संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में 4 युवकों की मौत हो गई। हिंसा में सीओ अनुज चौधरी और एसपी के PRO के पैर में गोली लगी। एसपी समेत 22 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए। 24 घंटे के लिए संभल तहसील में इंटरनेट बंद कर दिया गया। नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूल आज, सोमवार को बंद रहेंगे। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक संभल जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पाबंदी लगा दी है। पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। जामा मस्जिद जाने वाले सभी तीन रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, ‘आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी। रासुका लगाई जाएगी।’ इधर, मृतकों के परिजनों का दावा है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है। हालांकि कमिश्नर ने कहा, ‘पुलिस फायरिंग में कोई मौत नहीं है। हमलावरों की फायरिंग में युवकों की जान गई है।’ अब जानिए दिन भर का पूरा घटनाक्रम… अचानक दो से तीन हजार से ज्यादा लोग जमा हो गए दरअसल, रविवार सुबह 6.30 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। टीम देखकर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। कुछ ही देर में करीब दो से तीन हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। छतों से भी पथराव शुरू हो गया, पुलिस को भागना पड़ा। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे, फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। उग्र भीड़ ने 3 चौपहिया और 5 बाइकों में आग लगा दी। हालात कई घंटे बेकाबू रहे। सड़कों से 4 ट्रॉली पत्थर हटाए गए हैं। पीएसी की तीन बटालियन पहुंची मुरादाबाद के कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह संभल में ही कैंप किए हुए हैं। हिंसा के बाद मुरादाबाद से पीएसी की तीन बटालियन यानी करीब 450 जवानों को संभल में तैनात किया गया है। जामा मस्जिद के बाहर पथराव के बाद अब जगह-जगह फोर्स तैनात है। हिंसा में इन 4 युवकों की जान गई मुरादाबाद के कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह ने संभल हिंसा में 4 युवकों की मौत की पुष्टि की है। मरने वालों में सरायतरीन का नोमान (50), हयातनगर का बिलाल (23), कोट गर्वी का नईम (30) और कैफ (18) निवासी तुर्तीपुर इल्हा शामिल है। वहीं, घायल अनीस और अयान का मुरादाबाद जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। पूरे मामले पर संभल डीएम ने क्या कहा? पढ़िए… संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कहा, 19 नवंबर को कोर्ट के दिशा-निर्देश के बाद हमने सर्वे कराया था। जैसे ही एडवोकेट कमिश्नर पहुंचे, उन्होंने कहा कि हमें सर्वे करना है। हम सर्वे कराने के लिए उन्हें ले गए। उस दिन हमने बहुत कम पुलिस फोर्स लगाई थी। बहुत अच्छे से सर्वे संपन्न हुआ। 1 घंटे तक सर्वे चला। वह नाइट का सर्वे था, नाइट में बहुत सारे फीचर्स नहीं आ पाते हैं। इसलिए एडवोकेट कमिश्नर ने 23 नवंबर को दोबारा रिक्वेस्ट किया, जिसके लिए आज सुबह पौने 7 बजे हम कोतवाली संभल पहुंचे। वहां हमने इंतजामिया कमेटी के सभी सदस्यों को बुलाया। कमेटी ने अपने 4 सदस्यों को ले जाने की बात कही। सर्वे के लिए एडवोकेट कमिश्नर थे और दो वादी की तरफ से वकील थे। लगभग 7:30 पूरा सर्वे शुरू हुआ, 10 बजे के आसपास सर्वे पूरा हो गया। जिसके 15 मिनट बाद हम पूरी टीम को हिंदू बाहुल्य आबादी के क्षेत्र से लेकर गुजरे, लेकिन वहां किसी भी प्रकार का विवाद नहीं हुआ, ये पीछे के एरिया में हो रहा था। रिपोर्टर- क्या इस तरीके की घटना की पहले से आशंका थी? या फिर यह इंटेलिजेंस का फेलियर है। डीएम- हमारी इंटेलिजेंस ने जितनी भी बातें बताई थी, हमने उससे अधिक सुरक्षा प्रदान की। कमिश्नर और DIG सर से भी हमारी चर्चा हुई थी। हम फोर्स लेकर पूरी तरह से तैयार थे। वह फोर्स पर्याप्त थी। इस बात का उदाहरण यह है कि हमने किसी भी व्यक्ति को जामा मस्जिद के सामने नहीं आने दिया। 9:15 बजे के आसपास तीन तरफ से भीड़ अचानक से आई, बीच में हल्की सी पत्थर बाजी हुई, जिसको हमने हल्के बल के प्रयोग के साथ हैंडल किया। जैसे ही मस्जिद से अलार्म हुआ कि सर्वे पूरा हो चुका है, उसके बाद जबरदस्त पत्थर बाजी और फायरिंग ऊपर से शुरू हो गई। रिपोर्टर- इस तरीके का हथियार लोग लेकर कैसे आ जाते हैं? डीएम- जहां तक हमें सुरक्षा सुरक्षा देनी थी, वहां हम पूरी तरह से तैयार थे, वहां पर ऐसा कोई भी शरारती तत्व नहीं था, लेकिन अचानक 5 से लेकर 10 किलोमीटर तक की एरिया से काफी लोग आ गए थे। जो हथियार लेकर आया है, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। रिपोर्टर- लोकल इंटेलिजेंस को कुछ नहीं पता था? डीएम – लोकल इंटेलिजेंस ने जितनी जानकारी दी थी, उसके आधार पर हमने पुलिस फोर्स लगाया था। लेकिन किसी के उकसाने पर अचानक से इतनी अधिक भीड़ आ गई, सुबह कोई भीड़ नहीं थी, आज संडे का दिन था, छुट्टी थी। नमाज का भी समय नहीं था, जो नमाज़ी थे, वह नमाज अदा करके चले गए थे। रिपोर्टर- 20-22 पुलिस वाले इंजर्ड हुए हैं, क्या लगता है कब तक माहौल शांतिपूर्ण हो पाएगा? डीएम- संभल इस समय संवेदनशील जरूर है, लेकिन स्थिति नॉर्मल है। सुबह लगभग 10 बजे से 11 के बीच स्थिति इतनी खराब हुई थी। बाकी अब सब नॉर्मल है। इस घटना में जो भी आपराधिक तक शामिल है, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई की जाएगी, जिसने उकसाया है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। रिपोर्टर- मजिस्ट्रेट कमेटी किस तरीके से जांच करेगी? डीएम- अभी मजिस्ट्रेट कमेटी बनाई नहीं गई है, लेकिन मजिस्ट्रेट ड्यूटी सब जगह लगा दी गई है, ताकि जिले में शांति व्यवस्था बनी रहे। कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह बोले- सर्वे टीम को टारगेट करना चाहते थे हमलावर कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह ने दैनिक भास्कर से कहा, ‘हमलावरों के निशाने पर सर्वे करने वाली टीम थी। हमलावर एक सुनियोजित योजना के तहत सर्वे टीम को टारगेट करना चाहते थे। बड़े पैमाने पर युवकों की जेब से चाकू और अवैध असलहे मिले हैं। मृतक नईम की जेब में भी चाकू था।’ दो महिलाओं समेत कई को हिरासत में लिया कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह ने कहा कि सर्वे शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था। पर्याप्त पुलिस बल तैनात था। कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। फिर 2000-3000 लोग इकट्ठा हो गए और पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। छतों से भी फायरिंग की गई। आरोपियों की पहचान की जा रही है। हमारे कुछ जवान भी घायल हुए हैं। दीपा सराय में पथराव की एक और घटना हुई। दो महिलाओं समेत कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। निहित स्वार्थों के चलते वे 12-14 साल के बच्चों को मोर्चे पर रख रहे हैं। 3-4 वाहन जलाए गए हैं। सटीक आंकड़े अभी आने बाकी हैं। कमिश्नर ने कहा कि जब भीड़ सामने से फायरिंग कर रही थी। उसी दौरान वाहनों में आगजनी कर रहे युवक भी उसकी फायरिंग में चपेट में आ गए। हमलावर भीड़ की फायरिंग में संभल सर्किल के सीओ के पैर में गोली लगी है। एसपी का पीआरओ भी गोली लगने से घायल हुआ है। पुलिस सभी हमलावरों को चिह्नित कर रही है। फिलहाल पूरी तरह से शहर में शांति है और फोर्स मुस्तैद है। 48 लोगों के मुचलके भरे गए एसडीएम संभल डॉ. वंदना मिश्रा के मुताबिक शांति व्यवस्था के मद्देनजर 48 लोगों के मुचलके भरे गए हैं। इनमें दो लोगों के खिलाफ 10-10 लाख के मुचलके पाबंद किए गए हैं। इनमें एक सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के पिता मौलाना ममलूकुर्रहमान बर्क और दूसरे समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष फिरोज खान शामिल हैं। इसके अलावा 46 लोगों के खिलाफ 5 – 5 लाख रुपए के मुचलके भरे गए हैं। सब इंस्पेक्टर्स के गाड़ियां फूंकी गईं संभल के एसपी ने बताया कि सर्वे के विरोध में कुछ लोग इकट्ठा हुए और जब सर्वे कराया जा रहा था, तब पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने इस पर जवाबी कार्रवाई की और जामा मस्जिद के परिसर के पास खड़ी सब-इंस्पेक्टरों की कुछ गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। कानून-व्यवस्था नियंत्रण में है। दोबारा ड्यूटी लगाई जा रही है। ड्रोन से वीडियोग्राफी कराई गई है और सीसीटीवी कैमरों की मदद से ऐसे सभी लोगों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 29 नवबंर को एडवोकेट कमिश्नर देंगे अपनी रिपोर्ट हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया- कोर्ट के आदेश पर सर्वे होना था। सुबह 7:30 से 10 बजे तक कार्रवाई हुई है। सभी चीजों की वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी हो चुकी है। अब ये सर्वे पूरा हो चुका है। अब 29 नवबंर को एडवोकेट कमिश्नर अपनी रिपोर्ट कोर्ट के सामने प्रस्तुत करेंगे। मैं सबसे अपील करना चाहूंगा, सभी लोग कानून के दायरे में रहे। कानून को अपने हाथ में न ले। कोर्ट की प्रकिया है, इसमें लंबा टाइम लगेगा। ——————————————— यहां खबर भी पढ़ें… 25 तस्वीरों में संभल में हिंसा की पूरी कहानी: SP बोले- नेताओं के चक्कर में भविष्य बर्बाद मत करो; गन लेकर भीड़ को खदेड़ा संभल में सुबह-सुबह जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम को देखकर मुस्लिम समाज के लोग भड़क गए। उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। करीब तीन घंटे तक लोगों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। SP ने आक्रोशित लोगों को समझाते हुए कहा- नेताओं के चक्कर में अपना भविष्य बर्बाद मत करो, लेकिन लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। पढ़ें पूरी खबर संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में 4 युवकों की मौत हो गई। हिंसा में सीओ अनुज चौधरी और एसपी के PRO के पैर में गोली लगी। एसपी समेत 22 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए। 24 घंटे के लिए संभल तहसील में इंटरनेट बंद कर दिया गया। नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूल आज, सोमवार को बंद रहेंगे। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक संभल जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पाबंदी लगा दी है। पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। जामा मस्जिद जाने वाले सभी तीन रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, ‘आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी। रासुका लगाई जाएगी।’ इधर, मृतकों के परिजनों का दावा है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है। हालांकि कमिश्नर ने कहा, ‘पुलिस फायरिंग में कोई मौत नहीं है। हमलावरों की फायरिंग में युवकों की जान गई है।’ अब जानिए दिन भर का पूरा घटनाक्रम… अचानक दो से तीन हजार से ज्यादा लोग जमा हो गए दरअसल, रविवार सुबह 6.30 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। टीम देखकर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। कुछ ही देर में करीब दो से तीन हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। छतों से भी पथराव शुरू हो गया, पुलिस को भागना पड़ा। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे, फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। उग्र भीड़ ने 3 चौपहिया और 5 बाइकों में आग लगा दी। हालात कई घंटे बेकाबू रहे। सड़कों से 4 ट्रॉली पत्थर हटाए गए हैं। पीएसी की तीन बटालियन पहुंची मुरादाबाद के कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह संभल में ही कैंप किए हुए हैं। हिंसा के बाद मुरादाबाद से पीएसी की तीन बटालियन यानी करीब 450 जवानों को संभल में तैनात किया गया है। जामा मस्जिद के बाहर पथराव के बाद अब जगह-जगह फोर्स तैनात है। हिंसा में इन 4 युवकों की जान गई मुरादाबाद के कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह ने संभल हिंसा में 4 युवकों की मौत की पुष्टि की है। मरने वालों में सरायतरीन का नोमान (50), हयातनगर का बिलाल (23), कोट गर्वी का नईम (30) और कैफ (18) निवासी तुर्तीपुर इल्हा शामिल है। वहीं, घायल अनीस और अयान का मुरादाबाद जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। पूरे मामले पर संभल डीएम ने क्या कहा? पढ़िए… संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कहा, 19 नवंबर को कोर्ट के दिशा-निर्देश के बाद हमने सर्वे कराया था। जैसे ही एडवोकेट कमिश्नर पहुंचे, उन्होंने कहा कि हमें सर्वे करना है। हम सर्वे कराने के लिए उन्हें ले गए। उस दिन हमने बहुत कम पुलिस फोर्स लगाई थी। बहुत अच्छे से सर्वे संपन्न हुआ। 1 घंटे तक सर्वे चला। वह नाइट का सर्वे था, नाइट में बहुत सारे फीचर्स नहीं आ पाते हैं। इसलिए एडवोकेट कमिश्नर ने 23 नवंबर को दोबारा रिक्वेस्ट किया, जिसके लिए आज सुबह पौने 7 बजे हम कोतवाली संभल पहुंचे। वहां हमने इंतजामिया कमेटी के सभी सदस्यों को बुलाया। कमेटी ने अपने 4 सदस्यों को ले जाने की बात कही। सर्वे के लिए एडवोकेट कमिश्नर थे और दो वादी की तरफ से वकील थे। लगभग 7:30 पूरा सर्वे शुरू हुआ, 10 बजे के आसपास सर्वे पूरा हो गया। जिसके 15 मिनट बाद हम पूरी टीम को हिंदू बाहुल्य आबादी के क्षेत्र से लेकर गुजरे, लेकिन वहां किसी भी प्रकार का विवाद नहीं हुआ, ये पीछे के एरिया में हो रहा था। रिपोर्टर- क्या इस तरीके की घटना की पहले से आशंका थी? या फिर यह इंटेलिजेंस का फेलियर है। डीएम- हमारी इंटेलिजेंस ने जितनी भी बातें बताई थी, हमने उससे अधिक सुरक्षा प्रदान की। कमिश्नर और DIG सर से भी हमारी चर्चा हुई थी। हम फोर्स लेकर पूरी तरह से तैयार थे। वह फोर्स पर्याप्त थी। इस बात का उदाहरण यह है कि हमने किसी भी व्यक्ति को जामा मस्जिद के सामने नहीं आने दिया। 9:15 बजे के आसपास तीन तरफ से भीड़ अचानक से आई, बीच में हल्की सी पत्थर बाजी हुई, जिसको हमने हल्के बल के प्रयोग के साथ हैंडल किया। जैसे ही मस्जिद से अलार्म हुआ कि सर्वे पूरा हो चुका है, उसके बाद जबरदस्त पत्थर बाजी और फायरिंग ऊपर से शुरू हो गई। रिपोर्टर- इस तरीके का हथियार लोग लेकर कैसे आ जाते हैं? डीएम- जहां तक हमें सुरक्षा सुरक्षा देनी थी, वहां हम पूरी तरह से तैयार थे, वहां पर ऐसा कोई भी शरारती तत्व नहीं था, लेकिन अचानक 5 से लेकर 10 किलोमीटर तक की एरिया से काफी लोग आ गए थे। जो हथियार लेकर आया है, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। रिपोर्टर- लोकल इंटेलिजेंस को कुछ नहीं पता था? डीएम – लोकल इंटेलिजेंस ने जितनी जानकारी दी थी, उसके आधार पर हमने पुलिस फोर्स लगाया था। लेकिन किसी के उकसाने पर अचानक से इतनी अधिक भीड़ आ गई, सुबह कोई भीड़ नहीं थी, आज संडे का दिन था, छुट्टी थी। नमाज का भी समय नहीं था, जो नमाज़ी थे, वह नमाज अदा करके चले गए थे। रिपोर्टर- 20-22 पुलिस वाले इंजर्ड हुए हैं, क्या लगता है कब तक माहौल शांतिपूर्ण हो पाएगा? डीएम- संभल इस समय संवेदनशील जरूर है, लेकिन स्थिति नॉर्मल है। सुबह लगभग 10 बजे से 11 के बीच स्थिति इतनी खराब हुई थी। बाकी अब सब नॉर्मल है। इस घटना में जो भी आपराधिक तक शामिल है, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई की जाएगी, जिसने उकसाया है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। रिपोर्टर- मजिस्ट्रेट कमेटी किस तरीके से जांच करेगी? डीएम- अभी मजिस्ट्रेट कमेटी बनाई नहीं गई है, लेकिन मजिस्ट्रेट ड्यूटी सब जगह लगा दी गई है, ताकि जिले में शांति व्यवस्था बनी रहे। कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह बोले- सर्वे टीम को टारगेट करना चाहते थे हमलावर कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह ने दैनिक भास्कर से कहा, ‘हमलावरों के निशाने पर सर्वे करने वाली टीम थी। हमलावर एक सुनियोजित योजना के तहत सर्वे टीम को टारगेट करना चाहते थे। बड़े पैमाने पर युवकों की जेब से चाकू और अवैध असलहे मिले हैं। मृतक नईम की जेब में भी चाकू था।’ दो महिलाओं समेत कई को हिरासत में लिया कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह ने कहा कि सर्वे शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था। पर्याप्त पुलिस बल तैनात था। कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। फिर 2000-3000 लोग इकट्ठा हो गए और पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। छतों से भी फायरिंग की गई। आरोपियों की पहचान की जा रही है। हमारे कुछ जवान भी घायल हुए हैं। दीपा सराय में पथराव की एक और घटना हुई। दो महिलाओं समेत कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। निहित स्वार्थों के चलते वे 12-14 साल के बच्चों को मोर्चे पर रख रहे हैं। 3-4 वाहन जलाए गए हैं। सटीक आंकड़े अभी आने बाकी हैं। कमिश्नर ने कहा कि जब भीड़ सामने से फायरिंग कर रही थी। उसी दौरान वाहनों में आगजनी कर रहे युवक भी उसकी फायरिंग में चपेट में आ गए। हमलावर भीड़ की फायरिंग में संभल सर्किल के सीओ के पैर में गोली लगी है। एसपी का पीआरओ भी गोली लगने से घायल हुआ है। पुलिस सभी हमलावरों को चिह्नित कर रही है। फिलहाल पूरी तरह से शहर में शांति है और फोर्स मुस्तैद है। 48 लोगों के मुचलके भरे गए एसडीएम संभल डॉ. वंदना मिश्रा के मुताबिक शांति व्यवस्था के मद्देनजर 48 लोगों के मुचलके भरे गए हैं। इनमें दो लोगों के खिलाफ 10-10 लाख के मुचलके पाबंद किए गए हैं। इनमें एक सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के पिता मौलाना ममलूकुर्रहमान बर्क और दूसरे समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष फिरोज खान शामिल हैं। इसके अलावा 46 लोगों के खिलाफ 5 – 5 लाख रुपए के मुचलके भरे गए हैं। सब इंस्पेक्टर्स के गाड़ियां फूंकी गईं संभल के एसपी ने बताया कि सर्वे के विरोध में कुछ लोग इकट्ठा हुए और जब सर्वे कराया जा रहा था, तब पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने इस पर जवाबी कार्रवाई की और जामा मस्जिद के परिसर के पास खड़ी सब-इंस्पेक्टरों की कुछ गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। कानून-व्यवस्था नियंत्रण में है। दोबारा ड्यूटी लगाई जा रही है। ड्रोन से वीडियोग्राफी कराई गई है और सीसीटीवी कैमरों की मदद से ऐसे सभी लोगों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 29 नवबंर को एडवोकेट कमिश्नर देंगे अपनी रिपोर्ट हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया- कोर्ट के आदेश पर सर्वे होना था। सुबह 7:30 से 10 बजे तक कार्रवाई हुई है। सभी चीजों की वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी हो चुकी है। अब ये सर्वे पूरा हो चुका है। अब 29 नवबंर को एडवोकेट कमिश्नर अपनी रिपोर्ट कोर्ट के सामने प्रस्तुत करेंगे। मैं सबसे अपील करना चाहूंगा, सभी लोग कानून के दायरे में रहे। कानून को अपने हाथ में न ले। कोर्ट की प्रकिया है, इसमें लंबा टाइम लगेगा। ——————————————— यहां खबर भी पढ़ें… 25 तस्वीरों में संभल में हिंसा की पूरी कहानी: SP बोले- नेताओं के चक्कर में भविष्य बर्बाद मत करो; गन लेकर भीड़ को खदेड़ा संभल में सुबह-सुबह जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम को देखकर मुस्लिम समाज के लोग भड़क गए। उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। करीब तीन घंटे तक लोगों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। SP ने आक्रोशित लोगों को समझाते हुए कहा- नेताओं के चक्कर में अपना भविष्य बर्बाद मत करो, लेकिन लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Bihar News: ‘बिहार में अपराधियों और अधिकारियों का गठजोड़’, डबल इंजन सरकार पर फिर बरसे तेजस्वी यादव
Bihar News: ‘बिहार में अपराधियों और अधिकारियों का गठजोड़’, डबल इंजन सरकार पर फिर बरसे तेजस्वी यादव <p style=”text-align: justify;”><strong>Tejashwi Yadav Post:</strong> मोतिहारी के भारतीय एयरटेल पेयमेट बैंक के काउंटर से लूट का सीसीटीवी फुटेज शुक्रवार (20 सितंबर) को बिहार के नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपने X हैंडल पर पोस्ट किया है. उन्होंने सीसीटीवी फुटेज पोस्ट कर एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर करारा प्रहार किया है. तेजस्वी यादव ने पोस्ट में लिखा है कि बिहार में अपराधियों और अधिकारियों के गठजोड़ से सरकार चल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तेजस्वी यादव ने पोस्ट में क्या लिखा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>तेजस्वी यादव ने पोस्ट कर कहा, “मोदी-नीतीश के डबल इंजन पॉवर्ड गुंडाराज में अपराधी ऐसे पिस्तौल के साथ दुकान में घुसते है, दुकानदारों की कनपटी पर पिस्तौल तान लाखों रुपये लेकर आराम से चले जाते हैं. फिर भी प्रधानमंत्री मोदी जी और उनकी गोदी मीडिया को जंगलराज नहीं सब मंगलराज नजर आता है. CM को तो कुछ अता-पता ही नहीं है. बिहार में अपराधियों और अधिकारियों के गठजोड़ से सरकार चल रही है”.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet” data-media-max-width=”560″>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>मोदी-नीतीश के डबल इंजन पॉवर्ड गुंडाराज में अपराधी ऐसे पिस्तौल के साथ दुकान में घुसते है, दुकानदारों की कनपटी पर पिस्तौल तान लाखों रुपए लेकर आराम से चले जाते है।<br /><br />फिर भी प्रधानमंत्री मोदी जी और उनकी गोदी मीडिया को जंगलराज नहीं सब मंगलराज नजर आता है। CM को तो कुछ अता-पता ही नहीं… <a href=”https://t.co/4vWcsGttYO”>pic.twitter.com/4vWcsGttYO</a></p>
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) <a href=”https://twitter.com/yadavtejashwi/status/1837077716484395236?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 20, 2024</a></blockquote>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि मोतिहारी जिले में अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि पुलिस के समानांतर सरकार अपराधियों की भी चल रही है. मोतिहारी शहर के रिहायशी इलाका चांदमारी चौक पर स्थित भारतीय एयरटेल पेयमेट बैंक के काउंटर में घुस दो हथियार बंद नकाबपोश अपराधियों ने हथियार के बल पर दो लाख रुपये की लूट की थी. घटना सीसीटीवी में कैद हो गई. वहीं घटना की जानकारी होते ही नवपदस्थापित एसपी स्वर्ण प्रभात ने खुद घटनास्लथ पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तफ्तीश जारी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान करने में जुटी है. घटना को लेकर एसपी स्वर्ण प्रभात के जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार चांदमारी चौक के समीप स्थित भारती एअरटेल फाइनांस कम्पनी में आए दो अपराधियों ने हथियार के बल पर दो लाख रुपया लूटकर भाग जाने की सूचना प्राप्त हुई थी. घटना के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों के अलावा सभी थाना क्षेत्रों को अलर्ट करते हुए नाकाबंदी कर दिया गया है. वैज्ञानिक और तकनिकी साक्ष्यों के आधार पर घटना के उद्भेदन के लिए डीएसपी सदर वन शिखर चौधरी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/prashant-kishor-announced-five-big-works-will-be-done-in-bihar-if-jan-suraaj-government-is-formed-in-2025-ann-2787778″>Bihar News: 2025 में जन सुराज की सरकार बनी तो बिहार में होंगे ये पांच बड़े काम, प्रशांत किशोर ने कर दिया ऐलान</a></strong></p>
यूपी के सातवें चरण का घमासान, कई दिग्गज मैदान में, इन सीटों पर खास नजर, यहां फंसा पेंच
यूपी के सातवें चरण का घमासान, कई दिग्गज मैदान में, इन सीटों पर खास नजर, यहां फंसा पेंच <div style=”text-align: justify;”><strong>Lok Sabha Elections 2024:</strong> उत्तर प्रदेश <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के सातवें चरण के लिए यूपी की 13 सीटों महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रोबर्ट्सगंज सीटों पर एक जून को वोटिंग होनी है. इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर यूपी की सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> के गृहक्षेत्र गोरखपुर सीट पर वोटिंग होगी. वहीं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी चुनाव मैदान में हैं. माना जा रहा है कि घोसी, गाजीपुर और मिर्जापुर में पेंच फंसा हुआ है. </div>
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<div style=”text-align: justify;”><strong>सातवें चरण में इन दिग्गजों में टक्कर</strong></div>
<div style=”text-align: justify;”>सातवें चरण में कई दिग्गज मैदान में हैं. इनमें सबसे अहम यूपी की <strong>वाराणसी लोकसभा</strong> सीट है, जहां पिछली दो बार से सांसद प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> तीसरी बार भी चुनाव लड़ रहे हैं. पीएम मोदी के नेतृत्व में काशी नगरी ने विकास का नया आयाम छुआ है. पीएम मोदी ने 2019 में 2014 से भी ज़्यादा अंतर के साथ चुनाव जीता है. इस बार लक्ष्य 2019 से भी बड़ी जीत का है वहीं कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर दांव लगाया है बसपा से अतहर जमाल लारी चुनाव लड़ रहे हैं. </div>
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<div style=”text-align: justify;”>वाराणसी के बाद <strong>गोरखपुर लोकसभा सीट</strong> भी वीआईपी सीटों की लिस्ट में शुमार है. यहां बीजेपी ने भोजपुरी अभिनेता और मौजूदा सांसद रवि किशन को टिकट दिया है. उनका मुक़ाबला सपा नेता काजल निषाद से हैं. वहीं बसपा ने मुस्लिम चेहरे जावेद सिमनानी पर दांव लगाया है. </div>
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<div style=”text-align: justify;”><strong>चंदौली लोकसभा सीट</strong> से केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे हैट्रिक लगाने के इरादे से मैदान में है. उनका मुकाबला इंडिया गठबंधन की ओर से सपा के वीरेंद्र सिंह और बसपा के सत्येंद्र कुमार मौर्य से हैं. वहीं रॉबर्ट्सगंज सीट पर भी मुकाबला दिलचस्प है. यहां बीजेपी ने मौजूदा सांसद पकौड़ी लाल कोल की बहू रिंकी कोल को टिकट दिया है. जबकि सपा ने छोटेलाल खरवार और बसपा ने धनेश्वर गौतम को प्रत्याशी बनाया है. </div>
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<div style=”text-align: justify;”><strong>घोसी लोकसभा सीट पर</strong> बीजेपी को कड़ी चुनौती देखने को मिल रही है. इस सीट पर एनडीए को ओर से ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर ताल ठोंक रहे हैं. सपा ने राजीव राय पर दांव चला है जबकि बसपा ने बालकृष्ण चौहान को उतारकर ओबीसी वोटरों में सेंध लगाने की कोशिश की है. यहां लड़ाई त्रिकोणीय दिख रही है. </div>
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<div style=”text-align: justify;”><strong>कुशीनगर लोकसभा सीट</strong> पर लड़ाई दिलचस्प है. बीजेपी की ओर से मौजूदा सांसद विजय दुबे इस बार हैट्रिक के इरादे से मैदान में हैं तो वहीं इंडिया गठबंधन की ओर से अजय प्रताप सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर स्वामी प्रसाद मौर्य के आने से मुकाबला बढ़ गया है. मौर्य राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी से चुनाव मैदान में हैं.</div>
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<div style=”text-align: justify;”><strong>मिर्जापुर से</strong> केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल चुनाव लड़ रही है. वो लगातार दो बार यहां से सांसद रह चुकी है. सपा ने बीजेपी से आए रमेश बिंद को टिकट दिया है जबकि बसपा ने मनीष त्रिपाठी को चुनाव में उतारकर दलित-ब्राह्मण समीकरण को साधने की कोशिश की है. </div>
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<div style=”text-align: justify;”><strong>देवरिया लोकसभा</strong> सीट सपा-कांग्रेस गठबंधन में कांग्रेस के खाते में आई है. इस सीट से कांग्रेस ने अखिलेश सिंह को टिकट दिया है. जबकि बीजेपी की ओर से समाजसेवी शशांकमणि त्रिपाठी चुनाव लड़ रहे हैं. बसपा ने यहां यादव चेहरे पर दांव चला है और संदेश यादव को टिकट दिया है. </div>
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<div style=”text-align: justify;”><strong>सलेमपुर</strong> में बीजेपी ने फिर दो बार के सांसद रहे रवींद्र कुशवाहा पर दांव लगाया है. उनका मुक़ाबला सपा की ओर से पूर्व सांसद रहे रमाशंकर राजभर से हैं. बसपा ने भीम राजभर को चुनाव में उतार राजभर वोटों को काटने की कोशिश की है. महाराजगंज सीट पर बीजेपी की ओर से छह बार के सांसद रह चुके पंकज चौधरी, सपा की ओर से वीरेंद्र चौधरी और बसपा ने मौसम ए आलम को प्रत्याशी बनाया है. </div>
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<div style=”text-align: justify;”>मुख्तार अंसारी की मौत के बाद <strong>गाजीपुर लोकसभा सीट</strong> पर भी कड़ा मुक़ाबला देखने को मिल रहा है सपा ने यहां से मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी को टिकट दिया है. अफजाल ने पिछली बार बसपा के चुनाव चिन्ह पर यहा जीत हासिल की थी, वो पांच बार विधायक भी रह चुके हैं जबकि बीजेपी की ओर से पारसनाथ राय चुनाव लड़ रहे हैं. </div>
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<div style=”text-align: justify;”><strong>बांसगांव सीट पूर्व सांसद</strong> सुभावती पासवान के बेटे कमलेश पासवान बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर मैदान में हैं. वो तीन बार सांसद रह चुके हैं. सपा ने यहां संदल प्रसाद और बसपा ने रामसमूझ सिंह को उम्मीदवार बनाया है. डॉ. रामसमूझ पूर्व इनकम टैक्स अफसर भी रह चुके हैं. </div>
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<div style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/aligarh-news-lover-murdered-his-girlfriend-police-started-investigation-ann-2699790″><strong>एक तरफा प्यार का खूनी अंजाम, सनकी आशिक ने प्रेमिका को उतारा मौत के घाट </strong></a></div>
चंडीगढ़ में जुटे किसानों से सरकार करेगी मीटिंग:थोड़ी देर बाद किसानों और अफसरों में होगी बैठक, खेती पॉलिसी है प्रमुख मुद्दा
चंडीगढ़ में जुटे किसानों से सरकार करेगी मीटिंग:थोड़ी देर बाद किसानों और अफसरों में होगी बैठक, खेती पॉलिसी है प्रमुख मुद्दा खेती पॉलिसी समेत 8 मुद्दों को लेकर चंडीगढ़ के सेक्टर-34 में पक्का मोर्चा लगाकर संघर्ष पर चल रहे भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) और पंजाब खेत मजदूर यूनियन को पंजाब सरकार ने मीटिंग का न्योता दिया है। मीटिंग पांच बजे के बाद पंजाब भवन में होगी। इस मौके पंजाब सरकार के चीफ सेक्रेटरी समेत कई अधिकारी मौजूद रहेंगे। साथ ही किसानों के मुद्दों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। वहीं, किसानों नेताओं ने साफ किया है कि वह मीटिंग में शामिल होंगे। इसके बाद उनके द्वारा तय किया जाएगा कि वह संघर्ष में शामिल होंगे या नहीं। कृषि पॉलिसी कर ली गई है तैयार इससे पहले विधानसभा के मानसून सत्र में पंजाब सीएम भगवंत मान ने बताया कि हमारी सरकार ने कृषि पॉलिसी बना ली है। जल्दी ही इसे लागू करेंगे। उन्होंने बताया कि जैसे इंडस्ट्रियल पॉलिसी को लागू करने से पहले हमने मिलनी समारोह आयोजित किए थे। ठीक उसी तर्ज पर मीटिंग की जाएगी। साथ ही सारी चीजों पर विचार करने के बाद पॉलिसी को लागू करेंगे। किसानों काे किसी भी तरह की दिक्कत नहीं उठानी पड़ेगी।