<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News: </strong>दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नजफगढ़ और द्वारका इलाके में फ्रॉड और धोखाधड़ी करने के मामले में पिछले 10 सालों से चल रहे वांटेड 2 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए दोनों आरोपियों की पहचान राजकुमार और बाला देवी के रूप में हुई है. यह दोनों आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं. दिल्ली पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपियों को प्रो क्लेम ऑफेंडर घोषित किए जाने के बाद दोनों आरोपियों पर 20-20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक 29 दिसंबर 2014 को आरोपियों ने नजफगढ़ के रोशन गार्डन में एक प्रॉपर्टी के फर्जी दस्तावेज तैयार कर एक फर्जी जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी बनाई और प्रॉपर्टी का एक हिस्सा 2 अलग-अलग लोगों को धोखे से बेच दिया. इस मामले में दोनों के खिलाफ दिल्ली के नजफगढ़ थाने में FIR दर्ज कराई गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>क्राइम ब्रांच ने इस पूरे मामले की गहराई से जांच करने के आदेश मिलने के बाद लगातार सर्विलांस और खुफिया सूत्रों के माध्यम से आरोपियों के लोकेशन का पता लगाना शुरू कर दिया. दिल्ली पुलिस ने इस पूरे मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए एक फूल प्रूफ प्लान बनाया, जिसके तहत इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. 16 मई 2025 को दिल्ली पुलिस को यह जानकारी मिली की दोनों आरोपी हरियाणा के सोनीपत के गांव में छिपे हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गांव की घेराबंदी की और उसके बाद दिल्ली पुलिस ने 17 <span class=”Y2IQFc” lang=”hi”>मई </span>को दोनों आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया. दिल्ली पुलिस के इस पूरे मामले में पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वह अपराध करने के बाद लगातार ठिकाने बदलते रहे और कई शहरों में नाम और पहचान छुपा कर रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस की जांच में अहम खुलासे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने जब इस पूरे मामले में सख्ती से पूछताछ की तो दोनों आरोपियों ने कहा कि वह आर्थिक तंगी से परेशान थे. इसको लेकर उन्होंने धोखाधड़ी की योजना बनाई थी. वहीं इस मामले में आरोपी राजकुमार के खिलाफ पहले भी आर्म्स एक्ट और NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज है. दिल्ली पुलिस ने फिलहाल दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है और मामले में आगे की जांच जारी है. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News: </strong>दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नजफगढ़ और द्वारका इलाके में फ्रॉड और धोखाधड़ी करने के मामले में पिछले 10 सालों से चल रहे वांटेड 2 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए दोनों आरोपियों की पहचान राजकुमार और बाला देवी के रूप में हुई है. यह दोनों आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं. दिल्ली पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपियों को प्रो क्लेम ऑफेंडर घोषित किए जाने के बाद दोनों आरोपियों पर 20-20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक 29 दिसंबर 2014 को आरोपियों ने नजफगढ़ के रोशन गार्डन में एक प्रॉपर्टी के फर्जी दस्तावेज तैयार कर एक फर्जी जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी बनाई और प्रॉपर्टी का एक हिस्सा 2 अलग-अलग लोगों को धोखे से बेच दिया. इस मामले में दोनों के खिलाफ दिल्ली के नजफगढ़ थाने में FIR दर्ज कराई गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>क्राइम ब्रांच ने इस पूरे मामले की गहराई से जांच करने के आदेश मिलने के बाद लगातार सर्विलांस और खुफिया सूत्रों के माध्यम से आरोपियों के लोकेशन का पता लगाना शुरू कर दिया. दिल्ली पुलिस ने इस पूरे मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए एक फूल प्रूफ प्लान बनाया, जिसके तहत इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. 16 मई 2025 को दिल्ली पुलिस को यह जानकारी मिली की दोनों आरोपी हरियाणा के सोनीपत के गांव में छिपे हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गांव की घेराबंदी की और उसके बाद दिल्ली पुलिस ने 17 <span class=”Y2IQFc” lang=”hi”>मई </span>को दोनों आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया. दिल्ली पुलिस के इस पूरे मामले में पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वह अपराध करने के बाद लगातार ठिकाने बदलते रहे और कई शहरों में नाम और पहचान छुपा कर रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस की जांच में अहम खुलासे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने जब इस पूरे मामले में सख्ती से पूछताछ की तो दोनों आरोपियों ने कहा कि वह आर्थिक तंगी से परेशान थे. इसको लेकर उन्होंने धोखाधड़ी की योजना बनाई थी. वहीं इस मामले में आरोपी राजकुमार के खिलाफ पहले भी आर्म्स एक्ट और NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज है. दिल्ली पुलिस ने फिलहाल दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है और मामले में आगे की जांच जारी है. </p> दिल्ली NCR उत्तराखंड में साइबर अपराधियों का आतंक, महिला IFS अधिकारी को बनाया निशाना, ऐसे ठगे हजारों रुपये
10 साल से दिल्ली पुलिस को दे रहे थे चकमा, धोखाधड़ी के मामले में 2 आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार
