हरियाणा के फरीदाबाद में सोमवार (25 नवंबर) देर रात केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के आवास के पास विंटेज कार के शोरूम के मैनेजर को गोली मार दी। नशे में धुत 2 युवकों ने 2 राउंड फायरिंग की, जिसमें शोरूम मैनेजर के हाथ पर गोली लगी। उसे तुरंत बादशाह खान सिविल अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी। सूचना पाकर पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और आसपास के इलाके को सील कर दिया। युवकों की तलाश की गई, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा। पहले बाइक सवार को टक्कर मारी प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार सवार 2 युवकों ने ज्यादा शराब पी हुई थी। उन्होंने पहले एक बाइक सवार को टक्कर मारी। तभी वहां कार शोरूम के मैनेजर रिंकू सागर आ गए। उन्होंने बाइक सवार युवक को उठाया। रिंकू ने युवकों से बाइक सवार को टक्कर मारने का कारण पूछा। तभी युवकों ने उनके साथ बहस करनी शुरू कर दी। उनमें से एक युवक ने रिंकू सागर पर फायरिंग कर दी। युवक ने 2 राउंड फायरिंग की। एक गोली रिंकू को छुती हुई निकल गई, जबकि दूसरी गोली उनके हाथ पर जा लगी। गोली लगने के बाद रिंकू के हाथ से खून निकलने लगा। वह लहूलुहान हालत में सड़क पर ही गिर गए। कार में भागे दोनों युवक इसके बाद दोनों युवक अपनी कार में बैठकर भाग गए। आसपास के लोगों ने रिंकू को संभाला और पुलिस को सूचना दी। रिंकू को तुरंत बादशाह खान सिविल अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने रिंकू का इलाज किया। घटना की सूचना मिलने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम और सेक्टर 28 चौकी के इंचार्ज मौके पर पहुंचे। घटनास्थल की जांच की गई। मौके से गोली के खोल बरामद हुए। घटना के बाद रिंकू को बादशाह खान सिविल अस्पताल में ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक इलाज देने के बाद छुट्टी दे दी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम के साथ-साथ सेक्टर 28 पुलिस चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे। मौके से गोली के खोल बरामद किए गए हैं। चौकी इंचार्ज बोले- गाड़ी का नंबर पता चला सेक्टर-28 चौकी इंचार्ज प्रवीण का कहना है कि घायल शोरूम मैनेजर के बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके बाद FIR दर्ज कर जांच शुरू की जाएगी। उसके पास कुछ गाड़ी का नंबर और CCTV फुटेज आई है। जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। हरियाणा के फरीदाबाद में सोमवार (25 नवंबर) देर रात केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के आवास के पास विंटेज कार के शोरूम के मैनेजर को गोली मार दी। नशे में धुत 2 युवकों ने 2 राउंड फायरिंग की, जिसमें शोरूम मैनेजर के हाथ पर गोली लगी। उसे तुरंत बादशाह खान सिविल अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी। सूचना पाकर पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और आसपास के इलाके को सील कर दिया। युवकों की तलाश की गई, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा। पहले बाइक सवार को टक्कर मारी प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार सवार 2 युवकों ने ज्यादा शराब पी हुई थी। उन्होंने पहले एक बाइक सवार को टक्कर मारी। तभी वहां कार शोरूम के मैनेजर रिंकू सागर आ गए। उन्होंने बाइक सवार युवक को उठाया। रिंकू ने युवकों से बाइक सवार को टक्कर मारने का कारण पूछा। तभी युवकों ने उनके साथ बहस करनी शुरू कर दी। उनमें से एक युवक ने रिंकू सागर पर फायरिंग कर दी। युवक ने 2 राउंड फायरिंग की। एक गोली रिंकू को छुती हुई निकल गई, जबकि दूसरी गोली उनके हाथ पर जा लगी। गोली लगने के बाद रिंकू के हाथ से खून निकलने लगा। वह लहूलुहान हालत में सड़क पर ही गिर गए। कार में भागे दोनों युवक इसके बाद दोनों युवक अपनी कार में बैठकर भाग गए। आसपास के लोगों ने रिंकू को संभाला और पुलिस को सूचना दी। रिंकू को तुरंत बादशाह खान सिविल अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने रिंकू का इलाज किया। घटना की सूचना मिलने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम और सेक्टर 28 चौकी के इंचार्ज मौके पर पहुंचे। घटनास्थल की जांच की गई। मौके से गोली के खोल बरामद हुए। घटना के बाद रिंकू को बादशाह खान सिविल अस्पताल में ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक इलाज देने के बाद छुट्टी दे दी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम के साथ-साथ सेक्टर 28 पुलिस चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे। मौके से गोली के खोल बरामद किए गए हैं। चौकी इंचार्ज बोले- गाड़ी का नंबर पता चला सेक्टर-28 चौकी इंचार्ज प्रवीण का कहना है कि घायल शोरूम मैनेजर के बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके बाद FIR दर्ज कर जांच शुरू की जाएगी। उसके पास कुछ गाड़ी का नंबर और CCTV फुटेज आई है। जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में भाजपा प्रभारी का दुष्यंत के बयान पर पलटवार:सतीश पूनिया बोले- चुनाव में JJP की पोल खुल चुकी; हमारी क्या खोलेंगे हरियाणा के हिसार में बुधवार को सेक्टर 14 से स्थित पंजाबी भवन में भाजपा का जिला स्तरीय सम्मेलन हुआ। सम्मेलन में बीजेपी के प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया पहुंचे। उन्होंने सम्मेलन में मौजूद वर्कर्स को बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आगामी मीटिंग में बूथ स्तर पर किए गए कार्यों की समीक्षा भी की जाएगी। लोकसभा चुनाव में बाहरी नेताओं को बीजेपी में शामिल करके टिकट देने के सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि बीजेपी आज के समय में सबसे बड़ी पार्टी है। जो नेता बीजेपी पार्टी में शामिल हो जाता है, वह बीजेपी में रह कर कांग्रेस या किसी पार्टी का नहीं होता। केवल बीजेपी का बन जाता है। चुनाव मेरिट के हिसाब से होता है। जो कार्यकर्ता या नेता जीतने में सक्षम होता है, पार्टी उसे ही टिकट देती है। पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के भाजपा की पोल खोलने के बयान पर सतीश पूनिया ने कहा कि JJP पार्टी की पोल तो खुल चुकी है। पिछले चुनाव में उन्हें 14% वोट मिला था। वही इस चुनाव में 0.8% वोट मिले हैं। इनकी पोल खुल चुकी है, वह हमारी क्या पोल खोलेंगे। भाजपा प्रदेश प्रभारी ने कहा कि लोकसभा का चुनाव हमारे लिए सबक और सीख भी है। लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद विश्लेषण करने पर पता चला कि 45 सीटों पर बीजेपी की लीड है, जबकि 42 पर कांग्रेस की लीड है। पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार आगामी चुनाव के अलग मुद्दे होंगे। अलग-अलग विधानसभा सीट के समीकरण होंगे। कांग्रेस पार्टी अलग-अलग कुनबों में बंटी है। लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला के भीतर घात के बयान पर प्रदेश प्रभारी ने कहा कि जीत में सभी चीज ढक जाती हैं। वही हार होने पर उभर कर सामने आती हैं। पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ता और उम्मीदवार ने जो रिपोर्ट हमें दी है, उन पर चर्चा करना अभी बाकी है। इस तरह की शिकायत अन्य क्षेत्रों से भी मिलेगी तो उस पर संज्ञान लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने जमीन स्तर पर पार्टी के लिए कार्य किया है। लेकिन बूथ स्तर पर जितने सफलता मिलनी चाहिए थी उतनी सफलता हमें मिली नहीं। लोकसभा में जो हमारी कमजोरी रही है उसी को दूर करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
हरियाणा में शहीद मेजर का परिवार भिड़ा:बहू बोली- सास-ससुर को डेढ़ करोड़ मिला, अब सरकारी नौकरी भी ननद के लिए चाहते हैं
हरियाणा में शहीद मेजर का परिवार भिड़ा:बहू बोली- सास-ससुर को डेढ़ करोड़ मिला, अब सरकारी नौकरी भी ननद के लिए चाहते हैं हरियाणा के पानीपत के शहीद मेजर आशीष धौंचक की शहादत को 10 माह ही हुए हैं, इसी बीच उनका पारिवारिक विवाद घर से निकल कर सरेआम आ गया है। आशीष के परिवार और उनकी पत्नी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। परिवार का आरोप है कि बहू सरकार से मिलने वाली राशि, घर-मकान समेत अन्य लाभ अपने नाम करवा कर मायके चली गई। कई माह बीत जाने के बाद वह वापस नहीं लौटी। यहां तक कि उसने और उसके परिवार वालों ने बातचीत तक करनी बंद कर दी। इसी बीच पत्नी ज्योति भी सामने आई है। दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में ज्योति ने सभी आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया और परिवार के बीच चल रही हर खटपट के बारे में विस्तार से बताया। सास ने इसलिए टॉर्चर किया, मैं खुद सब छोड़कर चली जाऊं
ज्योति ने कहा कि 2021 में आशीष की पोस्टिंग श्रीनगर में आई थी। तब मैं अपनी बेटी के साथ पानीपत अपनी ससुराल में शिफ्ट हुई थी। आशीष की शहादत के बाद मेरी सास कमला ने परिवार के बीच में ये कह दिया था कि मैं इसे (ज्योति) अपने साथ नहीं रख सकती हूं। अगर इसे रहना होगा तो ये घर के पहले फ्लोर पर रह लेगी। मैं वहीं रहती रही। ये सोच कर कि ये मेरे पति का घर है, मेरी बेटी का घर है। इसके बाद मेरी सास ने मुझे टॉर्चर करना शुरू कर दिया। मुझे ताने दिए, बात-बात पर झगड़ा किया और बात करना बंद कर देना। उनका मकसद था कि मैं परेशान होकर सब कुछ छोड़कर चली जाऊं, लेकिन मैंने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया। मुझे मेरी बेटी का भविष्य देखना था। ननदोई ने दी धमकियां, इसलिए मैंने घर आना किया बंद
29 दिसंबर को छमाही पर सभी बड़ों के कहने पर मैंने अपना सामान पहले फ्लोर पर रख लिया था। मेरे ससुर इन सब बातों में शामिल हैं। मैंने घर नहीं छोड़ा। मैंने न ही दूसरी शादी की है। न ही मैंने तलाक लिया है तो मैं घर छोड़कर क्यों जाऊं। मैं बीच-बीच में अपने मायके भी आती रही। यहां आने के बाद मेरे पास धमकी भरे फोन भी आने लगे। मेरी सबसे बड़ी ननद अंजू के पति संजय नांदल ने सास-ससुर के कहने पर धमकियां दी है। इसी डर से मैंने वहां जाना छोड़ दिया। मैंने सिर्फ अपने पहले फ्लोर पर ही लॉक लगाया है। वहां पर मेरी तीनों ननदों, उनके पति, बच्चों की जगह है, लेकिन मेरे और मेरी बेटी के लिए वहां जगह नहीं है। शहादत के बाद मेरे सास-ससुर को सरकार की ओर से डेढ़ करोड़ मिला था। ये पूरा खेल सिर्फ ननद को सरकारी नौकरी दिलवाने के खेला जा रहा है। जिस सोने की बात वे खुद ही कह रहे हैं कि उन्होंने शादी के वक्त दिया था, तो वह मेरा ही हुआ न। अगर मैं वो अपना स्त्रीधन साथ ले आई तो उसमें किसी को कोई आपत्ति क्यों होनी चाहिए। मैं सरकार के सामने अपना पक्ष रखूंगी। पैतृक जमीन भी बेच दी
ज्योति ने कहा कि पानीपत में शुभआंगन सोसाइटी का प्लाट अगस्त में बेचा था। TDI स्थित आवास के ग्राउंड फ्लोर में वे खुद रह रहे हैं। फर्स्ट फ्लोर पर मेरा सामान है। दूसरी मंजिल किराए पर दी हुई है। जिसका किराया भी सास-ससुर के पास आता है। मेरे ससुर एनएफएल से रिटायर्ड हैं, वो पेंशन भी आ रही है। बिंझौल गांव की पैतृक जमीन भी बेच दी है। 25 लाख की एफडी भी है। इसके अलावा सास कमला के नाम रोहतक में दो प्लॉट भी है। जबकि मेरे पास सिर्फ वो सहयोग राशि है, जो मेरे पति की शहादत के बाद सरकार की ओर से दी गई थी। इसके अलावा मेरे पास अब मिलने वाली नौकरी की आशा थी। शहादत बदनाम न हो, इसलिए रही चुप
उन्होंने कहा कि मेरे साथ ससुराल में अकसर प्रताड़ना की जाती थी, लेकिन मैंने कभी इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाई। क्योंकि पहले मेरे पति मुझे इन प्रताड़नाओं से प्रोटेक्ट करते थे। उनके बाद मैंने इसलिए कभी कोई आवाज नहीं उठाई क्योंकि मैं एक शहीद की पत्नी हूं। उनकी शहादत को मैं इस तरह बदनाम कभी नहीं कर सकती, जैसे मेरे ससुराल वालों ने किया है। मैंने कभी कोई डिमांड नहीं की। अब पढ़िए शहीद की मां ने क्या कहा…. आखिरी चेक पर साइन करवा कर चली गई बहू
दैनिक भास्कर से बातचीत में शहीद की मां कमला ने बताया कि 13 सितंबर 2023 को उनका इकलौता बेटा मेजर आशीष धौंचक (36) जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गया था। बेटे की शहादत के बाद से बहू ज्योति ने अपने तेवर बदल लिए थे। जब तक सरकार की ओर से निर्धारित पूरी राशि नहीं मिली वह बहुत प्यार से बात करती थी। आखिर चेक आने पर उसने घर से जाने का प्लान बना लिया था। शहादत के कुछ समय बाद ही उसने जींद स्थित अपने मायका में 7 दिन जाने की बात कही थी। इसके बाद वह अपनी ढाई साल की बेटी वामिनी को लेकर घर से चली गई और वापस नहीं लौटी। 30 तोला सोना भी ले गई ज्योति
ज्योति से जब भी बात करते हैं, वह कभी भी वापस न आने की बात कहती है। उसके मां-बाप से बात की तो उन्होंने भी बात करने से मना कर दिया। इतना ही नहीं पंचायती, सामाजिक तौर पर भी उन्होंने किसी भी तरह की बात करने से मना कर दिया। मां ने कहा कि ज्योति जाते समय घर से 30 तोला सोना भी ले गई है। इसके अलावा फरीदपुर टीडीआई में नवनिर्मित मकान, जोकि आधा आशीष के नाम था वह भी अपने नाम करवा गई। जाते हुए उसने घर के ऊपर वाले हिस्से में ताला लगा दिया था। उन्होंने कहा कि वह सरकार से मांग करती हैं कि उनकी बहू ज्योति को सरकारी नौकरी देने का जो प्रस्ताव मंजूर हुआ था, वह नामंजूर किया जाए। क्योंकि ज्योति उनके साथ नहीं रहती है। वह इस नौकरी को अपनी बेटी को दिलवाना चाहती है। क्योंकि बेटी ही उनकी सेवा कर रही है। ये बात पॉलिसी में भी लिखा है कि जिसे नौकरी दी जाएगी, अगर वह मां-बाप की केयर नहीं करेगा या करेगी, तो उसकी नौकरी को मां-बाप के कहने पर नामंजूर किया जाएगा। इसके अलावा मां ने यह भी कहा कि भारतीय सेना की ओर से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली है। वह अपने कैंटीन कार्ड बनवाने के लिए भी जद्दोजहद कर रही हैं। सेना से कई बार संपर्क किया। सेना की ओर से उन्हें मेडिकल सुविधा भी नहीं दी गई।
समालखा में पूर्व विधायक ने शुरू की फ्री बस सेवा:आचार संहिता के चलते बंद की थी, धर्म सिंह छौक्कर हार के बाद बोले- जारी रहेगी
समालखा में पूर्व विधायक ने शुरू की फ्री बस सेवा:आचार संहिता के चलते बंद की थी, धर्म सिंह छौक्कर हार के बाद बोले- जारी रहेगी पानीपत के हल्का समालखा से कांग्रेस के पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर ने फिर से फ्री बस सेवा सेवा शुरू कर दी है। उन्होंने विधानसभा चुनाव में आचार संहिता के चलते बसों को बंद कर दिया था। उन्होंने इस सेवा को 2019 में शुरू किया था। अब आचार संहिता समाप्त होने के बाद यह सुविधा दोबारा शुरू कर दी गई है। इसकी जानकारी धर्म सिंह छौक्कर ने खुद सोशल मीडिया से दी। इसी कड़ी में बुधवार को महिला स्पेशल दो बसों को पुराना बस स्टैंड से कार्यकर्ताओं ने झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस बार पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर की विधानसभा चुनाव में हार होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि सभी सुविधाएं बंद कर दी जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि बस सेवा जारी रहेगी। इस महिला एक्सप्रेस बस में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम से कनेक्ट है, इसके जरिए परिजन अपने-अपने बच्चों पर नजर रख सकेंगे। ये दोनो बसें प्रतिदिन बस स्टैंड से चलेंगी।