चुनाव डेस्क.पानीपत | पिछली बार दसों लोकसभा सीटें जीतने वाली भाजपा इस बार सभी सीटों पर कांग्रेस से सीधे मुकाबले में दिख रही है। कुरुक्षेत्र, करनाल, भिवानी-महेंद्रगढ़ व हिसार सीटों पर तीसरा कोण, नतीजे प्रभावित कर सकता है। अम्बाला, सोनीपत व करनाल सीटों पर नया सांसद मिलेगा, क्योंकि कोई पुराना चेहरा मैदान में नहीं है। गुरुग्राम में राव इंद्रजीत और राज बब्बर में से जो जीतेगा, उसका सिक्सर होगा। फरीदाबाद व भिवानी में हैट्रिक का मौका है। 2 राज्यसभा सांसद, 4 मौजूदा सांसद, 4 विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव मैदान में हैं। फैक्टर }दोनों प्रमुख प्रत्याशी गुर्जर हैं। जाट वोटर निर्णायक हैं। यहां दल-बदल व भितरघात बड़ा फैक्टर हैं। पिछली बार जीत का अंतर देश में तीसरे स्थान पर था। इस बार टफ है। फैक्टर }पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में इस सीट पूरे प्रदेश की नजर है। अहीर बाहुल्य कोसली और पंजाबी रोहतक शहर निर्णायक हैं। पिछली बार यहीं से नतीजे पलटे थे। फैक्टर }19 फीसदी मेव तो 17 फीसदी अहीर वोटर हैं। इस सीट पर जबरदस्त ध्रुवीकरण है। मोदी ने रैली की। भितरघात का दोनों ओर खतरा है। पंजाबी-ब्राह्मण-ओबीसी निर्णायक। फैक्टर }पंजाबी व ब्राह्मण के प्रभाववाली सीट। पिछली बार जीत के अंतर के हिसाब से देश में दूसरे नंबर पर रही थी। इनेलो-एनसीपी प्रत्याशी मराठा वीरेंद्र वर्मा तीसरा कोण हैं। भाजपा 9,13,222 कांग्रेस 2,74,983 बसपा 86,752 भाजपा 5,73,845 कांग्रेस 5,66,343 बसपा 38,364 भाजपा 8,81,546 कांग्रेस 4,95,290 बसपा 26,756 भाजपा 9,11,594 कांग्रेस 2,55,452 बसपा 67,183 2019 में वोटिंग 64.70% 2019 में वोटिंग 69.35% 2019 में वोटिंग 68.45% 2019 में वोटिंग 67.28% 2024: प्रत्याशी : 24 2024: प्रत्याशी : 26 2024: प्रत्याशी : 23 2024: प्रत्याशी : 19 वोटर24,36,637 पुरुष 13,24,705 महिला 11,11,813 वोटर19,13,628 पुरुष 10,22,698 महिला 8,90,909 वोटर25,84,982 पुरुष 13,72,532 महिला 12,12,372 वोटर21,09,702 पुरुष 11,12,816 महिला 9,96,848 कृष्णपाल गुर्जर 2 बार सांसद व केंद्र में राज्यमंत्री रहे। यह तीसरा लोस चुनाव है। अरविंद शर्मा 3 सीटों से चार बार सांसद रहे हैं। यहां से दूसरा चुनाव है। राव इंद्रजीत दिग्गज अहीर नेता पांच बार सांसद रहे। दो बार से मंत्री हैं। मनोहर लाल साढ़े 9 साल सीएम रहे। पहला लोकसभा चुनाव है। महेंद्र प्रताप राजनीति से संन्यास लेने के बाद भी 79 की उम्र में मैदान में। दीपेंद्र हुड्डा तीन बार सीट से सांसद रहे। अभी राज्यसभा सदस्य हैं। राज बब्बर पांच बार के सांसद। पहली बार हरियाणा से लड़ रहे हैं। दिव्यांशु बुद्धिराजा राहुल गांधी के यूथ कोटे से टिकट मिला। पहला चुनाव है। फैक्टर }पहली बार कांग्रेस ने अहीर प्रत्याशी बनाया। जजपा के राव बहादुर को अहीरों की कितनी वोट मिलेंगी, अहम रहेगा। मोदी यहां बंसीलाल की तारीफ कर गए। राहुल ने भी रैली की। फैक्टर }जाट बाहुल्य सीट पर पहली बार दोनों प्रमुख दलों ने प्रत्याशी ब्राह्मण हैं। जींद जिले के 3 हलकों की बढ़त निर्णायक रहती है। मोदी और राहुल दोनों की इस सीट पर रैली हुई हैं। फैक्टर }इनेलो से सुनैना तो जजपा से नैना चौटाला देवीलाल परिवार से हैं। चारों जाट प्रत्याशी देवीलाल की सियासी विरासत का दावा कर रहे हैं। पिछली बार पहली बार कमल खिला था। फैक्टर }इंडिया गठबंधन में सीट आप के कोटे में है। कथाओं तक से सियासी प्रचार हुआ। तीसरा कोण इनेलो के अभय चौटाला हैं। जाट वोट का विभाजन हुआ तो नतीजों पर असर होगा। भाजपा 7,36,699 कांग्रेस 2,92,236 जजपा 84,956 भाजपा 5,87,664 कांग्रेस 4,22,800 जजपा 51,162 भाजपा 6,03,289 जजपा 2,89,221 कांग्रेस 1,84,369 भाजपा 6,88,629 कांग्रेस 3,04,038 बसपा 75,625 2024: प्रत्याशी : 17 2024: प्रत्याशी : 22 2024: प्रत्याशी : 28 2024: प्रत्याशी : 31 वोटर18,21,764 पुरुष 9,73,429 महिला 8,48,322 वोटर17,77,008 पुरुष 9,53,328 महिला 8,23,636 वोटर17,99,539 पुरुष 9,63,668 महिला 8,35,860 वोटर17,99,822 पुरुष 9,46,102 महिला 8,53,696 धर्मबीर सिंह 2 बार के सांसद। बंसीलाल की 3 पीढ़ियों को चुनाव में हराया। मोहन बड़ौली राई विधायक हैं। पहला लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। रणजीत चौटाला उम्र-78। बिजली मंत्री रहे। अचानक लोस चुनाव में उतार दिया। नवीन जिंदल चौथा चुनाव है। 2 बार कांग्रेस से बने। सबसे अमीर प्रत्याशी। राव दान सिंह 4 बार विधायक रहे। पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। सतपाल ब्रह्मचारी जींद में जन्में और हरिद्वार में आश्रम है। हरियाणा से पहला चुनाव है। जयप्रकाश उम्र-70। यहां से आठवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं। सुशील गुप्ता आप के दिल्ली से राज्यसभा सांसद हैं। पहला लोस चुनाव है। फैक्टर }किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर यहां दिखा। डेरा सच्चा सौदा भी इसी क्षेत्र में है। प्रियंका गांधी व योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े नेता यहां प्रचार में आए। फैक्टर }1999 में रतन कटारिया व फूलचंद आमने-सामने हुए थे। अब क्रमशः उनकी प|ी व बेटा मैदान में हैं। शहरी वोटरों पर भाजपा तो ग्रामीण से कांग्रेस को उम्मीद िटकी है। भाजपा 7,72,833 कांग्रेस 5,11,723 बसपा 3,344 भाजपा 7,46,508 कांग्रेस 4,04,163 बसपा 96,296 वोटर19,41,319 पुरुष 10,26,726 महिला 9,14,550 वोटर20,03,510 पुरुष 10,62,599 महिला 9,40,835 अशोक तंवर चौथी बार मैदान में हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। बंतो कटारिया 3 बार सांसद रहे रतन कटारिया की प|ी हैं। पहला चुनाव है। कुमारी सैलजा 4 बार सांसद 2 बार केंद्र में मंत्री रहीं। 20 साल बाद यहां लौटीं। वरुण चौधरी मुलाना विधायक हैं। पहली बार सांसद का चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव डेस्क.पानीपत | पिछली बार दसों लोकसभा सीटें जीतने वाली भाजपा इस बार सभी सीटों पर कांग्रेस से सीधे मुकाबले में दिख रही है। कुरुक्षेत्र, करनाल, भिवानी-महेंद्रगढ़ व हिसार सीटों पर तीसरा कोण, नतीजे प्रभावित कर सकता है। अम्बाला, सोनीपत व करनाल सीटों पर नया सांसद मिलेगा, क्योंकि कोई पुराना चेहरा मैदान में नहीं है। गुरुग्राम में राव इंद्रजीत और राज बब्बर में से जो जीतेगा, उसका सिक्सर होगा। फरीदाबाद व भिवानी में हैट्रिक का मौका है। 2 राज्यसभा सांसद, 4 मौजूदा सांसद, 4 विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव मैदान में हैं। फैक्टर }दोनों प्रमुख प्रत्याशी गुर्जर हैं। जाट वोटर निर्णायक हैं। यहां दल-बदल व भितरघात बड़ा फैक्टर हैं। पिछली बार जीत का अंतर देश में तीसरे स्थान पर था। इस बार टफ है। फैक्टर }पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में इस सीट पूरे प्रदेश की नजर है। अहीर बाहुल्य कोसली और पंजाबी रोहतक शहर निर्णायक हैं। पिछली बार यहीं से नतीजे पलटे थे। फैक्टर }19 फीसदी मेव तो 17 फीसदी अहीर वोटर हैं। इस सीट पर जबरदस्त ध्रुवीकरण है। मोदी ने रैली की। भितरघात का दोनों ओर खतरा है। पंजाबी-ब्राह्मण-ओबीसी निर्णायक। फैक्टर }पंजाबी व ब्राह्मण के प्रभाववाली सीट। पिछली बार जीत के अंतर के हिसाब से देश में दूसरे नंबर पर रही थी। इनेलो-एनसीपी प्रत्याशी मराठा वीरेंद्र वर्मा तीसरा कोण हैं। भाजपा 9,13,222 कांग्रेस 2,74,983 बसपा 86,752 भाजपा 5,73,845 कांग्रेस 5,66,343 बसपा 38,364 भाजपा 8,81,546 कांग्रेस 4,95,290 बसपा 26,756 भाजपा 9,11,594 कांग्रेस 2,55,452 बसपा 67,183 2019 में वोटिंग 64.70% 2019 में वोटिंग 69.35% 2019 में वोटिंग 68.45% 2019 में वोटिंग 67.28% 2024: प्रत्याशी : 24 2024: प्रत्याशी : 26 2024: प्रत्याशी : 23 2024: प्रत्याशी : 19 वोटर24,36,637 पुरुष 13,24,705 महिला 11,11,813 वोटर19,13,628 पुरुष 10,22,698 महिला 8,90,909 वोटर25,84,982 पुरुष 13,72,532 महिला 12,12,372 वोटर21,09,702 पुरुष 11,12,816 महिला 9,96,848 कृष्णपाल गुर्जर 2 बार सांसद व केंद्र में राज्यमंत्री रहे। यह तीसरा लोस चुनाव है। अरविंद शर्मा 3 सीटों से चार बार सांसद रहे हैं। यहां से दूसरा चुनाव है। राव इंद्रजीत दिग्गज अहीर नेता पांच बार सांसद रहे। दो बार से मंत्री हैं। मनोहर लाल साढ़े 9 साल सीएम रहे। पहला लोकसभा चुनाव है। महेंद्र प्रताप राजनीति से संन्यास लेने के बाद भी 79 की उम्र में मैदान में। दीपेंद्र हुड्डा तीन बार सीट से सांसद रहे। अभी राज्यसभा सदस्य हैं। राज बब्बर पांच बार के सांसद। पहली बार हरियाणा से लड़ रहे हैं। दिव्यांशु बुद्धिराजा राहुल गांधी के यूथ कोटे से टिकट मिला। पहला चुनाव है। फैक्टर }पहली बार कांग्रेस ने अहीर प्रत्याशी बनाया। जजपा के राव बहादुर को अहीरों की कितनी वोट मिलेंगी, अहम रहेगा। मोदी यहां बंसीलाल की तारीफ कर गए। राहुल ने भी रैली की। फैक्टर }जाट बाहुल्य सीट पर पहली बार दोनों प्रमुख दलों ने प्रत्याशी ब्राह्मण हैं। जींद जिले के 3 हलकों की बढ़त निर्णायक रहती है। मोदी और राहुल दोनों की इस सीट पर रैली हुई हैं। फैक्टर }इनेलो से सुनैना तो जजपा से नैना चौटाला देवीलाल परिवार से हैं। चारों जाट प्रत्याशी देवीलाल की सियासी विरासत का दावा कर रहे हैं। पिछली बार पहली बार कमल खिला था। फैक्टर }इंडिया गठबंधन में सीट आप के कोटे में है। कथाओं तक से सियासी प्रचार हुआ। तीसरा कोण इनेलो के अभय चौटाला हैं। जाट वोट का विभाजन हुआ तो नतीजों पर असर होगा। भाजपा 7,36,699 कांग्रेस 2,92,236 जजपा 84,956 भाजपा 5,87,664 कांग्रेस 4,22,800 जजपा 51,162 भाजपा 6,03,289 जजपा 2,89,221 कांग्रेस 1,84,369 भाजपा 6,88,629 कांग्रेस 3,04,038 बसपा 75,625 2024: प्रत्याशी : 17 2024: प्रत्याशी : 22 2024: प्रत्याशी : 28 2024: प्रत्याशी : 31 वोटर18,21,764 पुरुष 9,73,429 महिला 8,48,322 वोटर17,77,008 पुरुष 9,53,328 महिला 8,23,636 वोटर17,99,539 पुरुष 9,63,668 महिला 8,35,860 वोटर17,99,822 पुरुष 9,46,102 महिला 8,53,696 धर्मबीर सिंह 2 बार के सांसद। बंसीलाल की 3 पीढ़ियों को चुनाव में हराया। मोहन बड़ौली राई विधायक हैं। पहला लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। रणजीत चौटाला उम्र-78। बिजली मंत्री रहे। अचानक लोस चुनाव में उतार दिया। नवीन जिंदल चौथा चुनाव है। 2 बार कांग्रेस से बने। सबसे अमीर प्रत्याशी। राव दान सिंह 4 बार विधायक रहे। पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। सतपाल ब्रह्मचारी जींद में जन्में और हरिद्वार में आश्रम है। हरियाणा से पहला चुनाव है। जयप्रकाश उम्र-70। यहां से आठवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं। सुशील गुप्ता आप के दिल्ली से राज्यसभा सांसद हैं। पहला लोस चुनाव है। फैक्टर }किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर यहां दिखा। डेरा सच्चा सौदा भी इसी क्षेत्र में है। प्रियंका गांधी व योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े नेता यहां प्रचार में आए। फैक्टर }1999 में रतन कटारिया व फूलचंद आमने-सामने हुए थे। अब क्रमशः उनकी प|ी व बेटा मैदान में हैं। शहरी वोटरों पर भाजपा तो ग्रामीण से कांग्रेस को उम्मीद िटकी है। भाजपा 7,72,833 कांग्रेस 5,11,723 बसपा 3,344 भाजपा 7,46,508 कांग्रेस 4,04,163 बसपा 96,296 वोटर19,41,319 पुरुष 10,26,726 महिला 9,14,550 वोटर20,03,510 पुरुष 10,62,599 महिला 9,40,835 अशोक तंवर चौथी बार मैदान में हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। बंतो कटारिया 3 बार सांसद रहे रतन कटारिया की प|ी हैं। पहला चुनाव है। कुमारी सैलजा 4 बार सांसद 2 बार केंद्र में मंत्री रहीं। 20 साल बाद यहां लौटीं। वरुण चौधरी मुलाना विधायक हैं। पहली बार सांसद का चुनाव लड़ रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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