हादसे में कृपालु महाराज की बेटी की मौत:2 बेटियों की हालत गंभीर; नोएडा में 2 कारों को कैंटर ने मारी टक्कर

हादसे में कृपालु महाराज की बेटी की मौत:2 बेटियों की हालत गंभीर; नोएडा में 2 कारों को कैंटर ने मारी टक्कर

नोएडा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर कैंटर ने आगे चल रही दो कारों टक्कर मार दी। हादसे में जगद्गुरु कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। दो बेटियों डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी के अलावा 5 अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को पहले ग्रेटर नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां से दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। घायल हो गईं। ये टोयोटा कैमरी कार से दिल्ली जा रही थ् 75 साल की डॉ. विशाखा त्रिपाठी वृंदावन के प्रेम मंदिर और प्रतापगढ़ के मनगढ़ भक्ति धाम की अध्यक्ष थीं। जगद्गुरु कृपालु परिषत की ओर से शोक संदेश जारी किया गया है। जिसमें लिखा- दुख के साथ घोषणा कर रहे हैं कि एक हादसे में हमारे जगद्गुरु कृपालु परिषत (भक्ति धाम) की अध्यक्ष डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हो गया है। इनका अंतिम संस्कार वृंदावन में किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर दनकौर में हादसा हुआ
तीनों बहन मथुरा से दिल्ली जा रही थीं। दिल्ली एयरपोर्ट से सिंगापुर की फ्लाइट पकड़नी थी। दनकौर कोतवाली क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस-वे पर सुबह करीब 5 बजे एक तेज रफ्तार कैंटर वाहन ने आगे चल रही दो कारों को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों वाहनों में सवार 6 महिलाएं और 2 ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गए। हॉस्पिटल में घायल डॉ. विशाखा त्रिपाठी ने की इलाज के दौरान मौत हो गई। कृपालु जी महाराज के निधन के बाद विशाखा ने पूरी जिम्मेदारी संभाली
जगद्गुरु कृपालु महाराज की सबसे बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी जगद्गुरु कृपालु परिषत की सभी गतिविधियों का मुख्य रूप से संचालन करती थीं। कृपालु महाराज ने प्रतापगढ़ के कुंडा में मनगढ़ मंदिर बनाया, लेकिन उन्होंने अपने जीवन का ज्यादा समय वृंदावन में ही बिताया। जगद्गुरु कृपालु महाराज के निधन के बाद जिम्मेदारी सबसे बड़ी बेटी विशाखा के साथ कृष्णा और श्यामा को दी गई। वृंदावन में प्रेम मंदिर आज श्रद्धालुओं का सबसे पसंदीदा मंदिर है। इसके अलावा बरसाना में बनाया गया कीर्ति मंदिर भी तीनों बेटियां ही संभालती थीं। वृंदावन में यमुना किनारे होगा अंतिम संस्कार
डॉ. विशाखा का पार्थिव शरीर रविवार देर शाम तक वृंदावन पहुंचेगा। इसके बाद अंतिम दर्शनों के लिए प्रेम मंदिर परिसर में पार्थिव शरीर रखा जाएगा। सोमवार सुबह यमुना तट पर उनका अंतिम संस्कार होगा। टक्कर मारकर कैंटर चालक गाड़ी छोड़कर फरार
कैंटर में एक कंपनी का कॉर्टन लदा था। हादसा इतना भीषण था कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। दोनों कार में सवार हंसा, कश्मीरा, जानूका, संजय, दीपक, श्यामा और कृष्णा घायल हैं। जेवर कोतवाल प्रभारी मुनेंद्र सिंह का कहना है कि हादसे के बाद कैंटर चालक मौके से गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। उसकी तलाश की जा रही है। खबर अपडेट की जा रही है… नोएडा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर कैंटर ने आगे चल रही दो कारों टक्कर मार दी। हादसे में जगद्गुरु कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। दो बेटियों डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी के अलावा 5 अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को पहले ग्रेटर नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां से दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। घायल हो गईं। ये टोयोटा कैमरी कार से दिल्ली जा रही थ् 75 साल की डॉ. विशाखा त्रिपाठी वृंदावन के प्रेम मंदिर और प्रतापगढ़ के मनगढ़ भक्ति धाम की अध्यक्ष थीं। जगद्गुरु कृपालु परिषत की ओर से शोक संदेश जारी किया गया है। जिसमें लिखा- दुख के साथ घोषणा कर रहे हैं कि एक हादसे में हमारे जगद्गुरु कृपालु परिषत (भक्ति धाम) की अध्यक्ष डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हो गया है। इनका अंतिम संस्कार वृंदावन में किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर दनकौर में हादसा हुआ
तीनों बहन मथुरा से दिल्ली जा रही थीं। दिल्ली एयरपोर्ट से सिंगापुर की फ्लाइट पकड़नी थी। दनकौर कोतवाली क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस-वे पर सुबह करीब 5 बजे एक तेज रफ्तार कैंटर वाहन ने आगे चल रही दो कारों को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों वाहनों में सवार 6 महिलाएं और 2 ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गए। हॉस्पिटल में घायल डॉ. विशाखा त्रिपाठी ने की इलाज के दौरान मौत हो गई। कृपालु जी महाराज के निधन के बाद विशाखा ने पूरी जिम्मेदारी संभाली
जगद्गुरु कृपालु महाराज की सबसे बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी जगद्गुरु कृपालु परिषत की सभी गतिविधियों का मुख्य रूप से संचालन करती थीं। कृपालु महाराज ने प्रतापगढ़ के कुंडा में मनगढ़ मंदिर बनाया, लेकिन उन्होंने अपने जीवन का ज्यादा समय वृंदावन में ही बिताया। जगद्गुरु कृपालु महाराज के निधन के बाद जिम्मेदारी सबसे बड़ी बेटी विशाखा के साथ कृष्णा और श्यामा को दी गई। वृंदावन में प्रेम मंदिर आज श्रद्धालुओं का सबसे पसंदीदा मंदिर है। इसके अलावा बरसाना में बनाया गया कीर्ति मंदिर भी तीनों बेटियां ही संभालती थीं। वृंदावन में यमुना किनारे होगा अंतिम संस्कार
डॉ. विशाखा का पार्थिव शरीर रविवार देर शाम तक वृंदावन पहुंचेगा। इसके बाद अंतिम दर्शनों के लिए प्रेम मंदिर परिसर में पार्थिव शरीर रखा जाएगा। सोमवार सुबह यमुना तट पर उनका अंतिम संस्कार होगा। टक्कर मारकर कैंटर चालक गाड़ी छोड़कर फरार
कैंटर में एक कंपनी का कॉर्टन लदा था। हादसा इतना भीषण था कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। दोनों कार में सवार हंसा, कश्मीरा, जानूका, संजय, दीपक, श्यामा और कृष्णा घायल हैं। जेवर कोतवाल प्रभारी मुनेंद्र सिंह का कहना है कि हादसे के बाद कैंटर चालक मौके से गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। उसकी तलाश की जा रही है। खबर अपडेट की जा रही है…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर