झांसी में नीलेश साहू ने ससुराल में मासूम बेटे और पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। फिर किचन में जाकर खुद भी फांसी लगा ली थी। अब हर किसी के जेहन में एक ही सवाल गूंज रहा है कि हैवान पिता ने 4 साल के बेटे हिमांशु की जान क्यों ली? वही, बेटा, जिसके लिए उसने 5 सालों तक करीब 200 मंदिरों और देव स्थानों पर मन्नतें मांगी थी। दरअसल, नीलेश और प्रियंका की शादी को 4 साल हो गए थे। लेकिन कोई बच्चा नहीं था। बड़ी मनोकामना के बाद हिमांशु का जन्म हुआ था। पिता ने उसे ही सबसे बेरहम तरीके से मारा। पहले सोते समय गला घोंटा और फिर उसकी लाश को रस्सी के सहारे खूंटी पर लटका दिया था। मरने के बाद भी पत्नी को चाकू मारा
रविवार को तीनों शवों के पोस्टमॉर्टम हुए। प्रियंका के शरीर में चोट के कई निशान मिले हैं। उसने जान गंवाने से पहले खुद को बचाने के लिए काफी संघर्ष किया। गला दबाने से वह बेसुध होकर जमीन पर गिर गई। फिर नीलेश ने रस्सी से उसका गला घोंट दिया। वह हर हाल में पत्नी की जान लेना चाहता था। गला घोंटने के बाद भी जब उसे प्रियंका की मौत का यकीन नहीं हुआ तो वह चाकू लाया और प्रियंका की कलाई भी काट दी। बेटे हिमांशु के शरीर में चोट के निशान नहीं मिले। माना जा रहा है कि जब पति-पत्नी के बीच झगड़ा हो रहा था तब हिमांशु सो रहा था। उसी दौरान नीलेश ने हिमांशु का गला दबा दिया। फिर उसके शव को फंदे पर लटका दिया। इसके बाद नीलेश ने खुद सुसाइड कर लिया। एक घर से उठीं तीन अर्थियां
कोतवाली के पठौरिया मोहल्ला निवासी नीलेश साहू (40) की शादी 8 साल पहले प्रेमनगर थाना क्षेत्र के तलैया मोहल्ला निवासी प्रियंका (35) से हुई थी। पोस्टमॉर्टम के बाद तीनों शव पठौरिया मोहल्ले पहुंचे। यहां जुगल किशोर के घर से एक साथ तीन अर्थियां उठीं तो हर किसी का कलेजा कांप उठा। हर कोई चार साल के मासूम का शव देखकर दुखी था। नीलेश के पिता जुगल और मां अनीता बार-बार कह रहे थे कि पति-पत्नी के बीच जो झगड़ा था, उसमें उनके फूल से पोते का क्या कसूर था। आखिर उसे क्यों मार डाला। रोती-बिलखती अनीता बहू के मायके वालों को भी कोस रही थी। गुस्सैल था नीलेश, जुआ से कर्ज में दबा
मां अनीता ने बताया कि नीलेश बहुत ही गुस्सैल स्वभाव का था। बहू प्रियंका भी तेज स्वभाव की थी। दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था, अब तो हमने दखल देना बंद कर दिया था। क्योंकि, दो माह पहले नीलेश ने नशे में मेरे साथ भी मारपीट की थी। तब उसे जेल में डलवाया था। ताकि सुधर जाए, लेकिन वो नहीं सुधरा। नीलेश नशा करने के साथ ही जुआ खेलता था। इससे उसके ऊपर काफी कर्ज हो गया था। मौत के बाद साला ही 1.20 रुपए कर्ज देने की बात कह रहा है। झगड़े की वजह से नाराज होकर चला आया था नीलेश
पिता जुगल किशोर ने बताया कि 20 मई को नीलेश अपनी ससुराल गया था, लेकिन वहां किसी बात पर उसका झगड़ा हो गया था। वह प्रियंका को लेकर लौट आया था। प्रियंका के भतीजे के बर्थडे में बुलाने के लिए उसका भाई मोनू घर आया था। मोनू के काफी मनाने पर नीलेश आखिरकार वहां जाने को राजी हुआ था। पत्नी के साथ नीलेश 28 मई को ससुराल गया था। वहां विवाद होने पर नीलेश बेटे को लेकर घर आ गया था। एक दिन बाद यानी शनिवार दोपहर को वह बेटे के साथ सोता रहा। शाम को वह बेटे को लेकर पत्नी के मायके पहुंच गया। वहां पूरी वारदात को अंजाम दिया। झांसी में नीलेश साहू ने ससुराल में मासूम बेटे और पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। फिर किचन में जाकर खुद भी फांसी लगा ली थी। अब हर किसी के जेहन में एक ही सवाल गूंज रहा है कि हैवान पिता ने 4 साल के बेटे हिमांशु की जान क्यों ली? वही, बेटा, जिसके लिए उसने 5 सालों तक करीब 200 मंदिरों और देव स्थानों पर मन्नतें मांगी थी। दरअसल, नीलेश और प्रियंका की शादी को 4 साल हो गए थे। लेकिन कोई बच्चा नहीं था। बड़ी मनोकामना के बाद हिमांशु का जन्म हुआ था। पिता ने उसे ही सबसे बेरहम तरीके से मारा। पहले सोते समय गला घोंटा और फिर उसकी लाश को रस्सी के सहारे खूंटी पर लटका दिया था। मरने के बाद भी पत्नी को चाकू मारा
रविवार को तीनों शवों के पोस्टमॉर्टम हुए। प्रियंका के शरीर में चोट के कई निशान मिले हैं। उसने जान गंवाने से पहले खुद को बचाने के लिए काफी संघर्ष किया। गला दबाने से वह बेसुध होकर जमीन पर गिर गई। फिर नीलेश ने रस्सी से उसका गला घोंट दिया। वह हर हाल में पत्नी की जान लेना चाहता था। गला घोंटने के बाद भी जब उसे प्रियंका की मौत का यकीन नहीं हुआ तो वह चाकू लाया और प्रियंका की कलाई भी काट दी। बेटे हिमांशु के शरीर में चोट के निशान नहीं मिले। माना जा रहा है कि जब पति-पत्नी के बीच झगड़ा हो रहा था तब हिमांशु सो रहा था। उसी दौरान नीलेश ने हिमांशु का गला दबा दिया। फिर उसके शव को फंदे पर लटका दिया। इसके बाद नीलेश ने खुद सुसाइड कर लिया। एक घर से उठीं तीन अर्थियां
कोतवाली के पठौरिया मोहल्ला निवासी नीलेश साहू (40) की शादी 8 साल पहले प्रेमनगर थाना क्षेत्र के तलैया मोहल्ला निवासी प्रियंका (35) से हुई थी। पोस्टमॉर्टम के बाद तीनों शव पठौरिया मोहल्ले पहुंचे। यहां जुगल किशोर के घर से एक साथ तीन अर्थियां उठीं तो हर किसी का कलेजा कांप उठा। हर कोई चार साल के मासूम का शव देखकर दुखी था। नीलेश के पिता जुगल और मां अनीता बार-बार कह रहे थे कि पति-पत्नी के बीच जो झगड़ा था, उसमें उनके फूल से पोते का क्या कसूर था। आखिर उसे क्यों मार डाला। रोती-बिलखती अनीता बहू के मायके वालों को भी कोस रही थी। गुस्सैल था नीलेश, जुआ से कर्ज में दबा
मां अनीता ने बताया कि नीलेश बहुत ही गुस्सैल स्वभाव का था। बहू प्रियंका भी तेज स्वभाव की थी। दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था, अब तो हमने दखल देना बंद कर दिया था। क्योंकि, दो माह पहले नीलेश ने नशे में मेरे साथ भी मारपीट की थी। तब उसे जेल में डलवाया था। ताकि सुधर जाए, लेकिन वो नहीं सुधरा। नीलेश नशा करने के साथ ही जुआ खेलता था। इससे उसके ऊपर काफी कर्ज हो गया था। मौत के बाद साला ही 1.20 रुपए कर्ज देने की बात कह रहा है। झगड़े की वजह से नाराज होकर चला आया था नीलेश
पिता जुगल किशोर ने बताया कि 20 मई को नीलेश अपनी ससुराल गया था, लेकिन वहां किसी बात पर उसका झगड़ा हो गया था। वह प्रियंका को लेकर लौट आया था। प्रियंका के भतीजे के बर्थडे में बुलाने के लिए उसका भाई मोनू घर आया था। मोनू के काफी मनाने पर नीलेश आखिरकार वहां जाने को राजी हुआ था। पत्नी के साथ नीलेश 28 मई को ससुराल गया था। वहां विवाद होने पर नीलेश बेटे को लेकर घर आ गया था। एक दिन बाद यानी शनिवार दोपहर को वह बेटे के साथ सोता रहा। शाम को वह बेटे को लेकर पत्नी के मायके पहुंच गया। वहां पूरी वारदात को अंजाम दिया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर