भास्कर न्यूज | जालंधर/गुरदासपुर देश भर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए ली गई नीट यूजी परीक्षा की आंसर की जारी कर दी गई है। जो भी उम्मीदवार नीट की परीक्षा में शामिल हुए थे वो एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट exam.nta.ac.in/NEET/ पर जाकर आंसर की डाउनलोड कर सकते हैं। आंसर-की जारी होने के बाद स्टूडेंट्स अपने रिकॉर्डेड रेस्पॉन्स में अंकों का अनुमान लगा सकेंगे। वहीं उम्मीदवारों के पास जारी की गई आंसर की पर ऑब्जेक्शन दर्ज करवाने का आज आखिरी मौका है। उम्मीदवारों को प्रति सवाल 200 रुपए के भुगतान पर 31 मई तक अपना आॉब्जेक्शन दर्ज करवा सकते है। आपत्तियों की समीक्षा की जाएगी और वैध पाए जाने पर आंसर की को रिवाइज किया जाएगा। इसके लिए जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि उम्मीदवारों द्वारा की गई चुनौतियों का वेरिफिकेशन सब्जेक्ट एक्सपर्ट के पैनल द्वारा किया जाएगा। यदि किसी उम्मीदवार की चुनौती सही पाई जाती है, तो आंसर की को रिवाइज किया जाएगा और उसी के मुताबिक सभी उम्मीदवारों की प्रतिक्रिया में लागू किया जाएगा। रिवाइज फाइनल आंसर की के आधार पर रिजल्ट तैयार और घोषित किया जाएगा। किसी भी व्यक्तिगत उम्मीदवार को उसकी चुनौती की स्वीकृति/ अस्वीकृति के बारे में सूचित नहीं किया जाएगा। चुनौती के बाद विशेषज्ञों द्वारा तय की गई आंसर की फाइनल होगी। 31 मई 2024 (रात 11:50 बजे तक) के बाद कोई चुनौती स्वीकार नहीं की जाएगी। गौरतलब है कि 5 मई को देश-विदेश के 4750 सेंटर पर नीट यूजी की परीक्षा आयोजित की गई थी। नीट यूजी परीक्षा 2024 में अब तक सर्वाधिक देश-विदेश में 10 लाख छात्रों और 13 लाख से अधिक छात्राओं का पंजीकरण हुआ है। रिजल्ट 14 जून को घोषित होगा। एनटीए ने बताया कि नीट यूजी 2024 में इस वर्ष रिकॉर्ड सर्वाधिक रजिस्ट्रेशन हुआ है। 23 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। जो अब तक का सबसे अधिक है। 10 लाख से अधिक छात्र और 13 लाख से अधिक छात्राएं हैं। परीक्षा के लिए एनटीए ने 4 हजार से अधिक सेंटर बनाए थे। जेईई एडवांस्ड- आज जारी होगी रिस्पॉन्स शीट जालंधर। 26 मई को ली गई जेईई एडवांस्ड परीक्षा की पहली और दूसरी पारी के पेपर की आंसर-की 31 मई यानि आज पोर्टल पर जारी की जाएगी। इसके बाद संबंधित विद्यार्थी अपनी प्रतिक्रिया दे सकेंगे। कैंडिडेट रेस्पॉन्स के बाद फाइनल आंसर-की के अनुसार अंक जारी होंगे। इससे पहले जेईई एडवांस्ड परीक्षा के पेपर-1 और पेपर-2 दोनों के प्रश्न पत्र जारी कर दिए गए हैं। आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जाकर इन्हें डाउनलोड किया जा सकता है। आईआईटी व एनआईटी में एडमिशन प्रक्रिया 10 जून से शुरू हो जाएगी। जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को देश के 23 आईआईटी में एडमिशन मिलेगा। रिस्पॉन्स शीट वेबसाइट पर 31 मई शाम पांच बजे जारी की जाएगी। आंसर-की दो जून सुबह 10 बजे जारी की जाएगी। प्रोविजनल आंसर-की पर फीडबैक और कमेंट्स दो जून सुबह 10 बजे से तीन जून शाम पांच बजे तक कर सकते हैं। फाइनल आंसर-की और रिजल्ट नौ जून सुबह 10 बजे जारी कर दी जाएगी। भास्कर न्यूज | जालंधर/गुरदासपुर देश भर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए ली गई नीट यूजी परीक्षा की आंसर की जारी कर दी गई है। जो भी उम्मीदवार नीट की परीक्षा में शामिल हुए थे वो एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट exam.nta.ac.in/NEET/ पर जाकर आंसर की डाउनलोड कर सकते हैं। आंसर-की जारी होने के बाद स्टूडेंट्स अपने रिकॉर्डेड रेस्पॉन्स में अंकों का अनुमान लगा सकेंगे। वहीं उम्मीदवारों के पास जारी की गई आंसर की पर ऑब्जेक्शन दर्ज करवाने का आज आखिरी मौका है। उम्मीदवारों को प्रति सवाल 200 रुपए के भुगतान पर 31 मई तक अपना आॉब्जेक्शन दर्ज करवा सकते है। आपत्तियों की समीक्षा की जाएगी और वैध पाए जाने पर आंसर की को रिवाइज किया जाएगा। इसके लिए जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि उम्मीदवारों द्वारा की गई चुनौतियों का वेरिफिकेशन सब्जेक्ट एक्सपर्ट के पैनल द्वारा किया जाएगा। यदि किसी उम्मीदवार की चुनौती सही पाई जाती है, तो आंसर की को रिवाइज किया जाएगा और उसी के मुताबिक सभी उम्मीदवारों की प्रतिक्रिया में लागू किया जाएगा। रिवाइज फाइनल आंसर की के आधार पर रिजल्ट तैयार और घोषित किया जाएगा। किसी भी व्यक्तिगत उम्मीदवार को उसकी चुनौती की स्वीकृति/ अस्वीकृति के बारे में सूचित नहीं किया जाएगा। चुनौती के बाद विशेषज्ञों द्वारा तय की गई आंसर की फाइनल होगी। 31 मई 2024 (रात 11:50 बजे तक) के बाद कोई चुनौती स्वीकार नहीं की जाएगी। गौरतलब है कि 5 मई को देश-विदेश के 4750 सेंटर पर नीट यूजी की परीक्षा आयोजित की गई थी। नीट यूजी परीक्षा 2024 में अब तक सर्वाधिक देश-विदेश में 10 लाख छात्रों और 13 लाख से अधिक छात्राओं का पंजीकरण हुआ है। रिजल्ट 14 जून को घोषित होगा। एनटीए ने बताया कि नीट यूजी 2024 में इस वर्ष रिकॉर्ड सर्वाधिक रजिस्ट्रेशन हुआ है। 23 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। जो अब तक का सबसे अधिक है। 10 लाख से अधिक छात्र और 13 लाख से अधिक छात्राएं हैं। परीक्षा के लिए एनटीए ने 4 हजार से अधिक सेंटर बनाए थे। जेईई एडवांस्ड- आज जारी होगी रिस्पॉन्स शीट जालंधर। 26 मई को ली गई जेईई एडवांस्ड परीक्षा की पहली और दूसरी पारी के पेपर की आंसर-की 31 मई यानि आज पोर्टल पर जारी की जाएगी। इसके बाद संबंधित विद्यार्थी अपनी प्रतिक्रिया दे सकेंगे। कैंडिडेट रेस्पॉन्स के बाद फाइनल आंसर-की के अनुसार अंक जारी होंगे। इससे पहले जेईई एडवांस्ड परीक्षा के पेपर-1 और पेपर-2 दोनों के प्रश्न पत्र जारी कर दिए गए हैं। आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जाकर इन्हें डाउनलोड किया जा सकता है। आईआईटी व एनआईटी में एडमिशन प्रक्रिया 10 जून से शुरू हो जाएगी। जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को देश के 23 आईआईटी में एडमिशन मिलेगा। रिस्पॉन्स शीट वेबसाइट पर 31 मई शाम पांच बजे जारी की जाएगी। आंसर-की दो जून सुबह 10 बजे जारी की जाएगी। प्रोविजनल आंसर-की पर फीडबैक और कमेंट्स दो जून सुबह 10 बजे से तीन जून शाम पांच बजे तक कर सकते हैं। फाइनल आंसर-की और रिजल्ट नौ जून सुबह 10 बजे जारी कर दी जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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ली गई थी डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ शिकायत 2007 में सलाबतपुरा में सच्चा सौदा डेरा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने दसवें गुरू श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं कपड़ों को पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचाया था। उस वक्त इसके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में SAD सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने दिलवाई थी माफी श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए डेरा मुखी को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए डेरा मुखी को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिख पंथ के गुस्से और नाराजगी को ध्यान में रखते हुए इस फैसले से पीछे हटना पड़ा। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई 1 जून 2015 को कुछ तत्वों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए व बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। शिरोमणि अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में सफल नहीं हुए। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए और कोटकपूरा और बहबल कलां में दुखद घटनाएं हुईं। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को नहीं दे पाए इंसाफ SAD सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया था। राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने के लिए उन्हें जाना जाता था। पुलिसकर्मी इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। बताना चाहते हैं कि 2012 में बनी SAD सरकार और पिछली अकाली सरकारों ने भी राज्य में झूठे पुलिस मुठभेड़ों की निष्पक्ष जांच करने और पीड़ितों को राहत देने के लिए एक आयोग बनाकर लोगों से किए वादे विफल रहे। बागी गुट झूंदा कमेटी की रिपोर्ट लागू करने की कर रहा मांग बागी गुट लगातार झूंदा कमेटी, जिसे 2022 में भी लागू करने की मांग उठी थी, पर विचार करने का दबाव बना रहे हैं। हालांकि इसमें पार्टी प्रधान बदलने का प्रस्ताव नहीं है, लेकिन ये लिखा गया है कि पार्टी अध्यक्ष 10 साल के बाद रिपीट नहीं होगा। झूंदा रिपोर्ट पर जब अमल नहीं हुआ तो इसे सार्वजनिक नहीं किया गया था। झूंदा ने सार्वजनिक तौर पर बयान जारी किया था कि 117 विधानसभा हलकों में 100 में जाकर उन्होंने इस रिपोर्ट को तैयार किया है। इस रिपोर्ट में कुछ जानकारियां 2022 में सांझी की थी। तब अकाली नेताओं ने कहा था कि झूंदा रिपोर्ट में 42 सुझाव दिए गए हैं। पार्टी प्रधान को बदले जाने का रिपोर्ट में कहीं जिक्र नहीं है। लेकिन, भविष्य में पार्टी प्रधान के चुने जाने की तय सीमा जरूर तय की गई है। ये भी बात उठाई गई कि अकाली दल अपने मूल सिद्धांतों से भटका है और राज्य सत्ता में रहने के मकसद से कई कमियां आई हैं। सुखबीर बादल का शक्ति प्रदर्शन पूरे घटनाक्रम में सुखबीर बादल ने एक भी शब्द अपनी सफाई व विरोधी गुट के लिए नहीं कहा। लेकिन अकाल तख्त साहिब से सम्मन पर उन्होंने पहली बार कुछ कहा है। वहीं, दूसरी तरफ सुखबीर बादल लगातार बिना कुछ कहे अपना शक्ति प्रदर्शन करते रहे। बागी गुट एक तरफ विरोध तेज कर रहा था, वहीं सुखबीर बादल लगातार बैठकें बुलाकर समर्थन अपने पक्ष में कर रहे 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