साइबर ठग ने खुद को क्राइम ब्रांच का एसपी बताकर एक महिला से 30 हजार रुपये ठग लिए। ठग ने महिला को फोन कर कहा कि हमने तुम्हारे पति को पकड़ लिया है। अगर तुम अपने पति को छुड़वाना चाहती हो तो 30 हजार रुपये दे दो। पति को छुड़वाने के लिए महिला ने लोगों से 30 हजार रुपये उधार लेकर फोन करने वाले के बैंक खाते में जमा करवा दिए। ओढ़ां थाना पुलिस ने पीड़ित महिला के पति के बयान दर्ज कर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। जानकारी के अनुसार गांव ख्योवाली निवासी प्रदीप कुमार किसान है। 15 नवंबर 2024 को प्रदीप किसी काम से हिसार गया था। बाद में उसकी पत्नी सुमन के मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि मैं कालांवाली क्राइम ब्रांच का एसपी बोल रहा हूं, हमने तुम्हारे पति प्रदीप को पकड़ लिया है। पति को छुड़ाना चाहती हो तो 30 हजार रुपए दे दो तुम्हारे पति और तीन अन्य लड़के 4 पिस्तौल लेकर ट्रेन में चढ़े। तीनों लड़के बलात्कार के मामले में आरोपी हैं। हमने तुम्हारे पति को इन लड़कों के साथ पकड़ लिया है। फोन करने वाले ने सुमन से कहा कि अगर तुम अपने पति को छुड़ाना चाहती हो तो हमें 30 हजार रुपए दे दो, हम जांच करके तुम्हारे पति को छोड़ देंगे। यह सुनकर सुमन डर गई और उसने अपने पति को छुड़ाने के लिए अपने जानने वालों से 30 हजार रुपए उधार लिए। फोन करने वाले ने सुमन को अपना बैंक अकाउंट नंबर बताया। सुमन ने गांव के एक व्यक्ति से इस अकाउंट नंबर में ऑनलाइन 30 हजार रुपए जमा करवाए। किसी काम से हिसार गया हुआ था पति पुलिस को दी शिकायत में प्रदीप ने बताया कि शाम को वह घर लौटा तो सुमन की आंख में आंसू आ गए। उसने पति से इसका कारण पूछा तो उसने बताया कि एक आदमी की व्हाट्सएप कॉल आई थी। जिसने खुद को कालांवाली क्राइम ब्रांच का एसपी बताया और कहा कि तुम्हारे पति को हमने पकड़ रखा है। यह बात सुनकर प्रदीप हैरान रह गया। उसने पत्नी सुमन को बताया कि वह तो हिसार में किसी काम में बिजी था। घंटो तक बातों में उलझाए रखा प्रदीप का कहना है कि वह दोपहर को अपनी पत्नी को फोन मिलता रहा, लेकिन उसकी मोबाइल हर बार बीजी जा रहा था। साइबर ठग ने उसे घंटों तक बातों में उलझाए रखा और डराता रहा। डर के मारे सुमन को सिवाय पैसों का इंतजाम करने व अकाउंट में पैसे डलवाने के अलावा कुछ नहीं सुझा। पुलिस ने केस दर्ज कर शुरू की जांच ओढां थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल कुमार का कहना है कि प्रदीप की शिकायत पर अज्ञात शख्स के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जल्द से जल्द अज्ञात शख्स की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया जाएगा। साइबर ठग ने खुद को क्राइम ब्रांच का एसपी बताकर एक महिला से 30 हजार रुपये ठग लिए। ठग ने महिला को फोन कर कहा कि हमने तुम्हारे पति को पकड़ लिया है। अगर तुम अपने पति को छुड़वाना चाहती हो तो 30 हजार रुपये दे दो। पति को छुड़वाने के लिए महिला ने लोगों से 30 हजार रुपये उधार लेकर फोन करने वाले के बैंक खाते में जमा करवा दिए। ओढ़ां थाना पुलिस ने पीड़ित महिला के पति के बयान दर्ज कर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। जानकारी के अनुसार गांव ख्योवाली निवासी प्रदीप कुमार किसान है। 15 नवंबर 2024 को प्रदीप किसी काम से हिसार गया था। बाद में उसकी पत्नी सुमन के मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि मैं कालांवाली क्राइम ब्रांच का एसपी बोल रहा हूं, हमने तुम्हारे पति प्रदीप को पकड़ लिया है। पति को छुड़ाना चाहती हो तो 30 हजार रुपए दे दो तुम्हारे पति और तीन अन्य लड़के 4 पिस्तौल लेकर ट्रेन में चढ़े। तीनों लड़के बलात्कार के मामले में आरोपी हैं। हमने तुम्हारे पति को इन लड़कों के साथ पकड़ लिया है। फोन करने वाले ने सुमन से कहा कि अगर तुम अपने पति को छुड़ाना चाहती हो तो हमें 30 हजार रुपए दे दो, हम जांच करके तुम्हारे पति को छोड़ देंगे। यह सुनकर सुमन डर गई और उसने अपने पति को छुड़ाने के लिए अपने जानने वालों से 30 हजार रुपए उधार लिए। फोन करने वाले ने सुमन को अपना बैंक अकाउंट नंबर बताया। सुमन ने गांव के एक व्यक्ति से इस अकाउंट नंबर में ऑनलाइन 30 हजार रुपए जमा करवाए। किसी काम से हिसार गया हुआ था पति पुलिस को दी शिकायत में प्रदीप ने बताया कि शाम को वह घर लौटा तो सुमन की आंख में आंसू आ गए। उसने पति से इसका कारण पूछा तो उसने बताया कि एक आदमी की व्हाट्सएप कॉल आई थी। जिसने खुद को कालांवाली क्राइम ब्रांच का एसपी बताया और कहा कि तुम्हारे पति को हमने पकड़ रखा है। यह बात सुनकर प्रदीप हैरान रह गया। उसने पत्नी सुमन को बताया कि वह तो हिसार में किसी काम में बिजी था। घंटो तक बातों में उलझाए रखा प्रदीप का कहना है कि वह दोपहर को अपनी पत्नी को फोन मिलता रहा, लेकिन उसकी मोबाइल हर बार बीजी जा रहा था। साइबर ठग ने उसे घंटों तक बातों में उलझाए रखा और डराता रहा। डर के मारे सुमन को सिवाय पैसों का इंतजाम करने व अकाउंट में पैसे डलवाने के अलावा कुछ नहीं सुझा। पुलिस ने केस दर्ज कर शुरू की जांच ओढां थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल कुमार का कहना है कि प्रदीप की शिकायत पर अज्ञात शख्स के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जल्द से जल्द अज्ञात शख्स की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में टूटेगा I.N.D.I.A. गठबंधन:कुरुक्षेत्र में हार और INLD-JJP से ज्यादा वोट प्रतिशत मिलना बना अकेले लड़ने की वजह
हरियाणा में टूटेगा I.N.D.I.A. गठबंधन:कुरुक्षेत्र में हार और INLD-JJP से ज्यादा वोट प्रतिशत मिलना बना अकेले लड़ने की वजह हरियाणा में I.N.D.I.A.गठबंधन अब अंतिम सांस ले रहा है। जल्द ही गठबंधन टूटने का औपचारिक ऐलान हो सकता है। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) डॉ. संदीप पाठक ने बयान दिया है कि गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए बना था। लोकसभा चुनाव अब खत्म हो चुके हैं। इससे स्पष्ट है कि अब हरियाणा में AAP अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। बता दें कि हरियाणा में AAP और कांग्रेस ने मिलकर गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ा था। AAP के हिस्से में हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट आई। पंजाब से सटी इस सीट पर गठबंधन को जीतने की पूरी उम्मीद थी। मगर गठबंधन प्रत्याशी सुशील गुप्ता 29021 वोट से हार गए थे। इसके बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में ठन गई थी। अभी हाल ही में कैथल में प्रेस कान्फ्रेंस कर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने कुरुक्षेत्र लोकसभा में हार पर कांग्रेस नेताओं पर भीतरघात के आरोप लगाए थे। अनुराग ढांडा ने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और अशोक अरोड़ा पर जानबूझकर गठबंधन प्रत्याशी को हराने के आरोप लगाए थे। हालांकि गठबंधन प्रत्याशी ने ढांडा के आरोपों को निजी बताया था। हरियाणा में हर बूथ पर लड़ने में सक्षम आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) डॉ. संदीप ने कहा कि “हमारी दो राज्यों में सरकार है। हम गुजरात में चुनाव लड़े हैं। हम हरियाणा में भी चुनाव लड़े। I.N.D.I.A. गठबंधन व्यक्तिगत फायदा के लिए नहीं बना था। अगर ऐसा होता तो संभवत हम गठबंधन में गए ही नहीं होते। मगर देश महत्वपूर्ण था। लोकसभा सभा के लिए गठबंधन बना था। लोकसभा खत्म हो गया है। आगे की सारी चीजें तब क्लियर होंगी जब केजरीवाल बाहर आएंगे। हम विधानसभा तो छोड़ एक-एक बूथ पर सक्षम हैं। पूरा हरियाणा बदलाव के लिए तैयार है और भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए तैयार है”। कुरुक्षेत्र में हार के बाद रिश्तों में खटास कुरुक्षेत्र में गठबंधन प्रत्याशी सुशील गुप्ता की हार के बाद कांग्रेस और AAP के रिश्तों में खटास आई थी। हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन पर लड़ी आम आदमी पार्टी (AAP)ने हार का ठीकरा कांग्रेस के सिर मढ़ दिया था। पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने कुरुक्षेत्र लोकसभा में हार पर कांग्रेस नेताओं पर भीतरघात के आरोप लगाए थे। ढांडा ने कहा था कि कैथल में रणदीप सुरजेवाला ने भीतरघात किया जिसके कारण गठबंधन प्रत्याशी कैथल विधानसभा से 17000 वोटों से पीछे रह गया। खुद सुरजेवाला के बूथ से सुशील गुप्ता हार गए। इसके अलावा थानेसर में अशोक अरोड़ा पिछले विधानसभा चुनाव में 500 वोट से हारे थे। मगर अबकी बार थानेसर से सुशील गुप्ता 18000 वोट से हार गए। रादौर और लाडवा में कांग्रेस के विधायक हैं। इन दोनों जगह भी गठबंधन प्रत्याशी हार गया। यहां भी भीतरघात हुआ है। विधानसभा की तैयारी में जुटी है AAP लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन करने के बाद अब आम आदमी पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारी में तेज कर दी है। साथ ही हार से बौखलाई AAP कांग्रेस पर निशाना साध रही है। इससे पहले आम नेता गोपाल राय ने भी साफ कर दिया था कि लोकसभा चुनाव के लिए हमारा गठबंधन था लेकिन विधानसभा चुनाव में हम अपनी पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे। फिलहाल आम आदमी पार्टी के नेताओं की एक राय से साफ है कि आगामी विधानसभा चुनाव में AAP किसी के साथ गठबंधन करने के मूड में नहीं है। इनेलो-जजपा की जगह लेना चाहती है AAP दरअसल, हरियाणा के लोकसभा चुनाव में लोगों ने क्षेत्रीय दल इनेलो और जजपा को नकार दिया। सभी 10 की 10 सीटों पर जजपा और इनेलो की जमानत जब्त हुई। जजपा को लोकसभा चुनाव में 0.87 प्रतिशत वोट हासिल हुए। वहीं इनेलो को 1.74 प्रतिशत वोट मिले। वहीं AAP की बात करें तो इस चुनाव में उसे 3.94 प्रतिशत वोट मिले हैं। इससे पार्टी उत्साहित है। पार्टी को इनेलो और जजपा से दोगुना ज्यादा वोट प्राप्त हुए हैं। इसलिए पार्टी दोनों का विकल्प हरियाणा में बनना चाहती है। कुरुक्षेत्र के ही गुहला चीका, कलायत, पेहवा और शाहबाद की 4 विधानसभा में उसने जीत हासिल की है। आगामी विधानसभा में वह इस विधानसभा में जीत हासिल करने उतरेगी।
हरियाणा निर्दलीय उम्मीदवार का दावा, ED की धमकी मिली:कादियान बोले- बड़ौली टिकट नहीं दिला सके; लोकसभा चुनाव में तन, मन, धन से मदद की
हरियाणा निर्दलीय उम्मीदवार का दावा, ED की धमकी मिली:कादियान बोले- बड़ौली टिकट नहीं दिला सके; लोकसभा चुनाव में तन, मन, धन से मदद की हरियाणा के निर्दलीय उम्मीदवार देवेंद्र कादियान ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि उन्हें ED-CBI की धमकियां मिल रही हैं। कादियान भारतीय जनता पार्टी (BJP) से टिकट कटने के बाद गन्नौर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि मोहन लाल बड़ौली हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं, लेकिन वह उन्हें टिकट तक नहीं दिला सके। देवेंद्र कादियान मन्नत ग्रुप होटल्स के चेयरमैन हैं। उन्होंने राजनीति की शरुआत युवा कांग्रेस में की। वे राहुल गांधी के करीबी रहे हैं। युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। 2018 में कांग्रेस छोड़ कर उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। 2019 में मनोहर लाल खट्टर ने रथ यात्रा निकली थी। तब कादियान ने गन्नौर में रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया था, इस दौरान भी वे गन्नौर भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने टिकट निर्मल चौधरी को दे दी। इसके बाद कादियान बागी हो गए। तब मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें मनाया था। विदेशों से मिल रही धमकियां, पुलिस में शिकायत दी देवेंद्र कादियान ने दूसरे प्रत्याशियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें चुनाव में बैठाने के लिए खुले मंच और विदेशों से धमकियां मिल रही है। साथ ही जो उनके समर्थक है, उन्हें भी विदेशों से फोन पर जान से मारने व चुनाव से दूर रहने की धमकियां मिल रही है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में दोनों प्रत्याशियों की जमानत जब्त होगी। इसी डर की वजह से उन्हें धमकियां मिल रही है। उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर भी कार्रवाई की मांग की है। बड़ौली की तन, मन, धन से मदद की देवेंद्र कादियान ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली पर आरोप लगाया कि, जिनको टिकट मिली उन्हीं ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराया। लोकसभा चुनाव में बड़ौली ने ये आरोप लगाया था जिसको टिकट मिली उसने मुझे हराया। ये कमाल की बात है कि मैंने उनकी लोकसभा चुनाव में तन, मन और धन से मदद की, लेकिन वह एक टिकट नहीं दिला सके। दरअसल, आज कोई भी बड़ा नेता यह नहीं चाहता कि कोई नया युवा राजनीति में आए और आगे बढ़े। लाइव आकर बीजेपी छोड़ने का किया था ऐलान हरियाणा के सोनीपत जिले की गन्नौर विधानसभा सीट पर भाजपा के लिए ये कादियान बड़ी चुनौती बने हुए हैं। करीब 10 साल से क्षेत्र में सक्रिय भाजपा नेता एवं युवा आयोग के चेयरमैन देवेंद्र कादियान ने लाइव आकर भाजपा छोड़ने का ऐलान किया था। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी निकल आए। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कुछ लोग 100 करोड़ रुपए देकर टिकट लेकर आए हैं। करोड़ों में खरीदने की बात कर रहे देवेंद्र कादियान ने यह भी आरोप लगाया है, कि ‘वे सबसे अपील करते हैं कि कृपया सच्चाई के साथ चलिए, कृपया वफादारी के साथ चलिए, कृपया इंसानियत के साथ चलिए। दिखा दीजिए कि असली टिकट गन्नौर के अंदर है। यह 100 करोड़ में खुद की टिकट लेकर आए हैं। वे आपको करोड़ों में खरीदने की बात कर रहे हैं, लेकिन मैंने कभी इस हलके में कोई आदमी बिकाऊ नहीं दिखा। देखता हूं वह कैसे खरीदेगा। मेरी अपील है कि दो नंबर के पैसे लेने से मना मत करना, गठरी आएगी पैसों की रखवा लेना। मना मत करना। गौशालाएं हैं, मंदिर हैं। किसी भी अच्छी जगह ये पैसे लगा देना, लेकिन इनके 100 करोड़ निकालने हैं। 2015 में नारा दिया- नेता नहीं बेटा देवेंद्र कादियान अपने एक नारे को लेकर भी काफी चर्चा में रहे। 2015 में व्यापार से जब उन्होंने राजनीति की ओर रुख किया तो उन्होंने कहा कि वह नेता नहीं, गन्नौर के बेटा हैं। इस चुनाव में भी वह निर्दलीय के रूप में नेता नहीं बेटा को लेकर ही प्रचार कर रहे हैं। देवेंद्र क्षेत्र में समाजसेवी की छवि रखते हैं। फ्री में एंबुलेंस चला रहे हैं, गरीब युवाओं की शिक्षा में भी सहयोग कर रहे हैं। देवेंद्र कादियान इस बार अपनी टिकट को पक्का मान कर चल रहे थे, लेकिन अब भाजपा के जवाब देने के बाद उन्होंने भाजपा को अलविदा कह दिया। यहां पढ़िए गन्नौर का सियासी गणित गन्नौर में हर चुनाव में कड़ा मुकाबला, निर्दलीय भी जीते गन्नौर में वर्ष 1967 से अब तक विधानसभा के 13 चुनाव हो चुके हैं। गन्नौर विधानसभा सीट 2005 में अस्तित्व में आई है। इससे पहले इसे कैलाना हलके के नाम से जाना जाता था। इस सीट पर हर बार प्रत्याशियों में मुकाबला कड़ा व आमने सामने का रहा है। 6 चुनाव में तो प्रत्याशी की जीत का अंतर 2000 वोटों से नीचे रहा है। यहां पर 1972 व 1982 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं। 1987 में लोकदल के वेद सिंह ने निर्दलीय राजिंद्र सिंह को 17,614 वोटों से हराया और यह गन्नौर के इतिहास में आज तक की सबसे बड़ी जीत है। वर्ष 2009 व 2019 के चुनाव में जीत की अंतर 10 हजार से थोड़ा उपर रहा। 2000 के चुनाव में कांग्रेस के जितेंद्र मलिक इनेलो से मात्र 740 वोटों से जीते थे।
पानीपत में बाल विवाह के 2 साल बाद FIR:लड़की ने दी थी घरेलू हिंसा की शिकायत; जांच में लड़का-लड़की मिले नाबालिग
पानीपत में बाल विवाह के 2 साल बाद FIR:लड़की ने दी थी घरेलू हिंसा की शिकायत; जांच में लड़का-लड़की मिले नाबालिग हरियाणा के पानीपत शहर में रहने वाली एक लड़की ने घरेलू हिंसा की शिकायत प्रोटेक्शन ऑफिसर को दी। शिकायत की जांच पड़ताल में लड़की और लड़का दोनों ही शादी के वक्त नाबालिग होने के सबूत मिले। जिसके बाद दोनों के खिलाफ बाल विवाह निषेध अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज करवाया गया है। लड़के ने शादी के लिए हाईकोर्ट से जमानत ली थी। वह नशा तस्करी के केस में जेल में बंद था। दोनों निर्धारित आयु से कम थे जानकारी देते हुए बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि मामला साल 2022 का है। जिसमें एक लड़की द्वारा उन्हें घरेलू हिंसा की एक शिकायत प्राप्त हुई थी। घरेलू हिंसा रिपोर्ट की कार्रवाई के दौरान यह तथ्य सामने आए कि लड़की की शादी 11 अक्टूबर 2022 को मुल्तान भवन, माडल टाउन में हुई थी। इसके लिए लड़का जेल में बंद एक अन्य मामले में शादी के लिए जमानत लेकर बाहर आया था। उसने शादी के लिए हाईकोर्ट से जमानत ली थी। कार्रवाई के दौरान सामने आया कि लड़की व लड़का दोनों की उम्र शादी के समय 18 वर्ष व 21 वर्ष से कम थी। दोनों का स्कूल रिकॉर्ड देखा गया। जिस हिसाब से शादी के वक्त लड़की 17 साल 9 माह की थी। जबकि लड़का करीब 20 साल का था। जबकि नियमों के अनुसार शादी के लिए लड़की की उम्र 18 साल व लड़के की उम्र 21 साल होनी चाहिए।