पर्यटकों की सुविधा के लिए टाइगर रिजर्व, कतर्निया वन्यजीव विहार, पीलीभीत टाइगर रिजर्व इस बार छह नवंबर को शुरू हो जाएंगे। हर बार यह स्थल 15 नवंबर से शुरू होते हैं, लेकिन इस बार 9 दिन पहले इनको ओपन कर दिया जा रहा है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इसको लेक तैयारियां तेज की दी गई है। इस बार वाकिंग ट्रैक के साथ झूले लगाए गए हैं। पर्यटन सत्र निर्धारित समय से नौ दिन पहले शुरू होने से दुधवा टाइगर रिजर्व, कतर्निया वन्यजीव विहार, पीलीभीत टाइगर रिजर्व सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर गतिविधियां तेज हो गई हैं। इन जगहों को शुरू किया जा रहा है
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा छह नवंबर से दुधवा टाइगर रिजर्व, कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार, पीलीभीत टाइगर रिजर्व, रानीपुर टाइगर रिजर्व, अमानगढ़ टाइगर रिजर्व, सोहेलवा वन्य जीव विहार, सोहगीबरवा वन्य जीव विहार, चन्द्रप्रभा वन्यजीव विहार, कैमूर वन्यजीव विहार, ओखला पक्षी विहार, नवाबगंज पक्षी विहार, रपड़ी इको टूरिज्म सेंटर फिरोजाबाद को पर्यटकों के लिए खोलने जा रही है। नेचर गाइड तैयार किया गया है
इको टूरिज्म पर्यटन बोर्ड की ओर से पर्यटन सत्र शुरू करने की तैयारियां करीब-करीब पूरी हो चुकी है। सैलानियों के भ्रमण के लिए जिप्सी, हाथी और नेचर गाइड आदि तैयार हैं। पार्क प्रशासन पर्यटक सुविधाओं के लिए सभी प्रकार के प्रबंध समय पूर्व कर रही है। दुधवा टाइगर रिजर्व को सैलानियों के लिए तैयार किया जा रहा है। नवीन पर्यटन सत्र के लिए नेचर गाइड्स को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। गाइडों द्वारा सैलानियों को कहानी सुनाई जाएगी, जिसमें सरीसृपों के साथ-साथ वन्यजीवों तथा बाघों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। गाइडों के द्वारा दूर दराज से आने वाले सैलानियों को अन्य कई जानकारियां भी उपलब्ध कराई जाएगी। रपड़ी ईको टूरिज्म सेंटर भी तैयार
फिरोजाबाद के रपड़ी ईको टूरिज्म सेंटर को खास तौर पर पर्यटन अनुकूल बनाया जा रहा है। यमुना नदी के किनारे बीहड़ वन क्षेत्र स्थित रपड़ी ईको टूरिज्म सेंटर में कॉटेज, नेचर ट्रेल, बटरफ़्लाई पार्क, मोटरबोट की सवारी सहित कई सुविधाएं पर्यटकों के लिए उपलब्ध हैं। इस ईको टूरिज्म सेंटर के बनने से यहां पर्यटन और विकास की संभावनाएं बढ़ी हैं। सैलानियों में कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार, पीलीभीत टाइगर रिजर्व, रानीपुर टाइगर रिजर्व, अमानगढ़ टाइगर रिजर्व को लेकर भी खासा रोमांच है। स्कूली छात्रों के लिए 499 रुपए का पैकेज
स्कूली छात्रों के लिए 499 रुपए का एक टूर पैकेज तैयार किया है। इसका मकसद बेहद कम खर्च पर छात्रों को घूमने के साथ इको पर्यटन से संबंधित जानकारियां प्रदान करना है। इको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड प्रदेश में पक्षी अभ्यारण्यों के साथ जंगल सफारी की एक विशिष्ट श्रृंखला प्रदान करता है। राज्य के प्रमुख ईको टूरिज्म स्थल दुधवा नेशनल पार्क और कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य में पर्यटकों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए नेचर गाइड्स को प्रशिक्षित किया गया है। मंत्री ने कहा यूपी में अपार संभावनाएं
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में ईको टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। प्रदेश के कई पर्यटन स्थलों को प्रकृति का आशीर्वाद प्राप्त है। इको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड के प्रयासों का सकारात्मक परिणाम दिख रहा है। पर्यटकों की संख्या के हिसाब से सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। पर्यटकों की सुविधा के लिए टाइगर रिजर्व, कतर्निया वन्यजीव विहार, पीलीभीत टाइगर रिजर्व इस बार छह नवंबर को शुरू हो जाएंगे। हर बार यह स्थल 15 नवंबर से शुरू होते हैं, लेकिन इस बार 9 दिन पहले इनको ओपन कर दिया जा रहा है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इसको लेक तैयारियां तेज की दी गई है। इस बार वाकिंग ट्रैक के साथ झूले लगाए गए हैं। पर्यटन सत्र निर्धारित समय से नौ दिन पहले शुरू होने से दुधवा टाइगर रिजर्व, कतर्निया वन्यजीव विहार, पीलीभीत टाइगर रिजर्व सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर गतिविधियां तेज हो गई हैं। इन जगहों को शुरू किया जा रहा है
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा छह नवंबर से दुधवा टाइगर रिजर्व, कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार, पीलीभीत टाइगर रिजर्व, रानीपुर टाइगर रिजर्व, अमानगढ़ टाइगर रिजर्व, सोहेलवा वन्य जीव विहार, सोहगीबरवा वन्य जीव विहार, चन्द्रप्रभा वन्यजीव विहार, कैमूर वन्यजीव विहार, ओखला पक्षी विहार, नवाबगंज पक्षी विहार, रपड़ी इको टूरिज्म सेंटर फिरोजाबाद को पर्यटकों के लिए खोलने जा रही है। नेचर गाइड तैयार किया गया है
इको टूरिज्म पर्यटन बोर्ड की ओर से पर्यटन सत्र शुरू करने की तैयारियां करीब-करीब पूरी हो चुकी है। सैलानियों के भ्रमण के लिए जिप्सी, हाथी और नेचर गाइड आदि तैयार हैं। पार्क प्रशासन पर्यटक सुविधाओं के लिए सभी प्रकार के प्रबंध समय पूर्व कर रही है। दुधवा टाइगर रिजर्व को सैलानियों के लिए तैयार किया जा रहा है। नवीन पर्यटन सत्र के लिए नेचर गाइड्स को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। गाइडों द्वारा सैलानियों को कहानी सुनाई जाएगी, जिसमें सरीसृपों के साथ-साथ वन्यजीवों तथा बाघों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। गाइडों के द्वारा दूर दराज से आने वाले सैलानियों को अन्य कई जानकारियां भी उपलब्ध कराई जाएगी। रपड़ी ईको टूरिज्म सेंटर भी तैयार
फिरोजाबाद के रपड़ी ईको टूरिज्म सेंटर को खास तौर पर पर्यटन अनुकूल बनाया जा रहा है। यमुना नदी के किनारे बीहड़ वन क्षेत्र स्थित रपड़ी ईको टूरिज्म सेंटर में कॉटेज, नेचर ट्रेल, बटरफ़्लाई पार्क, मोटरबोट की सवारी सहित कई सुविधाएं पर्यटकों के लिए उपलब्ध हैं। इस ईको टूरिज्म सेंटर के बनने से यहां पर्यटन और विकास की संभावनाएं बढ़ी हैं। सैलानियों में कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार, पीलीभीत टाइगर रिजर्व, रानीपुर टाइगर रिजर्व, अमानगढ़ टाइगर रिजर्व को लेकर भी खासा रोमांच है। स्कूली छात्रों के लिए 499 रुपए का पैकेज
स्कूली छात्रों के लिए 499 रुपए का एक टूर पैकेज तैयार किया है। इसका मकसद बेहद कम खर्च पर छात्रों को घूमने के साथ इको पर्यटन से संबंधित जानकारियां प्रदान करना है। इको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड प्रदेश में पक्षी अभ्यारण्यों के साथ जंगल सफारी की एक विशिष्ट श्रृंखला प्रदान करता है। राज्य के प्रमुख ईको टूरिज्म स्थल दुधवा नेशनल पार्क और कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य में पर्यटकों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए नेचर गाइड्स को प्रशिक्षित किया गया है। मंत्री ने कहा यूपी में अपार संभावनाएं
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में ईको टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। प्रदेश के कई पर्यटन स्थलों को प्रकृति का आशीर्वाद प्राप्त है। इको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड के प्रयासों का सकारात्मक परिणाम दिख रहा है। पर्यटकों की संख्या के हिसाब से सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर