होशियारपुर से करीब 15 किलोमीटर दूर थाना मेहटियाना क्षेत्रांतर्गत गांव पंडोरी बीबी में बुधवार की देर शाम जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में जमकर संघर्ष हुआ। इस दौरान एक दूसरे पर गोलियां चलाई गई। गोली लगने से दोनों पक्षों के दो लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, जमीन पर कब्जा छुड़ाने के लिए दर्जनों लोग ट्रैक्टर लेकर पहुंच गए। जमीन को जबरन जोतने की कोशिश कर रहे पक्ष का दूसरे पक्ष ने विरोध किया। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया। देखते ही देखते दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। इस दौरान गोली लगने से एक पक्ष से इंदरप्रीत सिंह तथा दूसरे पक्ष से सरपंच अमर सिंह घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने इंदरप्रीत सिंह को डीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया। डीएसपी और इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे इस बीच गोली चलने की सूचना मिलते ही थाना मेहटियाना में तैनात एसएचओ इंस्पेक्टर उषा रानी व डीएसपी (आर) शिवदर्शन सिंह संधू भी मौके पर पहुंच गए। थाना मेहटियाना के एएसआई विजय कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। दोनों ही घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा दिया है। घायलों के होश में आने के बाद शिकायत के आधार पर पुलिस इस मामले में आगे बनती कार्रवाई की जाएगी। होशियारपुर से करीब 15 किलोमीटर दूर थाना मेहटियाना क्षेत्रांतर्गत गांव पंडोरी बीबी में बुधवार की देर शाम जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में जमकर संघर्ष हुआ। इस दौरान एक दूसरे पर गोलियां चलाई गई। गोली लगने से दोनों पक्षों के दो लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, जमीन पर कब्जा छुड़ाने के लिए दर्जनों लोग ट्रैक्टर लेकर पहुंच गए। जमीन को जबरन जोतने की कोशिश कर रहे पक्ष का दूसरे पक्ष ने विरोध किया। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया। देखते ही देखते दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। इस दौरान गोली लगने से एक पक्ष से इंदरप्रीत सिंह तथा दूसरे पक्ष से सरपंच अमर सिंह घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने इंदरप्रीत सिंह को डीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया। डीएसपी और इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे इस बीच गोली चलने की सूचना मिलते ही थाना मेहटियाना में तैनात एसएचओ इंस्पेक्टर उषा रानी व डीएसपी (आर) शिवदर्शन सिंह संधू भी मौके पर पहुंच गए। थाना मेहटियाना के एएसआई विजय कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। दोनों ही घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा दिया है। घायलों के होश में आने के बाद शिकायत के आधार पर पुलिस इस मामले में आगे बनती कार्रवाई की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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हरियाणा-पंजाब में दिल्ली कूच पर अड़े किसान:बैरिकेडिंग बढ़ी, बड़ौली बोले- किसानों को रोकने वाला कोई नहीं, गृह सचिव ने कहा- बातचीत से सुलझेगा मामला
हरियाणा-पंजाब में दिल्ली कूच पर अड़े किसान:बैरिकेडिंग बढ़ी, बड़ौली बोले- किसानों को रोकने वाला कोई नहीं, गृह सचिव ने कहा- बातचीत से सुलझेगा मामला हरियाणा पुलिस के इनकार के बावजूद शंभू बॉर्डर से किसान कल (6 दिसंबर) दिल्ली कूच पर अड़ गए हैं। उन्होंने पहले दिन यहां से 101 किसानों का जत्था पैदल दिल्ली रवाना होने का ऐलान कर दिया है। जिसे देखते हुए हरियाणा पुलिस ने अंबाला की तरफ बैरिकेडिंग बढ़ानी शुरू कर दी है। इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली से जब सवाल किया गया कि क्या सरकार किसानों को रोक रही है। तो इसपर जवाब देते हुए उन्होने कहा- किसानों को कौन है रोकने वाला? किसानों का देश है किसानों का प्रदेश है। जहां मर्जी हो किसान वहां जाएं उनको रोकने वाला कोई नहीं है। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि लोग परेशान ना हों ये प्रशासन की और सरकार की जिम्मेदारी है। किसानों के दिल्ली कूच पर हरियाणा की गृह सचिव सुमिता मिश्रा ने कहा- आम नागरिकों की सुरक्षा करना किसी भी सरकार के लिए प्राथमिकता होती है। दिल्ली में अभी परमिशन नहीं मिली है। इस दौरान उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसानों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी से बात करनी चाहिए क्योंकि बातचीत से ही मामले सुलझेंगे। वहीं पंजाब के मानसा में किसानों की पुलिस से झड़प हो गई। किसान यहां गुजरात-जम्मू पाइपलाइन बिछाने का विरोध कर रहे थे। रात 1 बजे हुए टकराव में किसान और पंजाब पुलिस के 3 SHO घायल हो गए। किसान यहां कम मुआवजा मिलने से नाराज हैं। सिलसिलेवार ढंग से दोनों घटनाओं के बारे में पढ़ें… किसान बोले- शंभू बॉर्डर से कूच होगा, पुलिस बैरिकेडिंग बढ़ा रही
किसानों ने यह भी साफ कर दिया है कि सिर्फ शंभू बॉर्डर से ही दिल्ली कूच होगा। खनौरी बॉर्डर पर उनका अनशन ही रहेगा। वहां से किसान हरियाणा में एंट्री नहीं करेंगे। किसान नेता सरवण पंधेर दोपहर में इसको लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। किसानों की जिद को देखते हुए हरियाणा पुलिस भी अलर्ट हो गई है। पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर अंबाला की तरफ बैरिकेडिंग बढ़ानी शुरू कर दी है। यहां जाली और टेंट लगाए जा रहे हैं। हरियाणा प्रशासन ने भी किसानों से अपील की है कि प्रदर्शन और पैदल कूच पर दोबारा विचार करें। दिल्ली पुलिस से मंजूरी के बाद ही जाएं अन्यथा इसे रद्द करें। हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर नोटिस भी चिपकाया
किसानों के दिल्ली कूच से 2 दिन पहले 4 दिसंबर को अंबाला प्रशासन ने शंभू बॉर्डर पर नोटिस चिपका दिया। जिसमें कहा गया है कि दिल्ली में प्रदर्शन या आंदोलन के लिए दिल्ली पुलिस की मंजूरी जरूरी है। मंजूरी हो तो अंबाला डीसी के ऑफिस को बताएं। सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर पर यथास्थिति के आदेश दिए हैं। अंबाला में BNS की धारा 163 लागू कर दी गई है। जिसमें अंबाला की सीमा के अंदर किसी तरह के प्रदर्शन के लिए मंजूरी लेनी जरूरी होगी। पंजाब में जमीन मुआवजे को लेकर पुलिस-किसानों में झड़प
पंजाब के मानसा में किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। किसान विरोध करने बठिंडा जिले के तलवंडी साबो पहुंच रहे थे। जहां मानसा पुलिस ने रात करीब 1 बजे उन्हें रोकने की कोशिश की तो माहौल बिगड़ गया। इस झड़प में भीखी, सिटी-2 और बुडलाढ़ा के 3 SHO गुरवीर सिंह, दलजीत सिंह और जसवीर सिंह घायल हो गए। इस दौरान पुलिस ने कुछ किसान नेताओं को भी हिरासत में ले लिया। दरअसल, हाईकोर्ट ने प्रशासन को बठिंडा में गुजरात से जम्मू तक बिछाई जा रही गैस पाइपलाइन के काम में सहयोग देने को कहा। इसकी शुरुआत तलवंडी साबो के गांवों से की जा रही है। मगर, किसान अधिक मुआवजे की मांग को लेकर काम शुरू नहीं होने दे रहे हैं। इसलिए कंपनी ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में केस दायर किया है। कोर्ट में सुनवाई देख प्रशासन काम कराने पहुंचा
हाईकोर्ट में इस केस की अगली सुनवाई 9 दिसंबर को है। इस कारण प्रशासन ने अब काम शुरू कर दिया है। कल (4 दिसंबर) सुबह जब प्रशासन की टीम पाइपलाइन बिछाने के लिए गांव लेलेवाला पहुंची तो किसानों ने उन्हें रोक दिया। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे करीब 15 किसानों को हिरासत में लिया। भाकियू एकता उगराहां के जिला अध्यक्ष शिंगारा सिंह ने कहा कि पाइप लाइन बिछाने वाली कंपनी खेत मालिकों को कम मुआवजा दे रही है। कंपनी के अधिकारियों ने जिला प्रशासन की मौजूदगी में लिखित समझौता किया था और किसानों को 24 लाख रुपए प्रति एकड़ मुआवजा देंगे। मगर, अब कंपनी अपने वादे से मुकर रही है। कंपनी किसी को कम, किसी को ज्यादा मुआवजा दे रही है। इसीलिए किसान इसका विरोध कर रहे हैं। SP बोले- किसानों ने गाड़ी चढ़ाई, लाठियां बरसाईं
मानसा के SP(D) मनमोहन सिंह ने बताया कि संगरूर की ओर से 300 के करीब किसानों का बड़ा काफिला मानसा की ओर बढ़ रहा था। इसका पता चलने पर भीखी पुलिस ने इंस्पेक्टर गुरबीर सिंह की अगुआई में नाकाबंदी कर उन्हें रोकने की कोशिश की। किसानों ने पुलिस पर गाड़ी चढ़ा दी और लाठियां बरसाने लगे। जिसमें 3 एसएचओ घायल हुए। इंस्पेक्टर गुरबीर सिंह की दोनों बाजू फ्रैक्चर हो गई हैं। बुडलाढ़ा के SHO जसवीर सिंह के सिर में गहरी चोट लगी है। मानसा थाना सिटी-2 के SHO दलजीत सिंह भी जख्मी हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसी किसान को हिरासत में नहीं लिया गया है। **************** ये खबर भी पढ़ें… PM दौरे की वजह से किसानों को दिल्ली कूच की मंजूरी मिलनी मुश्किल पंजाब के किसानों को शंभू बॉर्डर से 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की परमिशन मिलनी मुश्किल है। 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पानीपत में कार्यक्रम है। किसानों ने दिन में 8 घंटे चलने का जो शेड्यूल बनाया है, उसके हिसाब से 3 दिन में वह पानीपत ही पहुंचेंगे। हरियाणा सरकार को लग रहा है कि ऐसे में PM की सिक्योरिटी को लेकर चिंता हो सकती है (पढ़ें पूरी खबर…)
चंडीगढ़ के एलांते मॉल में टॉय ट्रेन पलटी,बच्चे की मौत:सिर फर्श से टकराया, छुटि्टयों में पंजाब से घूमने आया था; CCTV सामने आया
चंडीगढ़ के एलांते मॉल में टॉय ट्रेन पलटी,बच्चे की मौत:सिर फर्श से टकराया, छुटि्टयों में पंजाब से घूमने आया था; CCTV सामने आया चंडीगढ़ के एलांते मॉल में टॉय ट्रेन पलटने से उसमें बैठा 11 साल का बच्चा नीचे गिर गया। इसके बाद बच्चे को सेक्टर-32 के सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां इलाज के दौरान रविवार सुबह 4 बजे उसकी मौत हो गई। मृतक बच्चे की पहचान नवांशहर निवासी शहबाज (11) के रूप में हुई। आज बच्चे का उसके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस ने टॉय ट्रेन को जब्त कर लिया है। घटना का CCTV वीडियो सामने आया है। जिसमें दिखाई दे रहा है कि बच्चा खिड़की से बाहर निकला हुआ था। जैसे ही ट्रेन मुड़ने लगी तो पिछला डिब्बा पलट गया। इसके बाद आसपास के लोग दौड़ते हुए आए और बच्चे को संभाला। DSP राम गोपाल ने बताया कि जतिंदर पाल सिंह की शिकायत पर इंडस्ट्रियल एरिया थाना पुलिस ने टॉय ट्रेन ऑपरेटर बापू धाम निवासी सौरभ और कंपनी के मालिकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और लापरवाही का मामला दर्ज किया है। एक को गिरफ्तार कर लिया गया है। परिवार सहित घूमने आया था चंडीगढ़
नवांशहर निवासी जतिंदर पाल सिंह ने पुलिस को दी शिकायत बताया कि वह अपने 2 बच्चों, पत्नी और चचेरे भाई नवदीप के परिवार के साथ शनिवार को चंडीगढ़ घूमने आया था। शनिवार रात करीब 8 बजे दोनों परिवार के सदस्य घूमने और शॉपिंग करने एलांते मॉल पहुंच गए। मॉल के अंदर ग्राउंड फ्लोर पर बेटा शहबाज और नवदीप का बेटा टॉय ट्रेन देखने के बाद उसमें बैठने के लिए कहने लगे। जतिंदर और नवदीप दोनों बच्चों को टॉय ट्रेन में झूला देने के लिए तैयार हो गए। पिता बोले- पैसे लिए मगर पर्ची नहीं दी
जतिंदर पाल ने दोनों बच्चों की राइड के लिए 400 रुपए दिए, लेकिन ऑपरेटर ने पर्ची नहीं दी। शहबाज और दूसरा बच्चा टॉय ट्रेन के सबसे पिछले डिब्बे में बैठ गए। ऑपरेटर सौरव टॉय ट्रेन में बैठे बच्चों को झूला दिलाने के लिए ट्रेन के ग्राउंड फ्लोर पर चक्कर लगाने लगा। उसी दौरान अचानक टॉय ट्रेन का संतुलन बिगड़ गया और पीछे वाला डिब्बा पलट गया। शाहबाज का सिर डिब्बे की खिड़की से निकलकर फर्श पर जोर से लगा। सिर में चोट लगने से खून आने लगा, जबकि नवदीप का बच्चा बाल-बाल बच गया। इसके बाद शाहबाज को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। आज उसके पैतृक गांव आदमपुर में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। उन्होंने मांग की कि हादसे के जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो। टॉय ट्रेन में न सीट बेल्ट, न पकड़ने को कुछ लगाया
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि जिस टॉय ट्रेन में हादसा हुआ, उसमें गंभीर लापरवाही बरती गई थी। टॉय ट्रेन में बच्चों के लिए कोई सीट बेल्ट नहीं थी। यही नहीं अगर टॉय ट्रेन के चलते वक्त किसी बच्चे का बैलेंस गड़बड़ होता है तो उसके लिए पकड़ने के लिए भी कोई प्रबंध नहीं किया गया है।
भगत सिंह को आतंकी बताने पर घमासान:पाकिस्तान ने कहा- वह स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे, पंजाब के AAP सांसद कंग बोले- भारत सरकार दखल दे
भगत सिंह को आतंकी बताने पर घमासान:पाकिस्तान ने कहा- वह स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे, पंजाब के AAP सांसद कंग बोले- भारत सरकार दखल दे शहीद-ए-आजम भगत सिंह को पाकिस्तान क्रांतिकारी नहीं बल्कि आतंकी मानता है। यह बात पाकिस्तान की पंजाब सरकार की तरफ से हाईकोर्ट में लाहौर के शादमान चौक का नाम भगत सिंह रखने से जुड़े मामले की सुनवाई में रखी गई है। वहीं, पाकिस्तान सरकार ने कहा कि चौक का नाम बदलने और प्रतिमा लगाने की योजना रद्द कर दी गई है। शहीद के नाम पर चौक का नाम रखने की लड़ाई लड़ने वाली भगत सिंह फाउंडेशन ने कहा कि वह इस मामले कानूनी लड़ाई लड़ेगी। इस मामले में भारत के पंजाब की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और सांसद मालविंदर सिंह ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह करोड़ों लोगों के प्रेरणा स्त्रोत हैं। पाकिस्तान में भी उनके समर्थक हैं। पाकिस्तान पंजाब की सरकार का हाईकोर्ट में इस तरफ का हल्फनामा देना यह बहुत दुखदाई और पीड़ा दायक है। आम आदमी पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करती है कि इस मामले में दखल दे। साथ ही जो शब्दाबली प्रयोग की गई है, उसकी हम निंदा करते हैं। हाईकोर्ट के रिकॉर्ड से यह शब्द हटाए जाने चाहिए। अदालत में पाकिस्तान पंजाब सरकार ने रखे तीन तर्क पंजाब पाकिस्तान सरकार की तरफ से उच्च अदालत में तीन तर्क दिए गए हैं। जिसके आधार पर उन्होंने अपनी योजना को रद्द करने के बारे में बताया है। सरकार द्वारा बनाई कमेटी में शामिल कमोडोर सेवानिवृत तारिक मजीद की तरफ से यह जवाब दाखिल किया गया है। फर्जी प्रचार पर आधारित है योजना लाहौर हाईकोर्ट में पाकिस्तान की पंजाब सरकार की कमेटी ने अपने जवाब में कहा है कि एक गैर सरकारी संगठन भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन लाहौर में शादमान चौक का नाम बदल कर भगत सिंह चौक रखने का मामला बना रहा है। यह फर्जी प्रचार पर आधारित एक भयावह योजना है और इसे सफल नहीं होने दिया जाना चाहिए। भगत सिंह के चरित्र को एक महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी और शहीद के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। ये झूठे सम्मान हैं। इनमें से कोई भी उसे किसी भी तरह से प्रभावित नहीं कर सकता। आजादी की लड़ाई में कोई भूमिका नहीं भगत सिंह की उपमहाद्वीप के स्वतंत्रता संग्राम में कोई भूमिका नहीं थी। वह एक क्रांतिकारी नहीं बल्कि एक कॉमिनल-आज के शब्दों में एक आतंकवादी था, क्योंकि उसने एक ब्रिटिश पुलिस अधिकारी की हत्या की थी और इसके लिए उसे और उसके साथियों को फांसी की सजा दी गई थी। वह एक अपराधी था। इस अपराधी को शहीद कहना एक अपमानजनक और इस्लाम में शहीद की अवधारणा का जानबूझकर अपमान है। इस्लाम विरोधी के लिए अनुकूल प्रचार भगत सिंह के बारे में समाचार-पत्रों में अक्सर खबरें छपती रहती थीं और मैं (कमोडोर सेवानिवृत तारिक मजीद) सोचता था कि पाकिस्तान के लिए काम करने वाले में पाकिस्तानी विचारधारा के दुश्मन इस किरदार को इतनी लोकप्रियता क्यों मिल रही है, लेकिन मैंने इसे नजर अंदाज कर दिया। फिर 23 मार्च 2015 को दीवान में छपी एक खबर ने मेरा ध्यान खींचा, जिसमें कहा गया था कि भगत सिंह को याद किया जाता है। पंजाब के लोक रहवासियों द्वारा फरीद टाउन में आयोजित एक संवादात्मक संवाद भगत सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर फोर्ट स्ट्रीट पर आयोजित किया गया। इसमें कहा गया था कि भगत सिंह संघर्ष वंचितों के उत्थान के लिए था। इस अवसर पर इस बात पर जोर दिया गया कि स्वतंत्रता सेनानी के रूप में उनकी भूमिका को इतिहास में अवश्य स्वीकार किया जाना चाहिए।