नोएडा की सेक्टर-62 स्थित नैनीताल बैंक से 16.1 करोड़ रुपए निकालने के मामले में पुलिस को अहम जानकारी मिली है। नोएडा समेत देश के कुल 9 एटीएम से ठगी की रकम निकाली गई। इसके सबूत साइबर क्राइम थाने की पुलिस को मिले हैं। बैंक ने पुलिस को पहले सर्वर हैक कर रुपए के ट्रांजेक्शन की जानकारी दी थी। तब बताया गया कि 84 बार ट्रांजेक्शन कर बैंक से पैसे निकाले गए। हालांकि, जांच के दौरान पुलिस को अलग-अलग राज्यों से ट्रांजेक्शन का पता चला है। अब इन एटीएम बूथ के अंदर और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाले जा रहे हैं। ताकि ठगों की पहचान की जा सके, यह भी पता लगाया जा सके कि कैसे इस फ्रॉड को अंजाम दिया गया। रियल टाइम ग्रंस सेटलमेंट चैनल हैक किया गया था नोएडा में नैनीताल बैंक का सर्वर हैक कर ठगों ने 16 करोड़ से ज्यादा ट्रांसफर किए। बैलेंस शीट का सही मिलान न होने पर बैंक कर्मचारियों के होश उड़ गए। IT मैनेजर ने साइबर क्राइम थाने में FIR दर्ज कराई। जांच हुई तो सामने आया कि ठगों ने बैंक के रियल टाइम ग्रंस सेटलमेंट (RTGS) चैनल को ही हैक कर लिया था। बैंक से 5 दिनों में 1-2 बार नहीं, बल्कि 84 बार ट्रांजेक्शन किया, लेकिन कर्मचारियों को भनक तक नहीं लगी। नोएडा के 2 लोगों ने निकाले 7 लाख रुपए
सेक्टर-51 स्थित एक एटीएम से दो लोगों द्वारा सात लाख रुपए निकालने का मामला सामने आया था। पुलिस ने एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी कब्जे में कर ली थी। जानकारी मिली है कि जिन लोगों ने यह राशि निकाली है, वे गाजियाबाद के रहने वाले हैं। लेकिन ये लोग वे हैं, जिन्होंने अपने खाते का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा सेक्टर-62 स्थित केनरा बैंक के खाते में 42 लाख रुपए आए थे। इनमें से चार लाख रुपए निकाले जा चुके हैं। करीब 38 लाख रुपए फ्रीज कराए जा चुके हैं। पुलिस ने उस खाता धारक की भी पहचान कर ली है। अन्य राज्यों की पुलिस को लिखा पत्र
इसके अलावा दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश से निकाली गई धनराशि के संबंध में बैंकों को पत्र लिखकर वहां की सीसीटीवी फुटेज मांगी गई है। प्रकरण करीब एक माह पुराना होने के चलते कई बैंकों से फुटेज मिलने में पुलिस को दिक्कत आ रही है। साइबर सेल के एसीपी विवेक रंजन राय ने कहा- खाता धारकों की जांच करके उनकी निगरानी की जा रही है। जल्द ही मुख्य आरोपियों तक पहुंचने के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। 70 खातों में जमा है 1.50 करोड़
प्रकरण सामने आने के बाद करीब डेढ़ करोड़ रुपए विभिन्न बैंक खातों में फ्रीज कराए जा चुके हैं। ये रकम 70 खातों में भेजी गई थी। ये खाते मुंबई, दिल्ली व यूपी के अलग अलग ब्रांच में है। एसीपी साइबर सेल विवेक रंजन राय ने बताया कि बैंक के डेटा के विश्लेषण की दिशा में काम चल रहा है। बैंकिंग स्तर से भी डेटा की जांच कर देखा जा रहा है कि सर्वर तक ठग कैसे पहुंच गए। चूक कहां और कैसे हुई है। अब पुलिस की टीम इस मामले में साइबर एक्सपर्ट की भी मदद ले रही है। माल वेयर अटैक करके हैक किया था सर्वर
सेक्टर-62 स्थित नैनीताल बैंक के आईटी मैनेजर सुमित कुमार श्रीवास्तव ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत की थी कि बैंक के आरटीजीएस ( रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) चैनल को हैक करके 16 करोड़ एक लाख 83 हजार 261 रुपए की जालसाज़ी कर ली गई। इस मामले की प्राथमिक जांच में पता चला कि हैकर्स ने माल वेयर अटैक या कोई लिंक भेजकर मैनेजर का एक्सेस कोड हासिल कर लिया और मास्टर सर्वर को हैक कर लिया था। इसके बाद बैंक के मास्टर रिजर्व से पहले से तैयार 84 खातों में रकम भेज दी थी। यह खबर भी पढ़ें अखिलेश ने चाचा को क्यों किया दरकिनार; नेता प्रतिपक्ष के लिए माता प्रसाद ही क्यों मुफीद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लोकसभा जाने के बाद यूपी में सबसे ज्यादा चर्चा नेता प्रतिपक्ष के चेहरे को लेकर थी। पहले तीन नाम सामने आए। पहला- शिवपाल यादव, दूसरा- इंद्रजीत सरोज और तीसरा- तूफानी सरोज। बैठक में इन नामों पर चर्चा भी हुई। माता प्रसाद पांडेय के नाम की दूर-दूर चर्चा नहीं थी, लेकिन अखिलेश ने सबको चौंका दिया…पूरी खबर पढ़ें… नोएडा की सेक्टर-62 स्थित नैनीताल बैंक से 16.1 करोड़ रुपए निकालने के मामले में पुलिस को अहम जानकारी मिली है। नोएडा समेत देश के कुल 9 एटीएम से ठगी की रकम निकाली गई। इसके सबूत साइबर क्राइम थाने की पुलिस को मिले हैं। बैंक ने पुलिस को पहले सर्वर हैक कर रुपए के ट्रांजेक्शन की जानकारी दी थी। तब बताया गया कि 84 बार ट्रांजेक्शन कर बैंक से पैसे निकाले गए। हालांकि, जांच के दौरान पुलिस को अलग-अलग राज्यों से ट्रांजेक्शन का पता चला है। अब इन एटीएम बूथ के अंदर और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाले जा रहे हैं। ताकि ठगों की पहचान की जा सके, यह भी पता लगाया जा सके कि कैसे इस फ्रॉड को अंजाम दिया गया। रियल टाइम ग्रंस सेटलमेंट चैनल हैक किया गया था नोएडा में नैनीताल बैंक का सर्वर हैक कर ठगों ने 16 करोड़ से ज्यादा ट्रांसफर किए। बैलेंस शीट का सही मिलान न होने पर बैंक कर्मचारियों के होश उड़ गए। IT मैनेजर ने साइबर क्राइम थाने में FIR दर्ज कराई। जांच हुई तो सामने आया कि ठगों ने बैंक के रियल टाइम ग्रंस सेटलमेंट (RTGS) चैनल को ही हैक कर लिया था। बैंक से 5 दिनों में 1-2 बार नहीं, बल्कि 84 बार ट्रांजेक्शन किया, लेकिन कर्मचारियों को भनक तक नहीं लगी। नोएडा के 2 लोगों ने निकाले 7 लाख रुपए
सेक्टर-51 स्थित एक एटीएम से दो लोगों द्वारा सात लाख रुपए निकालने का मामला सामने आया था। पुलिस ने एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी कब्जे में कर ली थी। जानकारी मिली है कि जिन लोगों ने यह राशि निकाली है, वे गाजियाबाद के रहने वाले हैं। लेकिन ये लोग वे हैं, जिन्होंने अपने खाते का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा सेक्टर-62 स्थित केनरा बैंक के खाते में 42 लाख रुपए आए थे। इनमें से चार लाख रुपए निकाले जा चुके हैं। करीब 38 लाख रुपए फ्रीज कराए जा चुके हैं। पुलिस ने उस खाता धारक की भी पहचान कर ली है। अन्य राज्यों की पुलिस को लिखा पत्र
इसके अलावा दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश से निकाली गई धनराशि के संबंध में बैंकों को पत्र लिखकर वहां की सीसीटीवी फुटेज मांगी गई है। प्रकरण करीब एक माह पुराना होने के चलते कई बैंकों से फुटेज मिलने में पुलिस को दिक्कत आ रही है। साइबर सेल के एसीपी विवेक रंजन राय ने कहा- खाता धारकों की जांच करके उनकी निगरानी की जा रही है। जल्द ही मुख्य आरोपियों तक पहुंचने के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। 70 खातों में जमा है 1.50 करोड़
प्रकरण सामने आने के बाद करीब डेढ़ करोड़ रुपए विभिन्न बैंक खातों में फ्रीज कराए जा चुके हैं। ये रकम 70 खातों में भेजी गई थी। ये खाते मुंबई, दिल्ली व यूपी के अलग अलग ब्रांच में है। एसीपी साइबर सेल विवेक रंजन राय ने बताया कि बैंक के डेटा के विश्लेषण की दिशा में काम चल रहा है। बैंकिंग स्तर से भी डेटा की जांच कर देखा जा रहा है कि सर्वर तक ठग कैसे पहुंच गए। चूक कहां और कैसे हुई है। अब पुलिस की टीम इस मामले में साइबर एक्सपर्ट की भी मदद ले रही है। माल वेयर अटैक करके हैक किया था सर्वर
सेक्टर-62 स्थित नैनीताल बैंक के आईटी मैनेजर सुमित कुमार श्रीवास्तव ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत की थी कि बैंक के आरटीजीएस ( रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) चैनल को हैक करके 16 करोड़ एक लाख 83 हजार 261 रुपए की जालसाज़ी कर ली गई। इस मामले की प्राथमिक जांच में पता चला कि हैकर्स ने माल वेयर अटैक या कोई लिंक भेजकर मैनेजर का एक्सेस कोड हासिल कर लिया और मास्टर सर्वर को हैक कर लिया था। इसके बाद बैंक के मास्टर रिजर्व से पहले से तैयार 84 खातों में रकम भेज दी थी। यह खबर भी पढ़ें अखिलेश ने चाचा को क्यों किया दरकिनार; नेता प्रतिपक्ष के लिए माता प्रसाद ही क्यों मुफीद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लोकसभा जाने के बाद यूपी में सबसे ज्यादा चर्चा नेता प्रतिपक्ष के चेहरे को लेकर थी। पहले तीन नाम सामने आए। पहला- शिवपाल यादव, दूसरा- इंद्रजीत सरोज और तीसरा- तूफानी सरोज। बैठक में इन नामों पर चर्चा भी हुई। माता प्रसाद पांडेय के नाम की दूर-दूर चर्चा नहीं थी, लेकिन अखिलेश ने सबको चौंका दिया…पूरी खबर पढ़ें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर