मोगा निवासी और राजनीति में अपना नाम बनाने वाले तीन बार विधायक रहे जोगिंदर पाल जैन का आज सुबह 3 बजे निधन हो गया। मोगा से तीन बार विधायक रहे और राजनीति में अपना नाम बनाने वाले जोगिंदर पाल जैन लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से मोगा की राजनीति में शोक की लहर है। वह सभी के साथ समन्वय बनाए रखते थे। पूर्व विधायक ने अपने बेटे अक्षित जैन को मोगा नगर निगम का मेयर बनवाया था। जोगिंदर पाल जैन का अंतिम संस्कार आज दोपहर 2 बजे गांधी रोड स्थित स्वर्ग आश्रम में किया जाएगा। मोगा निवासी और राजनीति में अपना नाम बनाने वाले तीन बार विधायक रहे जोगिंदर पाल जैन का आज सुबह 3 बजे निधन हो गया। मोगा से तीन बार विधायक रहे और राजनीति में अपना नाम बनाने वाले जोगिंदर पाल जैन लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से मोगा की राजनीति में शोक की लहर है। वह सभी के साथ समन्वय बनाए रखते थे। पूर्व विधायक ने अपने बेटे अक्षित जैन को मोगा नगर निगम का मेयर बनवाया था। जोगिंदर पाल जैन का अंतिम संस्कार आज दोपहर 2 बजे गांधी रोड स्थित स्वर्ग आश्रम में किया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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फाजिल्का में मुक्त कराया गोवंश:बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर ट्रक चढ़ाने की कोशिश, ले जाया जा रहा था गुरदासपुर फाजिल्का में फिरोजपुर हाइवे पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गोवंश से भरा हुआ ट्रक पकड़ लिया l उनका कहना है कि गांव बकैनवाला से फाजिल्का तक पीछा कर रहे उन लोगों पर ट्रक चढ़ाने का प्रयास भी किया गया l आखिरकार उन्होंने फ्लाईओवर पर ट्रक पकड़ लिया l फिलहाल मौके पर पुलिस पहुंची है l जिनके द्वारा दो लोगों को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी गई है l बजरंग दल फिरोजपुर से संयोजक मनीष स्वामी और शिवसेना बाला साहेब ठाकरे के जिला प्रधान उमेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गांव बकैनवाला से ट्रक में भरकर गोवंश ले जाए जा रहे हैं l जिस पर उन्होंने अपनी टीम लगाकर ट्रक का पीछा किया तो पहले ट्रक चालकों ने उन पर ट्रक चढ़ाने की कोशिश की l हालांकि दो लोग गांव पक्का चिश्ती के नजदीक छलांग लगा फरार हो गए l डेढ़ दर्जन गोवंश भरे थे ट्रक में काफी प्रयासों के बाद उन्होंने और उनकी टीम ने फाजिल्का फिरोजपुर हाईवे पर लगते फ्लाईओवर के ऊपर ट्रक को पकड़ लिया l जिसमें करीब डेढ़ दर्जन से अधिक गोवंश भरे हुए हैं l जिन्हें गुरदासपुर ले जारया जा रहा था l हालांकि इस मामले में मौके पर पुलिस को बुलाया गया और ट्रक व उसमे सवार चालक सहित दो लोगों को पुलिस के हवाले किया गया है और कार्रवाई की मांग की जा रही है l मौके पर पहुंचे एएसआई गुरदेव सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें सूचना मिलने के बाद वह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे हैं l जहां ट्रक चालक सहित दो लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया है l ट्रक को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है l
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पंजाब के अग्निवीर को मुआवजे का वेरिफिकेशन पूरा:67 लाख बाकी, इसी साल राजौरी में शहादत, राहुल गांधी ने उठाया था मुद्दा भारतीय सेना के ‘अग्निवीर’ अजय कुमार सिंह के परिवार को अब जल्द ही मुआवजा मिलने की उम्मीद जगी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा किया गया सत्यापन पूरा हो चुका है। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा मौत के कारणों का सत्यापन न किए जाने के कारण लुधियाना के एक गांव में रहने वाले अग्निवीर के परिवार को 67.30 लाख रुपये का मुआवजा नहीं मिल पाया। अग्निवीर अजय कुमार सिंह 18 जनवरी को राजौरी में हुए माइन विस्फोट में शहीद हो गए थे। 13 फरवरी को परिवार को 50 लाख रुपये का भुगतान किया गया। यह बैंक द्वारा अग्निवीर को दी गई बीमा राशि थी। इसके बाद 10 जून को अग्निवीर के परिवार को सरकार द्वारा ली गई बीमा पॉलिसी से 48 लाख रुपये भी मिल गए। लेकिन, सत्यापन प्रमाण पत्र के कारण शहीद सैनिक के परिवार को करीब 67 लाख रुपए पाने के लिए चक्कर लगाने पड़े। इस राशि में 44 लाख रुपए अनुग्रह राशि, 13 लाख रुपए चार साल के कार्यकाल का वेतन, 8 लाख रुपए सेना कल्याण कोष और 2.30 लाख रुपए सेवा निधि पैकेज शामिल है। एक सप्ताह तक चर्चा का कारण बनी रही अग्निवीर की शहादत पिछले सप्ताह मुआवजे का पूरा भुगतान न मिलने पर राजनीतिक तूफान मचा था। मृतक के पिता चरणजीत सिंह ने 3 जुलाई को एक टिप्पणी की थी। जिसमें दावा किया गया था कि परिवार को कोई मुआवजा नहीं मिला है। एक दिन बाद पिता ने अपना बयान बदलते हुए कहा कि उन्हें बीमा की राशि मिल गई है। सेना को देनी पड़ी सफाई लोकसभा सत्र के दौरान विपक्षी नेता राहुल गांधी ने चरणजीत सिंह के बयान पर कहा था कि सैनिक को कोई मुआवजा नहीं दिया गया। राहुल गांधी के बयान के बाद भारतीय सेना ने बुधवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अग्निवीर अजय कुमार के परिवार को मुआवजा न दिए जाने के दावों को खारिज किया और कहा कि 98.39 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। सफाई में कहा गया कि दी जाने वाली कुल राशि करीब 1.65 करोड़ रुपए होगी।
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सोशल मीडिया पर सलाह से मंगाए लोशन से एलर्जी, झाइयों की क्रीम से चेहरा खराब आजकल सोशल मीडिया पर स्किन और हेयर केयर प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल की मुफ्त सलाह तेजी से वायरल हो रही हैं। इनका बिना सोचे-समझे इस्तेमाल लोगों के लिए भारी पड़ रहा है। शहर में कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। ऑनलाइन सलाह पर मंगाए बालों के लोशन से सिर में एलर्जी, झाइयों की क्रीम से चेहरा बिगड़ना, डर्मा रोलर के कारण चेहरे पर गंभीर संक्रमण हो जाना शामिल है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन मामलों में खुद से इलाज करना बेहद खतरनाक हो सकता है और हमेशा डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह लेना जरूरी है। फ्री ऑनलाइन टिप्स से दूर रहें खुद की डॉक्टरी से नुकसान के कुछ वास्तविक मामले : बाल तो लंबे नहीं हुए लेकिन झड़ना जरूर शुरू हो गए केस 1: 30 साल की एक महिला ने अपने बालों को लंबा और घना करने के लिए सोशल मीडिया पर चर्चित एक लोशन मंगवाया। यह सोचकर कि यह लोशन बाल बढ़ाने में मददगार साबित होगा, लेकिन इसके बजाय उसे सिर की त्वचा पर गंभीर एलर्जी का सामना करना पड़ा। लोशन के इस्तेमाल के कुछ ही दिनों बाद उसकी खोपड़ी पर जलन और खुजली शुरू हो गई, जो धीरे-धीरे बढ़कर गंभीर एलर्जी में बदल गई। हालात इतने बिगड़ गए कि डॉक्टरों को उसे इंजेक्शन देकर एलर्जी को नियंत्रित करना पड़ा। इसके बाद उन्हे कई महीने मेडिकेशन पर रखा गया, जिसके बाद उसकी स्थिति में सुधार आया। इस दौरान उसे बालों के झड़ने और त्वचा की संवेदनशीलता जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा। केस 2: क्रीम लगाने से चेहरे पर बाल उग आए: 35 साल की एक महिला ने सोशल मीडिया पर झाइयों की क्रीम का विज्ञापन देखकर उसे खरीदने का फैसला किया। बिना किसी विशेषज्ञ से सलाह लिए, उसने दो महीने तक नियमित रूप से क्रीम का इस्तेमाल किया, जिसका गंभीर दुष्प्रभाव उसके चेहरे पर दिखाई देने लगा। यह क्रीम स्टेरॉयडयुक्त थी, जिससे उसकी त्वचा पर बाल उग आए, चेहरा लाल हो गया और बहुत ज्यादा एक्ने हो गए। शुरुआती दिनों में उसे लगा कि क्रीम अपना असर दिखा रही है, लेकिन धीरे-धीरे समस्या बढ़ती चली गई। स्किन पर गंभीर स्टेरॉयड डैमेज होने के कारण उसे लंबा इलाज कराना पड़ा। महीनों बाद उसे राहत मिली। केस 3 : संक्रमण तो ठीक हो गए लेकिन निशान नहीं गए: 23 साल के एक युवक ने सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे डर्मा रोलर का इस्तेमाल करने का मन बनाया। उसने ऑनलाइन कई वीडियो और टिप्स देखे और बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के इसे खरीद लिया। रोलर का उपयोग करने के कुछ ही दिनों बाद उसके चेहरे पर लालपन और सूजन होने लगी। बाद में उस स्थान पर गंभीर संक्रमण हो गया, जो धीरे-धीरे और बढ़ने लगा। संक्रमण के कारण उसके चेहरे पर दाग-धब्बे और गहरे हो गए। डर्मेटोलॉजिस्ट के इलाज से संक्रमण तो ठीक हो गया, लेकिन स्कार्स ठीक नहीं हो सके।