यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के तहत नोएडा के सेक्टर 21 में बनने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी 8 वर्षों में पूरी तरह बनकर तैयार होगा, जबकि पहले चरण में तीन साल के अंदर यहां फिल्मों से संबंधित फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट बनकर तैयार हो जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 1510 करोड़ रुपए का खर्च किया जाएगा। गुरुवार को फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली बोनी कपूर और आशीष भूटानी की कंपनी बेब्यू प्रोजेक्ट एलएलपी और यीडा के बीच कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया गया। कंसेशन एग्रीमेंट प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अरुणवीर सिंह और बोनी कपूर के बीच हस्ताक्षरित हुआ। इस दौरान अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रुति एवं आशीष भूटानी भी मौजूद रहे। 1095 दिनों में फिल्म फैसिलिटीज की होगी शुरुआत यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि फिल्म सिटी के पूरे प्रोजेक्ट को 8 वर्ष या 2920 दिन में पूरा किया जाएगा। वहीं फिल्म फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट के लिए 3 वर्ष या 1095 दिनों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर कुल 1510 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। पहले दो साल में फिल्म सिटी के निर्माण में 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे तो तीसरे वर्ष 75 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वहीं चौथे से 8वें साल के बीच इस पर 100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्टूडियो बैकलॉट्स और ओपेन सेट्स समेत फिल्मिंग कंपोनेंट्स पर 832.91 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, जबकि हॉस्पिटैलिटी पर 373.93 करोड़ रुपए, सर्विस एकमोडेशन पर 315.07 करोड़ रुपए, ऑफिस पर 109.60 करोड़ रुपए और इंफ्रास्ट्रक्चर पर 76.44 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 156 एकड़ में निर्मित होंगे फिल्मी कंपोनेंट्स भूमि की बात करें तो कुल 230 एकड़ क्षेत्र में फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 135 एकड़ क्षेत्र में फिल्मिंग फैसिलिटी विकसित की जाएंगी। वहीं 21 एकड़ क्षेत्र में फिल्म इंस्टीट्यूट बनेगा। इस तरह कुल 156 एकड़ में फिल्मिंग कंपोनेंट्स को विकसित किया जाएगा। वहीं शेष 75 एकड़ में कॉमर्शियल कंपोनेंट्स स्थापित किए जाएंगे। इनमें सर्विस एकमोडेशन 57 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-डॉर्मिटरीज 2.37 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-अपस्केल 5.15 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी अपर अपस्केल में 3.60 एकड़ में, एफएंडबी फोकस्ड रिटेल डेवलपमेंट 5.15 एकड़ में और कॉमर्शियल ऑफिस 2.37 एकड़ में निर्मित होगा। वर्ल्ड क्लास फिल्म सिटी बनाने का वादा साइनिंग सेरेमनी के दौरान मशहूर फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने कहा कि ये जो फिल्म सिटी का कार्य हो रहा है, हमारी तैयारी इसकी साइनिंग से पहले ही शुरू हो चुकी है। हाल ही में मैं लंदन और एलए गया और वहां काफी स्टूडियोज का अवलोकन किया। जो नए स्टूडियोज बने हैं, वहां किस तरह की नई टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है, इसका भी जायजा लिया। यूपी में बन रही यह अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिटी पूरी तरह वर्ल्ड क्लास होगी। वहीं यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह ने कहा कि फिल्म सिटी की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए हम इसके एक्सेस का पूरा ध्यान रख रहे हैं। फिल्म सिटी में बड़े-बड़े सेट लगाने के लिए बड़ी गाड़ियों का आवागम होगा, इसको देखते हुए यमुना अथॉरिटी ने 75 मीटर इंटरलिंक लेन बनाने का निर्णय लिया है। इसकी प्लानिंग हमने कर ली है, इसका सारा व्यय प्राधिकरण ही करेगा। यमुना प्राधिकरण का स्वभाव है कि वो अपने निवेशकों को नहीं मांगने पर भी उनकी सुविधा के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करता है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के तहत नोएडा के सेक्टर 21 में बनने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी 8 वर्षों में पूरी तरह बनकर तैयार होगा, जबकि पहले चरण में तीन साल के अंदर यहां फिल्मों से संबंधित फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट बनकर तैयार हो जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 1510 करोड़ रुपए का खर्च किया जाएगा। गुरुवार को फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली बोनी कपूर और आशीष भूटानी की कंपनी बेब्यू प्रोजेक्ट एलएलपी और यीडा के बीच कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया गया। कंसेशन एग्रीमेंट प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अरुणवीर सिंह और बोनी कपूर के बीच हस्ताक्षरित हुआ। इस दौरान अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रुति एवं आशीष भूटानी भी मौजूद रहे। 1095 दिनों में फिल्म फैसिलिटीज की होगी शुरुआत यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि फिल्म सिटी के पूरे प्रोजेक्ट को 8 वर्ष या 2920 दिन में पूरा किया जाएगा। वहीं फिल्म फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट के लिए 3 वर्ष या 1095 दिनों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर कुल 1510 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। पहले दो साल में फिल्म सिटी के निर्माण में 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे तो तीसरे वर्ष 75 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वहीं चौथे से 8वें साल के बीच इस पर 100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्टूडियो बैकलॉट्स और ओपेन सेट्स समेत फिल्मिंग कंपोनेंट्स पर 832.91 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, जबकि हॉस्पिटैलिटी पर 373.93 करोड़ रुपए, सर्विस एकमोडेशन पर 315.07 करोड़ रुपए, ऑफिस पर 109.60 करोड़ रुपए और इंफ्रास्ट्रक्चर पर 76.44 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 156 एकड़ में निर्मित होंगे फिल्मी कंपोनेंट्स भूमि की बात करें तो कुल 230 एकड़ क्षेत्र में फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 135 एकड़ क्षेत्र में फिल्मिंग फैसिलिटी विकसित की जाएंगी। वहीं 21 एकड़ क्षेत्र में फिल्म इंस्टीट्यूट बनेगा। इस तरह कुल 156 एकड़ में फिल्मिंग कंपोनेंट्स को विकसित किया जाएगा। वहीं शेष 75 एकड़ में कॉमर्शियल कंपोनेंट्स स्थापित किए जाएंगे। इनमें सर्विस एकमोडेशन 57 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-डॉर्मिटरीज 2.37 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-अपस्केल 5.15 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी अपर अपस्केल में 3.60 एकड़ में, एफएंडबी फोकस्ड रिटेल डेवलपमेंट 5.15 एकड़ में और कॉमर्शियल ऑफिस 2.37 एकड़ में निर्मित होगा। वर्ल्ड क्लास फिल्म सिटी बनाने का वादा साइनिंग सेरेमनी के दौरान मशहूर फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने कहा कि ये जो फिल्म सिटी का कार्य हो रहा है, हमारी तैयारी इसकी साइनिंग से पहले ही शुरू हो चुकी है। हाल ही में मैं लंदन और एलए गया और वहां काफी स्टूडियोज का अवलोकन किया। जो नए स्टूडियोज बने हैं, वहां किस तरह की नई टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है, इसका भी जायजा लिया। यूपी में बन रही यह अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिटी पूरी तरह वर्ल्ड क्लास होगी। वहीं यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह ने कहा कि फिल्म सिटी की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए हम इसके एक्सेस का पूरा ध्यान रख रहे हैं। फिल्म सिटी में बड़े-बड़े सेट लगाने के लिए बड़ी गाड़ियों का आवागम होगा, इसको देखते हुए यमुना अथॉरिटी ने 75 मीटर इंटरलिंक लेन बनाने का निर्णय लिया है। इसकी प्लानिंग हमने कर ली है, इसका सारा व्यय प्राधिकरण ही करेगा। यमुना प्राधिकरण का स्वभाव है कि वो अपने निवेशकों को नहीं मांगने पर भी उनकी सुविधा के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करता है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ में नितिन गडकरी का पीए बनकर युवक को ठगा:पेट्रोल पंप ट्रांसफर करवाने के लिए 57.50 लाख लिया, फर्जी लेटर सौंपा
चंडीगढ़ में नितिन गडकरी का पीए बनकर युवक को ठगा:पेट्रोल पंप ट्रांसफर करवाने के लिए 57.50 लाख लिया, फर्जी लेटर सौंपा चंडीगढ़ में मंत्री का पीए बनकर आरोपी ने पेट्रोल पंप मालिक को 57 लाख का चूना लगा दिया। आरोपी ने पेट्रोल पंप को ट्रांसफर करवाने के लिए 57 लाख रुपए लिया और फर्जी दस्तावेज सौंप दिया। पीड़ित ने पुलिस को इसकी शिकायत दी, जिसके बाद मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दिया है। मंडी गोबिंदगढ़ निवासी कंवलप्रीत सिंह से पेट्रोल पंप स्थानांतरित कराने के नाम पर 57.50 लाख रुपए ठगने का मामला चंडीगढ़ में सामने आया है। आरोपी ने खुद को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का पीए बताया और पैसे लेकर फर्जी दस्तावेज भी सौंप दिए। इस संबंध में चंडीगढ़ सेक्टर-49 थाने में मोहित गोगिया और रजित मल्होत्रा के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। फर्जी लेटर देकर दिया झांसा
कंवलप्रीत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह मंडी गोबिंदगढ़ में पेट्रोल पंप के लिए चयनित हुए थे, लेकिन उस जगह रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के कारण उन्हें स्थान बदलवाने की जरूरत थी। उन्होंने इस बारे में अपने दोस्तों से चर्चा की, जहां उनकी महिला मित्र कांता मीना ने मोहित गोगिया से संपर्क करने का सुझाव दिया। गोगिया ने खुद को मंत्री नितिन गडकरी का करीबी बताते हुए मदद का आश्वासन दिया। मोहित गोगिया ने पेट्रोल पंप की जगह चंडीगढ़ में स्थानांतरित करवाने के लिए अलग-अलग किस्तों में 57.50 लाख रुपए अपने और साथी रजित मल्होत्रा के खातों में ट्रांसफर करवाए। दिसंबर 2022 में गोगिया ने शिकायतकर्ता को पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी के हस्ताक्षर वाला एक पत्र सौंपा। फर्जी दस्तावेज से हुआ खुलासा
कंवलप्रीत ने जब पत्र देखा, तो उसमें हरदीप पुरी को गलत तरीके से इस्पात मंत्री बताया गया था, जबकि उन्हें यह पद कभी नहीं दिया गया। शक होने पर शिकायतकर्ता ने गोगिया से बातचीत की, लेकिन उसने मामले को टाल दिया। इसके बाद कंवलप्रीत को ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दर्ज किया मामला
पुलिस ने शिकायत के आधार पर मोहित गोगिया और रजित मल्होत्रा के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि मामले में आरोपी की गतिविधियों और लेन-देन की पड़ताल की जा रही है।