300 साल पुराने श्रीराम सरोवर मंदिर में हो रहा नवनिर्माण, 22 को मनाई जाएगी छोटी दिवाली

300 साल पुराने श्रीराम सरोवर मंदिर में हो रहा नवनिर्माण, 22 को मनाई जाएगी छोटी दिवाली

भास्कर न्यूज | जालंधर इंसान के जीवन में धर्म का महत्वपूर्ण स्थान है। हर इंसान किसी न किसी रूप में भगवान को पूजता है। इन्हीं में प्रभु श्रीराम भी हैं, जिनके भक्त संसार के कोने-कोने में फैले हैं। जालंधर शहर का मॉडल हाउस रोड स्थित श्रीराम सरोवर मंदिर करीब 300 साल पुराना है। कहा जाता है कि बस्तीयात क्षेत्र में तब केवल यही एक हिंदू मंदिर हुआ करता था। अब इसके सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है। मंदिर परिसर में बने तालाब को नया रूप दिया जा रहा है। साथ ही इसके आसपास गार्डन और फाउंटेन भी बनाया जाएगा, जो आकर्षण का केंद्र होगा। परिसर में नानकशाही ईंटों से बना सरोवर, प्राचीन गुग्गा यारवीर और ढाब मंदिर आज भी अपने इतिहास को संजोए हुए है। वहीं मिट्टी से बनीं मूर्तियां आज भी वैसी ही हैं, जैसी शुरुआती रूप में हुआ करती थीं। यही कारण है कि भक्तों में आज भी इस स्थान के प्रति असीम श्रद्धा बरकरार है। श्री राम सरोवर मंदिर के मुख्य सेवादार व प्रधान दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि तालाब का नवनिर्माण भक्तों के सहयोग से किया जा रहा है। यहां हर धार्मिक कार्यक्रम विधिवत पूजन व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। बस्तियात इलाके में यह एक ही ऐसा मंदिर है, जहां छठ पूजा होती है। वहीं दूसरी ओर प्रबंधकों ने बताया कि आने वाली 22 जनवरी को अयोध्या में हुई भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा के एक साल पूरे हो रहे हैं। इस उपलक्ष्य को शहरभर में छोटी दीपावली के रूप में मनाया जाएगा। श्रीराम सरोवर मंदिर में कार्यक्रम होंगे। भास्कर न्यूज | जालंधर इंसान के जीवन में धर्म का महत्वपूर्ण स्थान है। हर इंसान किसी न किसी रूप में भगवान को पूजता है। इन्हीं में प्रभु श्रीराम भी हैं, जिनके भक्त संसार के कोने-कोने में फैले हैं। जालंधर शहर का मॉडल हाउस रोड स्थित श्रीराम सरोवर मंदिर करीब 300 साल पुराना है। कहा जाता है कि बस्तीयात क्षेत्र में तब केवल यही एक हिंदू मंदिर हुआ करता था। अब इसके सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है। मंदिर परिसर में बने तालाब को नया रूप दिया जा रहा है। साथ ही इसके आसपास गार्डन और फाउंटेन भी बनाया जाएगा, जो आकर्षण का केंद्र होगा। परिसर में नानकशाही ईंटों से बना सरोवर, प्राचीन गुग्गा यारवीर और ढाब मंदिर आज भी अपने इतिहास को संजोए हुए है। वहीं मिट्टी से बनीं मूर्तियां आज भी वैसी ही हैं, जैसी शुरुआती रूप में हुआ करती थीं। यही कारण है कि भक्तों में आज भी इस स्थान के प्रति असीम श्रद्धा बरकरार है। श्री राम सरोवर मंदिर के मुख्य सेवादार व प्रधान दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि तालाब का नवनिर्माण भक्तों के सहयोग से किया जा रहा है। यहां हर धार्मिक कार्यक्रम विधिवत पूजन व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। बस्तियात इलाके में यह एक ही ऐसा मंदिर है, जहां छठ पूजा होती है। वहीं दूसरी ओर प्रबंधकों ने बताया कि आने वाली 22 जनवरी को अयोध्या में हुई भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा के एक साल पूरे हो रहे हैं। इस उपलक्ष्य को शहरभर में छोटी दीपावली के रूप में मनाया जाएगा। श्रीराम सरोवर मंदिर में कार्यक्रम होंगे।   पंजाब | दैनिक भास्कर