एटा में एक नाबालिग लड़की ने 38 साल के प्रेमी के साथ मिलकर अपनी मां की हत्या कर दी। पुलिस पूछताछ में उसने बताया- मम्मी मेरी हत्या करवाना चाहती थी। इसके लिए उन्होंने अपने प्रेमी को 50 हजार रुपए देने को कहा था। यह बात मुझे पता चल गई। इसलिए मैंने उस आदमी को शादी के लिए प्रपोज किया और उसी के साथ मिलकर मम्मी को मार डाला। बकौल पुलिस, आरोपी ने कबूल करते हुए कहा- मेरा महिला और उसकी बेटी दोनों से अफेयर चल रहा था। बेटी की करतूतों के बाद उसकी मां ने हत्या की सुपारी दी थी। यह बात मैंने उसकी बेटी को बता दी। इसके बाद उसने मुझसे कहा- तुम मेरी मां को मार डालो, मैं तुमसे शादी कर लूंगी। बस इसलिए मैंने उसे मार डाला। पूरा मामला जसरथपुर थाना क्षेत्र का है। यहां 6 अक्टूबर को महिला की लाश मिली थी। उसकी पहचान एटा के नयागांव थाना क्षेत्र के अल्हापुर गांव निवासी अलका (32) के रूप में हुई। मां बेटी को क्यों मरवाना चाहती थी? 38 साल के प्रेमी से उसका कब से अफेयर चल रहा था? कैसे महिला की हत्या की गई? पुलिस इन्वेस्टिगेशन में क्या कुछ चौंकाने वाला खुलासा हुआ, पढ़िए पूरी रिपोर्ट… दो प्रेमियों पर लगाया था हत्या का आरोप मामला तीन थाना क्षेत्रों से जुड़ा है। पहला- जसरथपुर, दूसरा-नयागांव और तीसरा- फर्रुखाबाद के कायमगंज। अलका की दो बेटियां हैं। दोनों नाबालिग हैं। बड़ी बेटी का गांव के अखिलेश और अनिकेत से अफेयर चल रहा था। घर वालों ने दोनों के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। बावजूद इसके, वह लड़की दोनों युवकों से बात करती थी। यही वजह थी कि अलका ने अपनी बेटी को अपने भाई के घर फर्रुखाबाद भेज दिया था। फर्रुखाबाद के कायमगंज के अकराबाद सिकन्दरपुर खास में आरोपी बेटी पिछले 8 महीने से रह रही थी। अल्का के पति रामाकांत के मुताबिक- मेरी पत्नी अलका 5 अक्टूबर को बेटी के केस की तारीख एटा कोर्ट गई थी। इसके बाद वह वापस नहीं लौटी। शक है कि जिन दो युवकों अखिलेश और अनिकेत के खिलाफ केस चल रहा है, उन्हीं ने मेरी पत्नी की हत्या की है। पहले पीटा गया, फिर गला दबाकर की गई हत्या पुलिस ने मौके पर फोरेंसिक टीम बुला क्राइम स्पॉट से कई एविडेंस कलेक्ट किए। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि महिला को पहले पीटा गया। इसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई। मौके पर पहुंचे एएसपी राजकुमार ने मर्डर केस को सॉल्व करने के लिए सर्विलांस समेत जसरथपुर थाना पुलिस को एक्टिव किया। महिला के गांव घर में मुखबिर लगाए गए। इसके बाद अहम कड़ी महिला के कॉल रिकॉर्ड से मिली। रेप के आरोपी से चल रहा था अलका का अफेयर ASP राजकुमार ने बताया- अलका के मोबाइल की CDR निकलवाई गई। इसमें यह पता चला कि अलका की उसके मायके में रहने वाले सुभाष (38) से बात होती थी। उसका लंबे समय से सुभाष से अफेयर चल रहा था। सुभाष 10 साल से रेप के अन्य केस में जेल में बंद था। 7 महीने पहले ही वह सजा काटकर रिहा हुआ है। इसके बाद से अलका लगातार उसके टच में थी। एएसपी ने बताया- इस रिकॉर्ड के बाद पुलिस टीम ने मायके में दबिश दी। सुभाष घर से फरार निकला। इधर उसकी बेटी भी लापता थी। इससे हमारा शक और गहरा गया। दोनों को डिटेन करने के लिए पुलिस टीम लगाई गई। अपनी ही बेटी को मरवाना चाहती थी अलका जसरथपुर पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि जिन दोनों की तलाश की जा रही है। वह देर रात नगला कलू इलाके में देखे गए हैं। इसके बाद पुलिस टीम ने 10 अक्टूबर की सुबह करीब 05.52 बजे नगला कलू के नगला चिटियन मोड,अलीगंज-कुरावली मार्ग के पास से सुभाष और अलका की बेटी को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए सुभाष ने पहले कुछ भी बोलने और घटना से अनजान बनने की कोशिश की। लेकिन बाद में पुलिस की सख्ती के आगे टूट गया। उसने बताया कि अलका ने मुझे बेटी को मारने की सुपारी दी थी। अब जानते हैं आरोपी का कबूलनामा…. मुझसे बोली कि बहुत बदनामी हो रही, उसे मार डालो बकौल पुलिस, सुभाष ने बताया- अलका को मैं बचपन से जानता था। उसका घर मेरे घर के पास ही है। शादी के बाद अलका एटा चली गई, लेकिन हमारी बातचीत बंद नहीं हुई। हम एक-दूसरे से प्यार करते थे। वो अपनी हर एक बात, सुख-दुख मुझे बताती थी। उसने मुझे बताया था कि बेटी किसी के साथ भाग गई थी। इससे उसकी बहुत बदनामी हुई है। सुभाष ने बताया- मैं कारपेंटर हूं। उसकी बेटी मुझे मामा कहती थी। उसे अलका और मेरे अफेयर के बारे में पता चल गया था। अलका ने मुझे बताया था कि वह अभी भी उस लड़के से बात करती है। यह जानने के बाद मैंने अलका की बेटी से बात की। उसे समझाया कि ऐसा न करो। तो उसने मुझसे कहा कि तुम भी तो प्यार करते हो। क्या प्यार करना गुनाह है। इसके बाद उसने मुझसे फोन मांग लिया। मैंने अलका की बेटी को एक फोन दिया। इससे वो अपने प्रेमी अनिकेत से बात करती थी। एक दिन उसके सगे मामा को पता चल गया, घर में लड़ाई हुई। यह बात अलका तक पहुंची। तब अलका ने मुझे फोन कर कहा कि तुम मेरी बेटी को मार डालो। इसके लिए मैं तुम्हें 50 हजार रुपए दूंगी। 27 सितंबर को बनाई प्लानिंग, कहा- मार डालना सुभाष ने बताया- अलका के भाई ने उसकी बेटी को ससुराल ले जाने को कहा था। यह बात उसने मुझे बताई। 27 सितंबर को वो अपनी बेटी को अपने ससुराल ले गई। इसके बाद मुझे फोन किया और कहा कि कल हमारी कोर्ट में तारीख है। मैं बेटी को लेकर जाऊंगी। तुम मेरी बेटी को वहीं से ले लेना और उसे मार डालना। मैं इससे बहुत परेशान हूं। बेटी को लेकर आगरा भाग गया, फोटो दिखा बोला- मार डाला है सुभाष ने बताया- 28 सितंबर को मैं अलका से मिला। उसके साथ उसकी बेटी भी थी। अलका ने उसे मेरे साथ जाने को कहा। रास्ते में मैंने उसे पूरी बात बता दी। मैंने उसकी बेटी से कहा कि तुम्हारी मां ने मुझे 50 हजार रुपए देने को कहा है। तब उसकी बेटी ने पूछा क्यों- तो मैंने बता दिया कि वो तुम्हारी हत्या कराना चाहती हैं। सुभाष ने बताया- इसके बाद अलका की बेटी मेरे गले लग गई। उसने मुझसे कहा कि तुम अब मेरी मां को मार डालो, तो मैं तुमसे शादी कर लूंगी। तुम्हारे साथ ही रहूंगी। उसी यह बात सुनने के बाद मैं उसे लेकर खेत में गया। उसकी ऐसी फोटो क्लिक की, जैसे उसे मार डाला गया है। यह फोटो मैंने अलका को भेज दी और कहा कि देखो तुम्हारी बेटी को मार डाला है। इसके बाद मैं अलका की बेटी को लेकर आगरा चला गया। मुझे पैसे नहीं मिले, मेला घुमाने के बहाने बुलाया और मार डाला सुभाष ने बताया- 2 अक्टूबर को मैं अलका के घर गया। मैंने उसे फिर से फोटो दिखाई कि तुम्हारी बेटी को मार डाला है। अब पैसे दे दो। तब उसने कहा कि दो-तीन दिन रुको। मैं पैसे दे दूंगी। इसके बाद मैं फिर से आगरा चला आया। उसने आगे बताया- दो दिन बाद मैंने अलका से फिर से पैसे मांगे। लेकिन उसकी नीयत नहीं थी कि वो मुझे पैसे दे दे। इसलिए मैंने उससे कहा कि मुझे पता था कि तुम पैसे नहीं दे पाओगी। इसलिए तुम्हारी बेटी को नहीं मारा है। वो मेरे साथ ही है। आगरा आकर इसे ले जाओ। आरोपी ने कहा- मैं उससे प्यार करता था। इसलिए उससे कहा कि आओ यहां मेला घूमेंगे। अगले दिन 5 तारीख को वो आगरा आ गई। यहां हम लोग पिकअप गाड़ी में बैठकर एटा गए। वहां तीनों लोगों ने मेला घूमा। इसके बाद पिपरन चौराहा अलीगंज से पहले उतर गए। पैदल ही जसरथपुर थाना क्षेत्र के नगला चन्दन पुरंजला गांव के पास पहुंचे। तब रात के करीब 10.30 बज रहे होंगे। अलका ने मुझसे एक बार फिर से कहा कि मेरी बेटी को यहीं मार डालो। लेकिन उसकी बेटी ने मुझसे शादी की बात कह दी थी। मैं उसकी बेटी को लेकर बाजरे के खेत में गया। यहां उससे कहा कि अपना वादा याद करो, तो अभी तुम्हारी मां को मार डालूं। उसने मुझसे कहा- हां ठीक है, मार दो। इसके बाद मैंने अलका को आवाज लगाई। वो जैसे ही वहां पहुंची मैंने और लड़की ने उसे पकड़ लिया। पहले उसे पीटा। फिर गला दबाकर उसे मार डाला और भाग निकले। नाबालिग बेटी को बाल सुधार गृह भेजा गया एएसपी राजकुमार ने बताया- 6 अक्टूबर को अलका की लाश मिली थी। उसकी हत्या का खुलासा कर दिया गया है। महिला की हत्या उसके प्रेमी और बेटी ने मिलकर की थी। दोनों ने घटना को कबूल कर लिया है।आरोपी सुभाष का अलका की बेटी से भी अफेयर था। सुभाष को जेल भेज दिया गया है। नाबालिग किशोरी को सुधार गृह भेजा गया है। एटा में एक नाबालिग लड़की ने 38 साल के प्रेमी के साथ मिलकर अपनी मां की हत्या कर दी। पुलिस पूछताछ में उसने बताया- मम्मी मेरी हत्या करवाना चाहती थी। इसके लिए उन्होंने अपने प्रेमी को 50 हजार रुपए देने को कहा था। यह बात मुझे पता चल गई। इसलिए मैंने उस आदमी को शादी के लिए प्रपोज किया और उसी के साथ मिलकर मम्मी को मार डाला। बकौल पुलिस, आरोपी ने कबूल करते हुए कहा- मेरा महिला और उसकी बेटी दोनों से अफेयर चल रहा था। बेटी की करतूतों के बाद उसकी मां ने हत्या की सुपारी दी थी। यह बात मैंने उसकी बेटी को बता दी। इसके बाद उसने मुझसे कहा- तुम मेरी मां को मार डालो, मैं तुमसे शादी कर लूंगी। बस इसलिए मैंने उसे मार डाला। पूरा मामला जसरथपुर थाना क्षेत्र का है। यहां 6 अक्टूबर को महिला की लाश मिली थी। उसकी पहचान एटा के नयागांव थाना क्षेत्र के अल्हापुर गांव निवासी अलका (32) के रूप में हुई। मां बेटी को क्यों मरवाना चाहती थी? 38 साल के प्रेमी से उसका कब से अफेयर चल रहा था? कैसे महिला की हत्या की गई? पुलिस इन्वेस्टिगेशन में क्या कुछ चौंकाने वाला खुलासा हुआ, पढ़िए पूरी रिपोर्ट… दो प्रेमियों पर लगाया था हत्या का आरोप मामला तीन थाना क्षेत्रों से जुड़ा है। पहला- जसरथपुर, दूसरा-नयागांव और तीसरा- फर्रुखाबाद के कायमगंज। अलका की दो बेटियां हैं। दोनों नाबालिग हैं। बड़ी बेटी का गांव के अखिलेश और अनिकेत से अफेयर चल रहा था। घर वालों ने दोनों के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। बावजूद इसके, वह लड़की दोनों युवकों से बात करती थी। यही वजह थी कि अलका ने अपनी बेटी को अपने भाई के घर फर्रुखाबाद भेज दिया था। फर्रुखाबाद के कायमगंज के अकराबाद सिकन्दरपुर खास में आरोपी बेटी पिछले 8 महीने से रह रही थी। अल्का के पति रामाकांत के मुताबिक- मेरी पत्नी अलका 5 अक्टूबर को बेटी के केस की तारीख एटा कोर्ट गई थी। इसके बाद वह वापस नहीं लौटी। शक है कि जिन दो युवकों अखिलेश और अनिकेत के खिलाफ केस चल रहा है, उन्हीं ने मेरी पत्नी की हत्या की है। पहले पीटा गया, फिर गला दबाकर की गई हत्या पुलिस ने मौके पर फोरेंसिक टीम बुला क्राइम स्पॉट से कई एविडेंस कलेक्ट किए। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि महिला को पहले पीटा गया। इसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई। मौके पर पहुंचे एएसपी राजकुमार ने मर्डर केस को सॉल्व करने के लिए सर्विलांस समेत जसरथपुर थाना पुलिस को एक्टिव किया। महिला के गांव घर में मुखबिर लगाए गए। इसके बाद अहम कड़ी महिला के कॉल रिकॉर्ड से मिली। रेप के आरोपी से चल रहा था अलका का अफेयर ASP राजकुमार ने बताया- अलका के मोबाइल की CDR निकलवाई गई। इसमें यह पता चला कि अलका की उसके मायके में रहने वाले सुभाष (38) से बात होती थी। उसका लंबे समय से सुभाष से अफेयर चल रहा था। सुभाष 10 साल से रेप के अन्य केस में जेल में बंद था। 7 महीने पहले ही वह सजा काटकर रिहा हुआ है। इसके बाद से अलका लगातार उसके टच में थी। एएसपी ने बताया- इस रिकॉर्ड के बाद पुलिस टीम ने मायके में दबिश दी। सुभाष घर से फरार निकला। इधर उसकी बेटी भी लापता थी। इससे हमारा शक और गहरा गया। दोनों को डिटेन करने के लिए पुलिस टीम लगाई गई। अपनी ही बेटी को मरवाना चाहती थी अलका जसरथपुर पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि जिन दोनों की तलाश की जा रही है। वह देर रात नगला कलू इलाके में देखे गए हैं। इसके बाद पुलिस टीम ने 10 अक्टूबर की सुबह करीब 05.52 बजे नगला कलू के नगला चिटियन मोड,अलीगंज-कुरावली मार्ग के पास से सुभाष और अलका की बेटी को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए सुभाष ने पहले कुछ भी बोलने और घटना से अनजान बनने की कोशिश की। लेकिन बाद में पुलिस की सख्ती के आगे टूट गया। उसने बताया कि अलका ने मुझे बेटी को मारने की सुपारी दी थी। अब जानते हैं आरोपी का कबूलनामा…. मुझसे बोली कि बहुत बदनामी हो रही, उसे मार डालो बकौल पुलिस, सुभाष ने बताया- अलका को मैं बचपन से जानता था। उसका घर मेरे घर के पास ही है। शादी के बाद अलका एटा चली गई, लेकिन हमारी बातचीत बंद नहीं हुई। हम एक-दूसरे से प्यार करते थे। वो अपनी हर एक बात, सुख-दुख मुझे बताती थी। उसने मुझे बताया था कि बेटी किसी के साथ भाग गई थी। इससे उसकी बहुत बदनामी हुई है। सुभाष ने बताया- मैं कारपेंटर हूं। उसकी बेटी मुझे मामा कहती थी। उसे अलका और मेरे अफेयर के बारे में पता चल गया था। अलका ने मुझे बताया था कि वह अभी भी उस लड़के से बात करती है। यह जानने के बाद मैंने अलका की बेटी से बात की। उसे समझाया कि ऐसा न करो। तो उसने मुझसे कहा कि तुम भी तो प्यार करते हो। क्या प्यार करना गुनाह है। इसके बाद उसने मुझसे फोन मांग लिया। मैंने अलका की बेटी को एक फोन दिया। इससे वो अपने प्रेमी अनिकेत से बात करती थी। एक दिन उसके सगे मामा को पता चल गया, घर में लड़ाई हुई। यह बात अलका तक पहुंची। तब अलका ने मुझे फोन कर कहा कि तुम मेरी बेटी को मार डालो। इसके लिए मैं तुम्हें 50 हजार रुपए दूंगी। 27 सितंबर को बनाई प्लानिंग, कहा- मार डालना सुभाष ने बताया- अलका के भाई ने उसकी बेटी को ससुराल ले जाने को कहा था। यह बात उसने मुझे बताई। 27 सितंबर को वो अपनी बेटी को अपने ससुराल ले गई। इसके बाद मुझे फोन किया और कहा कि कल हमारी कोर्ट में तारीख है। मैं बेटी को लेकर जाऊंगी। तुम मेरी बेटी को वहीं से ले लेना और उसे मार डालना। मैं इससे बहुत परेशान हूं। बेटी को लेकर आगरा भाग गया, फोटो दिखा बोला- मार डाला है सुभाष ने बताया- 28 सितंबर को मैं अलका से मिला। उसके साथ उसकी बेटी भी थी। अलका ने उसे मेरे साथ जाने को कहा। रास्ते में मैंने उसे पूरी बात बता दी। मैंने उसकी बेटी से कहा कि तुम्हारी मां ने मुझे 50 हजार रुपए देने को कहा है। तब उसकी बेटी ने पूछा क्यों- तो मैंने बता दिया कि वो तुम्हारी हत्या कराना चाहती हैं। सुभाष ने बताया- इसके बाद अलका की बेटी मेरे गले लग गई। उसने मुझसे कहा कि तुम अब मेरी मां को मार डालो, तो मैं तुमसे शादी कर लूंगी। तुम्हारे साथ ही रहूंगी। उसी यह बात सुनने के बाद मैं उसे लेकर खेत में गया। उसकी ऐसी फोटो क्लिक की, जैसे उसे मार डाला गया है। यह फोटो मैंने अलका को भेज दी और कहा कि देखो तुम्हारी बेटी को मार डाला है। इसके बाद मैं अलका की बेटी को लेकर आगरा चला गया। मुझे पैसे नहीं मिले, मेला घुमाने के बहाने बुलाया और मार डाला सुभाष ने बताया- 2 अक्टूबर को मैं अलका के घर गया। मैंने उसे फिर से फोटो दिखाई कि तुम्हारी बेटी को मार डाला है। अब पैसे दे दो। तब उसने कहा कि दो-तीन दिन रुको। मैं पैसे दे दूंगी। इसके बाद मैं फिर से आगरा चला आया। उसने आगे बताया- दो दिन बाद मैंने अलका से फिर से पैसे मांगे। लेकिन उसकी नीयत नहीं थी कि वो मुझे पैसे दे दे। इसलिए मैंने उससे कहा कि मुझे पता था कि तुम पैसे नहीं दे पाओगी। इसलिए तुम्हारी बेटी को नहीं मारा है। वो मेरे साथ ही है। आगरा आकर इसे ले जाओ। आरोपी ने कहा- मैं उससे प्यार करता था। इसलिए उससे कहा कि आओ यहां मेला घूमेंगे। अगले दिन 5 तारीख को वो आगरा आ गई। यहां हम लोग पिकअप गाड़ी में बैठकर एटा गए। वहां तीनों लोगों ने मेला घूमा। इसके बाद पिपरन चौराहा अलीगंज से पहले उतर गए। पैदल ही जसरथपुर थाना क्षेत्र के नगला चन्दन पुरंजला गांव के पास पहुंचे। तब रात के करीब 10.30 बज रहे होंगे। अलका ने मुझसे एक बार फिर से कहा कि मेरी बेटी को यहीं मार डालो। लेकिन उसकी बेटी ने मुझसे शादी की बात कह दी थी। मैं उसकी बेटी को लेकर बाजरे के खेत में गया। यहां उससे कहा कि अपना वादा याद करो, तो अभी तुम्हारी मां को मार डालूं। उसने मुझसे कहा- हां ठीक है, मार दो। इसके बाद मैंने अलका को आवाज लगाई। वो जैसे ही वहां पहुंची मैंने और लड़की ने उसे पकड़ लिया। पहले उसे पीटा। फिर गला दबाकर उसे मार डाला और भाग निकले। नाबालिग बेटी को बाल सुधार गृह भेजा गया एएसपी राजकुमार ने बताया- 6 अक्टूबर को अलका की लाश मिली थी। उसकी हत्या का खुलासा कर दिया गया है। महिला की हत्या उसके प्रेमी और बेटी ने मिलकर की थी। दोनों ने घटना को कबूल कर लिया है।आरोपी सुभाष का अलका की बेटी से भी अफेयर था। सुभाष को जेल भेज दिया गया है। नाबालिग किशोरी को सुधार गृह भेजा गया है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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NMC के 2 मई 2024 के नोटिस के समय प्रदेश में लोकसभा चुनाव के कहते आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू थी। आदर्श चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के तुरंत बाद फिर चिकित्सा शिक्षकों की नियुक्ति हेतु विज्ञापन जारी करके आवेदन मांगे गये और वर्तमान में चयन की कार्रवाई चल रही है। हालांकि इतने कम समय में इतने कड़े मानकों को पूर्ण किये जाने में समस्या है। मानकों में हुए ये बदलाव
साल 2020 के NMC के पुराने मानकों में 50 चिकित्सा शिक्षकों की आवश्यकता है, जबकि वर्ष 2023 के NMC के मानकों में 86 चिकित्सा शिक्षकों की जरूरत है। इसी प्रकार से जहाँ वर्ष 2020 के NMC के पुराने मानकों में 24 सीनियर रेजिडेंट की आवश्यकता है, वहीं वर्ष 2023 के के मानकों में 40 सीनियर रेजिडेंट चाहिए होंगे। इसी तरह, पुराने मानकों में प्रोफेसर के 6 पदों की आवश्यकता थी वहीं साल 2023 के नए मानकों में 17 प्रोफेसरों की अपरिहार्यता है।
धर्मशाला में बच्चा गोद देने के नाम पर ठगी:आरोपी ने दंपती से 50 हजार लिए एडवांस; न बच्चा दिलाया न पैसे किए वापस
धर्मशाला में बच्चा गोद देने के नाम पर ठगी:आरोपी ने दंपती से 50 हजार लिए एडवांस; न बच्चा दिलाया न पैसे किए वापस कांगड़ा जिले के धर्मशाला में दंपती के साथ बच्चा गोद दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। पुराना कांगड़ा निवासी निरंजन ने उनसे हजारों रुपए ले लिए, लेकिन इन दंपती को न तो बच्चा गोद दिलाया और न ही पैसे वापस किए। जिसके बाद पीड़ितों ने मामले की शिकायत एएसपी को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। धर्मशाला के दंपती ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उन्हें बच्चा गोद देने के नाम पर 50 हज़ार रुपए एडवांस में दिए थे। अब तक आरोपी न तो उन्हें बच्चा गोद दिलवा पाया और न ही पैसे वापस लौटा रहा है। जब पीड़ित दंपती ने आरोपी से अपने पैसे वापस मांगे तो उसने साफ मना कर दिया। इस धोखाधड़ी से इन पीड़ितों को गहरा सदमा लगा है। उनका कहना है कि हमें लगा था कि बच्चा गोद लेकर हम अपने जीवन में उजाला लाएंगे, लेकिन इसके बजाय इन आरोपियों ने हमारे जीवन में और अंधेरा ला दिया। एडिशनल एसपी बीर बहादुर ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत पर एसडीपीओ को मामला दर्ज कर लिया जांच शुरू करने के निर्देश दिए हैं।