यूपी में बाराबंकी से बहराइच तक ओवरलोड ट्रकों से वसूली का खेल चल रहा है। इसके पीछे एक पूरा गिरोह काम करता है। ट्रकों में गिट्टी हो या बालू या मौरंग, एआरटीओ और खनन विभाग से बचाने के नाम पर दलाल ट्रक मालिकों से मोटी रकम वसूलते हैं। सीतापुर जिले में एंट्री से पहले ड्राइवरों को चेकिंग करने वाले अफसरों की लोकेशन बता दी जाती है। दलालों ने हर काम के लिए रेट फिक्स कर रखे हैं। अगर कोई गाड़ी पकड़ ली गई तो उसे छुड़वाने का भी दावा करते हैं। हालांकि इस काम के बदले वे ट्रक मालिकों से ज्यादा पैसे वसूलते हैं। दैनिक भास्कर ऐप के रिपोर्टर ने ट्रक मालिक बनकर इस अवैध वसूली का खुलासा किया है। ट्रक चालकों से बातचीत में चौंकाने वाली चीजें सामने आईं। पढ़िए किस तरह वसूली गिरोह करता है काम… सीतापुर 5 जिलों से घिरा है। उत्तर में लखीमपुर खीरी, पश्चिम-दक्षिण में हरदोई, दक्षिण में लखनऊ, दक्षिण पूर्व में बाराबंकी और उत्तर पूर्व में बहराइच है। हमीरपुर और कानपुर से मौरंग-गिट्टी लोड कर आने वाले डंपर और ट्रक ड्राइवर सीतापुर में एंट्री करने से पहले गिरोह के सदस्यों से ARTO और खनन विभाग के अधिकारियों की लोकेशन लेते हैं। जब गिरोह का सदस्य फोन पर हरी झंडी देता है, तब ड्राइवर सीतापुर जिले की सीमा में प्रवेश करते हैं। महमूदाबाद से होते हुए बहराइच जाते हैं ट्रक और डंपर
बाराबंकी सीमा से सीतापुर के महमूदाबाद कस्बे में एंट्री करने के बाद ट्रक और डंपर मोतीपुर बाइपास होते हुए सीधे रामपुरमथुरा, सदरपुर, थानगांव, रेउसा थाना क्षेत्र होते हुए सीधे चहलारी घाट पुल से बहराइच पहुंचते हैं। जब यह वाहन वापस आते हैं, तब अधिकतर बहराइच जिले से बालू लोड कर लेते हैं। प्रति वाहन 500 से 2000 रुपए की वसूली
पहले की तरह यह दोबारा वसूली गिरोह के सदस्यों से अधिकारियों की लोकेशन पूछते हैं। अगर इन्हें हरी झंडी नहीं मिलती है तो यह वाहन दूसरे जनपद की सीमा में खड़े रहते हैं। इन ओवरलोड वाहनों को पास कराने के नाम पर प्रति वाहन 500 से 2000 रुपए की वसूली की जाती है। ट्रकों और डंपरों की रेट लिस्ट हर महीने 1.80 करोड़ का खेल
रोज करीब 300 वाहन इस रोड से बालू, गिट्टी और मौरंग लेकर गुजरते हैं। महीने में इनका हिसाब 9,000 हो जाता है। एक गाड़ी से यदि 2000 रुपए लिए जाते हैं तो एक महीने में करीब 1.80 करोड़ रुपए वसूली का खेल हाेता है। एक साल में 21.6 करोड़ रुपए की वसूली होती है। भास्कर रिपोर्टर ने ट्रक मालिक बनकर की बात
भास्कर रिपोर्टर ने ट्रक मालिक बनकर एक ट्रक ड्राइवर सुधीर से बात की। उसने बताया कि रवि नाम का व्यक्ति अधिकारियों की लोकेशन देता है। सुधीर ने ही बताया कि रवि महमूदाबाद का रहने वाला है। एक और व्यक्ति है, जिसका नाम शिवा बताया जा रहा है, लेकिन उसकी सही लोकेशन सुधीर बता नहीं पाया। रिपोर्टर और ट्रक ड्राइवर की बातचीत पढ़ें… सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : तुमको भेजा है क्या भैया? रिपोर्टर : हां ! तुम्हारा सुधीर नाम है। सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : हां रिपोर्टर : अगर लखनऊ से गाड़ी माल लाद कर आ रही हो तो कैसे मैनेजमेंट कैसे होगा? सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : अच्छा एआरटीओ की। रिपोर्टर : यहां जिम्मेदारी कौन लेगा, एआरटीओ और खनन की? सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : यहां जिम्मेदारी रवि और शिवा दोनों लेते हैं। लोकेशन बता देते हैं। रिपोर्टर : गारंटी कौन लेगा वाहन न फंसने की। सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : गारंटी कोई नहीं लेगा, अगर गारंटी लेंगे तो 1500 से 2000 रुपए प्रति चक्कर लिए जाएंगे। अगर गाड़ी बंद हो जाएगी तो छुड़वा कर देंगे। रिपोर्टर : अगर महीने वार गाड़ी चलवानी हो तो ? सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : 500 रुपए लोकेशन बताने का पड़ता है, हम भी देते हैं, हम गाड़ी खुद चलवाते हैं। रिपोर्टर : तुम बालू की गाड़ी लाते हो, कितने चक्कर लग जाते हैं ? सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : बहराइच से लाते हैं, एक दिन में एक चक्कर लग जाता है, हम 500 रुपए देते हैं। महमूदाबाद सर्किल के सीओ वेदप्रकाश श्रीवास्तव ने कहा- मामला हमारे संज्ञान में अब आया है, जांच कर गिरोह का भंडाफोड़ किया जाएगा। ——————————– ये खबर भी पढ़ें… महाकुंभ जा रही महिला का सिर कटकर सड़क पर गिरा:वाराणसी में खड़े ट्रक से टकराई कार, पति-पत्नी सहित 6 की मौत वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर महाकुंभ जा रहे कर्नाटक के श्रद्धालुओं की कार खड़े ट्रक से टकरा गई। पति-पत्नी समेत 6 लोगों की मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि महिला का सिर कटकर सड़क पर जा गिरा। कार पूरी तरह डैमेज हो गई। पढ़ें पूरी खबर… यूपी में बाराबंकी से बहराइच तक ओवरलोड ट्रकों से वसूली का खेल चल रहा है। इसके पीछे एक पूरा गिरोह काम करता है। ट्रकों में गिट्टी हो या बालू या मौरंग, एआरटीओ और खनन विभाग से बचाने के नाम पर दलाल ट्रक मालिकों से मोटी रकम वसूलते हैं। सीतापुर जिले में एंट्री से पहले ड्राइवरों को चेकिंग करने वाले अफसरों की लोकेशन बता दी जाती है। दलालों ने हर काम के लिए रेट फिक्स कर रखे हैं। अगर कोई गाड़ी पकड़ ली गई तो उसे छुड़वाने का भी दावा करते हैं। हालांकि इस काम के बदले वे ट्रक मालिकों से ज्यादा पैसे वसूलते हैं। दैनिक भास्कर ऐप के रिपोर्टर ने ट्रक मालिक बनकर इस अवैध वसूली का खुलासा किया है। ट्रक चालकों से बातचीत में चौंकाने वाली चीजें सामने आईं। पढ़िए किस तरह वसूली गिरोह करता है काम… सीतापुर 5 जिलों से घिरा है। उत्तर में लखीमपुर खीरी, पश्चिम-दक्षिण में हरदोई, दक्षिण में लखनऊ, दक्षिण पूर्व में बाराबंकी और उत्तर पूर्व में बहराइच है। हमीरपुर और कानपुर से मौरंग-गिट्टी लोड कर आने वाले डंपर और ट्रक ड्राइवर सीतापुर में एंट्री करने से पहले गिरोह के सदस्यों से ARTO और खनन विभाग के अधिकारियों की लोकेशन लेते हैं। जब गिरोह का सदस्य फोन पर हरी झंडी देता है, तब ड्राइवर सीतापुर जिले की सीमा में प्रवेश करते हैं। महमूदाबाद से होते हुए बहराइच जाते हैं ट्रक और डंपर
बाराबंकी सीमा से सीतापुर के महमूदाबाद कस्बे में एंट्री करने के बाद ट्रक और डंपर मोतीपुर बाइपास होते हुए सीधे रामपुरमथुरा, सदरपुर, थानगांव, रेउसा थाना क्षेत्र होते हुए सीधे चहलारी घाट पुल से बहराइच पहुंचते हैं। जब यह वाहन वापस आते हैं, तब अधिकतर बहराइच जिले से बालू लोड कर लेते हैं। प्रति वाहन 500 से 2000 रुपए की वसूली
पहले की तरह यह दोबारा वसूली गिरोह के सदस्यों से अधिकारियों की लोकेशन पूछते हैं। अगर इन्हें हरी झंडी नहीं मिलती है तो यह वाहन दूसरे जनपद की सीमा में खड़े रहते हैं। इन ओवरलोड वाहनों को पास कराने के नाम पर प्रति वाहन 500 से 2000 रुपए की वसूली की जाती है। ट्रकों और डंपरों की रेट लिस्ट हर महीने 1.80 करोड़ का खेल
रोज करीब 300 वाहन इस रोड से बालू, गिट्टी और मौरंग लेकर गुजरते हैं। महीने में इनका हिसाब 9,000 हो जाता है। एक गाड़ी से यदि 2000 रुपए लिए जाते हैं तो एक महीने में करीब 1.80 करोड़ रुपए वसूली का खेल हाेता है। एक साल में 21.6 करोड़ रुपए की वसूली होती है। भास्कर रिपोर्टर ने ट्रक मालिक बनकर की बात
भास्कर रिपोर्टर ने ट्रक मालिक बनकर एक ट्रक ड्राइवर सुधीर से बात की। उसने बताया कि रवि नाम का व्यक्ति अधिकारियों की लोकेशन देता है। सुधीर ने ही बताया कि रवि महमूदाबाद का रहने वाला है। एक और व्यक्ति है, जिसका नाम शिवा बताया जा रहा है, लेकिन उसकी सही लोकेशन सुधीर बता नहीं पाया। रिपोर्टर और ट्रक ड्राइवर की बातचीत पढ़ें… सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : तुमको भेजा है क्या भैया? रिपोर्टर : हां ! तुम्हारा सुधीर नाम है। सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : हां रिपोर्टर : अगर लखनऊ से गाड़ी माल लाद कर आ रही हो तो कैसे मैनेजमेंट कैसे होगा? सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : अच्छा एआरटीओ की। रिपोर्टर : यहां जिम्मेदारी कौन लेगा, एआरटीओ और खनन की? सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : यहां जिम्मेदारी रवि और शिवा दोनों लेते हैं। लोकेशन बता देते हैं। रिपोर्टर : गारंटी कौन लेगा वाहन न फंसने की। सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : गारंटी कोई नहीं लेगा, अगर गारंटी लेंगे तो 1500 से 2000 रुपए प्रति चक्कर लिए जाएंगे। अगर गाड़ी बंद हो जाएगी तो छुड़वा कर देंगे। रिपोर्टर : अगर महीने वार गाड़ी चलवानी हो तो ? सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : 500 रुपए लोकेशन बताने का पड़ता है, हम भी देते हैं, हम गाड़ी खुद चलवाते हैं। रिपोर्टर : तुम बालू की गाड़ी लाते हो, कितने चक्कर लग जाते हैं ? सुधीर (ट्रक ड्राइवर) : बहराइच से लाते हैं, एक दिन में एक चक्कर लग जाता है, हम 500 रुपए देते हैं। महमूदाबाद सर्किल के सीओ वेदप्रकाश श्रीवास्तव ने कहा- मामला हमारे संज्ञान में अब आया है, जांच कर गिरोह का भंडाफोड़ किया जाएगा। ——————————– ये खबर भी पढ़ें… महाकुंभ जा रही महिला का सिर कटकर सड़क पर गिरा:वाराणसी में खड़े ट्रक से टकराई कार, पति-पत्नी सहित 6 की मौत वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर महाकुंभ जा रहे कर्नाटक के श्रद्धालुओं की कार खड़े ट्रक से टकरा गई। पति-पत्नी समेत 6 लोगों की मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि महिला का सिर कटकर सड़क पर जा गिरा। कार पूरी तरह डैमेज हो गई। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
2000 रुपए दो, गारंटी मेरी- ओवरलोड ट्रक कोई नहीं पकड़ेगा:सीतापुर में हर महीने करोड़ों का खेल, भास्कर रिपोर्टर ने ट्रक मालिक बनकर किया खुलासा
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