हाल ही में दिल्ली में आयोजित हुई यूएनबी मिसेज इंडिया की प्रथम रनर-अप अक्षिता शर्मा ने आज शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट की। साथ ही प्रतियोगिता के बारे में अपने अनुभव साझा किए। मुख्यमंत्री ने अक्षिता को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन करने के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बेटियां हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके राज्य को गौरवान्वित कर रही हैं। उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी। शिमला के रोहड़ू की बेटी है अक्षिता मूल रूप से शिमला जिले के रोहड़ू की रहने वाली अक्षिता शर्मा वर्तमान में चंडीगढ़ में बैंकर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने शिमला के तारा हॉल स्कूल से अपनी स्कूल की शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात पंजाब विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की है। भेंट के दौरान अक्षिता के साथ उनके पति प्रद्युत सुंटा, उनका बेटा अबीर और परिवार के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। हाल ही में दिल्ली में आयोजित हुई यूएनबी मिसेज इंडिया की प्रथम रनर-अप अक्षिता शर्मा ने आज शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट की। साथ ही प्रतियोगिता के बारे में अपने अनुभव साझा किए। मुख्यमंत्री ने अक्षिता को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन करने के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बेटियां हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके राज्य को गौरवान्वित कर रही हैं। उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी। शिमला के रोहड़ू की बेटी है अक्षिता मूल रूप से शिमला जिले के रोहड़ू की रहने वाली अक्षिता शर्मा वर्तमान में चंडीगढ़ में बैंकर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने शिमला के तारा हॉल स्कूल से अपनी स्कूल की शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात पंजाब विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की है। भेंट के दौरान अक्षिता के साथ उनके पति प्रद्युत सुंटा, उनका बेटा अबीर और परिवार के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
शिमला में संजौली मस्जिद का दीवारें तोड़ने का काम शुरू:मलबे की डंपिंग करना बनी आफत, आयुक्त के फैसले को मुस्लिम पक्ष ने दी चुनौती
शिमला में संजौली मस्जिद का दीवारें तोड़ने का काम शुरू:मलबे की डंपिंग करना बनी आफत, आयुक्त के फैसले को मुस्लिम पक्ष ने दी चुनौती राजधानी शिमला के संजौली मस्जिद में अवैध निर्माण को एमसी कोर्ट के आदेशों के बाद मस्जिद कमेटी द्वारा गिराने का काम जारी है। कोर्ट के आदेशों के बाद मस्जिद कमेटी ने मस्जिद की छत को पहले ही हटा दिया था। लेकिन अब शनिवार से संजौली मस्जिद कमेटी के लोगों ने मस्जिद की दीवारों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया है। संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने कहा कि कोर्ट के आदेशों के बाद मस्जिद कमेटी खुद अवैध मस्जिद को तोड़ रही है। एमसी कोर्ट ने तीन मंजिल को गिराने के आदेश दिए है। उन्होंने कहा कि कमेटी ने आदेशों के बाद मस्जिद की छत हटा दी थी और अब दीवारों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि ऊपरी मंजिल की दीवारों को एक दो दिनों में तोड़ दिया जाएगा। जिसके बाद सिर्फ दूसरी और तीसरी मंजिल तोड़ने के लिए शेष रह जाएगी। मोहम्मद लतीफ ने कहा कि तोड़ने का काम तो किया जा रहा है मगर यहां से निकल रहे मलबे को डंपिंग करना मुश्किल हो रहा है। वहीं तोड़ने के लिए भी लेबर की कमी आ रही है। जो लेबर लगाई गई थी वह घर चली गई है, ऐसे में खुद ही तोड़ने का काम किया जा रहा है। गौर रहे कि संजौली मस्जिद कमेटी द्वारा बीते 12 सितम्बर को लिखित में नगर निगम आयुक्त को मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ने की पेशकश की गई। इसके बाद शिमला में मस्जिद विवाद शांत हुआ था। MC कोर्ट के फैसले को जिला अदालत में चुनौती वही आपको बता दे कि मुस्लिम समुदाय के एक पक्ष ने नगर निगम आयुक्त के कोर्ट से आए आदेशों को जिला अदालत में भी चुनौती दे रखी है। जिस पर जिला अदालत में सुनवाई 30 नवम्बर को होनी है।
दारचा शिंकुला में फटा बादल:नए व पुराने पुल पर फैली चट्टानें, यातायात हुआ बंद, रास्ते खोलने में लगेंगे 3 दिन
दारचा शिंकुला में फटा बादल:नए व पुराने पुल पर फैली चट्टानें, यातायात हुआ बंद, रास्ते खोलने में लगेंगे 3 दिन कुल्लू जिले में बादल फटने के कारण दारचा से लगभग 16 किमी दूर स्थित पुराने और नए पुलों को नुकसान पहुंचा है। जिस कारण यातायात बंद हो गया है। बादल फटने के कारण दोनों पुलों पर बड़ी बड़ी चट्टानें फैल गई हैं। दारचा से लेह वाया शिंकुला शॉर्टकट रोड है। जिसे स्थानीय लोग अधिक इस्तेमाल करते हैं। 2-3 दिन बाद रास्ते होंगे चालू सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) 108 आरसीसी के अनुसार सड़क के रखरखाव कार्य को पूरा करने में 2-3 दिन का समय लग सकता है। सीमा सड़क संगठन ने पर्यटकों व आम जनता से अपील की है कि दारचा से शिंकुला सड़क का उपयोग तब तक न करें जब तक कि इसका उपयोग करने के लिए सुरक्षित घोषित नहीं किया जाता है। इसे खोलने क लिए 2 से 3 दिन का समय लगेगा। आपातकालीन संपर्क जारी रास्ते बंद होने के बाद जिला आपातकालीन संचालन केंद्र लाहौल और स्पीति के द्वारा आपातकालीन नंबर जारी किए हैं। जो 94594-61355, 01900-202509, 510 हैं।
हिमाचल में एक साथ जलेंगी 2 परिवारों की 8 चिताएं:मुखाग्नि देने बहरीन से बेटा, मस्कट से पति पहुंचा; सतलुज के तट पर अंतिम संस्कार
हिमाचल में एक साथ जलेंगी 2 परिवारों की 8 चिताएं:मुखाग्नि देने बहरीन से बेटा, मस्कट से पति पहुंचा; सतलुज के तट पर अंतिम संस्कार हिमाचल- पंजाब बॉर्डर पर जेजों खड्ड हादसे में मृत ऊना के देहलां लोअर और भटोली के 2 परिवारों की 8 चिताएं आज एक साथ जलेगी। इनका अंतिम संस्कार भभौर साहिब में सतलुज के तट पर किया जाएगा। इस हादसे में मृत सरूप चंद के परिवार के 5 लोगों और सुरेंद्र कौर के 3 बच्चों का आज अंतिम संस्कार होगा। इससे पहले घर पर सभी रस्मे पूरी की जा रही है। मुखाग्नि देने के लिए बहरीन से सरूप चंद का बेटा नंद किशोर और मस्कट से सुरेंद्र कौर के पति अमरीक सिंह देर रात कोभटोली पहुंच गए हैं। नंद किशोर अपने परिवार के 5 सदस्य और अमरीक सिंह अपनी 2 बेटियों और 1 बेटे को मुखाग्नि देंगे। नंद किशोर के पिता सरूप चंद अभी लापता है। अमरीक सिंह की पत्नी सुरेंद्र कौर उर्फ शिन्नो का भी अभी सुराग नहीं लग पाया है। दोनों परिवारों के 8 मृतकों के शव बीती शाम को ही होशियार से एंबुलेंस में गांव लाए गए। मगर शाम को अमरीक सिंह और नंद किशोर घर नहीं पहुंच सके थे। इस वजह से अंतिम संस्कार कल नहीं हो सका था। आज इनका अंतिम संस्कार भरौर साहिब में सतलुज नदी के तट पर होगा। एक परिवार की 5 चिताएं और दूसरे परिवार की 3 चिताएं एक साथ जलेंगी और सतलुज नदी किनारे कुछ ही दूरी पर 8 चिताएं एक साथ जलाई जाएगी। सर्च अभियान जारी देहलां लोअर के सरूप चंद और भटोली की सुरेंदर कौर उर्फ सिन्नो की तलाश में अभी सर्च ऑपरेशन जारी है। इसके लिए जेजों खड्ड में जेसीबी से भी खुदाई चल रही है। इन लोगों के मलबे में दबे होने की शंका है। मृतकों के शव बीती शाम को एंबुलेंस से गांव देहलां लोअर और भटोली गांव लाए गए। बीते रविवार को बहे थे 12 लोग बता दें कि बीते रविवार को सुबह करीब 8 बजे देहलां लोअर और भटोली से चालक समेत 12 लोग इनोवा गाड़ी में पंजाब के नवांशहर में साले की बेटी की शादी के लिए गए थे। मगर जेजों खड्ड में आए उफान में उनकी इनोवा गाड़ी फंस गई और सभी 12 लोग इनोवा सहित बह गए। इनमें से दीपक कुमार का स्थानीय लोगों ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। 9 को नहीं बचाया जा सका। हादसे में इनकी जान गई इस हादसे में सुरजीत कुमार पुत्र गुरदास राम, परमजीत कौर पत्नी सुरजीत कुमार, गगन कुमार पुत्र सुरजीत कुमार, सरूप चंद पुत्र गुरदास राम, पलविंदर कौर पत्नी सरूप चंद, नितिन पुत्र सरूप चंद (सभी देहलां लोअर निवासी) सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो पत्नी अमरीक सिंह, अमानत पुत्री अमरीक सिंह, भावना पुत्री अमरीक सिंह व हर्षित पुत्र अमरीक सिंह (सभी भटोली निवासी) के रहने वाले थे। ड्राइवर कुलविंद्र सिंह पुत्र हुकम सिंह देहलां लोअर का था। 3 सगी बहनों की मौत इस हादसे में 3 सगी बहनों की मौत हुई है। इनमें परमजीत कौर, पलविंदर कौर और सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो शामिल हैं। परमजीत कौर और पलविंदर कौर की दो सगे भाइयों सुरजीत कुमार और सरूप चंद के साथ शादी हुई थी, जबकि तीसरी बहन सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो का भटोली में सुसराल था। प्रवीण ने बचाई कुलदीप की जान जिस वक्त जेजों में हादसा हुआ, तब प्रवीण सोनी वहां मौजूद थे। जिन्होंने इनोवा से बहे कुलदीप कुमार की जान बचाई। प्रवीण ने कहा कि यदि इनोवा चालक ने उनकी बात मानी होती तो हादसा नहीं होता। वहीं बीती शाम को डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी मृतकों के परिजनों को मिलने ढांढस बंधाने देहलां लोअर और भटोली पहुंचे।