से जाना जाता है, भक्त की गलतफहमियों और भ्रमों (या भक्त के दुश्मनों) को अपनी छड़ी से नष्ट कर देती हैं। कई हस्तियां यहां आ चुकी हैं। अपने कार्यकाल में 15 मार्च 2015 को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी मां बगलामुखी मंदिर में दर्शनों उपरांत हवन अनुष्ठान करवाया। जिसके बाद से ये मंदिर पूरे भारत में सुर्खियों में आया। साल 1977 में चुनावों में हार के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी प्रदेश के इस प्राचीन मंदिर में अनुष्ठान करवाया। उसके बाद वह दोबारा सत्ता में आईं और 1980 में देश की प्रधानमंत्री बनी। 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खुद पहुंचकर कांग्रेस की जीत के लिए मां बगलामुखी में अनुष्ठान कराया था। दिल्ली में हुड्‌डा बोले- ना टायर्ड हुआ, ना रिटायर्ड हुआ वहीं दिल्ली में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। प्रदेश की 90 की 90 सीटों पर कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ेगा। भारत जोड़ो यात्रा से बड़ा रिस्पांस मिला है। हरियाणा में मुकाबला भाजपा- कांग्रेस का था, वोट काटो को हरियाणा में वोट नहीं मिले। पूर्व सीएम ने कहा कि कुछ सीटों पर नतीजा निर्णायक रहने वाले हैं। सीएम बनने के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि विधायकों के मत और हाईकमान मुख्यमंत्री तय करेगी। मैं ना टायर्ड हूं ना रिटायर हुआ हूं। बीजेपी के पास नहीं था कोई चुनावी मुद्दा
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि बीजेपी के पास चुनाव में कोई मुद्दा नहीं था क्योंकि 10 साल सत्ता में रहते हुए उसने कोई काम नहीं किया। वहीं कांग्रेस अपने 10 साल के पुराने कार्यकाल के काम दिखाकर वोट मांग रही थी। हरियाणा कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, रोजगार देने, खिलाड़ियों के सम्मान और विकास के हर पैमाने पर नंबर वन था। बीजेपी ने उसे बेरोजगारी, अपराध, नशे, महंगाई और अत्याचार में नंबर वन बना दिया। महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ी
बीजेपी ने पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ाने से लेकर खेती की लागत तक को कई गुणा बढ़ाया है। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान ईंधन बहुत सस्ता था और खाद, बीज, दवाई समेत तमाम कृषि उपकरण टैक्स फ्री थे। लेकिन बीजेपी ने हर चीज पर टैक्स लगा दिया और वैट भी दोगुना कर डाला। जिस बीजेपी ने जनता को महंगाई की मार मारी, उसी बीजेपी को जनता ने वोट की चोट मारी है। बीजेपी अब कुछ भी दावे करती रहे लेकिन प्रदेश में आने वाली सरकार कांग्रेस की बनने जा रही है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर