उपचुनाव की वोटिंग को लेकर सपा महासचिव शिवपाल यादव ने भाजपा पर हमला किया। गुरुवार को बरेली पहुंचे शिवपाल ने कहा- चुनाव में भाजपा ने शासन-प्रशासन को लगाकर बेइमानी की। उपचुनाव में गुंडई के बल पर DM और SSP ने भाजपा को वोट डलवाए। सत्ता में आने के बाद भाजपा को सपोर्ट करने वाले अधिकारियों की लिस्ट बनाएंगे। लोकतंत्र की धज्जियां उड़ रही हैं। जिस तरह से भाजपा परंपरा डाल रही है, ये लोकतंत्र के लिए खतरा है। इधर, सपा महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने चुनाव कैंसिल कराने की मांग की। है। उन्होंने कहा- कल मीरापुर, कुन्दरकी, सीसामऊ और कटहरी में पुलिस ने नंगा नाच किया। यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। पुलिस ने उपचुनावों में खासकर मीरापुर, कुन्दरकी, सीसामऊ और कटहरी में किया वह लोक तंत्र के लिए खतरे की घंटी है। ज्यादती तो हर जगह हुई है, लेकिन प्रशासन ने इन पांच जगहों पर मर्यादाओं की सारी सीमाएं पार कर दी हैं। मीरापुर , कुंदरकी और सीसामऊ में मुस्लिम मतदाताओं को बन्दूक की नोक पर वोट डालने से रोका गया। ये चुनाव रद्द हों और दुबारा चुनाव अर्ध सैनिक बलों की देख-रेख में होने चाहिए । वोटिंग के बीच अखिलेश यादव, फिर भूपेंद्र चौधरी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी… अखिलेश बोले- बख्शेंगे नहीं, IAS समेत 10 के नाम गिनाए यूपी उपचुनाव की वोटिंग के बीच बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सपा कार्यालय में उन्होंने कहा- चुनाव आयोग की इंद्रियां काम नहीं कर रही हैं। आयोग को न दिखाई दे रहा, न सुनाई दे रहा। इसलिए इतनी शिकायत के बाद भी आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। उन्होंने मुरादाबाद के कमिश्नर IAS आंजनेय कुमार समेत 10 अफसरों के नाम गिनाते हुए उन पर गड़बड़ी करना का आरोप लगाया। कहा- ये अफसर धांधली कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के अफसरों का नाम भी देखें। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। नाराज अखिलेश ने कहा- योगी सरकार का सिंहासन हिल गया है। सपा के वोटर को वोट नहीं डालने दिया जा रहा। मैंने अपने साथियों से कहा है कि सभी वीडियो एकत्रित करें। अफसरों की नौकरी और समाज में बनी इज्जत जाएगी। भूपेंद्र चौधरी बोले- सपा में जमीन खिसकने की खिसियाहट भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा- अखिलेश के आरोप में उनकी हताशा दिख रही है। उनकी हार तय है। सपा ने गुंडे और माफिया प्रकोष्ठ को आगे किया है। राजनीतिक जमीन खिसकने की खिसियाहट है। लाल टोपी के काले कारनामे सामने आ गए हैं। मैनपुरी के करहल में दलित बेटी की हत्या की गई। पीड़ित परिवार का आरोप है कि हत्या सपा नेताओं ने की है। उन्होंने कहा, अखिलेश को चाहिए कि अपनी पार्टी के गुंडों को नियंत्रित रखें। जबरदस्ती बुर्का पहनकर महिलाएं फर्जी वोटिंग कर रही हैं। बाहर से लोगों को बुलाकर सपा की माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। अखिलेश यादव निर्वाचन आयोग पर सवाल उठा रहे, जबकि अराजकता फैलाना सपा का ट्रेडमार्क है। जनता ने सपा के जंगलराज को पहचान लिया है। अधिकारियों को सपा की तरफ से धमकी दी जा रही है। सपा विक्टिम कार्ड खेल रही है। झूठ की इमारत कभी मजबूत नहीं होती। सपा को लूटतंत्र में भरोसा है। बीजेपी के वोटर निकल नहीं रहे…सपा के वोटर को वोट नहीं डालने दिया जा रहा, तो वोट कौन डाल रहा है। सपा जान चुकी है कि जनता अराजकता और बलात्कारियों के साथ नहीं है। पुलिस का काम चेकिंग करना है। ——————— ये खबर भी पढ़िए- वोटर आईडी चेक करने पर 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड, BJP बोली- बुर्के की आड़ में फर्जी वोटिंग हो रही; सपा सांसद की पुलिस से नोकझोंक मेन फाइट भाजपा और सपा के बीच है। क्योंकि जिन 9 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें से 4 सीटें- मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, अंबेडकरनगर की कटेहरी और मुरादाबाद की कुंदरकी सपा के पास थीं। 5 पर NDA ने जीत दर्ज की थी। इनमें अलीगढ़ की खैर, गाजियाबाद और प्रयागराज की फूलपुर भाजपा ने जीती थीं। मिर्जापुर की मझवां निषाद पार्टी और मीरापुर रालोद ने जीती थी। कानपुर की सीसामऊ सीट में सपा विधायक को जेल हो गई, जिसके चलते यह सीट खाली हुई। बाकी 8 सीटों के विधायक लोकसभा चुनाव जीत सांसद बन गए। इसलिए यहां उपचुनाव हो रहे हैं। अब जनता अपना नया विधायक चुनेगी। पढ़ें पूरी खबर… उपचुनाव की वोटिंग को लेकर सपा महासचिव शिवपाल यादव ने भाजपा पर हमला किया। गुरुवार को बरेली पहुंचे शिवपाल ने कहा- चुनाव में भाजपा ने शासन-प्रशासन को लगाकर बेइमानी की। उपचुनाव में गुंडई के बल पर DM और SSP ने भाजपा को वोट डलवाए। सत्ता में आने के बाद भाजपा को सपोर्ट करने वाले अधिकारियों की लिस्ट बनाएंगे। लोकतंत्र की धज्जियां उड़ रही हैं। जिस तरह से भाजपा परंपरा डाल रही है, ये लोकतंत्र के लिए खतरा है। इधर, सपा महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने चुनाव कैंसिल कराने की मांग की। है। उन्होंने कहा- कल मीरापुर, कुन्दरकी, सीसामऊ और कटहरी में पुलिस ने नंगा नाच किया। यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। पुलिस ने उपचुनावों में खासकर मीरापुर, कुन्दरकी, सीसामऊ और कटहरी में किया वह लोक तंत्र के लिए खतरे की घंटी है। ज्यादती तो हर जगह हुई है, लेकिन प्रशासन ने इन पांच जगहों पर मर्यादाओं की सारी सीमाएं पार कर दी हैं। मीरापुर , कुंदरकी और सीसामऊ में मुस्लिम मतदाताओं को बन्दूक की नोक पर वोट डालने से रोका गया। ये चुनाव रद्द हों और दुबारा चुनाव अर्ध सैनिक बलों की देख-रेख में होने चाहिए । वोटिंग के बीच अखिलेश यादव, फिर भूपेंद्र चौधरी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी… अखिलेश बोले- बख्शेंगे नहीं, IAS समेत 10 के नाम गिनाए यूपी उपचुनाव की वोटिंग के बीच बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सपा कार्यालय में उन्होंने कहा- चुनाव आयोग की इंद्रियां काम नहीं कर रही हैं। आयोग को न दिखाई दे रहा, न सुनाई दे रहा। इसलिए इतनी शिकायत के बाद भी आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। उन्होंने मुरादाबाद के कमिश्नर IAS आंजनेय कुमार समेत 10 अफसरों के नाम गिनाते हुए उन पर गड़बड़ी करना का आरोप लगाया। कहा- ये अफसर धांधली कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के अफसरों का नाम भी देखें। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। नाराज अखिलेश ने कहा- योगी सरकार का सिंहासन हिल गया है। सपा के वोटर को वोट नहीं डालने दिया जा रहा। मैंने अपने साथियों से कहा है कि सभी वीडियो एकत्रित करें। अफसरों की नौकरी और समाज में बनी इज्जत जाएगी। भूपेंद्र चौधरी बोले- सपा में जमीन खिसकने की खिसियाहट भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा- अखिलेश के आरोप में उनकी हताशा दिख रही है। उनकी हार तय है। सपा ने गुंडे और माफिया प्रकोष्ठ को आगे किया है। राजनीतिक जमीन खिसकने की खिसियाहट है। लाल टोपी के काले कारनामे सामने आ गए हैं। मैनपुरी के करहल में दलित बेटी की हत्या की गई। पीड़ित परिवार का आरोप है कि हत्या सपा नेताओं ने की है। उन्होंने कहा, अखिलेश को चाहिए कि अपनी पार्टी के गुंडों को नियंत्रित रखें। जबरदस्ती बुर्का पहनकर महिलाएं फर्जी वोटिंग कर रही हैं। बाहर से लोगों को बुलाकर सपा की माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। अखिलेश यादव निर्वाचन आयोग पर सवाल उठा रहे, जबकि अराजकता फैलाना सपा का ट्रेडमार्क है। जनता ने सपा के जंगलराज को पहचान लिया है। अधिकारियों को सपा की तरफ से धमकी दी जा रही है। सपा विक्टिम कार्ड खेल रही है। झूठ की इमारत कभी मजबूत नहीं होती। सपा को लूटतंत्र में भरोसा है। बीजेपी के वोटर निकल नहीं रहे…सपा के वोटर को वोट नहीं डालने दिया जा रहा, तो वोट कौन डाल रहा है। सपा जान चुकी है कि जनता अराजकता और बलात्कारियों के साथ नहीं है। पुलिस का काम चेकिंग करना है। ——————— ये खबर भी पढ़िए- वोटर आईडी चेक करने पर 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड, BJP बोली- बुर्के की आड़ में फर्जी वोटिंग हो रही; सपा सांसद की पुलिस से नोकझोंक मेन फाइट भाजपा और सपा के बीच है। क्योंकि जिन 9 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें से 4 सीटें- मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, अंबेडकरनगर की कटेहरी और मुरादाबाद की कुंदरकी सपा के पास थीं। 5 पर NDA ने जीत दर्ज की थी। इनमें अलीगढ़ की खैर, गाजियाबाद और प्रयागराज की फूलपुर भाजपा ने जीती थीं। मिर्जापुर की मझवां निषाद पार्टी और मीरापुर रालोद ने जीती थी। कानपुर की सीसामऊ सीट में सपा विधायक को जेल हो गई, जिसके चलते यह सीट खाली हुई। बाकी 8 सीटों के विधायक लोकसभा चुनाव जीत सांसद बन गए। इसलिए यहां उपचुनाव हो रहे हैं। अब जनता अपना नया विधायक चुनेगी। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
‘राव नरबीर सिंह से कोई नहीं बचा सकता’, CM नायब सैनी के मंत्री ने क्यों दी अधिकारियों को चेतावनी?
‘राव नरबीर सिंह से कोई नहीं बचा सकता’, CM नायब सैनी के मंत्री ने क्यों दी अधिकारियों को चेतावनी? <p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana News:</strong> हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को मीटिंग के दौरान अल्टीमेटम दिया, “भ्रष्टाचार किया या पैसा खाया तो जेल जाना होगा, मैं भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करूंगा. ऐसे अधिकारी गुरुग्राम छोड़कर चले जाएं, राव नरबीर से उन्हें कोई नहीं बचा सकता.” उन्होंने अधिकारियों से कहा, “दिवाली तक का समय है, अपने आकाओं से बात कर लो और पैसा खाना छोड़ दो.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों की मानें तो राव नरबीर सिंह ने 2019 से 2024 के बीच जनता के कई कामों को करवाने के लिए अधिकारियों को कॉल किया था. मगर ऐसे में कई अधिकारियों ने तो उनसे भी पैसों की डिमांड कर ली, जिसकी वजह से मंत्री राव अधिकारियों को चेतावनी देते नजर आए. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अगर गुरुग्राम में रहना है तो काम करके दिखाना होगा, वरना अपना यहां से तबादला करवा लेना. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चौथी बार मंत्री बने राव नरबीर सिंह</strong><br />बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनावों में इस बार राव नरबीर सिंह ने जबरदस्त वापसी की है. वे चार बार विधायक का चुनाव जीते हैं और चारों बार ही उन्हें मंत्री बनने का मौका मिला है. हालांकि 2019 के चुनाव में उनका टिकट काट दिया गया था, लेकिन 5 साल बाद उन्होंने जबरदस्त वापसी की है. वे चौधरी देवीलाल की सरकार में पहली बार मंत्री बने थे. इसके बाद 1996 में वे चौधरी बंसीलाल की सरकार में मंत्री बने. </p>
<p style=”text-align: justify;”>2014 में मनोहर लाल सरकार में भी नरबीर सिंह मंत्री बने. वहीं अब 2024 में राव नरबीर सिंह नायब सैनी सरकार में मंत्री बने हैं. सबसे कम उम्र में गृह राज्य मंत्री बनने वाले राव नरबीर सिंह को राजनीति विरासत में मिली है. उनके दादा और पिता भी विधायक रह चुके हैं. नरबीर सिंह 25 साल की उम्र में पहली बार मंत्री बने थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”पार्टी से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अजय यादव का 2 दिन बाद यू-टर्न, बोले- ‘आखिरी सांस तक…'” href=”https://www.abplive.com/states/haryana/captain-ajay-singh-yadav-said-i-will-remain-congressman-for-life-after-resigning-from-congress-haryana-ann-2807041″ target=”_blank” rel=”noopener”>पार्टी से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अजय यादव का 2 दिन बाद यू-टर्न, बोले- ‘आखिरी सांस तक…'</a></strong></p>
Indian Embassy officials in Kuwait rescue AP migrant stuck in desert
Indian Embassy officials in Kuwait rescue AP migrant stuck in desert Siva is currently at the Embassy, where he was given proper food and shelter and will soon be sent home to Rayalaseema, Andhra Pradesh.
गाजियाबाद : जिला कोर्ट में जज के साथ बदतमीजी करने पर पुलिस ने वकीलों पर किया लाठीचार्ज
गाजियाबाद : जिला कोर्ट में जज के साथ बदतमीजी करने पर पुलिस ने वकीलों पर किया लाठीचार्ज <p>उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के जिला कोर्ट में मंगलवार को पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज किया. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि 20 से 35 पुलिसकर्मी कोर्ट रूम में वकीलों पर लाठीचार्ज कर रहे हैं. इस लाठीचार्ज में कई वकील चोटिल भी हो गए. इस घटना के बाद कोर्ट में वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच तनाव बढ़ गया है.</p>
<p>दरअसल, बार एसोसिएशन के पदाधिकारी से जुड़े मामले में कुछ वकील जज के पास पहुंचे थे. इस बीच, सुनवाई के दौरान वकीलों ने जिला जज के साथ बदसलूकी कर दी. इसके बाद जज ने कोर्ट में स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिसकर्मियों को बुला लिया. इस दौरान पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज कर दिया. जिसमें कई वकील घायल हो गए.</p>
<p>बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी कोर्ट रूम में पहुंच गए और उन्होंने वकीलों पर जमकर लाठीचार्ज शुरू कर दिया.</p>
<p>वहीं, इस घटना के बाद जज ने न्यायालय में सभी विधिक कार्यों का बहिष्कार कर दिया है, जिससे आम लोगों को भी परेशानियां हो रही हैं. इस घटना के बाद न्यायालय का माहौल तनावग्रस्त हो चुका है.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>BREAKING | गाजियाबाद जिला न्यायालय में जिला जज और वकीलों के बीच हुई झड़प <a href=”https://twitter.com/journosnehlata?ref_src=twsrc%5Etfw”>@journosnehlata</a> | <a href=”https://twitter.com/singhshakti1982?ref_src=twsrc%5Etfw”>@singhshakti1982</a> | <a href=”https://t.co/smwhXUROiK”>https://t.co/smwhXUROiK</a><a href=”https://twitter.com/hashtag/Ghaziabad?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#Ghaziabad</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/Judge?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#Judge</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/lawyers?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#lawyers</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/LatestNews?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#LatestNews</a> <a href=”https://twitter.com/hashtag/Fight?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#Fight</a> <a href=”https://t.co/8buERC2Vq8″>pic.twitter.com/8buERC2Vq8</a></p>
— ABP News (@ABPNews) <a href=”https://twitter.com/ABPNews/status/1851174694441128222?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 29, 2024</a></blockquote>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p>इस घटना के संबंध में सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ पुलिसकर्मी कोर्ट रूम में कुर्सियां से वकीलों पर हमला करते हुए नजर आ रहे हैं. कई वकील अपनी जान बचाने के लिए भागते हुए भी दिख रहे हैं.</p>
<p>कोर्ट परिसर में बड़ी संख्या में मौजूद वकील प्रदर्शन कर रहे हैं. वकीलों का कहना है कि जब तक उनके साथ मार पिटाई करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक उनका यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.</p>
<p>हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है कि पुलिस और वकील में इस तरह का संघर्ष देखने के लिए मिला है. इससे पहले भी कई मौकों पर विभिन्न राज्यों में वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच पिटाई का मामला सामने आ चुका है.</p>