झांसी में 8 दिन पहले केशव जाटव की हत्या हो गई। उसकी लाश रक्सा के कोटखेरा गांव में सुनसान जगह पर नहर किनारे मिली। पुलिस के सामने इस ब्लाइंड मर्डर को खोलने की चुनौती थी, लेकिन केशव जाटव की 9 साल की बेटी ने इस मर्डर मिस्ट्री से एक झटके में पर्दा उठा दिया। बेटी ने आधी रात अपनी मां लक्ष्मी को फोन पर प्रेमी से बात करते हुए सुन लिया था। बेटी ने बताया- देर रात मम्मी हड़बड़ी में थी। वो किसी से कह रही थी कि शराब पिलाओ और उस केशव को आज हमेशा के लिए खत्म कर दो। जल्दी करो, इतनी देर क्यों कर रहे हो। जब सुबह बेटी जगी तो पता चला कि उसके पापा का मर्डर हो गया। घर में चीख-पुकार मची थी। रोते हुए परिजन कह रहे थे कि केशव की किसी से दुश्मनी नहीं थी, पता नहीं किसने मार डाला। तभी बच्ची ने मां और प्रेमी के बीच हुई बातचीत के बारे में अपनी दादी और घरवालों को बता दिया। इसके बाद घरवाले लक्ष्मी को थाने ले गए। पहले तो वो मना करती रही, लेकिन सख्ती से पूछताछ के बाद उसने सबकुछ कबूल कर लिया। इस मर्डर केस के बाद दैनिक भास्कर की टीम मृतक केशव के घर पहुंची। यहां केशव के परिजनों ने जो कुछ बताया, वो चौंकाने वाला है। चलिए जानते हैं… 3 महीने से प्रेमी की घर पर एंट्री बंद हो गई थी मृतक केशव जाटव (46) पुत्र रामरतन मध्य प्रदेश के दतिया जिले के इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के बरिया गांव का रहने वाला था। वह खेतीबाड़ी के साथ मजदूरी करता था। केशव के दूर के रिश्तेदार दतिया के उन्नाव बालाजी थाना क्षेत्र के धवाई गांव निवासी कमलेश (36) का घर पर आना-जाना था। करीब 5 साल पहले कमलेश और केशव की पत्नी लक्ष्मी के बीच दोस्ती हो गई। ये दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई। दोनों चोरी छुपे मिलने लगे थे। मृतक केशव की बुआ सरजू बाई ने बताया- कमलेश रात को 12 से 1 बजे आता था और रात को ही चला जाता था। लक्ष्मी दिनभर उसी से फोन पर बात करती थी। करीब 3 महीने पहले केशव ने पत्नी को फोन पर कमलेश से अश्लील बातें करते हुए पकड़ लिया था। तब से कमलेश का घर पर आना-जाना बंद था। वह पत्नी को कमलेश से बात करने के लिए रोकता था। 11 जुलाई को मर्डर की डेट फाइनल की दोनों के प्यार में केशव रोड़ा बन गया था। इसलिए पत्नी लक्ष्मी ने क्राइम सीरियल देखकर पति के मर्डर कर प्लान किया। पति का मर्डर करवाकर उसे प्रेमी से कोर्ट मैरिज करनी थी। कमलेश ने साजिश में अपने ममेरे भाई दतिया के बडौनी थाना क्षेत्र के राव गांव निवासी रवि अहिरवार को शामिल कर लिया। इसके बाद वे मर्डर के लिए मौका ढूंढ़ रहे थे। 11 जुलाई को केशव के साढ़ू जितेंद्र अहिरवार की बेटी की शादी कोटखेरा गांव में थी। शादी का निमंत्रण केशव के अलावा कमलेश और रवि को भी आया था। यही मौका उनको हत्या के लिए सबसे अच्छा लगा। तीनों ने 11 जुलाई की रात केशव के मर्डर करने के लिए फाइनल कर दी। पति को प्रेमी की बाइक पर बैठाया, फिर खरीदा फोन बुआ सरजू बाई आगे बताती हैं-केशव शादी में नहीं जाना चाहता था। उस दिन केशव अपनी पत्नी लक्ष्मी के साथ खेत में धान लगा रहा था। मैं भी वहां मौजूद थी। लड़ाई-झगड़ा कर लक्ष्मी ने केशव को शादी के लिए तैयार किया। दोनों खेत से घर आए तो दोबारा झगड़ा हो गया। तब लक्ष्मी ने मोबाइल तोड़ दिया। खुद शादी में जाने और फिर लौटकर घर नहीं आने की धमकी देने लगी। काफी देर तक झगड़ा चला, मगर लक्ष्मी ने केशव को कमलेश के साथ शादी में जाने के लिए मना लिया। दोनों गांव से ई-रिक्शा में सवार होकर करीब 20 किलोमीटर दूर इंदरगढ़ पहुंचे। यहां लक्ष्मी ने केशव को कमलेश की बाइक पर बैठाया। तब केशव का भतीजा संजय और छोटा भाई राम सिंह आ गए। उन्होंने यह सब देख लिया। दोनों के रवाना होने के बाद लक्ष्मी ने दुकान से नया मोबाइल खरीदा, ताकि वह प्रेमी से बात कर सके। चाचा ने कहा था कि चाची को घर छोड़ देना केशव के भतीजे संजय ने बताया- मैं और चाचा रामसिंह इंदरगढ़ में किराए का कमरा लेकर रहते हैं और मजदूरी करते हैं। 11 जुलाई की शाम को मजदूरी करके घर लौट रहा था। तब रास्ते में चाचा केशव और चाची लक्ष्मी मिल गई। चाचा कमलेश के साथ बाइक पर बैठकर शादी में जा रहे थे। मुझसे बोले कि चाची को घर छोड़ देना। लेकिन चाची अकेली ही घर चली गईं। अगले दिन 12 जुलाई को फोन आया कि चाचा केशव का मर्डर हो गया। मैंने चाची से कहा कि किसी ने चाचा को मार दिया, पता करो। तो वह चौंक गई और झल्लाते हुए बोली कि मुझे कुछ पता नहीं है। उनके चेहरे पर कोई सिकन नहीं था। चाची की गतिविधियां संदिग्ध लगी तो सबसे पहले उन पर ही शक गया। घर से भागने का बना लिया था प्लान बुआ ने आगे बताया- केशव के मर्डर के बाद 12 जुलाई को लक्ष्मी घर से भागना चाहती थी। उसने बैग पैक कर लिया था। कपड़े से लेकर सारा सामान रख लिया था। सुबह 6 बजे खाना बनाकर खा चुकी थी। अपनी बेटी से बोली कि मैं दंदरौआ सरकार मंदिर जा रही हूं। मर्डर की सूचना आने में थोड़ी देर होती तो लक्ष्मी घर से भाग जाती। मर्डर के बाद कमरे की तलाशी ली तो लक्ष्मी और कमलेश की एक फोटो मिली। साथ में कपड़ों के बीच में छुपाया हुआ मोबाइल भी मिला था। शराब में मिलाया कीटनाशक, फिर गला दबाकर मार डाला इंदरगढ़ में ही रवि उनको मिल गया तो वह बाइक के पीछे बैठ गया। बीच में केशव बैठा था और कमलेश बाइक चला रहा था। रक्सा के कोटखेरा गांव पहुंचे। वहां से शादी स्थल की दूरी लगभग 500 मीटर दूर थी। कमलेश ने शराब पीकर शादी में चलने की बात कहीं। केशव शराब का शौकीन था और पार्टी की बात सुनते ही वह राजी हो गया। तब दोनों आरोपियों ने शराब में कीटनाशक मिला दिया और वो शराब केशव को पिला दी। थोड़ी देर बाद केशव अचेत हो गया। तब दोनों आरोपियों ने उसी की तौलिया से गला घोंट दिया। इसके बाद वह मर गया। 12 जुलाई की सुबह केशव का शव मिला था। यह खबर भी पढ़ें गाजियाबाद में सिपाही ने खुद को मारी गोली: मरने से पहले बनाया वीडियो, बोला-गर्लफ्रेंड ब्लैकमेल कर रही, मेरे पास सिर्फ मौत का रास्ता गाजियाबाद में EVM की सुरक्षा में तैनात सिपाही पम्मी ने मंगलवार रात सरकारी बंदूक से गोली मारकर जान दे दी। मरने से पहले सिपाही ने 3 मिनट का वीडियो बनाया। पढ़ें पूरी खबर… झांसी में 8 दिन पहले केशव जाटव की हत्या हो गई। उसकी लाश रक्सा के कोटखेरा गांव में सुनसान जगह पर नहर किनारे मिली। पुलिस के सामने इस ब्लाइंड मर्डर को खोलने की चुनौती थी, लेकिन केशव जाटव की 9 साल की बेटी ने इस मर्डर मिस्ट्री से एक झटके में पर्दा उठा दिया। बेटी ने आधी रात अपनी मां लक्ष्मी को फोन पर प्रेमी से बात करते हुए सुन लिया था। बेटी ने बताया- देर रात मम्मी हड़बड़ी में थी। वो किसी से कह रही थी कि शराब पिलाओ और उस केशव को आज हमेशा के लिए खत्म कर दो। जल्दी करो, इतनी देर क्यों कर रहे हो। जब सुबह बेटी जगी तो पता चला कि उसके पापा का मर्डर हो गया। घर में चीख-पुकार मची थी। रोते हुए परिजन कह रहे थे कि केशव की किसी से दुश्मनी नहीं थी, पता नहीं किसने मार डाला। तभी बच्ची ने मां और प्रेमी के बीच हुई बातचीत के बारे में अपनी दादी और घरवालों को बता दिया। इसके बाद घरवाले लक्ष्मी को थाने ले गए। पहले तो वो मना करती रही, लेकिन सख्ती से पूछताछ के बाद उसने सबकुछ कबूल कर लिया। इस मर्डर केस के बाद दैनिक भास्कर की 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पति का मर्डर करवाकर उसे प्रेमी से कोर्ट मैरिज करनी थी। कमलेश ने साजिश में अपने ममेरे भाई दतिया के बडौनी थाना क्षेत्र के राव गांव निवासी रवि अहिरवार को शामिल कर लिया। इसके बाद वे मर्डर के लिए मौका ढूंढ़ रहे थे। 11 जुलाई को केशव के साढ़ू जितेंद्र अहिरवार की बेटी की शादी कोटखेरा गांव में थी। शादी का निमंत्रण केशव के अलावा कमलेश और रवि को भी आया था। यही मौका उनको हत्या के लिए सबसे अच्छा लगा। तीनों ने 11 जुलाई की रात केशव के मर्डर करने के लिए फाइनल कर दी। पति को प्रेमी की बाइक पर बैठाया, फिर खरीदा फोन बुआ सरजू बाई आगे बताती हैं-केशव शादी में नहीं जाना चाहता था। उस दिन केशव अपनी पत्नी लक्ष्मी के साथ खेत में धान लगा रहा था। मैं भी वहां मौजूद थी। लड़ाई-झगड़ा कर लक्ष्मी ने केशव को शादी के लिए तैयार किया। दोनों खेत से घर आए तो दोबारा झगड़ा हो गया। तब लक्ष्मी ने मोबाइल तोड़ दिया। खुद शादी में जाने और फिर लौटकर घर नहीं आने की धमकी देने लगी। काफी देर तक झगड़ा चला, मगर लक्ष्मी ने केशव को कमलेश के साथ शादी में जाने के लिए मना लिया। दोनों गांव से ई-रिक्शा में सवार होकर करीब 20 किलोमीटर दूर इंदरगढ़ पहुंचे। यहां लक्ष्मी ने केशव को कमलेश की बाइक पर बैठाया। तब केशव का भतीजा संजय और छोटा भाई राम सिंह आ गए। उन्होंने यह सब देख लिया। दोनों के रवाना होने के बाद लक्ष्मी ने दुकान से नया मोबाइल खरीदा, ताकि वह प्रेमी से बात कर सके। चाचा ने कहा था कि चाची को घर छोड़ देना केशव के भतीजे संजय ने बताया- मैं और चाचा रामसिंह इंदरगढ़ में किराए का कमरा लेकर रहते हैं और मजदूरी करते हैं। 11 जुलाई की शाम को मजदूरी करके घर लौट रहा था। तब रास्ते में चाचा केशव और चाची लक्ष्मी मिल गई। चाचा कमलेश के साथ बाइक पर बैठकर शादी में जा रहे थे। मुझसे बोले कि चाची को घर छोड़ देना। लेकिन चाची अकेली ही घर चली गईं। अगले दिन 12 जुलाई को फोन आया कि चाचा केशव का मर्डर हो गया। मैंने चाची से कहा कि किसी ने चाचा को मार दिया, पता करो। तो वह चौंक गई और झल्लाते हुए बोली कि मुझे कुछ पता नहीं है। उनके चेहरे पर कोई सिकन नहीं था। चाची की गतिविधियां संदिग्ध लगी तो सबसे पहले उन पर ही शक गया। घर से भागने का बना लिया था प्लान बुआ ने आगे बताया- केशव के मर्डर के बाद 12 जुलाई को लक्ष्मी घर से भागना चाहती थी। उसने बैग पैक कर लिया था। कपड़े से लेकर सारा सामान रख लिया था। सुबह 6 बजे खाना बनाकर खा चुकी थी। अपनी बेटी से बोली कि मैं दंदरौआ सरकार मंदिर जा रही हूं। मर्डर की सूचना आने में थोड़ी देर होती तो लक्ष्मी घर से भाग जाती। मर्डर के बाद कमरे की तलाशी ली तो लक्ष्मी और कमलेश की एक फोटो मिली। साथ में कपड़ों के बीच में छुपाया हुआ मोबाइल भी मिला था। शराब में मिलाया कीटनाशक, फिर गला दबाकर मार डाला इंदरगढ़ में ही रवि उनको मिल गया तो वह बाइक के पीछे बैठ गया। बीच में केशव बैठा था और कमलेश बाइक चला रहा था। रक्सा के कोटखेरा गांव पहुंचे। वहां से शादी स्थल की दूरी लगभग 500 मीटर दूर थी। कमलेश ने शराब पीकर शादी में चलने की बात कहीं। केशव शराब का शौकीन था और पार्टी की बात सुनते ही वह राजी हो गया। तब दोनों आरोपियों ने शराब में कीटनाशक मिला दिया और वो शराब केशव को पिला दी। थोड़ी देर बाद केशव अचेत हो गया। तब दोनों आरोपियों ने उसी की तौलिया से गला घोंट दिया। इसके बाद वह मर गया। 12 जुलाई की सुबह केशव का शव मिला था। यह खबर भी पढ़ें गाजियाबाद में सिपाही ने खुद को मारी गोली: मरने से पहले बनाया वीडियो, बोला-गर्लफ्रेंड ब्लैकमेल कर रही, मेरे पास सिर्फ मौत का रास्ता गाजियाबाद में EVM की सुरक्षा में तैनात सिपाही पम्मी ने मंगलवार रात सरकारी बंदूक से गोली मारकर जान दे दी। मरने से पहले सिपाही ने 3 मिनट का वीडियो बनाया। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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‘5 मिनट की अजान से लोगों को दिक्कत…’, कांवड़ यात्रा का जिक्र कर क्या बोले मौलाना तौकीर रजा
‘5 मिनट की अजान से लोगों को दिक्कत…’, कांवड़ यात्रा का जिक्र कर क्या बोले मौलाना तौकीर रजा <p style=”text-align: justify;”><strong>Maulana Tauqeer Raza on Kanwar Yatra 2024:</strong> उत्तर प्रदेश में बरेली के इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने शनिवार को भाजपा पर जमकर हमला किया. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में मुसलमानों के साथ नाइंसाफी की जा रही है. पांच मिनट की अजान में लोगों को दिक्कत होती है, लेकिन पूरे महीने की कांवड़ यात्रा से कोई दिक्कत नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौलाना तौकीर रजा ने कहा, “पांच मिनट की अजान से लोगों की नींद खराब होती है. यदि 10 मिनट की नमाज के लिए मस्जिद में जगह नहीं है, और किसी ने बाहर नमाज पढ़ ली तो इससे आपको दिक्कत है. पांच मिनट की अजान आपको तकलीफ पहुंचाती है, 10 मिनट की नमाज आपको तकलीफ पहुंचाती है, लेकिन पूरे महीने की कांवड़ यात्रा के लिए रास्ते बंद कर दिए जाते हैं, वह आपको तकलीफ नहीं पहुंचाती? यह न्याय है या अन्याय?”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए जो कुछ किया जाता है, वह किया जाना चाहिए. हमें उसमें कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन हमारे ऊपर जो पाबंदियां लगाई जाती हैं, उससे हमें दिक्कत है. हमें उससे ऐतराज है. उन्होंने कहा, “आप पूरे महीने कांवड़ के नाम पर रास्ते बंद कर देते हैं. दस मिनट और एक महीने में कितना बड़ा अंतर है. आप हमारे 10 मिनट बर्दाश्त नहीं कर सकते और हम आपका एक महीना बर्दाश्त करें.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा कि ताजिया हमेशा उधर से ही जाता है, जिधर से तय है. नये रूट से कभी नहीं जाता. नई परंपरा हम नहीं डालते, लेकिन आप लोग डालते हैं. आपका धर्म आपको जो इजाजत देता है, वह आप कीजिए “लेकिन हम पर पाबंदियां लगाना अन्याय है”.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौलाना तौकीर ने <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में मुसलमानों के रुख पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “इस चुनाव ने बता दिया कि उत्तर प्रदेश का ही नहीं, बल्कि पूरे देश का मुसलमान किसके साथ है. देश का मुसलमान देश के साथ है. वह किसी एक पार्टी के साथ नहीं है.” उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी देश को नुकसान पहुंचाने का काम कर रही है, इसलिए सेक्युलरिज्म पर भरोसा रखने वाले तमाम हिंदुओं ने और मुसलमानों ने एक साथ देश के लिए वोट किया. नतीजतन, आज विपक्ष बहुत मजबूत हुआ है. इसके बावजूद विपक्ष की भूमिका जिस तरह से निभाई जानी चाहिए, विपक्ष वह अभी भी नहीं निभा पा रहा है.”</p>
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Allahabad High court : पॉक्सो मामलों में पीड़ितों की पैरवी करेंगी 182 महिला वकील, लीगल सर्विस कमेटी ने गठित किया पैनल
Allahabad High court : पॉक्सो मामलों में पीड़ितों की पैरवी करेंगी 182 महिला वकील, लीगल सर्विस कमेटी ने गठित किया पैनल <div id=”:3qn” class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:3t2″ aria-controls=”:3t2″ aria-expanded=”false”>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Prayagraj News:</strong> इलाहाबाद हाईकोर्ट की लीगल सर्विस कमेटी ने पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामलों में पीड़ित नाबालिग लड़कियों की तरफ से पैरवी करने के लिए एक सौ बयासी महिला वकीलों का पैनल तैयार किया है. लीगल सर्विस कमेटी ने महिला वकीलों का यह पैनल इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर तैयार किया है. पैनल में शामिल महिला वकील इलाहाबाद हाईकोर्ट में पॉक्सो एक्ट के तहत आने वाले मुकदमों में पीड़ितों का पक्ष रखेंगी. उनकी तरफ से पैरवी करेंगी और साथ ही उन्हें कानूनी मदद मुहैया कराते हुए दोषियों को सख्त सजा दिलाने का काम भी करेगी. <br /><br />लीगल सर्विस कमेटी ने महिला वकीलों का यह पैनल इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर तैयार किया है. हाईकोर्ट ने इसी साल 12 अप्रैल को क्रिमिनल मिसलेनियस बेल एप्लीकेशन 709/ 2024 रंजीत बनाम उत्तर प्रदेश सरकार और दो अगस्त 2022 को क्रिमिनल मिसलेनियस बेल एप्लीकेशन 23834/2022 आशीष यादव बनाम यूपी सरकार के तहत हाईकोर्ट की लीगल सर्विस कमेटी से महिला वकीलों का पैनल गठित करने का अनुरोध किया था.कमेटी में शामिल महिला वकीलों की नियुक्ति पॉक्सो मामलों में पीड़ितों का पक्ष रखने के लिए किया गया है. यह महिला वकील एमिकस क्यूरी यानी न्याय मित्र के तौर पर काम करेंगी.<br /><br /><strong>182 महिला वकीलों की सूची जारी</strong><br />पैनल में शामिल महिला वकील अमृता राय मिश्रा के मुताबिक इलाहाबाद हाईकोर्ट की लीगल सर्विस कमेटी ने पैनल के लिए महिला वकीलों से आवेदन मांगे थे. इनमें इलाहाबाद हाईकोर्ट में कम से कम तीन और ज्यादा से ज्यादा बीस सालों तक वकालत करने वाली महिला वकीलों को आवेदन करना था. महिला वकीलों को 10 सितंबर तक आवेदन करना था. अमृता राय मिश्रा के मुताबिक स्क्रुटनी के बाद लीगल सर्विस कमेटी ने ज्यादातर आवेदनों को मंजूर कर लिया और कुल 182 महिला वकीलों के पैनल की सूची जारी कर दी है. <br /><br /><strong>क्या बोली महिला वकील सहर नकवी</strong><br />पैनल में शामिल एक अन्य महिला वकील सहर नकवी का कहना है कि यह उनके लिए बेहद सम्मान और गौरव की बात है कि वह लोग हाईकोर्ट में पीड़ित नाबालिग लड़कियों से जुड़े हुए मुकदमों में पैरवी कर उन्हें न्याय दिलाने में मदद करेंगी. उनके मुताबिक प्रभावशाली पैरवी नहीं होने की वजह से तमाम आरोपी छूट जाते हैं और आसानी से जमानत पा जाते हैं. <br /><br /><strong>इंसाफ मिलने में काफी मदद मिलेगी</strong><br />एडवोकेट सहर नकवी का कहना है कि महिला वकीलों की पैरवी से पीड़ितों को इंसाफ मिलने में काफी मदद मिलेगी. पैनल की सदस्य आंचल ओझा और दीबा सिद्दीकी का कहना है कि लीगल सर्विस कमेटी के सेलेक्शन ने उनकी जिम्मेदारियों को और बढ़ा दिया है. पीड़ितों को इंसाफ दिलाने में वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-politics-keshav-prasad-maurya-has-given-clarification-on-batenge-to-katenge-2825017″>बंटेंगे तो कटेंगे के नारे पर किनारा करने के बाद अब आई केशव प्रसाद मौर्य की सफाई, सीएम योगी का नाम लेकर किया ये दावा</a></strong></p>
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