हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर के बड़सर स्थित राधा स्वामी चैरिटेबल हॉस्पिटल भोटा बंद होने को लेकर आसपास के लाखों लोग सड़क पर उतर आए हैं। उन्होंने धरना प्रदर्शन कर हमीरपुर-शिमला नेशनल हाईवे जाम कर दिया। एएसपी राजेश कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है। अत्याचार विरोधी मंच के अध्यक्ष डॉ धनीराम ने कहा कि अस्पताल को ना ही तो शिफ्ट किया जाए और ना ही बंद। चैरिटेबल अस्पताल प्रबंधन की जो भी मांग है, उसे सरकार तुरंत पूरा करें। जिससे लोगों को अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती रहें। 1 दिसंबर से अस्पताल बंद करने का फरमान डेरा प्रबंधन ने 1 दिसंबर से अस्पताल को बंद करने के लिए गेट पर नोटिस लगाया हुआ है। प्रबंधन अस्पताल पर जीएसटी ना लगाए जाने की मांग कर रहा हैं। उनकी यह भी मांग है कि जितनी भूमि पर अस्पताल मौजूद है, उसे महाराज जगत सिंह रिलीफ सोसाइटी के नाम किया जाए। यदि कोई कानूनी और तकनीकी समस्या आ रही हो तो सरकार उसका हल निकाले। 3 दशक से मुफ्त सुविधाएं ले रहे लोग प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर के लाखों लोग अस्पताल की मुफ्त सुविधाओं का लाभ पिछले 3 दशकों से उठा रहे हैं। हर महीने यहां पर 300 से 400 आंखों के ऑपरेशन होते हैं। हर रोज 1 हजार लोगों की ओपीडी और व्यास व चंडीगढ़ पीजीआई से डॉक्टरों की टीम मे लोगों के मुफ्त आपरेशन कर रही हैं। डेरा प्रबंधन ने कहा कि जब तक सीएम लिखित में कुछ नहीं देते है, तब 1 दिसंबर से अस्पताल को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा। पुलिस ने रुट किया डायवर्ट शिमला से आने वाले ट्रैफिक को बायपास रोड के जरिए डायवर्ट कर दिया है। लेकिन भोटा बाजार में बड़े वाहनों की एंट्री हो जाने की वजह से ट्रैफिक दो घंटों से जाम है। जिसे खुलवाने का प्रयास जारी है। इसके लिए बड़े वाहनों की एंट्री बंद करके छोटे वाहनों को भोटा बाजार से निकाला जा रहा है। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर के बड़सर स्थित राधा स्वामी चैरिटेबल हॉस्पिटल भोटा बंद होने को लेकर आसपास के लाखों लोग सड़क पर उतर आए हैं। उन्होंने धरना प्रदर्शन कर हमीरपुर-शिमला नेशनल हाईवे जाम कर दिया। एएसपी राजेश कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है। अत्याचार विरोधी मंच के अध्यक्ष डॉ धनीराम ने कहा कि अस्पताल को ना ही तो शिफ्ट किया जाए और ना ही बंद। चैरिटेबल अस्पताल प्रबंधन की जो भी मांग है, उसे सरकार तुरंत पूरा करें। जिससे लोगों को अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती रहें। 1 दिसंबर से अस्पताल बंद करने का फरमान डेरा प्रबंधन ने 1 दिसंबर से अस्पताल को बंद करने के लिए गेट पर नोटिस लगाया हुआ है। प्रबंधन अस्पताल पर जीएसटी ना लगाए जाने की मांग कर रहा हैं। उनकी यह भी मांग है कि जितनी भूमि पर अस्पताल मौजूद है, उसे महाराज जगत सिंह रिलीफ सोसाइटी के नाम किया जाए। यदि कोई कानूनी और तकनीकी समस्या आ रही हो तो सरकार उसका हल निकाले। 3 दशक से मुफ्त सुविधाएं ले रहे लोग प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर के लाखों लोग अस्पताल की मुफ्त सुविधाओं का लाभ पिछले 3 दशकों से उठा रहे हैं। हर महीने यहां पर 300 से 400 आंखों के ऑपरेशन होते हैं। हर रोज 1 हजार लोगों की ओपीडी और व्यास व चंडीगढ़ पीजीआई से डॉक्टरों की टीम मे लोगों के मुफ्त आपरेशन कर रही हैं। डेरा प्रबंधन ने कहा कि जब तक सीएम लिखित में कुछ नहीं देते है, तब 1 दिसंबर से अस्पताल को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा। पुलिस ने रुट किया डायवर्ट शिमला से आने वाले ट्रैफिक को बायपास रोड के जरिए डायवर्ट कर दिया है। लेकिन भोटा बाजार में बड़े वाहनों की एंट्री हो जाने की वजह से ट्रैफिक दो घंटों से जाम है। जिसे खुलवाने का प्रयास जारी है। इसके लिए बड़े वाहनों की एंट्री बंद करके छोटे वाहनों को भोटा बाजार से निकाला जा रहा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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