8 हजार गायें बंगाल में काटीं…नोएडा में छिपाया मांस:पैकेट पर लिखा भैंस का मीट; जिस कोल्ड स्टोरेज में रखा, उसका सब्जियां रखने का लाइसेंस

8 हजार गायें बंगाल में काटीं…नोएडा में छिपाया मांस:पैकेट पर लिखा भैंस का मीट; जिस कोल्ड स्टोरेज में रखा, उसका सब्जियां रखने का लाइसेंस

यूपी के ग्रेटर नोएडा में 9-10 नवंबर को पुलिस ने 185 टन गोमांस बरामद कर जमीन में दबवा दिया। गायों को पश्चिम बंगाल के स्लाटर हाउस में काटा गया था। वहां से बोनलेस मीट कंटेनरों में भरकर स्टोर करने के लिए 1500 किमी दूर यूपी में भेजा गया। कोल्ड स्टोर से इसकी सप्लाई देश-विदेशों तक होनी थी। जितना मीट रिकवर हुआ है, ये करीब 8 से 10 हजार गायों के होने का अनुमान है। जिस कोल्ड स्टोरेज में गोमांस रखा हुआ था, उसे सब्जियां और अन्य खाद्य सामग्री रखने के नाम पर चार महीने पहले ही लाइसेंस जारी हुआ था। BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर का आरोप है कि लखनऊ में बैठे दो सीनियर अधिकारी गाय कटवाकर पूरा पैसा खा रहे हैं। दैनिक भास्कर ने ‘ग्राउंड जीरो’ पर जाकर इस पूरे केस की पड़ताल की। वेस्ट बंगाल से यूपी तक इस चेन को समझा। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… सबसे पहले पूरा मामला समझिए गाजियाबाद-बुलंदशहर हाईवे पर ग्रेटर नोएडा के दादरी क्षेत्र में लुहारली टोल प्लाजा है। 9 नवंबर की रात करीब 8 बजे दादरी पुलिस और गौरक्षा हिन्दू दल कार्यकर्ताओं ने एक कंटेनर रुकवाया। इससे 32 टन मांस बरामद हुआ। पता चला कि ये मांस दादरी क्षेत्र में बिसाहड़ा गांव जाने वाली रोड पर बने SPJ कोल्ड स्टोरेज में जा रहा था। वहां भी पुलिस ने छापा मारने की कार्रवाई की। कोल्ड स्टोर में 153 टन पैकिंग मीट बरामद हुआ। 16 नवंबर को मथुरा लैब से मांस के सैंपलों की जांच रिपोर्ट आई। इसमें पता चला कि ये सारा गोमांस है। पुलिस ने 185 टन मांस नष्ट करा दिया। इस केस में ट्रक ड्राइवर शिवशंकर, हेल्पर सचिन, कोल्ड स्टोर के मालिक पूरन जोशी, निदेशक खुर्शिदुन नबी और मैनेजर अक्षय सक्सेना को जेल भेजा गया। इसके बाद दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। चार तरह के पैकेट्स, इन पर लिखा था भैंस का मीट
नोएडा पुलिस को अभी तक कोल्ड स्टोर से पैकेजिंग मीट के चार तरह के पैकेट मिले हैं। इन पैकेट्स पर AL माजिद, AL तमीम, सारा और हूर परी नाम लिखा हुआ है। माना जा रहा है कि इन्हीं चार ब्रांड्स के नाम से बोनलेस मीट की सप्लाई होती थी। कुल दो तरह के पैकेट बनाए जाते थे। 6 किलो और 2 किलो। इन सभी पैकेट्स पर लिखा है- ‘फ्रोजन बोनलेस बफेलो मीट’ यानी भैंस का मीट। जबकि इनके अंदर गोमांस होने की पुष्टि लैब से हुई। जानकारों के अनुसार, एक स्वस्थ गाय में करीब तीन कुंतल मांस निकलता है। अगर हड्डियों को अलग कर दिया जाए तो ये मांस एक से सवा कुंतल तक बचता है। इस प्रकार नष्ट कराया गया 185 टन मांस 8 से 10 हजार गायों के होने का अनुमान है। पुलिस को अभी तक मिली जानकारी में इस कोल्ड स्टोरेज से मांस की सप्लाई अफ्रीका महाद्वीप और खाड़ी के देशों तक होने की बात सामने आई है। हालांकि, लिखित रूप में ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला। ये बात सिर्फ आरोपियों से मौखिक पूछताछ के आधार पर पता चली है। दिल्ली के खालिद की एक्सपोर्ट कंपनी से आया था गोमांस
इस केस का मुख्य आरोपी कोल्ड स्टोरेज का मालिक पूरन जोशी है। पूरन ने पुलिस को बताया- ये सारा गोमांस दिल्ली निवासी मोहम्मद खालिद का है। खालिद की यूनिवर्सल फूड एक्सपोर्ट कंपनी है। कंटेनर और कोल्ड स्टोर में जो गोमांस मिला है, वो खालिद की पश्चिम बंगाल और दिल्ली स्थित कंपनी से मंगवाया हुआ था। कंटेनर में गाय के मांस को हम गत्ते के डिब्बों में पैक करते हैं और उनके ऊपर भैंस के मांस का लेबल लगाते हैं, ताकि रास्ते में चेकिंग होने पर कोई दिक्कत न हो। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में खालिद को भी आरोपी बनाया है और गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। खालिद को दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे से पुलिस कस्टडी में लिए जाने की चर्चा है, लेकिन फिलहाल पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। ड्राइवर बोला- भैंस या बकरे का मीट बताकर लोड करते थे कंटेनर
कंटेनर ड्राइवर शिवशंकर ने पुलिस को बताया- हमें मांस लाने के लिए पश्चिम बंगाल का एड्रेस कोल्ड स्टोरेज से दिया जाता था। हम उस एड्रेस पर पहुंच जाते थे। इसके बाद हमें 4 घंटे के लिए वहां से हटा दिया जाता था। जब पूरा कंटेनर लोड होने के बाद उसमें सील लग जाती थी, तब हमें फोन करके वहां बुलाया जाता था। हमें कभी कंटेनर के अंदर भैंस तो कभी बकरे का मीट (मटन) बताया जाता था। कंटेनर चलने से पहले हमें सिर्फ ई-वे बिल दिया जाता था। साथ ही एक मोबाइल नंबर ये कहकर मिलता था कि अगर रास्ते में कोई गाड़ी रोके तो इस नंबर पर कॉल कर लेना। पश्चिम बंगाल से चलकर हम बिहार, उत्तर प्रदेश होते हुए नोएडा आते थे। इस बीच कंटेनर के डीप फ्रीजर को ठंडा करने के लिए हमें उसे कई जगह रोककर चार्ज करना पड़ता था। चार्जिंग स्टेशन पहले से फिक्स होते थे। वहां चार घंटे के लिए ट्रक रोकना पड़ता था। 30-40 टन नमक डालकर नष्ट किया मांस, दबाने में लगे 10 घंटे
इस पूरी कार्रवाई को अंजाम देने वाले गौरक्षा हिन्दू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेद नागर से भी हमने बातचीत की। उन्होंने बताया- पश्चिम बंगाल से गोमांस लाने का इनपुट हमारी मेवात (हरियाणा) टीम के पास था। उन्होंने हमें सूचना दी। हमने दादरी (ग्रेटर नोएडा) पुलिस को बताकर 9 नवंबर को गोमांस से भरा कंटेनर पकड़ा। 17 नवंबर को करीब 185 टन गोमांस को कोल्ड स्टोर से थोड़ी ही दूरी पर करीब 15 फीट गहरा गड्ढा करके दबवाया गया है। 10 डंपर लगाकर कोल्ड स्टोरेज से गोमांस निकलवाकर गड्ढे तक लाया गया। करीब 30 से 40 टन नमक डालकर गोमांस को मिट्टी में दबाकर नष्ट किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में तकरीबन 10 घंटे लग गए। कोल्ड स्टोर में बने हैं 7 चैंबर, 6 चैंबरों में रखा बाकी सामान
हम बिसाहड़ा गांव की रोड पर बने SPJ कोल्ड स्टोरेज पर पहुंचे। ये कोल्ड स्टोर करीब पांच एकड़ जमीन पर बना है। यहां पता चला कि कोल्ड स्टोरेज में दो स्लॉटर हाउस का मांस स्टोर किया जाता है। इसमें एक चेन पश्चिम बंगाल और दूसरी उत्तर प्रदेश से ही जुड़ी है। स्टोरेज के अंदर कुल सात चैंबर बने हुए हैं। जिसके अंदर गोमांस मिला है, वो चैंबर नंबर-5 था। इसे पुलिस ने सील कर दिया है। कुछ और चैंबरों में पनीर सहित अन्य खाद्य पदार्थों का स्टोरेज है। इस कोल्ड स्टोर का मालिक पूरन जोशी है, जो नोएडा में सेक्टर-150 स्थित ATS प्रिसटीन सोसाइटी का रहने वाला है। महत्वपूर्ण बात ये है कि SPJ नाम से ट्रांसपोर्ट कंपनी भी है, जिसका मालिक भी पूरन जोशी है। इसी ट्रांसपोर्ट कंपनी के कंटेनर पश्चिम बंगाल से मांस को यहां लेकर आते थे। पुलिस मान रही है कि पूरन जोशी ट्रांसपोर्ट कंपनी और कोल्ड स्टोर दोनों का मालिक है, इसलिए दूसरे आरोपी खुर्शिदन नबी ने उसे मीट सप्लाई के काम में भी पार्टनर बना लिया होगा। ऐसा इसलिए किया होगा, ताकि गोमांस सप्लाई वाली बात ज्यादा लोगों तक फैलने न पाए। दादरी सर्किल के ACP अमित कुमार सिंह ने बताया- हमने दूसरे चैंबरों में रखे मांस के सैंपल भी जांच के लिए भिजवाए हैं। इनकी रिपोर्ट अभी लैब से आनी बाकी है। फिलहाल जांच पूरी होने तक कोल्ड स्टोरेज में नए सामान रखने पर रोक लगाई गई है। मांस के अलावा अन्य जो खाद्य पदार्थ यहां स्टोर हैं, वो लोग अपनी सुविधा अनुसार यहां से निकाल सकते हैं।
कोल्ड स्टोर को 5 महीने पहले मिला लाइसेंस
कोल्ड स्टोर का लाइसेंस उद्यान विभाग देता है। हमने इस बारे में सहायक उद्यान निरीक्षक ऋचा शर्मा से बात की। उन्होंने बताया- जुलाई 2024 में इस कोल्ड स्टोरेज को लाइसेंस दिया गया था। पिछले महीने इसका निरीक्षण किया गया। इस दौरान अलग-अलग चैंबरों में सब्जियां सहित अन्य खाद्य पदार्थ स्टोर थे। तब एक भी चैंबर में मांस का स्टोरेज नहीं था। इधर, पशुपालन विभाग का कहना है कि अगर जनपद में नए कोल्ड स्टोर को लाइसेंस दिया जाता है तो उद्यान विभाग हमें सूचना देता है। लेकिन इस कोल्ड स्टोरेज के लाइसेंस की हमें कोई सूचना नहीं दी गई। BJP विधायक बोले- लखनऊ में बैठे 2 अधिकारी गाय कटवाकर खा रहे पैसा
अब इस पूरे प्रकरण में राजनीति तेज हो गई है। 21 नवंबर को गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर नोएडा पुलिस के DCP साद मियां खान से मिले। उन्होंने आरोपियों पर गैंगस्टर, NSA लगाने की मांग की। विधायक ने नाराजगी जताई कि यूपी जैसे राज्य में इतनी दूर से गोमांस लाकर स्टोरेज किया जा रहा था और किसी को इसकी भनक नहीं थी। उन्होंने दो टूक सवाल किया- अगर वहां कोई परमाणु बम लाकर रख देता तो? विधायक ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि लखनऊ में बैठे दो अधिकारी गाय कटवाकर पैसा रखा रहे हैं। वो निचले अफसरों को काम नहीं करने दे रहे। इधर, इस मामले में अब एक महापंचायत भी बुलाई गई है। ये हिन्दू महापंचायत दादरी क्षेत्र के गांव सादापुर में हनुमान मंदिर के पास महावीर फार्म हाउस में होगी। इस महापंचायत के लिए साधु-संतों, गोरक्षकों, हिन्दू और सामाजिक संगठनों को न्योता दिया गया है। महापंचायत के जरिए मांग रखी जाएगी कि गोकशी कांड के सभी आरोपियों पर NSA, गैंगस्टर लगे और घर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो। —————— यह खबर भी पढ़ें मेरठ में पूर्व सांसद की मीट फैक्ट्री में हंगामा, गाजियाबाद से पहुंचे संगठन के लोगों ने फैक्ट्री में गौमांस होने का किया दावा मेरठ में पूर्व सांसद शाहिद अखलाक की मीट फैक्ट्री पर छापेमारी की गई, जिसके बाद फैक्ट्री पर हंगामा मच गया। दरअसल, पिछले दिनों एनसीआर में जिस मीट फैक्ट्री पर एक्शन हुआ है। वहीं से पकड़े गए एक व्यक्ति ने पूर्व सांसद की मीट फैक्ट्री अलसाकिब का नाम लिया है। सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ कोतवाली भी पहुंचे। हंगामा करने वाले लोगों को शांत कराया। पूरी खबर पढ़ें… यूपी के ग्रेटर नोएडा में 9-10 नवंबर को पुलिस ने 185 टन गोमांस बरामद कर जमीन में दबवा दिया। गायों को पश्चिम बंगाल के स्लाटर हाउस में काटा गया था। वहां से बोनलेस मीट कंटेनरों में भरकर स्टोर करने के लिए 1500 किमी दूर यूपी में भेजा गया। कोल्ड स्टोर से इसकी सप्लाई देश-विदेशों तक होनी थी। जितना मीट रिकवर हुआ है, ये करीब 8 से 10 हजार गायों के होने का अनुमान है। जिस कोल्ड स्टोरेज में गोमांस रखा हुआ था, उसे सब्जियां और अन्य खाद्य सामग्री रखने के नाम पर चार महीने पहले ही लाइसेंस जारी हुआ था। BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर का आरोप है कि लखनऊ में बैठे दो सीनियर अधिकारी गाय कटवाकर पूरा पैसा खा रहे हैं। दैनिक भास्कर ने ‘ग्राउंड जीरो’ पर जाकर इस पूरे केस की पड़ताल की। वेस्ट बंगाल से यूपी तक इस चेन को समझा। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… सबसे पहले पूरा मामला समझिए गाजियाबाद-बुलंदशहर हाईवे पर ग्रेटर नोएडा के दादरी क्षेत्र में लुहारली टोल प्लाजा है। 9 नवंबर की रात करीब 8 बजे दादरी पुलिस और गौरक्षा हिन्दू दल कार्यकर्ताओं ने एक कंटेनर रुकवाया। इससे 32 टन मांस बरामद हुआ। पता चला कि ये मांस दादरी क्षेत्र में बिसाहड़ा गांव जाने वाली रोड पर बने SPJ कोल्ड स्टोरेज में जा रहा था। वहां भी पुलिस ने छापा मारने की कार्रवाई की। कोल्ड स्टोर में 153 टन पैकिंग मीट बरामद हुआ। 16 नवंबर को मथुरा लैब से मांस के सैंपलों की जांच रिपोर्ट आई। इसमें पता चला कि ये सारा गोमांस है। पुलिस ने 185 टन मांस नष्ट करा दिया। इस केस में ट्रक ड्राइवर शिवशंकर, हेल्पर सचिन, कोल्ड स्टोर के मालिक पूरन जोशी, निदेशक खुर्शिदुन नबी और मैनेजर अक्षय सक्सेना को जेल भेजा गया। इसके बाद दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। चार तरह के पैकेट्स, इन पर लिखा था भैंस का मीट
नोएडा पुलिस को अभी तक कोल्ड स्टोर से पैकेजिंग मीट के चार तरह के पैकेट मिले हैं। इन पैकेट्स पर AL माजिद, AL तमीम, सारा और हूर परी नाम लिखा हुआ है। माना जा रहा है कि इन्हीं चार ब्रांड्स के नाम से बोनलेस मीट की सप्लाई होती थी। कुल दो तरह के पैकेट बनाए जाते थे। 6 किलो और 2 किलो। इन सभी पैकेट्स पर लिखा है- ‘फ्रोजन बोनलेस बफेलो मीट’ यानी भैंस का मीट। जबकि इनके अंदर गोमांस होने की पुष्टि लैब से हुई। जानकारों के अनुसार, एक स्वस्थ गाय में करीब तीन कुंतल मांस निकलता है। अगर हड्डियों को अलग कर दिया जाए तो ये मांस एक से सवा कुंतल तक बचता है। इस प्रकार नष्ट कराया गया 185 टन मांस 8 से 10 हजार गायों के होने का अनुमान है। पुलिस को अभी तक मिली जानकारी में इस कोल्ड स्टोरेज से मांस की सप्लाई अफ्रीका महाद्वीप और खाड़ी के देशों तक होने की बात सामने आई है। हालांकि, लिखित रूप में ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला। ये बात सिर्फ आरोपियों से मौखिक पूछताछ के आधार पर पता चली है। दिल्ली के खालिद की एक्सपोर्ट कंपनी से आया था गोमांस
इस केस का मुख्य आरोपी कोल्ड स्टोरेज का मालिक पूरन जोशी है। पूरन ने पुलिस को बताया- ये सारा गोमांस दिल्ली निवासी मोहम्मद खालिद का है। खालिद की यूनिवर्सल फूड एक्सपोर्ट कंपनी है। कंटेनर और कोल्ड स्टोर में जो गोमांस मिला है, वो खालिद की पश्चिम बंगाल और दिल्ली स्थित कंपनी से मंगवाया हुआ था। कंटेनर में गाय के मांस को हम गत्ते के डिब्बों में पैक करते हैं और उनके ऊपर भैंस के मांस का लेबल लगाते हैं, ताकि रास्ते में चेकिंग होने पर कोई दिक्कत न हो। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में खालिद को भी आरोपी बनाया है और गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। खालिद को दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे से पुलिस कस्टडी में लिए जाने की चर्चा है, लेकिन फिलहाल पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। ड्राइवर बोला- भैंस या बकरे का मीट बताकर लोड करते थे कंटेनर
कंटेनर ड्राइवर शिवशंकर ने पुलिस को बताया- हमें मांस लाने के लिए पश्चिम बंगाल का एड्रेस कोल्ड स्टोरेज से दिया जाता था। हम उस एड्रेस पर पहुंच जाते थे। इसके बाद हमें 4 घंटे के लिए वहां से हटा दिया जाता था। जब पूरा कंटेनर लोड होने के बाद उसमें सील लग जाती थी, तब हमें फोन करके वहां बुलाया जाता था। हमें कभी कंटेनर के अंदर भैंस तो कभी बकरे का मीट (मटन) बताया जाता था। कंटेनर चलने से पहले हमें सिर्फ ई-वे बिल दिया जाता था। साथ ही एक मोबाइल नंबर ये कहकर मिलता था कि अगर रास्ते में कोई गाड़ी रोके तो इस नंबर पर कॉल कर लेना। पश्चिम बंगाल से चलकर हम बिहार, उत्तर प्रदेश होते हुए नोएडा आते थे। इस बीच कंटेनर के डीप फ्रीजर को ठंडा करने के लिए हमें उसे कई जगह रोककर चार्ज करना पड़ता था। चार्जिंग स्टेशन पहले से फिक्स होते थे। वहां चार घंटे के लिए ट्रक रोकना पड़ता था। 30-40 टन नमक डालकर नष्ट किया मांस, दबाने में लगे 10 घंटे
इस पूरी कार्रवाई को अंजाम देने वाले गौरक्षा हिन्दू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेद नागर से भी हमने बातचीत की। उन्होंने बताया- पश्चिम बंगाल से गोमांस लाने का इनपुट हमारी मेवात (हरियाणा) टीम के पास था। उन्होंने हमें सूचना दी। हमने दादरी (ग्रेटर नोएडा) पुलिस को बताकर 9 नवंबर को गोमांस से भरा कंटेनर पकड़ा। 17 नवंबर को करीब 185 टन गोमांस को कोल्ड स्टोर से थोड़ी ही दूरी पर करीब 15 फीट गहरा गड्ढा करके दबवाया गया है। 10 डंपर लगाकर कोल्ड स्टोरेज से गोमांस निकलवाकर गड्ढे तक लाया गया। करीब 30 से 40 टन नमक डालकर गोमांस को मिट्टी में दबाकर नष्ट किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में तकरीबन 10 घंटे लग गए। कोल्ड स्टोर में बने हैं 7 चैंबर, 6 चैंबरों में रखा बाकी सामान
हम बिसाहड़ा गांव की रोड पर बने SPJ कोल्ड स्टोरेज पर पहुंचे। ये कोल्ड स्टोर करीब पांच एकड़ जमीन पर बना है। यहां पता चला कि कोल्ड स्टोरेज में दो स्लॉटर हाउस का मांस स्टोर किया जाता है। इसमें एक चेन पश्चिम बंगाल और दूसरी उत्तर प्रदेश से ही जुड़ी है। स्टोरेज के अंदर कुल सात चैंबर बने हुए हैं। जिसके अंदर गोमांस मिला है, वो चैंबर नंबर-5 था। इसे पुलिस ने सील कर दिया है। कुछ और चैंबरों में पनीर सहित अन्य खाद्य पदार्थों का स्टोरेज है। इस कोल्ड स्टोर का मालिक पूरन जोशी है, जो नोएडा में सेक्टर-150 स्थित ATS प्रिसटीन सोसाइटी का रहने वाला है। महत्वपूर्ण बात ये है कि SPJ नाम से ट्रांसपोर्ट कंपनी भी है, जिसका मालिक भी पूरन जोशी है। इसी ट्रांसपोर्ट कंपनी के कंटेनर पश्चिम बंगाल से मांस को यहां लेकर आते थे। पुलिस मान रही है कि पूरन जोशी ट्रांसपोर्ट कंपनी और कोल्ड स्टोर दोनों का मालिक है, इसलिए दूसरे आरोपी खुर्शिदन नबी ने उसे मीट सप्लाई के काम में भी पार्टनर बना लिया होगा। ऐसा इसलिए किया होगा, ताकि गोमांस सप्लाई वाली बात ज्यादा लोगों तक फैलने न पाए। दादरी सर्किल के ACP अमित कुमार सिंह ने बताया- हमने दूसरे चैंबरों में रखे मांस के सैंपल भी जांच के लिए भिजवाए हैं। इनकी रिपोर्ट अभी लैब से आनी बाकी है। फिलहाल जांच पूरी होने तक कोल्ड स्टोरेज में नए सामान रखने पर रोक लगाई गई है। मांस के अलावा अन्य जो खाद्य पदार्थ यहां स्टोर हैं, वो लोग अपनी सुविधा अनुसार यहां से निकाल सकते हैं।
कोल्ड स्टोर को 5 महीने पहले मिला लाइसेंस
कोल्ड स्टोर का लाइसेंस उद्यान विभाग देता है। हमने इस बारे में सहायक उद्यान निरीक्षक ऋचा शर्मा से बात की। उन्होंने बताया- जुलाई 2024 में इस कोल्ड स्टोरेज को लाइसेंस दिया गया था। पिछले महीने इसका निरीक्षण किया गया। इस दौरान अलग-अलग चैंबरों में सब्जियां सहित अन्य खाद्य पदार्थ स्टोर थे। तब एक भी चैंबर में मांस का स्टोरेज नहीं था। इधर, पशुपालन विभाग का कहना है कि अगर जनपद में नए कोल्ड स्टोर को लाइसेंस दिया जाता है तो उद्यान विभाग हमें सूचना देता है। लेकिन इस कोल्ड स्टोरेज के लाइसेंस की हमें कोई सूचना नहीं दी गई। BJP विधायक बोले- लखनऊ में बैठे 2 अधिकारी गाय कटवाकर खा रहे पैसा
अब इस पूरे प्रकरण में राजनीति तेज हो गई है। 21 नवंबर को गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर नोएडा पुलिस के DCP साद मियां खान से मिले। उन्होंने आरोपियों पर गैंगस्टर, NSA लगाने की मांग की। विधायक ने नाराजगी जताई कि यूपी जैसे राज्य में इतनी दूर से गोमांस लाकर स्टोरेज किया जा रहा था और किसी को इसकी भनक नहीं थी। उन्होंने दो टूक सवाल किया- अगर वहां कोई परमाणु बम लाकर रख देता तो? विधायक ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि लखनऊ में बैठे दो अधिकारी गाय कटवाकर पैसा रखा रहे हैं। वो निचले अफसरों को काम नहीं करने दे रहे। इधर, इस मामले में अब एक महापंचायत भी बुलाई गई है। ये हिन्दू महापंचायत दादरी क्षेत्र के गांव सादापुर में हनुमान मंदिर के पास महावीर फार्म हाउस में होगी। इस महापंचायत के लिए साधु-संतों, गोरक्षकों, हिन्दू और सामाजिक संगठनों को न्योता दिया गया है। महापंचायत के जरिए मांग रखी जाएगी कि गोकशी कांड के सभी आरोपियों पर NSA, गैंगस्टर लगे और घर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो। —————— यह खबर भी पढ़ें मेरठ में पूर्व सांसद की मीट फैक्ट्री में हंगामा, गाजियाबाद से पहुंचे संगठन के लोगों ने फैक्ट्री में गौमांस होने का किया दावा मेरठ में पूर्व सांसद शाहिद अखलाक की मीट फैक्ट्री पर छापेमारी की गई, जिसके बाद फैक्ट्री पर हंगामा मच गया। दरअसल, पिछले दिनों एनसीआर में जिस मीट फैक्ट्री पर एक्शन हुआ है। वहीं से पकड़े गए एक व्यक्ति ने पूर्व सांसद की मीट फैक्ट्री अलसाकिब का नाम लिया है। सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ कोतवाली भी पहुंचे। हंगामा करने वाले लोगों को शांत कराया। पूरी खबर पढ़ें…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर