लोकसभा चुनाव में 7वें चरण में प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। साथ ही दुद्धी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 1 जून को ही मतदान होगा। इन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 144 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इनमें 134 पुरुष और 10 महिला प्रत्याशी हैं। सोनभद्र की दुद्धी विधानसभा सीट पर 6 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा-126 के तहत निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान से 48 घंटे घंटे पहले चुनाव प्रचार समाप्त होगा। गुरुवार 30 मई को सायं 6 बजे से 7वें चरण का चुनाव प्रचार समाप्त होगा। इस दौरान चुनाव प्रचार-प्रसार संबंधी समस्त गतिविधियों व अभियानों पर प्रतिबंध रहेगा। चुनाव प्रचार की अवधि समाप्त होने के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों में सभी राजनीतिक दलों के बाहरी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की मौजूदगी पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगी। मतदान स्थल पर मोबाइल फोन ले जाने पर रोक 7वें चरण का चुनाव प्रचार अभियान समाप्ति के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों के जिला निर्वाचन अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि राजनीतिक दलों के सभी बाहरी पदाधिकारी व कार्यकर्ता इस दौरान इन निर्वाचन क्षेत्रों में उपस्थित न रहें। इसके लिए मतदान से पहले चुनाव प्रचार पर रोक संबंधी भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश को सभी राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों के संज्ञान में लाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान के दिन मतदेय स्थलों (पोलिंग बूथ) के अंदर मोबाइल फोन, स्मार्ट फोन, वायरलेस सेट आदि ले जाने पर रोक लगाई गई है। 11 सीटें सामान्य और 2 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया, प्रदेश में 7वें चरण के अंतर्गत 13 लोकसभा सीटों में से 11 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं। 02 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इस चरण के 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव , घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, राबर्ट्सगंज शामिल हैं। मतदान केंद्रों पर किए जाएंगे सभी प्रबंध नवदीप रिणवा ने बताया, भीषण गर्मी को देखते हुए मतदेय स्थलों में आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। मतदान केंद्रों में शीतल पेयजल, महिला एवं पुरुष के लिए शौचालय तथा दिव्यांग व वृद्धजनों के लिए व्हीलचेयर व कुर्सियों की व्यवस्था की गई है। पोलिंग स्टेशन परिसर में मतदाताओं की कतार तक छाया के इंतजाम किए गए हैं। साथ ही लू से बचाव के लिए प्रत्येक मतदेय स्थल पर पैरामेडिक्स व आशा कार्यकर्ताओं को पर्याप्त मात्रा में ओआरएस एवं मेडिकल किट उपलब्ध कराई गई है। सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ पैरामेडिक कर्मी भी तैनात किए गए हैं। जनपदों में उपलब्ध आपातकालीन एंबुलेंस सेवा को अलग-अलग उपयुक्त स्थानों पर रखा गया है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें आसानी से मतदान केंद्रों व मतदेय स्थलों (पोलिंग बूथ) पर भेजा जा सके। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदान कार्मिक तथा मतदाताओं को सलाह दी है कि गर्मी से बचने के लिए पूर्ण सावधानी बरतते हुए हल्के सूती वस्त्रों का प्रयोग करें। लोकसभा चुनाव में 7वें चरण में प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। साथ ही दुद्धी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 1 जून को ही मतदान होगा। इन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 144 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इनमें 134 पुरुष और 10 महिला प्रत्याशी हैं। सोनभद्र की दुद्धी विधानसभा सीट पर 6 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा-126 के तहत निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान से 48 घंटे घंटे पहले चुनाव प्रचार समाप्त होगा। गुरुवार 30 मई को सायं 6 बजे से 7वें चरण का चुनाव प्रचार समाप्त होगा। इस दौरान चुनाव प्रचार-प्रसार संबंधी समस्त गतिविधियों व अभियानों पर प्रतिबंध रहेगा। चुनाव प्रचार की अवधि समाप्त होने के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों में सभी राजनीतिक दलों के बाहरी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की मौजूदगी पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगी। मतदान स्थल पर मोबाइल फोन ले जाने पर रोक 7वें चरण का चुनाव प्रचार अभियान समाप्ति के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों के जिला निर्वाचन अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि राजनीतिक दलों के सभी बाहरी पदाधिकारी व कार्यकर्ता इस दौरान इन निर्वाचन क्षेत्रों में उपस्थित न रहें। इसके लिए मतदान से पहले चुनाव प्रचार पर रोक संबंधी भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश को सभी राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों के संज्ञान में लाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान के दिन मतदेय स्थलों (पोलिंग बूथ) के अंदर मोबाइल फोन, स्मार्ट फोन, वायरलेस सेट आदि ले जाने पर रोक लगाई गई है। 11 सीटें सामान्य और 2 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया, प्रदेश में 7वें चरण के अंतर्गत 13 लोकसभा सीटों में से 11 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं। 02 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इस चरण के 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव , घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, राबर्ट्सगंज शामिल हैं। मतदान केंद्रों पर किए जाएंगे सभी प्रबंध नवदीप रिणवा ने बताया, भीषण गर्मी को देखते हुए मतदेय स्थलों में आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। मतदान केंद्रों में शीतल पेयजल, महिला एवं पुरुष के लिए शौचालय तथा दिव्यांग व वृद्धजनों के लिए व्हीलचेयर व कुर्सियों की व्यवस्था की गई है। पोलिंग स्टेशन परिसर में मतदाताओं की कतार तक छाया के इंतजाम किए गए हैं। साथ ही लू से बचाव के लिए प्रत्येक मतदेय स्थल पर पैरामेडिक्स व आशा कार्यकर्ताओं को पर्याप्त मात्रा में ओआरएस एवं मेडिकल किट उपलब्ध कराई गई है। सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ पैरामेडिक कर्मी भी तैनात किए गए हैं। जनपदों में उपलब्ध आपातकालीन एंबुलेंस सेवा को अलग-अलग उपयुक्त स्थानों पर रखा गया है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें आसानी से मतदान केंद्रों व मतदेय स्थलों (पोलिंग बूथ) पर भेजा जा सके। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदान कार्मिक तथा मतदाताओं को सलाह दी है कि गर्मी से बचने के लिए पूर्ण सावधानी बरतते हुए हल्के सूती वस्त्रों का प्रयोग करें। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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अटक सकती है कंगना की इमरजेंसी फिल्म:सेंसर बोर्ड ने हाईकोर्ट में दिया जवाब, कहा- सर्टिफिकेट नहीं हुआ जारी; 6 सितंबर है रिलीज डेट
अटक सकती है कंगना की इमरजेंसी फिल्म:सेंसर बोर्ड ने हाईकोर्ट में दिया जवाब, कहा- सर्टिफिकेट नहीं हुआ जारी; 6 सितंबर है रिलीज डेट भाजपा सांसद व एक्ट्रेस कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज अटक सकती है। दरअसल, पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल याचिका की सुनवाई के दौरान सेंसर बोर्ड ने साफ कर दिया है कि इस फिल्म को अभी तक सर्टिफिकेट ही जारी नहीं किया गया। जबकि फिल्म को रिलीज करने के लिए मात्र 6 दिन ही शेष बचे हैं। फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ एडवोकेट ईमान सिंह खारा की तरफ से याचिका दायर की गई थी। जिसकी सुनवाई हाईकोर्ट में हुई। एडवोकेट ईमान सिंह खारा का कहना है कि कोर्ट में सेंसर बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल किया है। जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस फिल्म को अभी तक रिलीज के लिए सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया। जवाब के अनुसार फिल्म के खिलाफ कई शिकायतें हैं। शिकायतों को सुने जाने के बाद ही फिल्म को सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। एसजीपीसी ने सीन डिलीट करने की मांग रखी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य गुरचरण सिंह गरेवाल ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सूचना और प्रसारण मंत्री के साथ-साथ सेंसर बोर्ड को भी पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया कि हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है। फिल्म का विरोध सिर्फ इसलिए नहीं कर रहे कि इसमें कंगना रनोट हैं। हमारा रुख हमारे तर्क पर आधारित है। गुरुद्वारा कमेटी ने भी एक कानूनी नोटिस जारी किया था और कुछ सदस्यों ने अपनी रिट याचिका दायर करने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया था। कंगना की फिल्म का प्रमोशन रोक दिया गया है, ये तो 6 सितंबर को ही पता चलेगा। कंगना अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए बहुत कुछ करती हैंद्ध उनका कहना है कि उन्हें रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। ये सब फिल्म प्रमोशन के स्टंट हैं, लेकिन अगर सेंसर बोर्ड ने यह (फिल्म को पास न करने का) फैसला किया है, तो यह एक अच्छी बात है, क्योंकि यह मामला सिर्फ सिखों से जुड़ा नहीं है, यह देश में सद्भाव की चिंताओं से भी जुड़ा है। कंगना का दावा, सेंसर वालों को आ रहीं धमकियां फिल्म का सेंसर सर्टिफिकेट रोके जाने पर कंगना रनोट ने अपना एक वीडियो भी बीते दिन जारी किया था। जिस पर कंगना ने दावा किया है कि सेंसर वालों को धमकियां आ रही हैं, जिसके चलते फिल्म की रिलीज को रोका गया है। वीडियो में कंगना ने कहा- कई तरह की अफवाहें उड़ रही हैं कि हमारी फिल्म इमरजेंसी को सेंसर सर्टिफिकेट मिल गया है। इट इज नॉट ट्रू (ये सच नहीं है)। इनफैक्ट, हमारी फिल्म क्लीयर हो गई थी, लेकिन उसकी सर्टिफिकेशन रोक ली गई है। क्योंकि, बहुत ज्यादा धमकियां आ रही हैं, जान से मार देने की। सेंसर वालों को बहुत ज्यादा धमकियां आ रही हैं। तो हम पर ये प्रेशर है कि मिसेज गांधी की असेसिनेशन ना दिखाई जाए। भिंडरांवाला को ना दिखाएं। पंजाब रॉयट्स ना दिखाएं। आई डोंट नो (मुझे नहीं पता) फिर क्या दिखाएं। क्या हुआ कि फिल्म अचानक से ब्लैक-आउट हो जाती है। दिस इज अनब्लीवेबल टाइम फोर मी ( ये मेरे लिए अविश्वसनीय समय है)। आई एम वैरी सॉरी फॉर द स्टेट ऑफ थिंग्स इन दिस कंट्री (मुझे इस देश की स्थिति पर बहुत खेद है)। पंजाब सहित तेलंगाना भी बैन लगाने की तैयारी में पंजाब में विवाद के बाद आम आदमी पार्टी के सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बीते दिन ही संकेत दिया था कि फिल्म को पंजाब में रिलीज के लिए रोका जा सकता है। पंजाब के अलावा तेलंगाना भी इस फिल्म की रिलीज पर बैन लगाने की तैयारी में है। दोनों राज्यों में सिख संगठन की मांग के बाद ही इस पर बैन लगाने पर विचार किया जा रहा है। कंगना सहित जी-स्टूडियो को भेजा जा चुका नोटिस इससे पहले SGPC प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी फिल्म अदाकारा कंगना रनोट के खिलाफ FIR की मांग कर चुके हैं। एडवोकेट धामी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था कि कंगना रनोट अक्सर जानबूझकर सिखों की भावनाओं को भड़काने वाली बातें करती रही हैं। सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचा रही है। सरकार को कंगना रनोट के खिलाफ फिल्म इमरजेंसी के जरिए सिखों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज करना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह भी फिल्म पर कड़े ऐतराज जता चुके हैं और फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग कर चुके हैं। इसके अलावा एसजीपीसी की तरफ से कंगना रनोट सहित फिल्म का ट्रेलर रिलीज करने वाले जी-स्टूडियो को भी नोटिस भेजा जा चुका है। सांसद सर्बजीत खालसा ने उठाया था मामला ये मामला सबसे पहले पंजाब के फरीदकोट से निर्वाचित सांसद सर्बजीत सिंह खालसा की तरफ से अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर उठाया गया था। सर्बजीत खालसा ने ब्रॉडकास्ट मंत्रालय से इस फिल्म की रिलीज को रोकने की मांग रखी थी। उनकी तरफ से ऐतराज उठाए जाने के बाद ही ये मामला श्री अकाल तख्त साहिब व एसजीपीसी के ध्यान में आया था। फिल्म में दिखाया आतंकवाद का दौर, भिंडरांवाले का कैरेक्टर भी रखा कंगना ने कुछ दिन पहले इस फिल्म का ट्रेलर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था। जिसमें पंजाब में 1980 के दशक में आतंकवाद के दौर को भी दिखाया गया है। इसमें एक कैरेक्टर को जरनैल सिंह भिंडरांवाला भी बनाया गया है, जिसे कट्टरपंथी सिख संत के तौर पर देखते हैं। सर्बजीत खालसा का मानना है कि फिल्म में ब्लू स्टार ऑपरेशन को लेकर भी फिल्माया गया है, जो जरनैल सिंह भिंडरांवाला को खत्म करने के लिए ही चलाया गया था।
जालंधर में दुकान में लगी आग:2 गाड़ियां और गैरेज जलकर राख, फायर ब्रिगेड ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू
जालंधर में दुकान में लगी आग:2 गाड़ियां और गैरेज जलकर राख, फायर ब्रिगेड ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू पंजाब के जालंधर में धोगड़ी रोड पर शहीद बाबा दीप सिंह नगर में स्थित शिव मोटर्स नामक दुकान में भीषण आग लग गई। आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है। घटना में दो वाहन और अन्य सामान बुरी तरह जलकर राख हो गया। घटना में पीड़ित को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। करीब 4 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाया गया। अधिकारियों ने पानी के साथ-साथ आग बुझाने वाले फोम का भी इस्तेमाल किया। कारों के नवीनीकरण का होता था काम प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग रात करीब 1 बजे लगी थी। शिव मोटर्स में गाड़ियों का नवीनीकरण का काम किया जाता था। आग के बारे में सबसे पहले मोहल्ले को चौकीदार को पता चला था। जोकि आग देखकर चिल्लाने लगा। जिसके बाद तुरंत मोहल्ला वाली इकट्ठा हो गए। आग इतनी भयानक थी कि शिव मोटर्स के पिछली साइड पर बने घरों तक उक्त आग पहुंच गई थी। जिसके बाद मामले की जानकारी तुरंत फायर ब्रिगेड कंट्रोल रूम में दी गई। टीमों ने करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया था। अधिकारी बोले- आग ज्यादा थी, फॉम का इस्तेमाल किया फायर ब्रिगेड अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि उक्त जगह पर घटना हुई है। जिसके बाद वह तुरंत मौके पर आग पर काबू पाने के लिए पहुंच गए थे। देर रात तक ये नहीं स्पष्ट नहीं था कि आग क्यों और कैसे लगी। आग लगने से अंदर पड़ा सारा सामान जलकर राख हो चुका था। अधिकारी ने कहा- घटना स्थल की जांच के बाद रिपोर्ट आगे भेजी जाएगी।
जालंधर कैंट में मिली कीड़े पड़ी हुई लाश:नहीं हुई मृतक की पहचान, आर्मी के अधिकारिक क्षेत्र से बरामद हुआ शव
जालंधर कैंट में मिली कीड़े पड़ी हुई लाश:नहीं हुई मृतक की पहचान, आर्मी के अधिकारिक क्षेत्र से बरामद हुआ शव पंजाब के जालंधर कैंट से आर्मी गोल्फ ग्राउंड से सटे इलाके से एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिलने से सनसनी का माहौल बन गया। फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। लाश आर्मी के अधिकारिक क्षेत्र से मिली है तो इस पर आर्मी जांच करवा रही है। इतना जरूर पता चला है कि बरामद की गई लाश करीब 4 से 5 दिन पुरानी व्यतीत हो रही है। ऐसे में पुलिस ने शव को कब्जें में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। सुनसान एरिया से मिली लाश थाना जालंधर कैंट में तैनात एएसआई चैन सिंह ने कहा- बीते दिन शाम को सूचना मिली थी कि उक्त इलाके में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। जब उन्होंने मौके पर जाकर शव को देखा तो उसमें कीड़े पड़ गए थे। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह शव 4 से 5 दिन पुराना है। यह इलाका सेना के अधिकार क्षेत्र में आता है और सुनसान इलाका होने के कारण लोग यहां कम ही आते हैं। इस कारण वहां पड़े शव के बारे में किसी को पता नहीं चल सका। हुलिये से प्रवासी व्यतीत हो रहा मृतक मिली जानकारी के अनुसार सूचना के मिलते ही टीम जांच के लिए मौके पर पहुंच गई थी। मृतक व्यक्ति कोई प्रवासी श्रमिक प्रतीत हो रहा था। उसके पास से कोई पहचान पत्र नहीं मिलने से उसकी पहचान नहीं हो सकी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पहचान के लिए 72 घंटे के लिए सिविल अस्पताल जालंधर के शवगृह में रखवा दिया है। अगर 72 घंट तक उसकी पहचान नहीं हुई तो पुलिस खुद संस्कार करवाएगी।